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जानिए (एड्स) HIV Aids क्या है इसके लक्षण, कारण एवं इलाज की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में| What is HIV AIDS in Hindi Its causes, symptoms and best treatments

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जानिए (एड्स) HIV Aids क्या है  इसके लक्षण, कारण एवं इलाज की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में| What is HIV AIDS in Hindi Its causes, symptoms and best treatments

हमारे समाज में जिस व्यक्ति को एचआईवी एड्स ( HIV AIDS ) हो जाता है उस व्यक्ति को बहुत ही बेकार दृष्टि से देखा जाता है और इसीलिए शायद एचआईवी एड्स संक्रमित व्यक्ति खुलकर किसी के भी सामने बात करने से कतराते है और इसी वजह से एचआईवी एड्स के मरीजों की भी तादाद दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है द वर्ल्ड बैंक ( The World Bank ) की रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 2.40 मिलियन व्यक्तियों को एचआईवी एड्स है यह आंकड़े बहुत ज्यादा है परंतु फिर भी लोग इस बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते है।

ज्यादातर लोगों के मन में इस बीमारी को लेकर बहुत ही गलतफहमी है और वह यें सोचते हैं कि इस बीमारी का इलाज हो ही नहीं सकता और इसी कारण वह आसानी से इसका शिकार बन जाते हैं परंतु आपको घबराने की जरूरत नहीं है इस बीमारी का इलाज संभव है आज हम आपको इसी के बारे में विस्तार से बताएंगे कि :-

  • HIV AIDS Kya Hai – What Is HIV AIDS In Hindi?
  • HIV AIDS Ke Lakshan – Symptoms Of HIV AIDS in Hindi?
  • HIV AIDS Kyu Hota Hai – Causes Of HIV AIDS In Hindi?
  • एचआईवी एड्स की जांच कैसे कराएं – Diagnosis Of HIV AIDS In Hindi?
  • HIV AIDS Se Bachne Ke Upay – Precautuon Of HIV AIDS In Hindi?
  • HIV AIDS Ke Liye Gharelu Upay – Treatment Of HIV AIDS In Hindi?

HIV AIDS Kya Hai – What Is HIV AIDS In Hindi?

एचआईवी एड्स का मतलब यह एक ऐसी बीमारी है, जो कि किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से होती है, इसके अतिरिक्त यह बीमारी ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस ( Human Immunodeficiency Virus ) के कारण होती है जिसका असर सीधे व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है।

वैसे तो वर्तमान समय में भी एचआईवी एड्स का सर्वोत्तम इलाज संभव नहीं है परंतु बहुत सी दवाइयां ऐसी हैं, जिनकी सहायता से एचआईवी एड्स के प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है, और व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।

HIV AIDS Ke Lakshan – Symptoms Of HIV AIDS in Hindi?

हम आपको इस बीमारी के कुछ लक्षण बता रहे हैं ताकि आप इस बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत ही डॉक्टर से जांच करवा सकें और अपना इलाज शुरू कर सकें तो चलिए जानते हैं Aids Ke Lakshan In Hindi

एचआईवी एड्स का मुख्य लक्षण है बुखार होना यदि आपको बुखार होता है, और दवाई खाने के पश्चात वह फिर से हो जाता है तो आप इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें, क्योंकि कई बार लंबे समय तक बुखार कराना किसी गंभीर बीमारी का लक्षण भी हो सकता है, इसीलिए बुखार होने पर तुरंत ही अपनी जांच कराएं।

एचआईवी एड्स के लक्षणों के रूप में आपको बहुत ज्यादा सिर दर्द भी हो सकता है, और सिर दर्द के साथ-साथ आपको बहुत ज्यादा थकान तथा कमजोरी भी महसूस होती है, क्योंकि एचआईवी एड्स हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर सीधा हमला करता है, जिसके कारण हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है, और हमें कमजोरी महसूस होने लगती हैं, तथा कई तरह की बीमारियां भी हमारे शरीर को अपना घर बना लेती हैं।

एचआईवी एड्स का सीधा असर हमारे शरीर की त्वचा पर भी पड़ता है, इसी के कारण हमारी त्वचा के रंग में भी बदलाव दिख सकता है, और साथ-साथ हमारी त्वचा पर छोटे-छोटे चकत्ते तथा धब्बे भी दिखाई दे सकते हैं यदि आप को बुखार के साथ साथ त्वचा पर भी इसी प्रकार की बीमारी महसूस हो, तो आपको तुरंत ही डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और फिर एचआईवी एड्स की जांच करानी चाहिए।

बहुत से मामलों में ऐसा भी देखा गया है कि एचआईवी ऐड्स के रोगियों को गले में बहुत ज्यादा खराश रहती है, जिसके कारण वह अच्छे से ना तो कुछ निंगल पाते हैं और उन्हें बोलने में भी बहुत परेशानी होती है, इसीलिए इस प्रकार के लक्षण दिखने पर तुरंत ही जांच कराएं।

एचआईवी एड्स के कुछ लक्षणों के साथ आपको बहुत ज्यादा पेट दर्द भी हो सकता है, वैसे सामान्य तौर पर भी हमें पेट दर्द हो जाता है, परंतु यह पेट दर्द सामान्य दर्द से अलग होगा जोकि बहुत देर तक रहता है और बार-बार होता है।

HIV AIDS Kyu Hota Hai – Causes Of HIV AIDS In Hindi?

HIV AIDS Ke Lakshan तो आपने जान लिए अब हम आपको यह बता देते हैं कि Aids Kaise Hota Hai वैसे तो यह माना जाता है कि एचआईवी एड्स बीमारी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण ही होती है परंतु इस बीमारी के और भी बहुत से कारण हैं जैसे कि :-

असुरक्षित तरीके से यौन संबंध बनाना –

एचआईवी एड्स होने का मुख्य कारण असुरक्षित योनिक गतिविधियां हैं, जब आप अलग-अलग महिलाओं से यौन संबंध बनाते हैं और आप कंडोम का इस्तेमाल किए बिना ही यौन संबंध बनाते हैं, तो आपको इस बीमारी का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है क्योंकि इस प्रकार संक्रमित व्यक्ति के शरीर में मौजूद एचआईवी बैक्टीरिया का किसी दूसरे स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है, और फिर उस व्यक्ति को भी एचआईवी एड्स हो जाता है।

खून का चढ़ना –

यदि किसी कारणवश आपके शरीर में खून कम हो गया है तो उस समय डॉक्टर आपको खून चढ़ाने की बात करता है तो उस समय यदि डॉक्टर आपको खून चढ़ाता है और वह खून किसी एचआईवी एड्स संक्रमित व्यक्ति का है तो फिर आपको भी एचआईवी एड्स हो सकता है

एक सूई का इस्तेमाल एक से अधिक लोगों पर करना –

जब कोई भी व्यक्ति ज्यादा बीमार होता है, तो अक्सर डॉक्टर उसे इंजेक्शन लगाने की ही सलाह देता है, ऐसी स्थिति में यदि डॉक्टर पहले से ही किसी और व्यक्ति ही पर इस्तेमाल की गई सूई का उपयोग भी आपके लिए करता है, तो फिर एचआईवी एड्स होने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और आपने अक्सर देखा होगा कि ज्यादातर जो लोग नशा करते हैं, तो वह एक ही सुई से चार से पांच लोग नशा करते हैं और इस प्रकार भी एचआईवी एड्स हों सकता है।

गर्भवती होना –

वैसे तो एचआईवी ऐड्स पुरुष तथा महिला दोनों में से किसी को भी हो सकता है परंतु जब महिला गर्भवती होती है, तो उस समय एचआईवी एड्स की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।

स्तनपान कराना –

महिला के अतिरिक्त एचआईवी एड्स की बीमारी उसके बच्चे को स्तनपान के दौरान भी हो सकती है, क्योंकि ऐसा भी हो सकता है कि जिस महिला ने बच्चे को जन्म दिया है, वह एचआईवी एड्स के रोगी हो और जब वह बच्चे को अपना दूध पिलाएं तो बच्चा भी एचआईवी एड्स से कृषित हो जाए, इसीलिए डॉक्टर के द्वारा बच्चे के जन्म के उपरांत ही सबसे पहले टीकाकरण किया जाता है।

HIV Aids ki diagnosis in Hindi
image source :https://www.canva.com/

एचआईवी एड्स की जांच कैसे कराएं – Diagnosis Of HIV AIDS In Hindi?

Blood Test

यदि आपको इस बीमारी का कोई भी लक्षण अपने शरीर में दिखता है, तो आपको तुरंत ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए और डॉक्टर आपको कुछ दवाई तो जरूर देगा, यदि आप उस दवाई से अच्छा महसूस करते हैं तो अच्छी बात है अन्यथा आप ब्लड टेस्ट ( Blood Test )करा सकते हैं, क्योंकि एचआईवी एड्स का ब्लड टेस्ट के माध्यम से आसानी से पता लगाया जा सकता है।

Saliva Test

कई मामलों में एचआईवी एड्स की जांच सलाइवा ( Saliva ) मतलब कि हमारे मुंह की लार के माध्यम से भी किया जाता है, क्योंकि सलाइवा की जांच के दौरान मानव शरीर में हार्मोन के संतुलन का पता लगाया जा सकता है।

Viral Load

जब एचआईवी 1 से पीड़ित व्यक्ति को किसी भी तरह के उपचार से आराम नहीं मिलता, तो उस समय डॉक्टर रोगी को वायरल लोड ( Viral Load ) कराने की सलाह देता है वायरल लोड एक तरह का टेस्ट होता है, जिसके द्वारा इंसान के शरीर में वायरस की गुणवत्ता का पता लगाकर उसका इलाज किया जा सकता है।

( Fine Needle Aspiration ) फाइन नीडल एस्पिरेशन

कहीं बाहर एचआईवी ऐड्स का पता लगाने के लिए फाइन नीडल एस्पिरेशन ( Fine Needle Aspiration ) भी किया जाता है, यह एक नई टेक्नोलॉजी है, जो कि हाल ही में भारत में आई है, इस तकनीक के द्वारा मानव के शरीर में गांठ का पता लगाया जा सकता है, जो कि एचआईवी एड्स के कारण बनी हो।

HIV AIDS Se Bachne Ke Upay – Precautuon Of HIV AIDS In Hindi?

अब हम आपको Aids Se Bachne Ke Upay बताएंगे जिनकी सहायता से आप इस बीमारी से अचानक से बच सकते हैं :-

हमेशा कंडोम का इस्तेमाल करें –

जैसे कि हमने आपको बताया ही है कि यौन संबंध बनाने के दौरान भी यह बीमारी आपको हो सकती है, तो इसीलिए यदि आप किसी भी गैर महिला से यौन संबंध बनाते हैं, तो उस दौरान कंडोम का इस्तेमाल करें ताकि आप इस बीमारी से संक्रमित ना हो सके।

साफ-सुथरी सूई का उपयोग करें –

आप जब भी डॉक्टर के पास इंजेक्शन लगवाने के लिए जाते हैं, तो आप डॉक्टर को बार-बार कहिए कि वह केवल नई सूई का ही इस्तेमाल करें, बल्कि आपको देखना चाहिए कि डॉक्टर आपको फ्रेश पैकिंग में से सूई निकालकर लगाएगा या नहीं।

साफ सफाई का ध्यान रखें –

जैसा कि आप जानते ही हैं कि ज्यादातर जानलेवा बीमारियां गंदे वातावरण के कारण ही होती हैं, उनमें एचआईवी ऐड्स भी शामिल है इसीलिए सभी लोगों को साफ सफाई बनाए रखना चाहिए।

डॉक्टर के संपर्क में रहें –

आपको हमेशा डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए यदि आपको इस बीमारी के थोड़े बहुत भी लक्षण दिखते हैं, तो आपको तुरंत ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए और एचआईवी एड्स की जांच करानी चाहिए। क्योंकि यह एक ऐसी बीमारी है जिसका शुरुआत में आपको धीरे-धीरे ही पता चलता है, परंतु जब तक आप को इस बीमारी का अच्छे से पता लगता है तब तक बहुत देर हो जाती है, इसलिए शुरुआती लक्षणों को देखकर ही इलाज शुरू करवाएं।

यह भी पढ़े न्यूमोनिया(निमोनिया) या फेफड़ों का सूजन क्या है ? जानिए इसके लक्षण , होने के कारण , निदान , इलाज और बचाव

HIV AIDS Ka ilaj – Treatment Of HIV AIDS In Hindi?

यदि आप सोच रहे हैं कि एचआईवी एड्स होने पर इसका इलाज कैसे कराएं, तो हम आपको बता देंगे कि सबसे पहले तो आप के लिए यह जरूरी होता है, कि आप समय पर इस बीमारी की पहचान कर सकें जब आप समय पर इस बीमारी की पहचान कर लेते हैं, तो उसके पश्चात आपको किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह लेनी होती है और वह डॉक्टर अपने हिसाब से आप की दवाइयां चलाता है, और यदि आप डॉक्टर के अनुसार चलते हैं तो आपको कुछ ही महीनों में इस बीमारी के लक्षणों में काफी असर दिखाई देता है, और धीरे-धीरे इस बीमारी के लक्षण बिल्कुल खत्म हो जाते हैं।

और दवाई के साथ-साथ आप HIV AIDS Ke Liye Gharelu Upay भी अपना ही जैसे कि हरी सब्जियों तथा ताजे फलों का सेवन करें और बाहर की चीजों का सेवन ज्यादा ना करें और धूम्रपान तथा शराब का सेवन भी ना करें सिर्फ पोस्टिक आहार का ही सेवन करें।

HIV AIDS Conclusion –

आशा है कि एचआईवी एड्स से संबंधित हमारी यह पोस्ट आपको बहुत ही पसंद आई होगी इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया की Aids Kaise Hota Hai तथा Aids Se Bachne Ke Upay और इसके साथ साथ हमने आपको AIDS Ke Lakshan तथा Aids Ko Rokne Ke Upay भी बताए हैं जो कि आपके लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हुए होंगे यदि अब भी आपको एचआईवी एड्स से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना हो तो आप कमेंट सेक्शन के माध्यम से पूछ सकते हैं हम आपको उसका जवाब जरूर देंगे। धन्यवाद

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