Tokophobia : जानिए यह क्यों होता है ? इसके कारण लक्षण और इलाज।
तो दोस्तों आज इस लेख में हम आपको एक गंभीर बीमारी के बारे में बताएंगे अगर आप pregnancy के समय से गुजर रहे है तो आपको इसके बारे में जानना बहुत जरूरी है। प्रेगनेंसी के वक्त महिलाएं कई सारे दर्द से गुजरती है। लेकिन बच्चों को सुरक्षित तरह से जन्म देने के लिए आपकी सेहत अच्छी होना बहुत जरूरी है। इसलिए प्रेगनेंसी में महिलाओं का खास ख्याल रखना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसी कई सारी औरतें है जिन्हें मां बनने की बहुत खुशी होती है वही दूसरी ओर कुछ औरतें मां बनने से बहुत डरती है।
- Tokophobia : जानिए यह क्यों होता है ? इसके कारण लक्षण और इलाज।
- Introduction to Tokophobia – जानिए टोकोफोबिया की पूरी जानकारी
- Tokophobia के कितने प्रकार होते है?
- टोकोफोबिया का निदान।
- टोकोफोबिया के लक्षण क्या है?|What are the symptoms of Tokophobia?
- Tokophobia का क्या कारण बनता है | Causes Of Tokophobia
- टोकोफोबिया का इलाज कैसे किया जा सकता है?|How can tokophobia be treated?
- टोकोफोबिया थेरेपी |Tokophobia Therapies
- यह तीन थेरेपी की मदद से आप टोकोफोबिया से उभर सकते है :With the help of these three therapies, you can overcome tokophobia:
- टोकोफोबिया की दवाइयां | Tokophobia Medicines
- Tokophobia का निष्कर्ष।
ऐसी कई सारी महिलाएं है जो मां बनने से डरती है। यह एक मानसिक बीमारी है जिसका सामना कुछ महिलाएं करती है और इसे मायूजीयोफोबिया या फिर टोकोफोबिया के नाम से जाना जाता है। यह एक तनाव की तरह होता है जहां प्रेग्नेंट औरत को यह लगता है की प्रेगनेंसी के दौरान उसके या उसके शिशु के साथ कुछ बुरा होगा। तो अगर आप इस बीमारी के बारे में जानना चाहते है और इसे ठीक कैसे किया जा सकता है यह जानना चाहते है तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
Introduction to Tokophobia – जानिए टोकोफोबिया की पूरी जानकारी
Tokophobia एक ऐसी बीमारी है जो प्रेग्नेंट महिलाओं को होती है। यह एक भावनात्मक समस्या है जो तनाव के कारण होती है। इससे पीड़ित हुई महिलाओं को यह लगता है की उसकी या फिर उसके शिशु की जान प्रेगनेंसी के दौरान जाने वाली है। इसलिए वह प्रेगनेंसी करने से मना करती है और साथ ही उन्हें यह लगता है की प्रेगनेंसी के दौरान कुछ तो बुरा होगा इसके कई कारण हो सकते है जैसे बच्चे के दौरान बुरा अनुभव या फिर ज्यादा दर्द होने का डर।
इसके अलावा भी कई सारे कारण हो सकते है। प्रेगनेंसी के दौरान डर लगना यह आम बात है लेकिन अगर आप प्रेगनेंसी टाल रहे है तो आपको यह बीमारी होने की संभावना है। 2012 की रिपोर्ट के चलते यह पता चला की 13% non-pregnant औरतें बच्चे को जन्म देने से डरती है और इसी वजह से प्रेगनेंसी को टालती है। इस बीमारी के दो प्रकार होते है जिनके बारे में हम अभी जानेंगे।
Tokophobia के कितने प्रकार होते है?
Primary Tokophobia
सबसे पहला है Primary tokophobia इस प्रकार का tokophobia आपको तब होता है जब आपने पहले कभी किसी बच्चे को जन्म नहीं दिया होता। जैसे की किसी महिला की नई नई शादी हुई और उसके बच्चे के बारे में या फिर प्रेगनेंसी के बारे में उसे कुछ गलत बताया गया हो तो यह स्थिति उभर कर आती है।
Secondary Tokophobia
दूसरा है Secondary tokophobia यह तब होता है जब आपने पहले किसी बच्चे को जन्म दिया हो और यह डर आपके पिछले अनुभव से उपजा है। यह एक ऐसी स्थिति है जहां पर एक महिला पहले उस समय से गुजर चुकी है और वह यह जानती है की प्रेगनेंसी में कितनी तकलीफ होती है साथ ही उसे यह लगता है की प्रेगनेंसी के बाद उसके या उसके शिशु की मृत्यु हो सकती है।
टोकोफोबिया का निदान।
अगर बात करे tokophobia की तो फोबिया की और स्थिति की तरह tokophobia का निदान एक योग्य मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर, जैसे की psychiatrist या फिर psychologist के द्वारा किया जाना चाहिए। कई बार ऐसा होता है की आपके प्राथमिक देखभाल प्रदाता भी आपके रिपोर्ट किए गए लक्षणों के आधार पर निदान करने में सक्षम हो सकते है।
टोकोफोबिया के लक्षण क्या है?|What are the symptoms of Tokophobia?
किसी भी महिला को पहले यह जानना जरूरी है कि उसे डर क्यों लग रहा है। अपने डर को जानना और इसे पहचानना यह बहुत जरूरी है। जैसा की हमने आपको दो तरह के tokophobia के बारे में बताया किसी महिला ने अगर पहले कभी बच्चे को जन्म नहीं दिया है लेकिन उसे कहानी या फिर किसी बुरा अनुभव से गुजरी है तो उन्हें प्राइमरी कैटेगरी में गिना जाता है।
वही दूसरी ओर अगर कोई महिला ने पहले भी बच्चे को जन्म दिया होता है और वो बुरा अनुभव उसके दिमाग से नहीं निकल पाता तब उसे सेकेंडरी कैटेगरी में गिना जाता है। प्राइमरी कंडीशन को हम पोस्ट ट्राउमाटिफ स्ट्रेस डिसऑर्डर से भी compare कर सकते है। और वहीं दूसरी ओर सेकंडरी स्थिति महिला के अंदर ट्रॉमा जैसी स्थिति उत्पन्न कर सकती है।
टोकोफोबिया के लक्षण :
बच्चे के पैदा होने का डर यह सबसे बड़ा संकेत है tokophobia का। यह केवल एक नहीं इसके अलावा भी कई सारे संकेत दिखाई दे सकते है।
कई सारे ऐसे लक्षण दिखाई दे सकते है जो आपको डिप्रेस कर दे और आपको घबराहट यानी anxiety भी हो सकती है। और यह आपकी नींद, डाइट और मूड को भी पूरी तरह से खराब कर सकता है।
टोकोफोबिया के आम लक्षण क्या है?
- Panic attack या फिर anxiety होना।
- अचानक किसी बात की चिंता करना
- सिर चकराना और सिर दर्द होना
- मूड स्विंग होना
- डिप्रेशन होना
- थकान और शरीर में दर्द होना
- भूख में कमी
- कामेच्छा, या पसंदीदा गतिविधियों में रुचि की कमी।
- अनिद्रा या बुरे सपने।
- संभोग से बचना।
- बच्चे के जन्म के दौरान क्या गलत हो सकता है उसका विचार करना
- प्रेगनेंसी न करने के लिए कारण देना।
- बार बार बुरा सोचना।
- किसी भी काम में मन न लगना साथ ही थकान और आलसी पन होना।
- ज्यादा चिंता करना।
अगर किसी महिला में ऐसे लक्षण दिखाई देता है तो वह औरत टोकोफोबिया से गुजर रही है। आपको ऐसे समय में क्या करना है यह हम आपको आगे बताएंगे लेकिन आपको यह संकेत दिखे तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना है। ऐसे समय में आपको प्रेगनेंट औरत का खयाल रखना है और किसी भी बुरी घटना या फिर कोई बुरा अनुभव इसके बारे में उस महिला को नहीं बताना है ऐसे में वह महिला की हालत और बिगड़ सकती है।
Tokophobia का क्या कारण बनता है | Causes Of Tokophobia
टोकोफोबिया का शिकार कौन क्यों बनते है इसका कोई एक कारण नहीं है क्यों किसी को टोकोफोबिया होता है इसका एक कारण नहीं हो सकता है। यह कोई भी कारण की वजह से हो सकता है। जैसे गलत विचार, आशंकाओं या फिर अनुभवों के संचय का परिणाम हो सकता है। इसके अलावा भी प्रसव के बारे में पूर्वकल्पित धारा जो महिला के जीवन के दौरान विकसित होती है।लेकिन ऐसी कुछ स्थितियां सामने आती है जिसकी वजह से टोकोफोबिया का रिस्क बढ़ सकता है। ज्यादा सोचने से महिला पर यह बीमारी हावी हो जाती है और अगर महिला ने किसी भी चीज को लेकर ज्यादा चिंता की तो उसे या फिर उसके बच्चे की जान को खतरा हो सकता है।
इन कारणों की वजह से हो सकता है टोकोफोबिया
- मेडिकल fears
- Traumatic personal history
- Traumatic birth experience
- Anxiety या depression
Medical रूप से किसी भी महिला को इन चार चीजों से डर या उनके बारे में ज्यादा चिंता करने की वजह से tokophobia होने का कारण बन सकता है।
- जैसे कोई महिला को बचपन से medical चीजों से डर लगता हो या किसी बुरे अनुभव की वजह से उन्हें डॉक्टर से इलाज करवाने से डर लगता हो।
- दूसरा है खुद अनुभव की गई घटना जिसकी वजह से कोई महिला ज्यादा डर जाती है।
- तीसरा है किसी महिला ने अगर किसी भी चीज को पहले ही अनुभव ले लिया होता है और अगर वो अनुभव बहुत बुरा साबित हुआ हो तो महिला दूसरी बार उसे करने से डर जाती है।
- और चौथा और सबसे महत्वपूर्ण है stress, depression और anxiety यह होना आजकल बहुत आम बात है लेकिन किसी भी महिला को प्रेगनेंसी के वक्त इन चीजों से गुजरना बहुत मुश्किल हो सकता है और इसी वजह से महिला tokophobia की बीमारी से गुजरती है।
अब हम बढ़ेंगे सबसे महत्वपूर्ण कदम की ओर यानी इसका इलाज कैसे किया जा सकता है। टोकोफोबिया से उभरने के भी कई रास्ते है जो हम आपको बताएंगे
टोकोफोबिया का इलाज कैसे किया जा सकता है?|How can tokophobia be treated?
Tokophobia ज्यादातर मामलों में anxiety या फिर बुरे अनुभव की वजह से होता है लेकिन कोई भी फोबिया को हम बड़ी आसानी से ठीक कर सकते है। वैसे ही टोकोफोबिया को ठीक करने के लिए भी दो तरीके है :
- थेरेपी
- दवाई
यह दो तरीको से कोई भी महिला टोकोफोबिया से उभर सकती है।
टोकोफोबिया थेरेपी |Tokophobia Therapies
Anxiety और उससे जुड़ी बीमारियां और फोबिया से जूझते हुए लोगों के लिए तीन थेरेपी सामने आती है जो इन सभी समस्याओं से रोगी को उबरने में मदद कर सकती है। और यह थेरेपी बहुत ही प्रभावशाली मानी जाती है।
यह तीन थेरेपी की मदद से आप टोकोफोबिया से उभर सकते है :With the help of these three therapies, you can overcome tokophobia:
- Cognitive behavioral therapy (CBT)
- Psychotherapy
- Exposure therapy
आपको इस बात का खास ध्यान रखना है की आप ऐसे therapist से जुड़े जो अपने तरीके से इसकी treatment करे। साथ ही वह थेरेपिस्ट का महिलाओं के इलाज या मातृ मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करने का अनुभव अच्छा हो।
टोकोफोबिया की दवाइयां | Tokophobia Medicines
Anxiety के लिए दवाइयां बहुत जरूरी है। कई सारे inhibitors का सेवन करना anxiety के लिए जरूरी माना जाता है। serotonin reuptake inhibitors (SSRIs) और monoamine oxidase inhibitors (MAOIs).यह हम तैय नहीं कर सकते की डिप्रेशन के लिए कौन सी दवा ली जाती है। जिस व्यक्ति को anxiety disorder है उनके लिए अलग treatment और अलग दवाइयां दी जाती है। हर व्यक्ति की स्थिति अलग अलग होती है इसलिए उनके treatment के plans अलग अलग होते है।
लेकिन आपको therapist के पास जाना बहुत जरूरी है और साथ ही आपको दवाईयो के लिए डॉक्टर से भी इलाज करवाना है तभी आपकी सेहत अच्छी हो पाएगी और आप बच्चे को सुरक्षित तरह से जन्म दे पाएंगे।
इसके अलावा भी एक तरीका है टोकोफोबिया को दूर करने का वह है coping यानी की अपने डर से मुकाबले करना। यह tokophobia को ठीक करने का सबसे अच्छा तरीका है। अपने डर के बारे में बातें करना। कई सारे लोग अपने डर से डर जाते है और उसका सामना नहीं करते जिसकी वजह से वह डर बढ़ जाता है। इसलिए आपको किसी भी व्यक्ति से अपने डर के बारे में बात करनी है जैसे किसी medical health professionals. या फिर आप अपने किसी दोस्त से भी अपने डर के बारे में बात कर सकते है।
Tokophobia का निष्कर्ष।
तो दोस्तों आज इस लेख में हमने आपको टोकोफोबिया से जुड़ी सारी जानकारी दी। हमने आपको tokophobia के लक्षण, इसका कारण और उसका इलाज क्या है इसके बारे में बताया। अगर यह लेख आपको अच्छा लगा और इससे आपको महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई हो तो इसे शेयर करना न भूलें।