Thirtieth Week of Pregnancy: प्रेगनेंसी के 30वें सप्ताह के लक्षण,शारीरिक बदलाव, खुद की देखभाल एवं बच्चे का विकास | Thirtieth week of pregnancy – symptoms, physical changes, self-care best tips and baby’s development Hindi

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Dr. Arti Sharma
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Dr. Arti Sharma is a certified BAMS doctor with at least 2 years of article writing experience on various medication and therapeutic lines. She is known for her best work in ayurvedic medication knowledge and there uses. Her hobbies including reading books and writing articles. With a good grip in sports, she uses to play for her university cricket team as a captain. Her work for ayurvedic is well known.डॉ आरती शर्मा एक प्रमाणित BAMS डॉक्टर है जिन्हे कम से कम 2 साल का विभिन्न दवाइयों और चिकित्सीय रेखाओं पर लेखन का अनुभव है। वह आयुर्वेदिक दवाओं के ज्ञान और उनके उपयोग में अपने बेहतरीन काम के लिए जानी जाती हैं। उनका शौक किताबें पढ़ना और लिखना है। खेलों में अच्छी पकड़ के साथ, वह एक कप्तान के रूप में अपनी विश्वविद्यालय क्रिकेट टीम के लिए खेल चुकी हैं। आयुर्वेद के क्षेत्र में उनका काम अच्छी तरह से जाना जाता है।
Thirtieth Week of Pregnancy in Hindi Table Of Content

Thirtieth Week of Pregnancy Symptom and Caring Tips In Hindi

गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह में बच्चे का विकास तेजी से हो रहा होता हैं, जिसके चलते अब बच्चे के कान भी पहले से ज्यादा विकसित हो चुके होते हैं और अब आपके बच्चे की आंखें भी रोशनी को महसूस करने लगती हैं, अगर गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह में महिलाएं अपने पेट पर लाइट मारती हैं ,तो बच्चा उस लाइट को भी महसूस कर सकता हैं।

इस सप्ताह में बच्चा इतना विकसित हो चुका होता है कि उसके शरीर की हड्डियां मजबूत होने लगती है और अस्ति पिंजर भी अब मजबूत होने लगता है गर्भावस्था का 30 वां सप्ताह बेहद नाजुक सप्ताह होता हैं। इस सप्ताह में महिलाओं को अपनी बच्ची को पहले से भी ज्यादा रखना पड़ता हैं, क्योंकि अब धीरे-धीरे महिलाएं प्रसव के करीब आ रही हैं।

इसीलिए उन्हें अब पोस्टिक आहार का सेवन पहले से भी ज्यादा करना पड़ता है, ताकि बच्चे को किसी भी प्रकार की कमजोरी ना महसूस हो या फिर महिलाओं को कमजोरी महसूस ना हो, इसी के साथ साथ महिलाओं को अपनी जीवन शैली में भी बहुत बदलाव करने की आवश्यकता पड़ती हैं, जो कि उन्हें और उनके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

आज की पोस्ट के माध्यम से हम आपको Symptoms Of Pregnancy Week Thirtieth In Hindi तथा Healthy Lifestyle During Pregnancy In Hindi के बारे में बताएंगे। इसी के साथ-साथ हम आपको Self Care Tips During Pregnancy In Hindi तथा Healthy Food During Pregnancy Thirtieth  Week In Hindi के बारे में भी अच्छे से बताएंगे।

Thirtieth Week of Pregnancy

गर्भावस्था के 30 वें हफ्ते में बच्चे का विकास – Baby’s Development In Pregnancy Thirtieth  Week In Hindi ?

गर्भावस्था के  30 वें सप्ताह में आपके शिशु का आकार सिर से एड़ी तक अब 39.9 सें.मी. (15.7 Inch) से थोड़ा ज्यादा हो गया है, जो कि लगभग एक पत्तागोभी के समान है। गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह में लंबाई के आधार पर शिशु की बढ़त अब जल्दी ही धीमी पड़ जाएगी, लेकिन जन्म के समय तक आपके शिशु का वजन बढ़ना जारी रहेगा। अब तक आप के शिशु का वजन लगभग 1.5 किलोग्राम तक पहुंच चुका है।

अगर आप अपने पेट पर टॉर्च या कोई भी चमकदार रोशनी डालें, तो आप शायद यह भी महसूस कर पाएं कि आपका शिशु इसे देखने के लिए अपना सिर घुमाने लगता है। हालांकि, आपके शिशु की दृष्टि अभी विकसित हो रही है और जन्म के पश्चात भी इसका विकसित होना इसी प्रकार जारी रहेगा। जब आपके शिशु का जन्म होता है, तो आपका शिशु सिर्फ 20 से 30 सेंटीमीटर. दूर के चेहरों तथा चीजों को ही देख सकता है।

शिशु के चारों तरफ मौजूद amniotic fluid हर सप्ताह बढ़ रहा होता है, लेकिन शिशु के बड़े होने के साथ-साथ द्रव का बढ़ना भी कम होता जा रहा है। अगले कुछ हफ्तों में,  एमनियोटिक द्रव ( Amniotic Fluid ) की मात्रा अपने चरम पर 800 मि.ली. और 1000 मि.ली. के बीच पहुंच जाएगी। जब गर्भवती महिलाएं प्रसव की नियत तिथि तक पहुंचती है, तो यह घटकर 600 मि.ली. तक हो गया होता है।

Thirty First Week of Pregnancy: प्रेगनेंसी के 31वें सप्ताह के लक्षण,शारीरिक बदलाव, खुद की देखभाल एवं बच्चे का विकास 

गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह के लक्षण – Symptoms Of Thirtieth Week Pregnancy In Hindi ?

गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह में महिलाओं को बहुत से ऐसे लक्षण दिखाई दे सकते है, जो कि दूसरे लक्षणों की अपेक्षा बिल्कुल अलग भी हो सकते हैं, क्योंकि जैसे जैसे महिलाएं प्रसव के काफी नजदीक पहुंच रही होती हैं, तो उसी के साथ-साथ उनके शरीर में भी बहुत से परिवर्तन देखे जा सकते हैं जैसे कि :-

1. सांस लेने में तकलीफ होना

गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह में महिलाओं को सांस लेने में भी काफी समस्या हो सकती हैं, क्योंकि गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह में बच्चा पहले की अपेक्षा काफी ज्यादा बड़ा हो चुका होता हैं, जिसके चलते अब फेफड़ों पर भी थोड़ा सा दबाव पढ़ने लगता हैं। इसलिए महिलाओं को गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह में सांस लेने में काफी तकलीफ होती हैं, लेकिन यह लक्षण सिर्फ महिलाओं को प्रस्तुत तक ही दिखते हैं जैसे ही बच्चे की डिलीवरी हो जाती हैं, तो उसके पश्चात गर्भावस्था के इस प्रकार के लक्षण तुरंत ही गायब हो जाते हैं।

2. कब्ज की समस्या होना

Thirtieth  week of pregnancy के दौरान महिलाओं को कब्ज की समस्या भी रहने लगती हैं, क्योंकि गर्भावस्था के दौरान जब तरह-तरह के Hormone बदलते हैं, तो उसके कारण पाचन तंत्र भी प्रभावित होता है और जब पाचन तंत्र प्रभावित होता है, तो उसकी वजह से खाने को पचने में भी काफी समय लगता हैं। इसी की वजह से 30th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को कब्ज की समस्या भी रहने लगती है वैसे तो यह कोई गंभीर समस्या नहीं हैं, लेकिन यह समस्या 2 से 3 दिन तक देखने पर तुरंत ही gynecologist doctor की सलाह ले लें।

गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह के लक्षण - Symptoms Of 30th Week Pregnancy In Hindi ?

3. काफी थकान रहना

Thirtieth  week of pregnancy के दौरान महिलाएं काफी ज्यादा थकी हुई भी रहती हैं, क्योंकि इस सप्ताह में महिलाओं को मिलने वाला पोषण अब दो हिस्सों में बटने लगता हैं, क्योंकि पोषण मां के साथ-साथ बच्चे को भी चाहिए होता है जिसकी वजह से महिलाओं को ज्यादा पोषण की आवश्यकता होती हैं। इसी लिए पोस्टिक आहार का सेवन करना पड़ता हैं। यदि महिलाएं पौष्टिक आहार का सेवन नहीं करती तो उन्हें फिर काफी ज्यादा थकान रहने लगती हैं।

4. कमर में दर्द रहना

Thirtieth  week of pregnancy के दौरान महिलाओं की कमर में दर्द भी रह सकता हैं, क्योंकि 30th week of pregnancy के दौरान बच्चे का आकार बड़ा होने के साथ-साथ कमर की हड्डी भी प्रभावित होती हैं, जिसकी वजह से कमर में दर्द रहना एक सामान्य बात है। गर्भावस्था के समय कमर दर्द होने पर महिलाओं को यह दर्द बर्दाश्त करना चाहिए। यदि वह दर्द को बर्दाश्त नहीं कर पा रही हैं, तो उन्हें अपनी मर्जी से दवाई नहीं खानी चाहिए, उन्हें सिर्फ gynecologist doctor की सलाह के पश्चात ही दवाई खानी चाहिए।

5. पेट पर खिंचाव के निशान पड़ना

Thirtieth week of pregnancy के दौरान महिलाओं के पेट पर भी काफी ज्यादा खिंचाव पड़ने लगते हैं, क्योंकि बच्चे के आकार में बड़े होने के साथ-साथ अब पेट काफी बड़ा होने लगता हैं, जिसकी वजह से पेट पर खिंचाव के निशान पड़ना एक आम बात हैं। इस प्रकार के खिंचाव के निशान को देखकर महिलाओं को बिल्कुल भी घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि इस प्रकार के खिंचाव के निशान हर एक महिलाओं को गर्भावस्था के समय पढ़ते हैं, लेकिन यह Strech Marks ऐसे होते हैं, जो बच्चे के जन्म के पश्चात भी महिलाओं के पेट पर रह जाते हैं।

6. सोते समय बेचैनी होना

Thirtieth week of pregnancy में महिलाओं को रात के वक्त सोते समय बहुत ही बेचैनी महसूस हो सकती हैं, क्योंकि अब महिलाओं का पेट काफी ज्यादा बड़ा हो चुका होता है, जिसकी वजह से वह इधर-उधर करथल नहीं ले सकती और इसी वजह से अब महिलाओं को रात को सोते समय काफी बेचैनी होती हैं। खास तौर पर यदि महिलाएं पेट के बल सोने की कोशिश करती हैं, तो उनका पेट तुरंत ही काफी ज्यादा दर्द करना शुरू कर देता है और उनको सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है।

7. बार-बार पेशाब आना

Thirtieth week of pregnancy में महिलाओं को बार-बार पेशाब आने की दिक्कत का सामना भी करना पड़ता है, क्योंकि गर्भ में बच्चे का आकार बड़ा होने के कारण Urine Bag पर भी अब दबाव बढ़ने लगता है और यदि पेशाब की थैली पर दबाव बढ़ता हैं तो उसके कारण बार-बार पेशाब आने कि समस्या हो जाती हैं, लेकिन यह समस्या भी बच्चे के जन्म के पश्चात खुद ही ठीक हो जाती हैं। इसीलिए इस प्रकार की समस्या में आपको किसी भी दवाई की आवश्यकता नहीं होती। यदि आप दवाई लेने की कोशिश करते भी हैं, तो वह आपके स्वास्थ्य और आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं।

Self-Care Tips During Thirtieth Week Pregnancy In Hindi ?

Thirtieth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को स्वयं ही अपना ख्याल रखना पड़ता हैं, क्योंकि बहुत सी चीजें ऐसी भी होती हैं। जिनसे महिलाओं तथा उनके गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है या फिर बहुत से घर पर करने वाले काम ही ऐसे होते हैं, जो कि गर्भावस्था के समय महिलाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं जैसे कि :-

  • 30th week of pregnancy में महिलाओं को भारी वजन उठाने से काफी परहेज रखना चाहिए, क्योंकि भारी काम करने के कारण महिलाओं के पेट पर काफी अधिक खिंचाव पड़ सकता हैं। जिसकी वजह से उनके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी नुकसान पहुंचना संभव है, इसीलिए भारी वजन उठाने से बचें।
  • 30th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को बहुत सी छोटी-मोटी बीमारियों के लक्षण दिख सकते हैं जैसे कि पैरों में दर्द होना खांसी जुखाम या सूजन आदि होना। यदि इस प्रकार के लक्षण दिखने पर महिलाएं खुद ही अपनी मर्जी से दवाई का सेवन करती हैं, तो उनके बच्चे को भी नुकसान पहुंच सकता हैं। इसीलिए एक gynecologist doctor की सलाह के पश्चात ही दवाई का सेवन करें।
  • 30th week of pregnancy में महिलाओं को अपने घर पर सीढ़ियां चढ़ते और उतरते समय भी बहुत ही सावधानियां बरतनी चाहिए क्योंकि बहुत सी महिलाएं ऐसी होती है, जो कभी भी सामने का देख कर नहीं चलती जिसकी वजह से उनका पैर फिसल सकता हैं, इसीलिए सीढ़ियों पर चढ़ते और उतरते समय पूरी सावधानी बरतें।
Self-Care Tips During 30th Week Pregnancy In Hindi ?
  • 30th week of pregnancy में महिलाओं को लंबा सफर करने से भी बचना चाहिए, क्योंकि सफर के दौरान उन्हें झटके आना एक स्वाभाविक सी बात है और झटके आने के कारण उनके बच्चे को नुकसान पहुंच सकता हैं।
  • 30th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को इस प्रकार की चपले तो बिल्कुल भी नहीं पहननी चाहिए, जो कि फिसलने वाली हो महिलाओं को हमेशा ऐसी चपले पहननी चाहिए, जो कभी भी पानी या कीचड़ में ना फिसले।

गर्भावस्था के 30वें सप्ताह में जीवन शैली में बदलाव करें – Change Your Life Style In Thirtieth Week Of  Pregnancy In Hindi ?

गर्भावस्था के तीसरे सप्ताह में महिलाओं को अपनी जीवन शैली में भी बहुत से बदलाव करने पड़ते हैं, क्योंकि खराब जीवनशैली की वजह से भी बच्चे को नुकसान पहुंच सकता हैं। इसीलिए महिलाओं को गर्भावस्था के तीसरे सप्ताह के दौरान Healthy Life Style During Pregnancy in Hindi के बारे में पता होना काफी आवश्यक हैं।

  • Thirtieth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को तला हुआ खाना छोड़ना पड़ता हैं, क्योंकि तले हुए खाने से उनका स्वास्थ्य बिगड़ सकता हैं। इसके अतिरिक्त जब गर्भावस्था के समय महिलाओं के पेट में गैस बनती हैं, तो उसका कारण भी तले हुए खाने को ही माना जाता हैं।
  • Thirtieth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को अपनी बुरी आदतें भी छोड़नी पड़ती है जैसे कि यदि कोई महिला किसी प्रकार का नशा करती है या फिर धूम्रपान करती हैं, तो उसे वह तुरंत ही छोड़ना पड़ेगा नहीं तो उसके बच्चे के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ेगा।
  • Thirtieth Week Of Pregnancy में महिलाओं को सुबह और शाम पार्क में घूमने के लिए भी जाना चाहिए, क्योंकि महिलाएं यदि एक ही जगह सारा दिन बैठी रहेगी, तो उसके कारण उनके स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा असर पड़ता हैं।
  • Thirtieth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को ज्यादा देर रात तक नहीं जागना चाहिए उन्हें समय पर सोना चाहिए और समय पर ही उठना चाहिए, तभी वह स्वस्थ रहें सकती हैं और एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं।
  • Thirtieth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए, यदि वह घर का सादा खाना खाए तो यह बहुत ही अच्छा रहता हैं।
  • Thirtieth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को बार-बार खाने की बजाए सिर्फ तीन टाइम ही खाना खाना चाहिए और उस खाने का भी समय होना चाहिए। यदि आप दोपहर का खाना शाम को खाते हो तो उससे आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता हैं, इसलिए समय पर ही खाने का सेवन करें।

गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह में पोस्टिक आहार का सेवन करें – Eat Healthy Food During Thirtieth Week Of Pregnancy In Hindi ?

Thirtieth week of pregnancy में महिलाओं को पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए, क्योंकि गर्भावस्था के समय महिलाओं को अधिक से अधिक पोषण की आवश्यकता होती हैं। क्योंकि जो कुछ भी महिलाएं गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह के दौरान खाती हैं, तो उसका पूरा पोषण उनके बच्चे को भी जाता हैं, इसीलिए महिलाओं को पौष्टिक आहार का सेवन करना पड़ता हैं।

  • Thirtieth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को दूध का सेवन जरूर करना चाहिए, क्योंकि गर्भावस्था के तीसरे सप्ताह में दूध महिलाओं के अच्छे स्वास्थ्य के साथ-साथ बच्चे के विकास में भी बहुत ज्यादा सहायक होता हैं।
गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह में पोस्टिक आहार का सेवन करें - Eat Healthy Food During 30th Week Of Pregnancy In Hindi ?
  • Thirtieth Week Of Pregnancy में महिलाओं को देसी घी का सेवन भी जरूर ही करना चाहिए, क्योंकि देसी घी का सेवन करने से भी महिलाओं को आगे चलकर बच्चे को जन्म देने में काफी ज्यादा आसानी होती है।
  • 30th Week Of Pregnancy में महिलाओं को ताजे फलों का सेवन जरूर करना चाहिए, क्योंकि ताजे फल गर्भावस्था के तीसरे सप्ताह में महिलाओं को अत्यधिक मात्रा में पोषक तत्व प्रदान करते हैं, जो कि बच्चे के विकास में भी बहुत ज्यादा ही सहायक होते हैं।
  • Thirtieth Week Of Pregnancy में महिलाओं को हरी सब्जियों का सेवन भी जरूर ही करना चाहिए, क्योंकि हरी सब्जियां Folic Acid से भरपूर होती हैं और Folic Acid गर्भावस्था के तीसरे सप्ताह में महिलाओं को चाहिए होता हैं।
  • Thirtieth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को दालों का सेवन भी जरूरी करना चाहिए, क्योंकि दाले भी गर्भावस्था के तीसरे सप्ताह में महिलाओं को पोषण प्रदान करने के साथ-साथ उनके बच्चे के विकास में भी सहायक होती हैं।
  • Thirtieth Week Of Pregnancy में महिलाओं को मांस मछली या फिर अंडे का सेवन भी कर ही लेना चाहिए। क्योंकि यह भी पोषक तत्व से भरपूर होते हैं और महिलाओं की अच्छी सेहत के लिए भी मददगार होते हैं, आप रोजाना अगर चार से पांच उबले हुए अंडे का सेवन भी करती हैं, तो भी वह आपके लिए बहुत पोस्टिक रहता हैं।
  • Thirtieth Week Of Pregnancy में महिलाओं को साबुत अनाज से बने आहार का सेवन भी करना चाहिए, साबुत अनाज जैसे की दलिया या ओट्स इनका सेवन भी महिलाएं कर सकती हैं।

गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह में ध्यान रखने योग्य कुछ बातें ?

  • Thirtieth Week Of Pregnancy में महिलाओं को खाने पीने का बहुत ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। यदि वह बाजार का खाना ज्यादा खाती है तो उसके कारण भी उनका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है, इसीलिए महिलाओं को बाजार केमिकल युक्त खाने का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
  • Thirtieth Week Of Pregnancy में महिलाओं को बाजार कि कोल्ड ड्रिंक का सेवन भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि कोल्ड ड्रिंक को बनाने के लिए बहुत ज्यादा केमिकल का इस्तेमाल किया जाता हैं, जो कि महिलाओं के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता।
  • Thirtieth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को मोबाइल फोन का इस्तेमाल ज्यादा नहीं करना चाहिए। क्योंकि दादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से भी उनके बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता हैं, क्योंकि मोबाइल फोन से बहुत ही खतरनाक Radiation निकलती हैं।
image source :- http://www.canva.com
  • Thirtieth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को ज्यादा ठंडी चीजें नहीं खानी चाहिए और ना ही फ्रीज का ठंडा पानी  पीना चाहिए क्योंकि फ्रिज का ठंडा पानी होता तो ठंडा हैं, लेकिन महिलाओं को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाता है।
  • Thirtieth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को बच्चे खाने का सेवन भी नहीं करना चाहिए।

गर्भावस्था के 30 वें सप्ताह के दौरान डॉक्टर की सलाह है जरूरी ?

Thirtieth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को डॉक्टर की सलाह बहुत जरूरी होती हैं, क्योंकि इस सप्ताह में बच्चा अब पहले की अपेक्षा और भी ज्यादा प्रतिक्रियाएं दिखाने लगता है, क्योंकि अब वह गर्भ में हाथ पैर ही चला सकता है और आवाज भी महसूस कर सकता हैं। इसीलिए अब महिलाओं को अपना Ultra-Sound करवाने की भी आवश्यकता होती हैं, इसीलिए Thirtieth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए, ताकि वह अपने बच्चे को स्वस्थ रख सकें।

Conclusion –

  • Thirtieth week of pregnancy में महिलाओं को अपना किस प्रकार ध्यान रखना चाहिए तथा 30वें सप्ताह में महिलाओं को कौन सी सावधानियां Thirtieth Week Of Pregnancy में बरतनी चाहिए, उन सब के बारे में आज हमने आपको हमारी इस पोस्ट के द्वारा आप को अच्छे से बताया हैं।
  • इसके अतिरिक्त हमने आज की इस पोस्ट के द्वारा आप सभी लोगों को Pregnancy Thirtieth Week Symptoms In Hindi तथा Healthy Tips In Pregnancy 30th Week In Hindi के बारे में भी बताया है।
  • अब भी यदि आपको Safety Tips In Pregnancy Thirtieth Week In Hindi और Healthy Diet During Thirtieth Week Pregnancy In Hindi के बारे में कोई भी सवाल हमसे पूछना हों , तो आप हमारी पोस्ट के नीचे कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकती हैं। धन्यवाद

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