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Second Week of Pregnancy: प्रेगनेंसी का दूसरा सप्ताह लक्षण,शारीरिक बदलाव, खुद की देखभाल एवं बच्चे का विकास | Second week of pregnancy – symptoms, physical changes, self-care best tips and baby’s development Hindi

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Second Week of Pregnancy: प्रेगनेंसी का दूसरा सप्ताह लक्षण,शारीरिक बदलाव, खुद की देखभाल एवं बच्चे का विकास | Second week of pregnancy - symptoms, physical changes, self-care tips and development of the baby Hindi

Second Week of Pregnancy Symptoms in Hindi- जानिए प्रेगनेंसी के दूसरे हफ्ते के लक्षण, टिप्स।

जब महिलाएं गर्भवती होती हैं, तो गर्भवती होने के दूसरे हफ्ते में भी उन्हें बहुत ही देखभाल रखनी होती है। क्योंकि गर्भावस्था के शुरुआती समय में महिलाओं तथा उनके बच्चे को बहुत सी चीजों से खतरा भी हो सकता है इसीलिए उन्हें हर एक चीज सोच समझकर करनी होती है। हम आपको बता दें कि, कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं। जिनमें 2 हफ्ते की प्रेगनेंसी के बहुत से लक्षण दिख जाते हैं महिलाओं के शरीर में बहुत से ऐसे बदलाव होते हैं। जिनसे यह पता लगाया जा सकता है कि महिलाएं गर्भवती हैं।

बहुत सी महिलाओं को तो प्रेगनेंसी के 2 हफ्तों के अंदर थोड़ी बहुत घबराहट तथा जी मचलना भी महसूस होता है। इसके अतिरिक्त और भी बहुत से लक्षण होते हैं, जिनसे गर्भावस्था के दूसरे हफ्ते का पता लगाया जा सकता है। आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से Pregnancy Healthcare Tips In Hindi तथा Pregnancy 2 Week Symptoms In Hindi इसी के साथ साथ हम आपको यह भी बताएंगे कि Pregnancy

Me Kya Khaye

Second Week of Pregnancy Table of Contents:

Your Baby’s Development in Second Week of Pregnancy – दूसरे सप्ताह में बच्चे का विकास

  • जब महिला गर्भवती हो जाती है, तो उसके दूसरे हफ्ते में बच्चे का विकास होने लगता है। गर्भधारण के दूसरे सप्ताह में महिलाओं का शरीर एक डिंब को मुक्त करता है और यह डिंब सुक्राणु द्वारा निषेचित होता है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप अभी तक गर्भवती नहीं है। हम आपको बता दें कि महिलाओं की प्रसूति की तारीख की गणना महिलाओं के आखरी मासिक धर्म के पहले दिन से की जाती है।
  • Second Week of Pregnancy में डीम्ब गर्भाशय से निकलने तथा निषेचित होने के लिए तैयार होता है और इसी निषेचित डिम्ब को स्वीकार करने के लिए गर्भाशय भी बड़ा होने लगता है। ओव्यूलेशन का एक सटीक दिन तो बताना काफी मुश्किल होता है लेकिन इसकी संभावना 9वें दिन से 21 वें दिन में एक कभी भी हो सकती है। डिंब निकलने के 24 घंटे के पश्चात उसे शुक्राणुओं के द्वारा निषेचित किया जाता है। वीर्यपात के दौरान लाखों शुक्राणु निकलते हैं। इन लाखों में से सिर्फ कुछ ही शुक्राणु Fallopian Tubes तक पहुंचने में सफल रहते हैं।

Second Week of Pregnancy Symptoms – दूसरे सप्ताह में प्रेगनेंसी के सामान्य लक्षण

गर्भावस्था के दूसरे हफ्ते में महिलाओं के शरीर में बहुत से परिवर्तन देख सकते हैं, जिनके बारे में अब हम आपको बताने जा रहे हैं, तो चलिए अब हम Second Week of Pregnancy के बारे में जानते हैं।

1. सामान्य शारीरिक परिवर्तन

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में बदलाव के बहुत से तरीके हो सकते हैं, जैसे कि स्तनों का बड़ा होना यह एक स्वाभाविक परिवर्तन होता है। वैसे तो अलग-अलग महिलाओं में शारीरिक बदलाव भी अलग-अलग देखे गए हैं, जैसे कि बालों की बनावट चेहरे पर झुर्रियां पड़ना आदि जब महिला गर्भवती होती हैं तो गर्भावस्था के दूसरे सप्ताह कि जब शुरुआत होती है, तो तब महिलाओं के शरीर में follicle stimulating hormone का उत्पादन होता है और यह हार्मोन प्रमुख कूप के वक्त होने तथा टूटने में मदद करता है।

हम आपको बता दें कि, एक टूटे हुए को को Corpus Luteum भी कहा जाता है। यह Progesterone तथा Estrogen का उत्पादन करता है। मुख्य तौर पर इन्हें गर्भावस्था के हार्मोन भी कहा जाता है, जो ना केवल गर्भ अवस्था को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होते हैं। अपितु यह उन सभी लक्षणों का भी कारण होते हैं जो महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अनुभव हो रहे हैं।

2. सफेद सर्वायकल म्यूकस ( White Cervical Mucus )

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के Cervix के Mucus Level में भी बहुत से बदलाव होते हैं, जो शुक्राणु के अंदर जाने मैं सहायता करता है इस समय महिलाओं की योनि से सफेद पानी भी निकलता है। इस प्रकार के लक्षणों से महिलाओं को घबराने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है, यह गर्भावस्था के सामान्य लक्षण है।

3. गंध का बढ़ना ( Increase in Smell )

जब महिलाओं को गर्भावस्था का दूसरा हफ्ता चल रहा होता है, तो अन्य लक्षणों की तरह ही है, योनि से निकलने वाले पानी में से काफी ज्यादा गंदगी आ सकती है यह आमतौर पर सिर्फ एस्ट्रोजन की वजह से ही होता है।

4. मॉर्निंग सिकनेस ( Morning Sickness )

महिलाओं को गर्भावस्था के दूसरे हफ्ते में काफी ज्यादा कमजोरी भी महसूस हो सकती है। खासतौर पर जब वह सुबह उठती है, तो उस समय उन्हें काफी ज्यादा कमजोरी महसूस हो सकती है, लेकिन यह ज्यादा चिंता वाली बात नहीं है गर्भावस्था के दौरान अक्सर ऐसा होता है। लेकिन आपको एक बार डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए। यदि कुछ ज्यादा ही कमजोर महिला होती है, तो डॉक्टर उस महिला को बहुत सी मल्टीविटामिन टेबलेट भी खाने को देता है ताकि उसके शरीर की कमजोरी दूर हो सके।

5. हल्की स्पॉटिंग

गर्भवती महिलाओं को हल्की से वोटिंग भी महसूस हो सकती है, क्योंकि जब डिंब फूटने के आसपास कूप होता है, तो उस समय आपको हल्की सी से वोटिंग भी दिखाई दे सकती है। अगर रक्त स्त्राव भारी है तो यह अधिक गंभीर स्थिति का संकेत भी हो सकता है। इसीलिए इस प्रकार के लक्षण दिखने पर महिलाओं को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत ही डॉक्टर की सलाह भी लेनी चाहिए, क्योंकि बहुत से मामलों में डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को यह लक्षण दिखने पर दवाई भी दे सकता है।

6. डीबीटी ( Basal Body Temperature )

  • महिलाओं में गर्भावस्था के पहले 2 हफ्तों कूपिक चरण भी कहा जाता है। यदि कोई भी महिला बेसल बॉडी टेंपरेचर पर नजर रख रही है, तो वह महसूस करेगी की दूसरे दिनों की अपेक्षा अब के दिनों में इस स्तर में काफी फर्क महसूस करेंगी। क्योंकि जैसे ही महिलाएं पीठ प्रिंट प्रावस्था चरण में प्रवेश करती हैं, तो तब उनका Body Temperature बढ़ जाता है। वैसे तो यह एक सामान्य लक्षण हैं, लेकिन आपको कुछ ज्यादा ही अजीब महसूस हो रहा है, तो इस लक्ष्मण को फिर नजरअंदाज ना करें और तुरंत ही अपने डॉक्टर की सलाह लें।
  • गर्भावस्था के दूसरे सप्ताह(Second Week of Pregnancy) में महिलाओं को अपने पेट में कोई भी बदलाव नहीं दिखेगा, क्योंकि Fertilized Egg अभी तक आपकी Uterine Wall से नहीं जुड़ते लेकिन कुछ महिलाओं को Ovulation के दौरान श्रोणि में दर्द की शिकायत भी महसूस हो सकती है।

Self-Care Tips In Second Week of Pregnancy – गर्भावस्था के दूसरे सप्ताह में देखभाल कैसे रखें ?

  • जब महिलाएं गर्भावस्था के दूसरे हफ्ते में कदम रखती हैं, तो इसी के साथ-साथ उन्हें अपने ऊपर भी काफी ज्यादा ध्यान देना पड़ता है। क्योंकि महिला के पेट में पल रहे बच्चे की जिंदगी भी महिला के हाथ में ही होती है इसीलिए महिला को अपना काफी अधिक ध्यान रखना पड़ता है।
  • गर्भवती महिला को शुरुआती दिनों में यह जरूर याद रखना है कि, उन्हें कहीं पर भी आने जाने से परहेज रखना है, यदि कोई महिला गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में ही कोई लंबा सफर करती है, तो उसके कारण महिला के बच्चे को नुकसान भी पहुंच सकता है। इसीलिए किसी भी प्रकार का कोई सफर ना करें खासतौर पर स्कूटर मोटरसाइकिल पर तो सफर करने का परहेज रखें।
  • गर्भावस्था के शुरुआती चरण में महिलाओं को किसी भी प्रकार की कोई एक्सरसाइज करने की सलाह नहीं दी जाती या फिर कोई महिला जिम जाती है, तो उसे जिम जाना भी छोड़ना होगा क्योंकि ज्यादा जोर पड़ने से बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है
  • महिलाओं को ज्यादा चलने फिरने से भी थोड़ा परहेज रखना चाहिए, क्योंकि गर्भावस्था के दौरान ज्यादा चलने फिरने से भी महिलाओं में कमजोरी आ सकती है, जैसे की बहुत सी महिलाएं छत पर कपड़ों की बाल्टी लेकर कपड़ों को सुखाने जाती हैं। याद रहे कि आपको कोई भी भारी काम नहीं करना है या कोई भी भारी वजन नहीं उठाना है।
  • बहुत-सी महिलाओं को गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में थोड़ा बहुत पेट दर्द भी महसूस हो सकता है। लेकिन किसी भी महिला को पेट दर्द महसूस होने पर पेट की गर्म सिकाई नहीं करनी चाहिए , आपको सिर्फ और सिर्फ डॉक्टर से सलाह लेनी है आपको अपनी मर्जी से कुछ भी नहीं करना।
  • गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को सोने का तरीका भी अच्छे से पता होना चाहिए। खासकर गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में तो महिलाओं को सोने का कुछ ज्यादा ही ध्यान देना पड़ता है, बहुत सी महिलाएं पेट के बल सोती हैं जिसके कारण उनके बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए महिलाओं को सिर्फ सीधे सोना है अगर हो सके तो वह दाई तरफ करथल करके सो सकती हैं।

Make A Healthy Lifestyle in the Second Week of Pregnancy – एक स्वस्थ जीवनशैली बनाएं

गर्भवती महिलाओं को एक अच्छी जीवनशैली भी बनानी होगी जो कि उन्हें और उनके बच्चे को स्वस्थ रहने में मदद करेगी आप बहुत से बदलाव अपने जीवन में कर सकती हैं जैसे कि :-

  • गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को बाहर का तला हुआ खाना बिलकुल छोड़ देना चाहिए। बहुत ही महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान चटपटा खाने का मन करता है। इसीलिए वह महिलाएं बाजार में जाकर चाउमीन मोमोज बर्गर आदि तला हुआ खाना खा लेती हैं, जिसके कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिए बाहर का भोजन बिल्कुल भी ना खाएं, सिर्फ आपको घर का बना हुआ भोजन करना है और घर पर भी बिल्कुल कम तेल का भोजन आपको करना है।
  • बहुत ही महिलाओं को धूम्रपान करने तथा तमाखू खाने की आदत होती है, लेकिन हम आपको बता दें कि, तंबाकू तथा धूम्रपान के सेवन से आपके बच्चे को काफी ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है, यहां तक कि आपका गर्भपात भी हो सकता है इसीलिए तमाखू तथा धूम्रपान को तुरंत ही छोड़ दें।
  • गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को शराब आदि का सेवन भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि शराब के सेवन से भी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं तथा उनके गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।
  • अगर आप गर्भवती हैं और आपके घर में कोई धूम्रपान करता है, तो उसके कारण भी आपके बच्चों को नुकसान पहुंच सकता है। इसीलिए अपने आसपास का वातावरण कुछ ऐसे बनाएं कि आपका बच्चा धूम्रपान के कारण होने वाले धुएं से बचा रहे यदि आपका पति धूम्रपान करता है तो उन्हें भी धूम्रपान करने से मना करें।
  • बहुत सी महिलाएं गर्भावस्था के दौरान काफी चिंता में भी रहती हैं, लेकिन हम आपको बता दें कि आपको चिंता को दूर करने का उपाय ढूंढना चाहिए यदि आप कुछ ज्यादा चिंता करते हैं, तो इसके कारण आपको और आपके बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।

Eat Healty Nutrition Food in Second Week of Pregnancy – स्वास्थ्य तथा पोस्टिक आहार का सेवन करें

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के खाने पीने का उन पर काफी ज्यादा प्रभाव पड़ता है। इसीलिए  महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान  खाने पीने में भी कुछ बदलाव करने होते हैं जैसे कि :-

  • गर्भावस्था के दूसरे हफ्ते में भी महिलाओं को खाने पीने का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। इसीलिए महिलाओं को सलाह दी जाती है कि वह ताजे फलों तथा सब्जियों का सेवन जरूर करें ताजे फलों में खासतौर पर सेब,अनार, केला, पपीता आदि का सेवन तो जरूर करें यदि आप इन फलों को नहीं खा पा रही हैं, तो आप इनका जूस भी पी सकती हैं।
  • अगर हम सब्जियों की बात करें, तो महिलाओं को हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए, जैसे कि पालक, गोभी, ब्रोकली, मूली के पत्तों की सब्जी, मटर इसके अतिरिक्त गाजर, मशरूम, चुकंदर आदि का सेवन भी गर्भावस्था के दौरान स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद रहता है।
  • गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को दालों का सेवन जरूर करना चाहिए दालों में वह मूंग की दाल, मसूर की दाल, उड़द की दाल, साबूत मसूर की दाल, अरहर की दाल, आदि का सेवन कर सकती हैं। इसी के साथ साथ में सोयाबीन की दाल का सेवन भी कर सकती हैं, यह भी उनके लिए काफी फायदेमंद रहता है।
  • महिलाएं साबुत अनाज का सेवन भी गर्भावस्था के दौरान कर सकती हैं, जैसे कि वह थोड़ा पतला दलिया तथा ओट्स बनाकर खा सकती हैं।
  • गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को दूध का सेवन जरूर करना चाहिए। दूध के साथ-साथ महिलाओं को दूध से बनी हुई चीजें जैसे कि पनीर, दही आदि का सेवन भी करना चाहिए और खास तौर पर सब्जियों में रोजाना दो से तीन चम्मच देसी घी भी डाल कर खाना चाहिए।
  • अच्छे स्वास्थ्य के लिए गर्भावस्था में महिलाएं ड्राई फ्रूट का सेवन भी कर सकती हैं। ड्राई फ्रूट में महिलाएं बादाम अखरोट की नियमित मात्रा खा सकती हैं, क्योंकि ज्यादा मात्रा में सेवन करने से उन्हें नुकसान भी पहुंच सकता है।

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गर्भावस्था के दौरान ध्यान रखने योग्य कुछ खास बातें। Some things to keep in mind during Second Week of Pregnancy.

महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान बहुत सी चीजों का ख्याल रखना पड़ता है जैसे कि :-

  • ध्यान रहे कि कोई भी महिला गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी प्रकार की दवाई का सेवन ना करें, बहुत ही महिलाएं कुछ शारीरिक गतिविधियां होने पर तुरंत ही दवाई खा लेती हैं। हम आपको बता दें कि महिलाओं गर्भावस्था के दौरान को ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
  • जो महिलाएं पहले से ही किसी बीमारी की दवाइयां खाती हैं, तो उन्हें गर्भवती होने पर डॉक्टर को उन दवाइयों के बारे में सूचित करना चाहिए, क्योंकि उनमें इस प्रकार की दवाइयां भी हो सकती हैं जिससे आपके बच्चे पर भी बुरा असर पड़ सकता है।
  • गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को किसी भी प्रकार स्वास्थ्य से संबंधित कोई फैसला स्वयं नहीं लेना चाहिए।
  • गर्भावस्था के दूसरे सप्ताह में महिलाओं को अल्ट्रासाउंड बिल्कुल भी नहीं करवाना चाहिए। क्योंकि शुरुआत में आपको अल्ट्रासाउंड से कुछ भी नहीं पता लगेगा और ना ही कोई डॉक्टर अल्ट्रासाउंड करवाने की सलाह देता।
  • गर्भावस्था के दौरान आपको डॉक्टर के अतिरिक्त किसी भी दूसरे व्यक्ति की सलाह नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि बहुत से व्यक्ति आपको गर्भावस्था के दौरान भिन्न-भिन्न चीजें बताते हैं, लेकिन आपको सिर्फ डॉक्टर की बात माननी है।

समय-समय पर डॉक्टर की सलाह लें – Take Doctor’s Advice in Second Week of Pregnancy?

image source:- http://www.canva.com

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कोई भी परिस्थिति नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए  गर्भावस्था के पहले चरण से ही महिलाओं को डॉक्टर से सलाह लेनी शुरू कर देनी चाहिए। खास तौर पर बहुत ही महिलाओं को गर्भवती होने के कुछ अलग-अलग लक्षण तो दिखते हैं, लेकिन वह नजरअंदाज कर देती हैं और यदि उन्हें कोई स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होती है तो वह तुरंत ही दवाई ले लेती हैं आपको बिल्कुल भी अच्छा नहीं करना चाहिए।

गर्भावस्था में आपको छोटी से छोटी दिक्कत होने पर भी सिर्फ डॉक्टर की सलाह लेनी है और समय-समय पर आपको डॉक्टर से सलाह लेनी होती है। गर्भावस्था के दौरान ज्यादातर डॉक्टर प्रत्येक 7 से 10 दिन में महिलाओं का चेकअप करते हैं। इसीलिए डॉक्टर के बताए गए दिन डॉक्टर के पास जांच के लिए जरूर जाएं।

Second Week of Pregnancy Conclusion

हम उम्मीद करते हैं कि, आपको Pregnancy 2nd Week Symptoms In Hindi से संबंधित हमारी यह पोस्ट काफी पसंद आई होगी। इस पोस्ट के द्वारा हमने आपको Pregnancy 2nd week Health Care Tips In Hindi तथा Pregnancy Me Kya Khana Chaiye इसके बारे में भी बताया है। इसी के साथ-साथ Pregnancy Me Kaise Sona Chaiye और Healthy Foods In Pregnancy Time In Hindi के बारे में भी हमने आपको बता दिया है।

अब यदि आपको हमसे Pregnancy Health Care Tips In Hindi के बारे में कोई भी प्रश्न पूछना हो, तो कमेंट सेक्शन में कमेंट करें। स्टेट हमने आपको जिन बातों का ख्याल रखने को बोला है। आप उनका ख्याल जरूर रखें और गर्भावस्था में कुछ भी फैसला लेने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। धन्यवाद

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