- जानिए क्या है Psoriasis(सोरयासिस) इसके कारण लक्षण एवं 5 घरेलु उपचार | What is Psoriasis in Hindi its Causes, Symptoms, Treatments and 5 Best Home Remedies In Hindi?
- Psoriasis Konsi Bimari Hai – What Is Psoriasis In Hindi?
- Psoriasis Rog ke Lakshan – Psoriasis Symptoms in Hindi?
- Psoriasis Hone Ke Karan – Causes Of Psoriasis In Hindi?
- Psoriasis होने के अन्य कुछ कारण
- Psoriasis Affected Body Parts – सोरायसिस रोग से ग्रसित होने वाले शरीर के अंग?
- Psoriasis Ka Gharelu Ilaj – Home Remedies for Psoriasis Treatment in Hindi?
- 1. हल्दी तथा गुलाब जल(Turmeric and rose water for Psoriasis Treatment)
- 2. फिटकरी है सोरायसिस का रामबाण इलाज(Alum is really good for treating Psoriasis)
- 3. एलोवेरा जेल(Aloe Vera Gel helps is getting rid of Psoriasis)
- 4. शराब और धूम्रपान का सेवन ना करें(Avoid Smoking)
- 5. जैतून का तेल(Olive Oil helps in case of Psoriasis)
- (Psoriasis)सोरायसिस में याद रखने योग्य है कुछ मुख्य बातें –
- Psoriasis Conclusion:-
जानिए क्या है Psoriasis(सोरयासिस) इसके कारण लक्षण एवं 5 घरेलु उपचार | What is Psoriasis in Hindi its Causes, Symptoms, Treatments and 5 Best Home Remedies In Hindi?
Psoriasis हमारी त्वचा से संबंधित एक बीमारी होती है, जिसे Aprus भी कहा जाता है। इस बीमारी के मरीजों की त्वचा पर मोटी परत बन जाती है। यह परत लाल रंग के Rashes की तरह नजर आती है। इन लाल Rashes में खुजली के साथ-साथ कभी-कभी दर्द तथा सूजन भी होने लगती है। यह एक बहुत ही गंभीर रोग है, जो की हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने के कारण ही होता है। सोरायसिस की वजह से इस बीमारी के रोगी का आम जीवन काफी परेशानियों से भर जाता है, परंतु आपको इससे बिल्कुल भी घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आप Psoriasis
आज की हमारी इस पोस्ट में आपको यही जानने को मिलेगा कि Psoriasis Treatment In Hindi तथा Psoriasis Ka Ramban ilaj और Psoriasis Ka Gharelu Upchar? Psoriasis Ko Kaise Thik Kare? Psoriasis Konsi Bimari Hai? Psoriasis Kis Karan Hota Hai? यदि आप अच्छे से यह सब जानना चाहते हैं तो हमारी पोस्ट को आखिर तक पढ़ते रहिएगा, तभी आपको अच्छे से समझ में आएगा कि Psoriasis Konsi Bimari Hai चलिए अब हम जानते हैं, कि Psoriasis Kya Hai
Psoriasis Konsi Bimari Hai – What Is Psoriasis In Hindi?
Psoriasis त्वचा से जुड़ी Autoimmune Disease है। इस बीमारी में त्वचा पर कोशिकाएं बहुत ही तेजी से जमा होने लगती हैं। हमारे शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं के कम होने के कारण हमारी त्वचा की परत सामान्य से अधिक तेजी से बनने लगती है, जिसमें घाव बन बन जाता है। यह हमारे शरीर के किसी भी भाग में हो सकती है। एप्स बीमारी के बढ़ जाने पर लाल Rashes से खून भी निकल सकता है। कभी-कभी तो इसमें सूजन भी हो जाती है। यह Mental Disorders भी उत्पन्न कर सकती हैं।
Psoriasis Rog ke Lakshan – Psoriasis Symptoms in Hindi?
हम आपको सोरायसिस के कुछ लक्षण बताएंगे जिन्हें देखकर आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि आपको सोरायसिस रोग है या नहीं है चलिए जानते हैं Psoriasis Ke Lakshan In Hindi
- त्वचा पर सूजन के साथ लाल Rashes होना।
- लाल Rashes पर सफेद पपड़ी जैसी बेजान त्वचा का होना।
- रूखी त्वचा का होना और उसमें काफी अधिक दरारें पड़ना और त्वचा से खून निकलना आदि।
- त्वचा के Rashes में दर्द होना।
- Rashes के आसपास खुजली तथा काफी ज्यादा जलन महसूस होना।
- यदि आपके नाखून मोटे तथा उनमें दाग-धब्बे पड़ रहे हैं, तो यह भी इसी के लक्षण है।
- यदि आपके जोड़ों में दर्द रहता है या फिर जोड़ों में सूजन रहने लग गई है, तो यह भी इस बीमारी का लक्षण हो सकता है।
Psoriasis Hone Ke Karan – Causes Of Psoriasis In Hindi?
अब हम आपको सोरायसिस रोग के कुछ कारण बताएंगे जिन कारणों से यह रोग हमको हो सकता है, इसलिए आप यह कारण ध्यानपूर्वक पढ़ें, ताकि आप भी उन कारणों को मध्य नजर रखते हुए इस बीमारी से बच सकें :-
1. रोग प्रतिरोधक शक्ति का कम होना
- यदि हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो रही है, तो उसके कारण भी यह रोग में हो सकता है, क्योंकि अक्सर बढ़ती उम्र में ऐसा देखा जाता है कि हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।
- जिसके कारण सोरायसिस जैसे लोग हमें हो जाते हैं क्योंकि जब हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, तो उसके कारण हमारी त्वचा भी खराब होने लगती है, इसलिए त्वचा संबंधी रोग भी हमें आसानी से हो जाते हैं।
2. अनुवांशिक ( Genetix )
इस प्रकार के रोग ज्यादातर अनुवांशिक भी हो सकते हैं, अनुवांशिक का मतलब होता है कि यदि आपके परिवार में आपसे बड़े किसी भी व्यक्ति को व्यक्ति को यह बीमारी हुई है, तो यह आपको भी होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है, मान लीजिए कि यदि यह बीमारी आपके माता-पिता को हैं, तो उसके कारण यह बीमारी आपको भी हो सकती है।
3. इन्फेक्शन (संक्रमण)
- बहुत बार वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन भी इस रोग का कारण बनता है।
- यदि आप गले के अलावा त्वचा के इंफेक्शन से पीड़ित हैं, तो ये सोरायसिस से ग्रस्त हो सकते हैं।
- यदि आपके घर में कोई व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है, तो यह समस्या आपको भी हो सकती है।
4. साफ सुथरा ना रहना
यदि हम ज्यादा साफ-सुथरे नहीं रहते तो भी हमें सोरायसिस जैसी बीमारी हो सकती है क्योंकि कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो बिल्कुल भी साफ सुथरा रहना पसंद नहीं करते इसीलिए उनको त्वचा संबंधित बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है इसलिए आपको प्रतिदिन स्नान जरूर करना चाहिए।
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Psoriasis होने के अन्य कुछ कारण
- इस बीमारी के अंदर भी कुछ कारण है, जैसे कि आपकी त्वचा पर घाव होना या मधुमक्खी का काट लेना या फिर धूप में त्वचा का झुलस जाना यह भी कारण हो सकते हैं।
- यदि आप तनाव में हैं और बीड़ी सिगरेट तथा शराब का सेवन ज्यादा करते हैं, तो भी आपको यह बीमारी हो सकती है।
Psoriasis Affected Body Parts – सोरायसिस रोग से ग्रसित होने वाले शरीर के अंग?
- सोरायसिस एक ऐसी बीमारी है जो कि आपको 25 से 30 साल की उम्र में होती बीमारी में प्रभावित होने वाले अंग हैं जैसे कि हाथों की हथेलियां, कोहनी, पैरों के तलवे, घुटने तथा सोरायसिस रोग का प्रभाव सबसे ज्यादा आपकी पीठ पर पड़ता है।
- यदि कुछ लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी हद तक कम हो गई है तो उसके कारण यह कम उम्र में भी हो सकता है और आज के समय में तो यह रोग नवजात शिशुओं में भी देखा जा रहा है।
Psoriasis Ka Gharelu Ilaj – Home Remedies for Psoriasis Treatment in Hindi?
अब हम आपको home remedies for psoriasis treatment बताएंगे, जो कि आपके लिए काफी ज्यादा लाभदायक सिद्ध होगी इसीलिए अब आगे की पोस्ट आप काफी ध्यान से पढ़िएगा। क्योंकि जब आप ध्यान से पढ़ेंगे तो ही आप अपना इलाज भी कर पाएंगे, और हम आपको जो घरेलू नुस्खा जिस तरह इस्तेमाल करने को कहें आपको बिल्कुल वैसे ही इस्तेमाल करना है, अपने मर्जी से आपको कुछ भी नहीं करना :-
1. हल्दी तथा गुलाब जल(Turmeric and rose water for Psoriasis Treatment)
- हल्दी और गुलाब जल दोनों ही हमारी त्वचा के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होते हैं, इसके साथ-साथ यह एलर्जी में भी अपना काफी अच्छा असर दिखाते हैं, यदि हल्दी और गुलाब जल को दोनों को अच्छे से मिक्स करके इसका पेस्ट बनाकर सोरायसिस वाले स्थान पर लगाया जाए, तो आप कुछ ही समय में सोरायसिस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं, परंतु यह त्वचा संबंधी बीमारी है।
- इसीलिए आपको ज्यादा खतरा मोल नहीं लेना चाहिए यदि 8 से 10 दिनों में आपको कुछ फर्क दिख जाता है, तो अच्छी बात है अन्यथा आप को किसी अच्छे चिकित्सक से संपर्क जरूर करना चाहिए।
2. फिटकरी है सोरायसिस का रामबाण इलाज(Alum is really good for treating Psoriasis)
- सिटी में बहुत से एंटीबायोटिक और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जोकि हमारी त्वचा के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होते हैं, आपने अक्सर देखा होगा कि ज्यादातर सभी नाई की दुकान पर फिटकरी रखी होती है और वह हमारी शेव करने के बाद हमारे मुंह पर फिटकरी जरूर लगाते हैं, वह इसीलिए लगाते हैं क्योंकि फिटकरी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जोकि हमारी त्वचा के बैक्टीरिया को खत्म कर देते हैं।
- इसीलिए यदि आपको सोरायसिस बीमारी के कोई भी लक्षण है, तो फिर आपको अपने नहाने के पानी में 2 कप फिटकरी का पिसा हुआ पाउडर मिलाना है और उसे अच्छे से गोल लेना और उसके बाद आपको इस फिटकरी के पानी से स्नान करना है, यदि आप प्रतिदिन ऐसा करते हैं तो आपको कुछ ही दिनों में इस बीमारी में काफी ज्यादा आराम मिलेगा और आपके सोरायसिस बीमारी से प्रभावित घाव भरने लगेंगे।
3. एलोवेरा जेल(Aloe Vera Gel helps is getting rid of Psoriasis)
एलोवेरा जेल भी हमारी त्वचा के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है, यदि हम सोरायसिस से प्रभावित स्थान पर एलोवेरा जेल को दिन में तीन से चार बार लगाएं, तो आपको सोरायसिस से प्रभावित घाव पर बहुत ज्यादा असर दिखेगा परंतु यह नुस्खा आपको कम से कम 10 दिनों तक लगातार दिन में तीन से चार बार आजमाना है तभी आपको फायदा मिल पाएगा।
4. शराब और धूम्रपान का सेवन ना करें(Avoid Smoking)
यदि आपको सोरायसिस बीमारी का कोई भी लक्षण अपने शरीर में दिख रहा है, तो आपको शराब और धूम्रपान का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि शराब और धूम्रपान के सेवन से आपकी त्वचा संबंधी बीमारी और भी ज्यादा बड़े टूटती है, जिसके कारण वह आपको और भी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती हैं इसीलिए यदि आप किसी नशीले पदार्थ का सेवन करते हैं तो वह बिल्कुल बंद कर दें।
5. जैतून का तेल(Olive Oil helps in case of Psoriasis)
जैतून का तेल आयुर्वेद के द्वारा बहुत सी बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है यह हमारी त्वचा के लिए काफी दादा फायदेमंद होता है, क्योंकि जैतून के तेल में एंटीफंगल और एंटी इन्फ्लेमेटरी तथा एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं, यदि जैतून के तेल को सोरायसिस से प्रभावित स्थान पर लगाया जाए तो आपको काफी ज्यादा आराम मिलेगा परंतु यह नुस्खा आपको दिन में तीन से चार बार आजमाना है और यह आपको 8 से 10 दिन तक लगातार करना है तभी आप को कुछ फायदा दिखेगा।
(Psoriasis)सोरायसिस में याद रखने योग्य है कुछ मुख्य बातें –
- यदि आप पोषक आहार का सेवन नहीं करते तो भी इस बीमारी का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है, इसके तृतीय जी हमारे शरीर में विटामिन सी की मात्रा भी कम हो जाए तो भी हमें त्वचा से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं, इसीलिए भरपूर मात्रा में पोषक तत्वों का सेवन करें तथा नींबू का सेवन भी जरूर करें चाहे आप उसे सलाद के रूप में इस्तेमाल कीजिए चाहे आप उसका शरबत बना कर दीजिए।
- आपको हरी सब्जियों का सेवन जरूर करना चाहिए और हरी सब्जियों के साथ-साथ दालों का सेवन भी आपको अवश्य करना चाहिए।
- यदि आपको इस बीमारी का कोई भी लक्षण दिख रहा है तो आपको तुरंत ही ज्यादा मसालेदार और तला हुआ भोजन छोड़ देना चाहिए, क्योंकि तला हुआ भोजन खाने से और मसालेदार भोजन खाने से यह बीमारी और भी ज्यादा भीषण रूप ले लेती है जिसके कारण आपको और भी ज्यादा नुकसान पहुंचाती है।
Psoriasis Conclusion:-
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारी पोस्ट बहुत ही पसंद आई होगी, इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि Psoriasis Treatment In Hindi तथा Psoriasis Ka Ramban ilaj और Psoriasis Ka Gharelu Upchar? Psoriasis Ko Kaise Thik Kare? Psoriasis Konsi Bimari Hai? Psoriasis Kis Karan Hota Hai? यदि आप भी आपको सोरायसिस रोग से संबंधित कोई भी प्रश्न से पूछना हो, तो आप कमेंट सेक्शन के माध्यम से हम से अवश्य पूछें हम आपको समय मिलते ही उसका जवाब जरूर देंगे। धन्यवाद