- घमौरिया या (Prickly heat) क्या है इसके लक्षण एवं बचाव सम्बन्धी सभी जानकारी हिंदी में | What is Prickly heat its symptoms, causes and Best Treatments in Hindi
- घमौरियों को दूर करने के लिए घरेलू उपाय (Home remedies to remove prickly heat):
- घमौरी के कितने प्रकार होते हैं? (How many types of prickly heat?)
- गहरा प्रकार
- घमौरी के क्या- क्या लक्षण होते हैं? What are the symptoms of Prickly Heat?)
- घमौरी के क्या कारण होते हैं ? (What are the causes of Prickly Heat?)
- घमौरी के जोखिम कारक क्या – क्या होते हैं? (What are the risk factors for prickly heat?)
- घमौरी से कैसे बचाव होता है? (How to prevent from Prickly Heat?)
- घमौरी का इलाज – Heat Rash Treatment
- घमौरी की जटिलताएं (Complications of Prickly heat)
घमौरिया या (Prickly heat) क्या है इसके लक्षण एवं बचाव सम्बन्धी सभी जानकारी हिंदी में | What is Prickly heat its symptoms, causes and Best Treatments in Hindi
बच्चों से लेकर बड़ों तक गर्मियों का सीजन काफी कष्टदायक होता है। इस सीजन में ना केवल काफी सारी बीमारियां उत्पन्न होती है बल्कि शरीर में घमौरियों की वजह से काफी खुजली भी होती है। शरीर में घमौरियों की वजह से खुजली एवं जलन होने से हमारे शरीर में छोटे-छोटे रेस पड़ जाते हैं।
गर्मियों के सीजन में यह बीमारी बड़ों से लेकर बच्चों तक सभी को होती है परंतु यह सबसे अधिक शिशुओं में देखी जाती है। Ghamoriyakyahaiके अंतर्गत आप देख सकते हैं कि त्वचा से संबंधित यह बीमारी बहुत बड़ी नहीं होती है परंतु आप चाहे तो इसे घर पर ही अच्छे से उपचार करके ठीक कर सकते हैं।
गर्मियों के सीजन के प्रारंभ होते ही जो चीज सबसे पहले दस्तक देती है वह घमौरी है। घमौरी सबसे अधिक बच्चों में होती है जो एक आम बात है। शरीर के हसीनों की ग्रंथियों का मुंह बंद हो जाने के कारण अक्सर हमारे शरीर पर छोटे-छोटे लाल दाने निकल जाते हैं जिससे हमें जलन एवं खुजली होती है।
खुजली एवं जलन होना तो आम बात है परंतु इन दोनों को तेज गर्मी में सहना काफी मुश्किल होता है। इन दोनों पर अधिक खुजली होने के कारण सारा ध्यान इसी पर रहता है। यह बीमारी अक्सर छाती पीट कमर आदि के आस-पास ही होती है। यह कई बार बिना किसी इलाज के अपने आप ही ठीक हो जाती है परंतु कई बार इन्हें डॉक्टर को भी दिखाना पड़ जाता है।
शरीर में घमौरियों की स्थिति उस वक्त उत्पन्न होती है जब हमारी त्वचा की आबरू क्षेत्र त्वचा के नीचे मौजूद पसीने को बाहर की और नहीं निकाल पाते हैं। पसीने को बाहर नहीं निकल पाने के कारण छाले एवं छोटे-छोटे गांठ पड़ जाते हैं। कुछ प्रकार की घमोरियां ऐसी होती है जो काफी कांटेदार एवं अत्यधिक खुजली वाली होती है।
घमौरियों को दूर करने के लिए घरेलू उपाय (Home remedies to remove prickly heat):
यदि आपको भी घमौरियों की समस्या होती है और आप ghamoriya ko theek karne ke upayके बारे में जानना चाहते हैं तो हम आपको कुछ घरेलू तरीके बताते हैं जिससे आपको घमौरी एवं खुजली से निपटने में काफी सुविधा एवं मदद मिलेगी।
खीरा
Ghamoriyan ke gharelu upchar के अंतर्गत सबसे पहली बात तो यह आती है कि गर्मियों में निकलने वाली घमौरी को एवं उस में होने वाली खुजली को खीरा लगाकर ठीक कर सकते हैं। घमौरियों वाले जगह में खीरा लगाने से ठंडक पहुंचती है एवं त्वचा भी निखरती है। खीरा लगाने से पहले इसे छील ले एवं फ्रिज में रख दें और ठंडे खीरे को अपनी घमौरियों पर लगाएं।
मुल्तानी मिट्टी
मुल्तानी मिट्टी घमौरियों के लिए सबसे अधिक कारगर साबित होती है। यह मिट्टी हमारे शरीर के बंद छिद्रों को खोलती है एवं हमारी त्वचा को रिफरेंस करती है। इस मिट्टी को लगाने से पहले इसे गुलाब जल में मिक्स करना है उसके बाद जिन जगहों पर खुजली एवं जलन की समस्या हो रही है वहां 20 मिनट के लिए लगाकर छोड़ देना है। इससे प्रतिदिन इस्तेमाल करना है और जब कुछ फर्क नजर आने लगे तो एक दिन छोड़कर इस्तेमाल करना है।
बेसन
बेसन भी शरीर मैं हुए घमोरियां के लिए काफी फायदेमंद होता है। बेसन हमारे शरीर के तेल को सोख लेता है जिससे गाने जल्दी सूख जाते हैं। बेसन हमारी त्वचा को भी साफ करता है एवं जलन से राहत दिलाता है। बेसन में थोड़ी मात्रा में पानी मिलाकर उसका लेप लगाकर उसे घमौरी वाले स्थान पर 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ दें। यह उपाय प्रतिदिन एक बार अवश्य करें इससे एक सप्ताह में घमोरियां ठीक हो जाएगी।
घमौरी के कितने प्रकार होते हैं? (How many types of prickly heat?)
घमौरिया तीन प्रकार की होती है-
क्रिस्टलीय प्रकार
यह घमौरियों Prickly heat का बहुत ही सामान्य प्रकार होता है जिसमें द्रव से भरे छोटे स्पष्ट उभार त्वचा की सतह पर होते हैं। क्रिस्टलीयघमोरियां में खुजली या फिर दर्द नहीं होता है। यह ज्यादातर शीसुओ में देखा जाता है।
रूब्रा प्रकार
घमौरियों के इस प्रकार में से प्रभावित क्षेत्र में सूजन पसीना ना आने जैसी समस्याएं उत्पन्न होती है। यह त्वचा की परतों में अधिक उत्पन होता है एवं इसी कारण से यह अत्यधिक और सुविधाजनक भी होता है। यदि त्वचा का की उपहार बढ़ जाती है तो यह मवाद से भर जाते हैं तो इसे मिलीआरियापस्तुलोसा कहते हैं।
गहरा प्रकार
Prickly heat में या सबसे बड़ा होता है। यह त्वचा की सबसे गहरी परतों में पाया जाता है। यहां त्वचा में बार-बार हो सकता है एवं फिर स्थाई भी हो जाता है। इसमें कठोर बड़े एवं मांस के रंग के उभार आते हैं।
घमौरी के क्या– क्या लक्षण होते हैं? What are the symptoms of Prickly Heat?)
1. घमौरी होने पर त्वचा में छोटे-छोटे लाल उभार आते हैं जिसमें खुजली या गुदगुदी होती है। यह सब एक ही समय में शरीर के सभी अंगों में हो सकते हैं।
2. घमौरी Prickly heat होने का सबसे सामान्य स्थान गर्दन चेहरा एवं अंडकोष के नीचे स्तन के नीचे वाला भाग अधिक होता है। घमौरी उस जगह भी हो सकती है जहां त्वचा की सिकुड़न अधिक होती है एवं शरीर के कुछ ऐसे क्षेत्रों में भी हो सकते हैं जो कपड़ों की वजह से रगड़ के रहते हैं जैसे कि पीठ पेट एवं छाती। यह सभी वह जगह है जहां पसीना अधिक होता है।
3. फॉलीक्युलिटिस इसी से एक मिलती-जुलती ऐसी परिस्थिति होती है जिसमें किसी बाहरी कारणों जैसे त्वचा में मौजूद तेल की ग्रंथि के कारण त्वचा की मृत कोशिकाओं आदि के कारण त्वचा पर मौजूद वाले यानी रोम की थैली बाहर की और उभर जाती है। जिसके कारण आगे चलकर इस में संक्रमण उत्पन्न हो जाता है जिससे सूजन हो जाती है।
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घमौरी के क्या कारण होते हैं ? (What are the causes of Prickly Heat?)
यदि आप जानना चाहते हैं कि Prickly heat ghamoriyon ke hone ke kya Karan haiतो हम बता दें कि निम्नलिखित रूप से आप घमौरियों के कारण के विषय में जान सकते हैं-
- जब किसी इंसान की पसीने वाली ग्रंथि अवरुद्ध हो जाती है तभी घमौरियों की समस्या उत्पन्न होती है। शरीर का पसीना बाप बनने के बजाय त्वचा के नीचे फस जाता है जिससे दाने एवं सूजन जैसी समस्या उत्पन्न होती है।
- अविकसित पसीने वाली नलिकाएं – किसी नवजात शिशु की पसीने वाली नलिका है पूरी तरह से विकसित नहीं होने के कारण वे अधिक आसानी से बंद हो जाती है जिससे कारण पसीना त्वचा के छिद्रों में फस जाता है। नवजात शिशुओं में घमौरियों के पैदा होने के पहले यह पहले सप्ताह में विकसित हो सकती है खासकर अगर शिशु को इनक्यूबेटर में रखा जाए या उसे बहुत गर्म कपड़े पहनाए जाए तो उसे बुखार भी हो जाता है।
- मौसम -गर्म एवं नाम सीजन में घमौरियों की समस्या होती है।
- शारीरिक गतिविधि -कोई भी गतिविधि जैसे व्यायाम कड़ी मेहनत करने से जिससे ज्यादा पसीना आता हो वह भी घमौरियों का कारण बन सकता है।
- अधिक गर्मी -शरीर का सामान्य रूप से अधिक गर्म होने से भी घमौरियों की समस्या हो सकती है।
- लंबे समय के लिए बिस्तर पर आराम -घमोरियां Prickly heat उन लोगों को भी हो सकती है जो लोग अधिक समय तक बिस्तर पर आराम करते रहते हैं। खासकर जब उस व्यक्ति को बुखार हो।
घमौरी के जोखिम कारक क्या – क्या होते हैं? (What are the risk factors for prickly heat?)
1. उम्र – घमौरी होने की सबसे अधिक संभावना नवजात शिशु को ही होती है।
2. मौसम -ठंडे क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की तुलना में गर्म क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को घमोरियां होने की संभावना अधिक रहती हैं।
3. शारीरिक गतिविधि – कोई भी ऐसी गतिविधि करने से जिससे हमारे शरीर में पसीना आता है एवं हमारे कपड़े पसीने की भाप बनने में बाधा उत्पन्न करते हैं तो इससे भी घमोरियां होने की संभावना होती है।
घमौरी से कैसे बचाव होता है? (How to prevent from Prickly Heat?)
घमौरीयो के जोखिम को खत्म करने के निम्नलिखित तरीके होते हैं –
- कॉटन एवं सूती के कपड़े पहने जिससे हमारी त्वचा आसानी से सांस ले सके।
- अपने आसपास के पर्यावरण को ठंडा रखने के लिए कभी-कभी एयरकंडीशनर का भी उपयोग करें।
- गर्म एवं न मौसम में बाहर जाने से बचे।
- अधिक पसीना आने वाली किसी भी तरह की गतिविधियों से बचे।
- हमें अपनी त्वचा को ठीक से साफ करना चाहिए ताकि त्वचा की मृत कोशिकाओं एवं पसीने की ग्रंथियां बंद ना हो।
घमौरी का इलाज – Heat Rash Treatment
घमौरीयो का उपचार कैसे होता है? (What is the treatment of prickly heat?)
घमौरियों से बचने के लिए कई बार आप ghamorikeghareluupcharके विषय में जानना चाहते हैं तो हम बता दें कि आपको गर्मी से बचने की आवश्यकता होती है यदि त्वचा ठंडी हो जाए तो घमौरी भी ठीक हो जाती है।
मलहम – गंभीर रूप से घमोरियां से राहत के लिए एवं इसकी जटिलताओं को रोकने के लिए हमारी त्वचा को कैलामाइनलोशन जैसे की मल्हार की आवश्यकता होती है।
जीवन शैली में परिवर्तन और घरेलू उपचार-घमौरियों Prickly heat के लिए आप विभिन्न तरह के उपाय कर सकते हैं जैसे-
गर्मियों के मौसम में हल्के एवं ढीले कपड़े पहने जिससे आपकी त्वचा नमी से मुक्त हो जाए।
खुजली वाली त्वचा को ठीक करने के लिए किसी ठंडे चीजों से उसकी सिकाई करें या फिर कैलामाइनलोशन का इस्तेमाल करें।
घमोरियां Prickly heat पर मिनरल तेल वाली क्रीम पेट्रोलियम एवं मरहम का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आपके त्वचा के छिद्रों को और अधिक बंद कर देता है।
ठंडे पानी से अच्छी तरह से स्नान करें एवं उसके बाद अपनी त्वचा को अच्छी तरह हवे से सूखने दें।
घमौरी की जटिलताएं (Complications of Prickly heat)
कभी-कभी घमोरियांबैक्टीरिया द्वारा संक्रमित भी होती है जिससे इसके द्वारा द्रव से भरे हुए उभार बड़े अधिक सूजन वाले एवं दर्दनाक होते हैं।
गर्मी से थकावट घमौरी के बहुत ही बड़ी समस्या है। यदि किसी बच्चे की पसीने वाली ग्रंथियां बंद हो जाती है तो शरीर स्वयं को ठंडा नहीं रख पाता है एवं अनुपचारित गर्मी की थकावट से उस्मा नहीं निकल पाती है। जिसके कारण यह एक खतरनाक बीमारी बन जाती है एवं अंगों को नुकसान भी पहुंचाती है जिससे कभी-कभी किसी व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। यह सब उस वक्त होता है जब किसी बच्चे का शरीर उसके शरीर में अधिक गर्मी बनाता है एवं वह शरीर से बाहर की और नहीं निकल पाता है। ऐसी स्थिति में बच्चे के शरीर का तापमान बढ़ता जाता है जो 40 डिग्री सेल्सियस या कभी-कभी उससे अधिक भी हो जाता है।
गर्मियों से घमोरियां Prickly heat एवं बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न होती है परंतु हमें बिना डॉक्टर की सलाह लिए किसी भी तरह की दवाई को नहीं लेना चाहिए। कई बार ऐसी दवाइयां हमारे शरीर में नुकसान पहुंचाती है एवं विभिन्न तरह की बीमारियों का कारण भी बन जाती है।