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PM CARE Fund से नए वैक्सीन-परीक्षण प्रयोगशाला के लिए केंद्र ने राशि स्वीकृत की

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PM CARE Fund से नए वैक्सीन-परीक्षण प्रयोगशाला के लिए केंद्र ने राशि स्वीकृत की

PM CARE Fund Will Give Money For New Vaccine Research Lab

कोरोनावायरस की दूसरी लहर के दौरान देश की स्थिति पहले से काफी गुना अधिक गंभीर देखी जा रही है। कोरोना संक्रमण के इस बढ़ते काल के दौरान देश की आर्थिक स्थिति में गिरावट आ रही है। इन दिनों आर्थिक गतिविधियां भी सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है। ऐसे में यह बेहद जरुरी है कि कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएं जो कोविड-19 से छुटकारा दिलाने में कारगर साबित हो।

कोरोनावायरस के प्रभाव को कम करने के लिए टीकाकरण के उद्देश्य से अधिक से अधिक टीकों का उत्पादन करना आवश्यक है जिससे कि कोरोनावायरस को हराया जा सके और देश को पुनः अपनी स्थिति में लाया जा सके। गौरतलब है कि ऐसे में केंद्र ने कोविड-19 से लड़ने के लिए नई वैक्सीन परीक्षण प्रयोगशाला निर्माण करवाने की घोषणा की है। इसके लिए केंद्र सरकार ने PM Care Fund से धनराशी स्वीकृत करने की मंजूरी दी है।

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जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी जी ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार ने यहां नए-नए वैक्सीन परीक्षण प्रयोगशाला के लिए पीएम केयर्स फंड से आवश्यक फंड उपभोग करने की मंजूरी दी है अर्थात केंद्र ने यहां वैक्सीन परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना करने के लिए पीएम केयर्स फंड से धनराशि एकत्र करने की स्वीकृति दी है। बता दें कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी ने आगे यह भी कहा कि ऐसा करके केंद्र सरकार ने कोरोना के खिलाफ एक जोरदार कदम बढ़ाया है।

रेड्डी जी ने बताया कि एक लोक सिकंदराबाद से सभा सदस्य ने अपने टि्वटर अकाउंट के माध्यम से ट्वीट करते हुए कहा कि ” मैं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हैदराबाद में वैक्सीन परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना के लिए PM Care Fund

से धन को एकत्रित करने की मंजूरी दी है। गौरतलब है कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने हैदराबाद में फार्मा क्षेत्र के व्यापक विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है, जो कोविड -19 टीकों के उत्पादन को भी बढ़ावा देगा, जिससे रोजाना लाखों टीकों का निर्माण होगा। कोरोनावायरस के दूसरे लहर से जीत पाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में जाना जा रहा है।

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रेड्डी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, कोविड -19 महामारी की पृष्ठभूमि के खिलाफ वैक्सीन उत्पादन पर ध्यान देने की आवश्यकता है तथा देश में अधिक वैक्सीन-परीक्षण
प्रयोगशालाओं का निर्माण करने की भी जरूरत है। वर्तमान में देश में मात्र दो ही उच्च वैक्सीन परीक्षण प्रयोगशाला है- एक कसौली में केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला और दूसरी नोएडा में राष्ट्रीय जैविक संस्थान यानी कि दो ही ऐसे प्रयोगशाला है जहां वैक्सीन परीक्षण तथा टीकों का उत्पादन किया जा सके।

इसके साथ ही बता दें कि रेडी जी ने आश्वासन दिया है कि इस प्रकार की दो और प्रयोगशाला की स्थापना की जाएगी जिसके लिए 6 मार्च को PM Care Fund से धनराशि जारी किया गया है। बता दें कि दो परीक्षण प्रयोगशाला – एक नेशनल सेंटर फॉर सेल साइंस, पुणे में और दूसरा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनिमल बायोटेक्नोलॉजी, हैदराबाद में बायोटेक्नोलॉजी विभाग के तहत स्थापित किया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि आशा है कि हैदराबाद में प्रयोगशाला के अगले एक महीने में परिचालन शुरू हो जायेगी। जिससे टीकों की कमी में बढ़ोतरी होगी।

इतना ही नहीं इसके अलावा रेड्डी जी ने बताया कि नई प्रयोगशाला की स्थापना हैदराबाद में करना फार्मा क्षेत्र के व्यापक विकास की दिशा में एक मजबूत कदम है क्योंकि यह शहर कई बड़ी दवा कंपनियों, कोविड-19 वैक्सीन उत्पादन कंपनियों और अन्य अनुसंधान एवं विकास संस्थानों का एक मुख्य केंद्र है। अतः यह कोविड -19 टीकों के उत्पादन को भी अधिक बढ़ावा देगा, जो कि कोविड के खिलाफ देश के लिए हितकारी साबित होगा।

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