- बच्चों के पेट में कीड़े क्यों होते हैं – जानिए पेट में कीड़े होने के लक्षण, बचाव व इलाज।
- Pinworm क्या होता है – What Is Pinworm In Hindi ?
- Pinworm बीमारी कैसे फैलती हैं – How is Pinworm Disease Spread In Hindi ?
- बच्चों में Pinworm बीमारी के कारण क्या हैं – Causes Of Pinworm Disease In Hindi ?
- बच्चों में Pinworm बीमारी के लक्षण – Symptoms Of Pinworm Disease In Children’s In Hindi ?
- Pinworm बीमारी की जांच कैसे होती हैं – Diagnosis Of Pinworm Disease In Children’s In Hindi ?
- बच्चों को Pinworm बीमारी से कैसे बचाएं – How To Prevant Children’s From Pinworm Disease In Hindi ?
- बच्चों में Pinworm बीमारी का इलाज कैसे होता हैं – Treatment Of Pinworm Disease In Children’s In Hindi ?
- बच्चों के पेट में कीड़े हो जाने पर घरेलू उपचार – Home Remedies For Pinworm Disease In Hindi ?
- Pinworm Conclusion – बच्चे के पेट में कीड़े का निष्कर्ष।
बच्चों के पेट में कीड़े क्यों होते हैं – जानिए पेट में कीड़े होने के लक्षण, बचाव व इलाज।
जब बच्चे छोटे होते हैं तो अक्सर कुछ ना कुछ बीमारी उन्हें होती ही रहती हैं, क्योंकि छोटे बच्चों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अभी इतनी विकसित नहीं हुई होती कि वह अलग अलग प्रकार के रोगों का सामना कर सके इसीलिए बच्चों को अक्सर कोई ना कोई बीमारी हो जाती हैं। जब बच्चे छोटे होते हैं तो उनके पेट में कीडें भी हो जाते हैं ।
आपने कई बार सुना होगा कि बचपन में बच्चों को कीड़े हो जाते हैं या फिर आपने देखा भी होगा और जब पेट में कीड़े हो जाते हैं, तो इस बीमारी को पिनवर्म भी कहा जाता है पेट में कीड़े बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को हो सकते हैं और पेट में कीड़े होने पर बच्चे काफी अधिक परेशान रहते हैं।
इसीलिए पेट में कीड़े हो जाने पर इलाज तुरंत ही आवश्यक है ऐसे बहुत से लक्षण हैं जिनसे आप आसानी से बच्चे को देखकर ही पहचान सकती हैं कि इसके पेट में खड़े हुए हैं। आज ऑफिस पोस्ट से इसी के बारे में जानेंगे कि Pet Ke Kido Ka ilaz तथा Pet Me Kide Kyu Hote Hai इसी के साथ-साथ हम आपको Symptoms Of Pinworms In Hindi तथा Pinworm In Babies In Hindi के बारे में भी बताएंगे, ताकि आप आसानी से अपने बच्चों के पेट के कीड़ों का इलाज कर सकें।
Pinworm क्या होता है – What Is Pinworm In Hindi ?
यह ऐसी बीमारी होती है जिसमें बच्चों के पेट में सफेद रंग के छोटे-छोटे कीड़े हो जाते हैं और इन कीड़ों की लंबाई 2 मिली मीटर से लेकर 13 मिलीमीटर तक हो सकती है। यह कीड़े बहुत ही ज्यादा पतले होते हैं जो की सूती धागे की तरह भी दिखाई देते हैं। इसीलिए इन कीड़ों को थ्रेडवर्म ( Threadworm ) भी कहा जाता हैं। यह कीड़े तथा इनके अंडे काफी दादा संक्रामक होते हैं इसीलिए यह आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकते हैं। खास तौर पर कोई बच्चा किसी संक्रमित व्यक्ति का झूठा खाता है तो उसके माध्यम से भी यह कीड़े बच्चे को संक्रमित कर सकते हैं।
Pinworm बीमारी कैसे फैलती हैं – How is Pinworm Disease Spread In Hindi ?
अगर आपका बच्चा इस बीमारी से संक्रमित है तो जब वह सो रहा होता हैं, तो उस समय बच्चे के शरीर में माता कीड़े अधिक सक्रिय होते हैं। यह कीड़े बच्चे की आंतों ( Intestines ) में प्रवेश करते हैं और गुदा तथा मलाशय के आसपास की त्वचा पर यें चिपक जाते हैं।
पेट में कीड़े मानव शरीर के बाहर 3 सप्ताह तक भी आसानी से जीवित रह सकते हैं इसीलिए परिवार में किसी भी व्यक्ति को यह समस्या है तो परिवार के अन्य लोग भी इस बीमारी से आसानी से संक्रमित हो सकते हैं। यह एक ऐसी समस्या है जिस को रोकने के लिए अत्यधिक उपचार की भी आवश्यकता होती हैं।
वैसे तो अगर आपके परिवार में कोई भी व्यक्ति इस बीमारी से संक्रमित हैं तो वह परिवार से दूर रहे यह तो संभव नहीं हैं, लेकिन फिर भी जो व्यक्ति इस बीमारी से प्रभावित होता है उसकी सामान्य रूप से इस्तेमाल की जाने वाली चीजों को दूसरे व्यक्तियों के द्वारा नहीं होनी चाहिए या फिर उसके कपड़ों को या फिर उसके झूठे खाने को बच्चे के संपर्क में नहीं आने देना चाहिए।
उस व्यक्ति के कपड़े धोने के लिए या फिर घर में हाथ धोने के लिए एंटीसेप्टिक साबुन ( antiseptic soap ) का इस्तेमाल होना आवश्यक है नहीं तो यह बीमारी आसानी से घर के सभी सदस्यों को प्रभावित कर सकती हैं।
बच्चों में Pinworm बीमारी के कारण क्या हैं – Causes Of Pinworm Disease In Hindi ?
यह बीमारी बच्चों को बहुत से कारणों से हो सकती हैं, अगर आप किन कारणों को अच्छे से समझ लेंगे तो आप अपने बच्चों को आसानी से इस बीमारी से बचा सकते हैं जैसे कि :-
दूषित वस्तु के संपर्क में आना
अगर घर का ही कोई सदस्य है इस बीमारी से पीड़ित है और उसकी किसी भी चीज के संपर्क में अगर बच्चा आता हैं, जैसे कि तोलिया या फिर बच्चों को मोबाइल फोन या चाबी के छल्ले से खेलने का भी शौक होता है अगर वह पीड़ित व्यक्ति के मोबाइल फोन या चाबी के छल्ले को छोड़ते हैं, तो इसकी वजह से भी वह तुरंत ही इस बीमारी के संपर्क में आ सकते हैं। इसलिए जब भी आपके घर से पति बाहर जाता है और वह जब घर आता है तो सबसे पहले उसको नहाना चाहिए तभी बच्चों के पास जाना चाहिए।
ज्यादा गंदगी
अगर आपके घर में ज्यादा गंदगी रहती है तो उसकी वजह से भी बच्चा इस बीमारी की चपेट में आ सकता है। जैसे कि हमने आपको बताया था कि इस बीमारी के कीड़े आसानी से पेट के बाहर भी 3 महीने तक जीवित रह सकते हैं इसीलिए यह घर के फर्श पर या फिर घर की बाकी चीजों में जमा हो जाते हैं, अगर घर की सफाई नियमित रूप से ना की जाए तो यह धीरे-धीरे घर के सभी व्यक्तियों को भी अपनी चपेट में ले लेंगे। इसलिए छोटे बच्चे होते हैं उसमें ज्यादा से ज्यादा सफाई की आवश्यकता होती हैं।
पेट की त्वचा पर खुजली करना
अगर घर में कोई संक्रमित व्यक्ति है या फिर बाहर कोई संक्रमित व्यक्ति है और उसको यह बीमारी है तों इस बीमारी के कारण उसके पेट के गुदा क्षेत्र में काफी ज्यादा खुजली होती है और जब वह अपने नाखूनों से खुजली करता है तो उसके नाखूनों में भी इन कीड़ों के अंडे आ सकते हैं नाखून के माध्यम से ही अंडे बड़े ही आराम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को संक्रमित करते हैं।
बेकार भोजन से
अगर आप अपने बच्चे को बाहर का खाना खिलाते हैं और बाहर आपने ऐसे ही किसी सड़क किनारे रेडी पर बच्चे को खाना खिला दिया है तो उसके द्वारा भी बच्चा आसानी से इस बीमारी से संक्रमित हो सकता हैं, क्योंकि सड़क के किनारे जो खाना बनता है उसमें वातावरण में उपस्थित सभी बैक्टीरिया भी शामिल हो जाते हैं जिसकी वजह से वह अनेकों प्रकार की बीमारियां फैलाते हैं।
संक्रमित माता से
अगर बच्चों की माता इस बीमारी से संक्रमित है और वह अपने बच्चों को दूध पिलाती है तो ऐसा आसानी से संभव है कि यह बीमारी बच्चों को हो सकती हैं, क्योंकि माता अपने बच्चों को दिन में कम से कम 5 से 6 बार दूध पिलाती है और ऐसे में यह कीड़े या फिर इन कीड़ों के अंडे आसानी से आपके छोटे बच्चे के पेट में प्रवेश कर जातें हैं।
माता का बेकार या ख़राब खान-पान
अगर बच्चे की माता का खान-पान कुछ ज्यादा अच्छा नहीं है और वह बाहर की चीजें ज्यादा खाती है तो इसकी वजह से भी बच्चे को इस बीमारी का सामना करना पड़ सकता हैं, क्योंकि बाहर की चीजें खाने से तो बच्चे की माता आसानी से इन कीड़ों के संपर्क में आ सकती है और यदि आपका बच्चा बड़ा भी है तो फिर भी इनसे माता से बहुत लगाव होता है, इसीलिए बच्चा जब माता के पास आएगा या माता की गोद में बैठेगा तो उस समय यह आसानी से बच्चे को संक्रमित कर सकते हैं।
बच्चों में Pinworm बीमारी के लक्षण – Symptoms Of Pinworm Disease In Children’s In Hindi ?
इस बीमारी के बहुत से लक्षण होते हैं जिनसे आप इस बीमारी के बारे में आसानी से पता लगा सकते हैं जैसे कि :-
- जब बच्चे के पेट में कीड़े होते हैं तो पेट में कीड़े होने के कारण बच्चे को पेट की तरफ से काफी ज्यादा खुजली होती है जिसकी वजह से उसकी नींद भी खराब होती हैं, क्योंकि बच्चा अपने पेट पर अपने नाखूनों से बहुत ज्यादा खुजली करता है जिसकी वजह से उसकी नींद खराब हो जाती है। अब इस बात से आसानी से लगा सकते हैं कि बच्चे के पेट में कीड़े हो सकते हैं।
- अगर आपका बच्चा 3 वर्ष से लेकर 6 वर्ष की आयु का हैं, तो उसे पेट में कीड़े होने पर बहुत ज्यादा भूख लगती हैं। यदि आपके बच्चे ने 30 मिनट पहले ही खाना खाया है तो उसको फिर से काफी ज्यादा भूख लग जाएगी, क्योंकि पेट में उपस्थित कीड़े खाने को जल्दी खा जाते हैं जिसकी वजह से बच्चे को बार-बार भूख लगती हैं।
- जब बच्चे के पेट में कीड़े होते हैं तो कीड़े होने के कारण जब वह काफी ज्यादा खुजली करता है तो इसकी वजह से बच्चे को बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता हैं, क्योंकि बार-बार खुजली होने के कारण आप काफी ज्यादा खुजली करते हैं जिसकी वजह से बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है क्योंकि कई बार आपके साथ गंदे भी होते हैं और उन गंदे हाथों से जवाब खुजली करते हैं, तो आपकी त्वचा में बैक्टीरिया लग जाते हैं जिसकी वजह से वह बैक्टीरियल इंफेक्शन ( bacterial infection ) का कारण बनते है।
- पेट में कीड़े होने की वजह से बच्चे की आंतों में संक्रमण हो सकता है और आंतों में संक्रमण होने की वजह से बच्चे को काफी अधिक उल्टियां भी लग सकती हैं। इसीलिए बच्चों को ज्यादा तर उल्टियां लगने पर तुरंत ही बच्चे के पेट की जांच करवानी चाहिए ताकि बच्चे की बीमारी का तुरंत ही पता चल सकें।
- लड़कियों के पेट में कीड़े होने पर लड़कियों का योनि क्षेत्र भी प्रभावित हो सकता है, जिसकी वजह से उन्हें उस स्थान पर काफी ज्यादा खुजली हो सकती हैं। इसीलिए इस प्रकार खुजली को देखकर आपको अंदाजा लगाना चाहिए कि बच्चे को किसी ना किसी प्रकार का इंफेक्शन है तभी उसे खुजली हो रही है और इसीलिए इसकी तुरंत ही जांच करानी चाहिए।
- अगर किसी बच्चे को पेट में कीड़े हो जाते हैं तो पेट में कीड़े हो जाने पर बच्चे पहले की अपेक्षा कमजोर हो जाते हैं, क्योंकि जब बच्चे कुछ खाना खाते हैं तो उन्हें खाने से जो भी पोषक तत्व प्राप्त होने वाले होते हैं वह कीड़े नष्ट कर देते हैं, जिसकी वजह से बच्चे के शरीर में पोषक तत्व नहीं लगते और इसी वजह से आपके बच्चे पूरी तरह से कमजोर होने लगते हैं।
- पेट में कीड़े हो जाने पर बच्चों को जब बार बार भूख लगती है और वह काफी ज्यादा खाना खाते हैं, तो इसकी वजह से उनका पाचन तंत्र भी खराब होने लगता है जिसकी वजह से उन्हें हमेशा ही पेट से जुड़ी समस्या रहने लगती हैं। कभी पेट दर्द होता है तो कभी दस्त लग जाते हैं या फिर कभी-कभी कब्ज भी हो जाती हैं, इसीलिए इन लक्षणों को देखकर बच्चे की जांच करवानी बहुत जरूरी हैं।
Pinworm बीमारी की जांच कैसे होती हैं – Diagnosis Of Pinworm Disease In Children’s In Hindi ?
- अगर किसी भी बच्चे के शरीर में पेट में कीड़े होने के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आप उसकी जांच भी करवा सकते हैं डॉक्टरों के द्वारा बच्चे की जांच आसानी से की जा सकती है।
- बच्चे के पेट में कीड़े होने पर डॉक्टर एक टॉर्च के माध्यम से बच्चे के गुदा क्षेत्र के चारों ओर जांच करता हैं, क्योंकि बच्चे के पेट में जो कीड़े होते हैं वह रात के समय में ही अंडे देते हैं और डॉक्टर बच्चे के पेट पर टॉर्च मारकर आसानी से उन अंडों की जांच करता है यदि अंडे पाए जाते हैं तो फिर डॉक्टर के द्वारा दवाइयां दी जाती हैं।
- पेट में कीड़ों की जांच करने के लिए बच्चे के मल की सत्ता है या योनि के अग्रभाग की जांच भी की जा सकती हैं, क्योंकि इसके माध्यम से पेट में कीड़े होने का पता आसानी से लगाया जा सकता हैं।
- पेट में कीड़ों का पता लगाने के लिए एक ट्रांसपेरेंट टेप को बच्चे के गुदा क्षेत्र में हल्का सा लगाकर देखते हैं कि बच्चा संक्रमित है या नहीं हैं, क्योंकि अगर बच्चे के गुदा क्षेत्र में एक लगाने से पेपर अंडे आ जाते हैं तो इस बात का आसानी से पता चल जाता है कि बच्चे के पेट में कीड़े हैं।
बच्चों को Pinworm बीमारी से कैसे बचाएं – How To Prevant Children’s From Pinworm Disease In Hindi ?
अगर आप अपने बच्चों को पेट में कीड़े होने से बचाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको बहुत सही बातें माननी होंगी जैसे कि :-
- आपको अपने घर में अधिक से अधिक सोचता बनाकर रखनी होगी, क्योंकि घर पर स्वच्छता बनाकर रखने से इस बीमारी का खतरा कम हो सकता हैं।
- अगर आप अपने बच्चे को सुबह के समय स्नान करवाती हैं तो आपको इस बीमारी से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता हैं। इसीलिए बच्चों को सुबह के समय जरूर नहलाना चाहिए, क्योंकि रात के समय में यह कीड़े अंडे देते हैं और सुबह जब आप अपने बच्चे को लाते हैं तो यह काफी हद तक कम हो सकते हैं।
- आपको अपने बच्चों के डायपर हमेशा ही बदलते रहना चाहिए, अगर आपका बच्चा डायपर गंदा कर देता है और आप ज्यादा समय तक उस डायपर को बच्चे को पहना कर रखते हैं, तो उसके कारण भी आपका बच्चा इस बीमारी की चपेट में आ सकता हैं।
- आपको अपने बच्चे को थोड़ी देर धूप में भी बिठाना चाहिए, क्योंकि धूप में बैठने से बच्चे को बड़ी ही राहत मिलती है और धूप में बैठने से बच्चे के पेट के कीड़े भी मरने लगते हैं इसीलिए बच्चों को धूप की आवश्यकता होती हैं।
- अपने बच्चे के नाखून काट के रखें क्योंकि बड़े बड़े नाखून होने की वजह से बच्चा बार-बार अपने नाखूनों को सब आता है और उन्हीं नाखूनों से वह खुजली करता हैं। हम आपको बता दें कि इस वजह से भी बच्चे को या बीमारी हो सकती है इसीलिए बच्चे के नाखूनों को हमेशा काट कर रखें।
- अगर आपका बच्चा टॉयलेट जाता है तो टॉयलेट करने के पश्चात उसके हाथों को अच्छी तरह धुलवाना चाहिए क्योंकि गंदे हाथों पर भी व्यक्ति या जमा होते हैं, जो इस बीमारी का कारण बनते हैं इसलिए बच्चे के हाथों को हमेशा साफ रखें।
- आपको अपने घर की चादर, तोलिए और बच्चे के कपड़े गर्म पानी से धोने चाहिए, क्योंकि गर्म पानी से कपड़ों को धोने पर उनमें मौजूद बैक्टीरिया मर जाते हैं इसलिए कपड़ों को हमेशा साफ-सुथरा रखें और गर्म पानी से ही धोएं।
बच्चों में Pinworm बीमारी का इलाज कैसे होता हैं – Treatment Of Pinworm Disease In Children’s In Hindi ?
अगर आपके बच्चे के पेट में कीड़े हो जाते हैं, तो पेट में कीड़े हो जाने पर डॉक्टर निम्नलिखित तरीकों से बच्चे का इलाज कर सकता है जैसे कि –
- डॉक्टर के द्वारा बच्चे को पेट में कीड़े खत्म करने के लिए खाने की दवाई भी दी जा सकती है। यह खाने की दवाई पेट के कीड़ों को सिर्फ 2 से 3 दिन में ही जड़ से खत्म कर देती हैं, लेकिन आपको पेट के कीड़ों से संबंधित बीमारी में बच्चे का इलाज सिर्फ बच्चों के डॉक्टर से ही करवाना चाहिए।
- जब एक बार पेट के कीड़े नष्ट हो जाते हैं तो फिर भी उन कीड़ों के अंडे पेट में मौजूद रहते हैं। इसीलिए डॉक्टर बच्चे की 8 से 10 दिन तक दवाइयां चलाता है ताकि अंडों को भी खत्म किया जा सकें।
बच्चों के पेट में कीड़े हो जाने पर घरेलू उपचार – Home Remedies For Pinworm Disease In Hindi ?
अगर आपके बच्चे के पेट में कीड़े हो जाते हैं, तो आप घरेलू उपचार की सहायता से भी पेट के कीड़ों को खत्म कर सकते हैं।
- इस बात का तो हम सभी जान गए हैं कि रात के समय माता कीड़े अंडे दे देते हैं। इसीलिए अगर हम सुबह खाली पेट लहसुन का सेवन करें तो लहसुन के सेवन से पेट में मौजूद सभी कीड़े और अंडे नष्ट हो जाते हैं इसीलिए सुबह खाली पेट लहसुन का सेवन आवश्यक होता हैं।
- आपको अपने बच्चे की दिन में तीन से चार बार पेट के बाहर से नारियल के तेल से मालिश करनी चाहिए, क्योंकि नारियल के तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण तथा एंटीवायरल गुण होते हैं जो कि आपके बच्चे की त्वचा पर मौजूद कीड़ों के अंडों को नष्ट कर देते हैं इसीलिए नारियल के तेल की मालिश करना आवश्यक है।
Pinworm Conclusion – बच्चे के पेट में कीड़े का निष्कर्ष।
बच्चे के पेट में कीड़े किन कारणों से होते हैं और बच्चे को पेट में कीड़े होने से कैसे बचा सकते हैं। इन सब के बारे में हमने आपको विस्तार से बताया है अगर आपके बच्चे के पेट में कीड़े हो जाते हैं, तो आप आसानी से उसके पेट के कीड़ों को नष्ट कर सकते हैं किसी के साथ-साथ आज की पोस्ट के माध्यम से हमने आपको Pet Ke Kido Ka ilaz तथा Pet Me Kide Kyu Hote Hai इसके बारे में बताया हैं।
इसी के साथ-साथ हमने आपको Symptoms Of Pinworms In Hindi तथा Pinworm In Babies In Hindi के बारे में भी बताया हैं। अब यदि आपको हमसें Pet ke Kido Ko Kaise Khatam Kare के बारे में कोई भी सवाल पूछना हो तो कमेंट सेक्शन में कमेंट करें। धन्यवाद