Oxygen: ऑक्सीजन की कमी से गोवा में 4 घंटे में 13 लोगों की हुई मौत, जानें खबरें
गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राने ने मंगलवार को कहा था कि मुंबई हाई कोर्ट को गोवा की अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी और उपलब्धता की जांच करवानी चाहिए तथा कोरोना वायरस से भी जुड़े मौतों और प्रबंधन को अपने अंतर्गत ले लेना चाहिए। गोवा के मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती किए गए कोरोना मरीजों की मौत के मामले को लेकर कांग्रेस गोवा सरकार पर हमलावर हो गई है। बीते कुछ महीनों में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और स्वास्थ्य मंत्री राने के बीच कोविड से जुड़े प्रबंधन को लेकर खींचतान होने की बात सामने आई है।
राने ने बात को स्पष्ट करते हुए कहा था कि ऑक्सीजन की उपलब्धता और कमी को लेकर मुख्यमंत्री सावंत को गुमराह किया जा रहा है। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और वहां के स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ अब कांग्रेस अपराधिक मामले दर्ज कराने की कोशिश में जुट गई है। कांग्रेस विपक्ष ने राने और सावंत के बीच हो रहे टकराव पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी टकराव और मतभेद के कारण राज्य में इस कोरोना महामारी के मामले और उसके कारण हो रहे मौतो में वृद्धि हो रही है।
देशभर में दूसरी लहर के वक्त ऑक्सीजन की कमी के कारण और कोरोना वायरस के मरीजों की मृत्यु बढ़ गई थी और यह ऑक्सीजन की कमी अब भी देखी जा रही है। ऑक्सीजन की कमी के कारण गोवा के मेडिकल कॉलेज में कोरोना के मरीजों की लगातार मौत हो रही है। गोवा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बीते दिन रात के 2 बजे से सुबह के 6 बजे तक करीब 13 लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है।
यह प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है कि बीते दिनों अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी हो रही है जिसके कारण मरीजों की मृत्यु की संख्या बढ़ती ही जा रही है। गोवा के स्वास्थ्य मंत्री राने ने इस स्वास्थ्य की बिगड़ी स्थिति पर बात की और कहा कि मुख्यमंत्री सावंत को किसी ने ऑक्सीजन की खराब प्रबंधन या कुप्रबंधन होने की बात को लेकर गुमराह किया है हालांकि राने ने यह भी कहा कि वहां ऑक्सीजन की कमी जरूर देखी जा रही है।
वही इस स्वास्थ्य समस्या को लेकर गोवा राज्य सरकार पर कॉन्ग्रेस हमला कर रही है। कांग्रेस विपक्षी गोवा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ मामला दर्ज करवाने में जुट गई है। गोवा के कांग्रेस प्रमुख गिरीश चोडनकर ने गोवा राज्य सरकार के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज कराने की बात कही है।
बीते दिनों में 26 लोग मंगलवार को, 20 लोग बुधवार को, 15 लोग गुरुवार को और 13 लोगों की मौत शुक्रवार को ऑक्सीजन की कमी के कारण गोवा के अस्पतालों में हो गई है। ऑक्सीजन की कमी के कारण हो रहे मौत से अस्पतालों को फजीहत उठानी पड़ रही है लेकिन वहां के अधिकारियों का कहना है कि उन लोगों की मौत लॉजिस्टिक की दिक्कत के कारण हुई है।
गोवा सरकार में ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर मेडिकल कॉलेज में एक कमेटी तैयार की जिसमें जीएमसी के पूर्व डीन वीएन जिंदर और तारिक थॉमस के साथ आईआईटी के बी के मिश्रा भी शामिल किए गए।
सरकार ने इस कमेटी को ऑक्सीजन सप्लाई की रिपोर्ट के लिए तैयार किया है। अस्पताल को सप्लाई की गई ऑक्सीजन पर नजर रखना और ऑक्सीजन की आ रही कमी की दिक्कत को उजागर करना इस कमेटी का काम है। तीन दिनों में इस कमेटी को अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है।
हालांकि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण पूरे देश में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी थी और ऑक्सीजन की कमी पड़ गई थी जिसके कारण कुछ समय पहले यूपी, दिल्ली समेत कई दूसरे राज्यों में लोग ऑक्सीजन के लिए इधर-उधर भटक रहे थे। लेकिन मरीजों की संख्या में कमी आने के कारण ऑक्सीजन की दिक्कत अब कंट्रोल में आ गई है।