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Indonesia Delta Variant Havoc: इंडोनेशिया में डेल्टा वैरीअंट का कहर, ऑक्सीजन की कमी से हुई 60 मरीजों की मौत

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Indonesia Delta Variant Havoc: इंडोनेशिया में डेल्टा वैरीअंट का कहर, ऑक्सीजन की कमी से हुई 60 मरीजों की मौत

Indonesia Delta Variant – बहुत सारे लोगों की जा रही है जाने।

कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट धीरे-धीरे पूरे देश में अपना असर दिखा रहा है। जब यह वायरस भारत में तेजी से बढ़ रहे थे तब मीडिया यहां के स्वास्थ्य सिस्टम की बुराई किए जा रहे थे लेकिन आज जिन देशों में मेडिकल व्यवस्था नहीं है तो पूरी मीडिया उसकी रिपोर्टिंग नहीं कर रही है।

एशिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देशों में से एक है इंडोनेशिया जहां कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट का कहर अचानक बढ़ना शुरू हो गया। बीते दिनों इंडोनेशिया में 60 मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हो गई।
अब

तक इंडोनेशिया में 61140 लोगों की जान इस वायरस के कारण जा चुकी है जबकि यहां मरीजों की संख्या 221829 है । बाली, जावा और जकार्ता में इमरजेंसी लॉकडाउन लगाकर इस वायरस को फैलने से रोका जा रहा है। बीते सोमवार को इंडोनेशिया में मरीजों की संख्या 29745 बताई गई।

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इंडोनेशिया में आबादी अधिक होने के कारण ऑक्सीजन की भी काफी कमी हो रही है । पिछले सप्ताह कोरोना के मरीज बढ़ने के कारण ऑक्सीजन की कमी से 60 मरीजों की मृत्यु हो गई। इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि यह वायरस ना केवल बच्चों में बल्कि हर उम्र के लोगों को अपना शिकार बना रहा है।

महामारी के भयानक रूप को देखने के बाद शनिवार के दिन राजधानी जकार्ता, बाली और जावा में अचानक लॉकडाउन लगाकर वायरस को फैलने से रोका जा रहा है। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के स्टेडियम को भी मरीजों के लिए अस्पताल में बदल दिया गया है। मेडिकल के आखरी साल के छात्रों को भी मरीजों की सेवा के लिए तैयार किया जा रहा है। बाहर देशों से आने वाले लोगों पर इंडोनेशिया ने अभी रोक लगा दी है लेकिन जिन लोगों की rt-pcr रिपोर्ट नेगेटिव आई है या जिन लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज़ ले लिए हैं उन्हें ही 8 घंटे की क्वारंटाइन के बाद इंडोनेशिया में आने की अनुमति है।

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इंडोनेशिया में कोविड-19 का डेल्टा वैरिएंट तेजी से फैल रहा है।

जहां इंडोनेशिया में कोविड-19 का डेल्टा वैरीअंट तेजी से फैल रहा है वही इस देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार कम है जिसके कारण मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। अब तक इंडोनेशिया में सिर्फ 4% लोगों ने ही वैक्सीन लगवाया है । ऐसे जटिल भूगोल, सबसे बड़े द्वीपसमूह वाले राष्ट्र में लोग वैक्सीन लगाने के लिए काफी हिचकिचाहट महसूस कर रहे हैं जो इस देश के लिए सबसे बड़ी बाधा बन चुकी है।

डेल्टा वेरिएंट की बढ़ोतरी के कारण स्वास्थ्य मंत्रालय पर काफी दबाव बन गया है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने 3 जुलाई से 20 जुलाई तक इमरजेंसी की घोषणा की है। मई में ईद की छुट्टियों में इंडोनेशिया में पर्यटकों के आने के बाद डेल्टा वेरिएंट काफी तेजी से फैल रहा है और अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।

इंडोनेशिया में इस वेरिएंट का कहर इतना बढ़ गया कि अस्पतालों में तंबू लगाकर आईसीयू बनाने पड़े और फुटपाथ पर ऑक्सीजन के टैंक को रखा गया। इंडोनेशिया में बीते हफ्तों में प्रतिदिन डेल्टा वैरीअंट से संक्रमण होने वाले लोगों की संख्या 20000 तक पहुंच गई है।

इंडोनेशिया में मरे को दफ़नाने के लिए भी जगह की कमी।

इंडोनेशिया में कई खाली जगहों पर मृतकों को दफनाने की तैयारी चल रही है। वहां के नागरिक अपने परिवार वालों को दफनाने के लिए घंटों इंतजार कर रहे हैं। इंडोनेशिया की इस्लामी मौलाना निकाय ने  पिछले साल सामूहिक कब्र जिसके लिए इस्लाम में अनुमति नहीं होती है उसे बनाने को मना किया था लेकिन इस बढ़ते संकट को देखते हुए इसकी अनुमति दी गई है। खोजने वाले भी देर तक अपनी शिफ्ट कर रहे हैं।

डब्ल्यू एच ओ ने कहा है कि भारत में सामने आए डेल्टा वेरिएंट में अब भी बदलाव और म्यूटेशन होते जा रहे हैं जिसका खतरनाक असर उभर कर आ रहा है। इसलिए हर देश में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को बढ़ाने की जरूरत है जिसके कारण इस महामारी पर काबू पाया जा सकता है। डब्ल्यूएचओ के निदेशक टेडरोस अधानोम ग्रब्रेयसस का कहना है कि यह वेरिएंट 100 से ज्यादा देशों में फैल चुका है और पूरी दुनिया इस महामारी की खतरनाक समय से गुजर रही है।

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