ICRA Report में अस्पतालों के लिए अच्छी खबर।
कोरोनावायरस की पहली लहर ने अस्पतालों में उथल-पुथल मचा कर रख दिया था और अब इसके दूसरे और तीसरे लहर में काफी क्षति देखने को मिल रही है। कोरोनावायरस के मरीजों की भर्ती मामलों ने अस्पतालों को बड़ी टक्कर दी थी। गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2021 के पहले तिमाहीं में लगभग सभी अस्पतालों ने अपने घाटे की रिपोर्ट दर्ज की। कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के कारण लगाए गए लॉकडाउन से कई व्यवसायों में नुकसान हुआ। लगभग सभी व्यवसायों के फायदों में गिरावट देखी गई है। वहीं ओपीडी की डोरी भी कम कर दिए गए हैं। कई जगह ऐच्छिक को स्थगित किया गया था।
बता दें कि ICRA जैसी रेटिंग एजेंसी के अनुसार उनके एक रिपोर्ट में मंगलवार को कहा गया कि अस्पतालों में मजबूत मुनाफे के साथ साल 2022 में वित्त के राजस्व में लगभग 20% से 22% तक की वृद्धि हो सकती है।
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एजेंसी की रिपोर्ट में बताया गया कि उच्च टीकाकरण और लॉकडाउन में कम प्रतिबंध के कारण साल 2021 में लगभग 61 से 63% वित्त के सुधार होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। इतना ही नहीं इसके साथ कोविड-19 दूसरी लहर के कारण 2021 में लगभग 52.5 प्रतिशत वैकल्पिक प्रक्रियाओं की संख्या और अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में हर साल वृद्धि होने के कारण ऐसा हो रहा है। धीमी गति से बढ़ रही पूंजीगत व्यय में भी तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है। बता दें कि कुछ बड़े खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जो काफी सक्रियता से अकार्बनिक अवसरों की खोज में जुटे हुए हैं।
आईसीआरए एजेंसी (ICRA Agency) के रिपोर्ट के अनुसार विभिन्न सुरक्षा में सीमित वृद्धि सील उत्तोलन और मजबूत संख्या के कारण सुधार हो सकता है। आईसीआर एजेंसी के अनुसार साल 2022 में कुल मिलाकर वित्त में कम से कम 200 बीपीएल लाभ के सुधार की उम्मीद की जा रही है। Quarter 4 FY 2021 में देखे गए स्तर से कोविड-19 के उपचार के उच्च अनुपात और कुछ लागत कटौती उपायों के सामान्यकरण के कारण मार्जिन कम हो सकती है।
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आईसीआर एजेंसी की सेक्टर प्रमुख और सहायक उपाध्यक्ष मैटीरियल (Maachrela) के एक बयान के अनुसार कुछ राज्यों में कोविड-19 के रोगियों के उपचार पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए आईसीआर एजेंसी ने नारायण हृदयालय, एस्टर डीएम हेल्थकेयर, हेल्थ केयर, ग्लोबल और हेल्थ केयर इंस्टीट्यूट, अपोलो हॉस्पिटल, फॉर्टिस हेल्थ केयर जैसे कई अस्पतालों का सैंपल लिया था। गौरतलब है कि Q4FY2021 में कई कंपनियों के नमूने सेट के राजस्व में 21% और तिमाही दर YoY के आधार पर 6% की वृद्धि हुई है जबकि 18 पॉइंट 4 प्रतिशत तक कि ऑपरेटिंग मार्जिन बढ़ा है।
इसके अलावा रिपोर्ट के मुताबिक यह भी बताया गया है कि उद्योगों के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण पूर्ण रूप से स्थिर बने हुए हैं, जिसके प्रमुख कारण बढ़ती हुई जीवन प्रत्याशा, बुजुर्गों की हिस्सेदारी के साथ साथ स्वास्थ्य बीमा की बढ़ती हुई पैठ तथा प्रति व्यक्ति खर्च में लगातार वृद्धि आदि हैं।