- छोटे बच्चों को मोबाइल फोन से क्या नुकसान हो सकता हैं – जानिए छोटे बच्चों को खेलने के लिए मोबाइल क्यों नहीं देना चाहिए ?
- मोबाइल फोन से बच्चे को क्या नुकसान होते हैं – What Are the Harm to the Child From Mobile Phone In Hindi ?
- आंखों का नुकसान
- आंखों में जलन
- सामाजिक तौर पर विकसित ना होना
- मस्तिष्क का विकास रुकना
- कार्टून कैरेक्टर जैसी हरकतें करना
- भावनात्मक रूप से कमजोर होना
- स्वभाव में परिवर्तन आना
- दूसरे व्यक्तियों को पसंद ना करना
- पढ़ाई लिखाई में कमजोर होना
- मोटापा बढ़ना
- नींद की कमी आना
- बच्चे को अकेला ना छोड़ें
- दूसरी चीजों में दिमाग लगवाएं
- घर से बाहर गेम खेलें
- अपने बच्चे को टास्क दे
- खेलने के लिए कुछ और दें
- बच्चे की बातों में ना आएं
- बच्चे को जिद्दी ना बनाएं
- बच्चे को घर पर गेम खिलाए
- Conclusion –
छोटे बच्चों को मोबाइल फोन से क्या नुकसान हो सकता हैं – जानिए छोटे बच्चों को खेलने के लिए मोबाइल क्यों नहीं देना चाहिए ?
आजकल मोबाइल फोन की वजह से बच्चों की तबीयत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है बच्चों के माता-पिता बच्चों से अपना पीछे छुड़वाने की वजह से उसे मोबाइल फोन पकड़ा देते हैं, जिसकी वजह से बच्चा मोबाइल फोन में इतना ज्यादा व्यस्त हो जाता है कि फिर वह दुनियादारी के बारे में भी भूल जाता है। फिर धीरे-धीरे मोबाइल फोन ही बच्चे के दिल और दिमाग पर छाने लगता हैं।
मोबाइल फोन के कारण हमारे देश में हर साल 10000 से भी ज्यादा बच्चे अपनी जान गवाते हैं, क्योंकि ज्यादातर बच्चे मोबाइल फोन में अलग-अलग तरह की गेम को डाउनलोड करते हैं। फिर अधिक से अधिक समय उसी को खेलने में लगाते हैं और फिर धीरे-धीरे वही गेम उनके दिमाग में बसने लगती हैं, फिर दिन रात बच्चे सिर्फ उसी के बारे में सोचने लगते हैं इस प्रकार उनका आगे का भविष्य भी खतरे में आ जाता हैं, क्योंकि जब बचपन से ही बच्चा इस प्रकार की चीजों के बारे में सोचने लगेगा तो फिर जबरन स्कूल जाना शुरू करेगा तो वह पढ़ाई भी नहीं कर पाएगा।
मोबाइल फोन की आदत बहुत ही बुरी है जो धीरे-धीरे आपके बच्चे के पूरे शरीर को खराब कर देती हैं। शुरुआत में तो बच्चे की आंखें ही धीरे-धीरे खराब होनी शुरू होती है और फिर एक-एक करके बच्चे के शरीर का पूरा विकास रुक जाता है और उसका मस्तिष्क भी अब कुछ ज्यादा सोचने और समझने की क्षमता नहीं रख पाता।
इसलिए आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से Mobile Phone Se Bacho Ko Kya Nuksan Hota Hai तथा Why Mobile Phone Is Danger For Kids In Hindi इसी के साथ साथ हम आपको Bacho Ko Mobile Phone Se Kaise Dur Rake तथा Bacho Ko Mobile Phone Ke Nuksan In Hindi के बारे में भी बताएंगे, ताकि आप नुकसान के बारे में जानकर अपने बच्चे से तुरंत ही फ़ोन ले सके।
मोबाइल फोन से बच्चे को क्या नुकसान होते हैं – What Are the Harm to the Child From Mobile Phone In Hindi ?
मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से आपके बच्चे को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है जैसे कि :-
आंखों का नुकसान
अगर आप अपने छोटे बच्चों को मोबाइल फोन में कोई वीडियो दिखाते हैं या फिर ऐसे ही उनके सामने कोई गेम चला कर रख देते हैं या मोबाइल फोन में कोई वीडियो चला कर उनके सामने रख देते हैं और बच्चा फोन को अपने हाथ में उठा कर उसमें वीडियो देखने लगते हैं तो इस प्रकार आपके बच्चे की आंखें काफी जल्दी खराब हो सकती है, क्योंकि अभी बच्चों को अपनी सेहत का अच्छा और बुरा नहीं पता यदि आप बच्चे को मोबाइल फोन देती हैं, तो मोबाइल फोन की स्क्रीन में बहुत हानिकारक रेडिएशन होती हैं जो बच्चों की आंखों में जाती हैं और फिर धीरे-धीरे बच्चे की आंखें खराब होने लगती हैं।
यदि आप अपने 3 साल से कम उम्र के बच्चे को रोजाना 6 से 7 बार अपना मोबाइल फोन खेलने के लिए दे रही हैं, तो इस प्रकार सिर्फ 45 दिनों के अंदर अंदर आपके बच्चे की आंखों पर बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता हैं। यहां तक कि उसे आगे चलकर चश्मा लगाने की आवश्यकता भी पड़ सकती है इसीलिए अपने बच्चे को मोबाइल फोन ना दें।
आंखों में जलन
अगर छोटे बच्चे सारा दिन मोबाइल फोन ही देखते रहेंगें, तो इसके कारण उनके आंखों में काफी ज्यादा जलन होने लगती हैं, क्योंकि आपके छोटे बच्चे जब मोबाइल फोन को देखते हैं तो बिना पलक झपकाए ही मोबाइल फोन को घंटो देखते रहते हैं। यदि आपके बच्चे पलके भी नहीं झपकता तो इसके कारण आपके बच्चों की आंखों में सूखापन काफी ज्यादा बढ़ जाता है और आंखों की नमी खत्म हो जाती है जिसकी वजह से आंखों में जलन रहने लगती हैं।
बच्चे की आंखें काफी थकी थकी भी रहने लगती है और आंखों के नीचे काला होने लगता हैं। इसलिए आपको अपने बच्चों को मोबाइल फोन नहीं देना चाहिए। हम आपको बता दें कि, स्मार्टफोन बिना पलकें झपकाए अगर आपका बच्चा देखता हैं, तो उसे कंप्यूटर विजन सिंड्रोम भी हो सकता है जिसमें बच्चे को आगे चलकर चश्मे के बिना कुछ भी नहीं दिखता।
सामाजिक तौर पर विकसित ना होना
अगर आप अपने बच्चे को स्मार्टफोन की लत लगा देते हैं, तो फिर वह बाहर खेलने भी नहीं जाएगा और सारा दिन घर पर बैठकर सिर्फ मोबाइल फोन ही चलाता रहेगा, जिसकी वजह से उसे अपने घर के आस-पास का बिल्कुल भी नहीं पता लगेगा और वह सामाजिक तौर पर विकसित नहीं हो पाएगा और इसी के साथ साथ घर पर ज्यादा रहने के कारण बच्चे का व्यक्तित्व भी विकसित नहीं हो पाएगा।
इसीलिए बच्चों को मोबाइल की आदत ना डाल कर आप उन्हें बाहर खेलने की आदत डालिए यह उनके लिए ज्यादा बेहतर रहेगीं। इस प्रकार आपके बच्चे काफी जल्दी विकसित होंगे और उन्हें आगे जीवन जीने में भी आसानी होगी।
मस्तिष्क का विकास रुकना
मोबाइल फोन का अधिक इस्तेमाल करने की वजह से आपके बच्चे के मस्तिष्क का विकास पूरी तरह से रुक जाता हैं, क्योंकि ज्यादा से ज्यादा समय तो बच्चा सिर्फ मोबाइल फोन को चलाने में ही लगाता है और इस प्रकार बच्चा सिर्फ उन्हीं चीजों पर ध्यान देता है जो कि मोबाइल फोन से संबंधित है जैसे की मोबाइल की गेम्स के बारे में सोचना, मोबाइल एप्लीकेशन के बारे में सोचना, या फिर नए मोबाइल के बारे में सोचना , या मोबाइल में कोई वीडियो देखने के बारे में सोचना।
हम आपको बता दें कि मोबाइल फोन के अधिक इस्तेमाल से बच्चे का मस्तिष्क में सिर्फ उन्हीं चीजों के बारे में सोचने लगता है जो कि वह मोबाइल फोन में रोजाना करता हैं। इसीलिए बच्चे को मोबाइल फोन का अधिक इस्तेमाल करने नहीं देना चाहिए, क्योंकि बच्चे का मस्तिष्क विकसित होना बहुत जरूरी होता हैं। मस्तिष्क के बलबूते पर ही वह आगे अपनी पढ़ाई लिखाई करता है और उसे आगे जीवन में आगे बढ़ने की भी शक्ति मस्तिष्क के बलबूते पर ही मिलती है इसलिए मस्तिष्क का विकास होना बेहद आवश्यक हैं।
कार्टून कैरेक्टर जैसी हरकतें करना
अगर आपका बच्चा दिन भर मोबाइल फोन में कार्टून देखता रहता है या फिर आप ही अपने छोटे बच्चे को मोबाइल फोन में कार्टून लगा कर दे देती हैं, तो धीरे-धीरे जैसे जैसे आपके बच्चे बड़े होते रहते हैं, तो उसी हिसाब से उनकी हरकतें भी अपने पसंदीदा कार्टून कैरेक्टर की तरह ही बदलने लगती है और वह धीरे-धीरे आपके सामने भी इसी प्रकार की हरकतें करता है जिसे देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह अपने मनपसंद कार्टून करैक्टर की नकल उतार रहा हैं।
इस प्रकार का असर बच्चे पर तब पड़ता है जब वह मोबाइल फोन में ज्यादा कार्टून देखता है और इस प्रकार की हरकतों की वजह से बच्चे के दिमागी विकास में बहुत बड़ी बाधा आ जाती है जिसकी वजह से आगे पढ़ाई लिखाई में भी वह दूसरे बच्चों से कमजोर ही रहता है। इसीलिए जब आपके बच्चे इस प्रकार की हरकतें करने पर मजबूर हो जाए, तो फिर आपको उनसे मोबाइल फोन लेना चाहिए और फिर उन्हें कभी भी मोबाइल फोन देखने नहीं देना चाहिए।
भावनात्मक रूप से कमजोर होना
अगर आपका छोटा बच्चा मोबाइल में बहुत ज्यादा गेम खेलता हैं, तो धीरे-धीरे वह भावनात्मक रूप से भी कमजोर होता चला जाता हैं, क्योंकि बहुत सी ऐसी हिंसक गेम्स भी भारत में लॉन्च हुई है जिन्हें खेलने के पश्चात काफी बच्चों ने अपनी जान भी दी हैं। इसलिए आपको अपने बच्चों को मोबाइल फोन में कोई भी ऐसी गेम नहीं खेलने देनी चाहिए। हम तो यही कहेंगे कि आपको अपने बच्चों को मोबाइल फोन में गेम खेलने ही नहीं देना चाहिए।
क्योंकि मोबाइल फोन में गेम्स खेलने से आपके बच्चे में आक्रामकता भी काफी ज्यादा बढ़ जाती है जिसकी वजह से वह भावनात्मक रूप से बहुत ज्यादा कमजोर हो जाता है और वह हर समय सिर्फ गेम के बारे में ही सोचता रहता है जिसकी वजह से गेम में हारने पर वह किसी भी प्रकार का कोई गलत कदम भी उठा सकता है जो कि आपके लिए दुखदाई हो सकता हैं।
स्वभाव में परिवर्तन आना
अगर आपका बच्चा मोबाइल फोन का अधिक इस्तेमाल करता हैं, तो उसके स्वभाव में काफी ज्यादा बदलाव आ जाता हैं, क्योंकि बच्चा अकेला ही रहकर मोबाइल फोन का अधिक से अधिक इस्तेमाल करता है, जिसके कारण वह काफी ज्यादा चिड़चिड़ा आक्रामक तथा गुस्से वाला हो जाता है और फिर वह अपने माता-पिता की बातों को मानना भी बंद कर देता हैं, क्योंकि बच्चे को सिर्फ पूरा दिन अपने आंखों के सामने गेम सी नजर आती है और उस गेम को खेलने के लिए वह अब कुछ भी करने को तैयार हैं। क्योंकि बच्चे को आप गेम खेलने की आदत पड़ चुकी हैं, जो कि उसके लिए बेहद ही खतरनाक साबित हो सकती हैं।
दूसरे व्यक्तियों को पसंद ना करना
अगर आप अपने बच्चों को मोबाइल फोन की आदत डाल देते हैं, तो फिर वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना ही ज्यादा से ज्यादा पसंद करते हैं और बाहरी दुनिया के संपर्क में रहे बिल्कुल भी नहीं आना चाहते, क्योंकि अब उन्हें सिर्फ अकेला रहना ही अच्छा लगता है और अकेले रहकर ही वह गेम खेल कर खुश होते हैं।
ऐसे में जब उनके सामने कोई दूसरा व्यक्ति आता है और वह व्यक्ति उन्हें समझाने की बात करता हैं, तो ऐसे में बच्चे उस व्यक्ति को बहुत ज्यादा ना पसंद करते हैं और उससे नफरत करने लगते हैं, क्योंकि उनके दिमाग पर मोबाइल फोन पूरी तरह से अपना कब्जा जमा लेता हैं।
पढ़ाई लिखाई में कमजोर होना
अगर आपका बच्चा छोटा ही है और आप उसे मोबाइल फोन खेलने के लिए देते हैं और वह ज्यादा से ज्यादा समय मोबाइल फोन पर लगाता हैं, तो इसके कारण वह सिर्फ मोबाइल फोन के बारे में ही सोचता है और पढ़ाई लिखाई में बहुत ज्यादा कमजोर रहता है उसकी क्लास में पढ़ने वाले सभी बच्चों से वह पढ़ाई लिखाई में कमजोर रहेगा, क्योंकि जो दिमाग उसे पढ़ाई लिखाई में लगाना चाहिए उस दिमाग को तो है पहले ही मोबाइल फोन में खर्च कर रहा हैं। इसीलिए वह अपनी उम्र के दूसरे बच्चों से पढ़ाई में पीछे रह जाएगा।
मोटापा बढ़ना
जो बच्चे मोबाइल फोन पर ज्यादा ध्यान देते हैं, तो वह अधिकतर अपने घर पर ही रहना पसंद करते हैं और फिर वह घर पर ही रह कर सिर्फ खाना खाते हैं और मोबाइल फोन चलाते हैं। जिसकी वजह से उनका शारीरिक परिश्रम बिल्कुल भी नहीं होता और इस वजह से वह मोटे होते रहते हैं।
नींद की कमी आना
अगर आप अपने बच्चे को मोबाइल फोन खेलने के लिए देते हैं, तो फिर गए मोबाइल फोन के बारे में ही सोचता रहता हैं।इस प्रकार उसे नींद भी नहीं आ पाती और वह ज्यादातर सुस्त ही रहता है जिसकी वजह से धीरे-धीरे उसकी आंखों के नीचे भी काला होना शुरू हो जाएगा।
बच्चों की मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की आदत कैसे बदलें – How to Change the Habit of Using Mobile Phone of Children In Hindi ?
अगर आपके बच्चे मोबाइल फोन का अधिक इस्तेमाल करने लग गए हैं, तो उनके माता-पिता को तुरंत ही उनकी आदत में बदलाव करना पड़ेगा। क्योंकि Bacho Ko Mobile Phone Ke Nuksan In Hindi के बारे में तो हमने आपको बता ही दिया हैं।
बच्चे को अकेला ना छोड़ें
अगर आप अपने बच्चे को अकेला छोड़ कर अपने कामों में व्यस्त रहते हैं और बच्चे को मोबाइल फोन दे देते हैं, तो इसकी वजह से भी बच्चे को मोबाइल फोन की आदत काफी ज्यादा पड़ जाती है उसी धीरे-धीरे बच्चे की शरीर का विकास रुक जाता हैं। इसीलिए आपको अपने बच्चों के साथ अधिक से अधिक समय बिताना चाहिए। यदि आप बच्चों के साथ खेलते हैं या उनके साथ अधिक समय बिताते हैं, तो इस प्रकार वह अपने आप को अकेला नहीं समझते और फिर वह मोबाइल फोन का सहारा भी नहीं लेते इसलिए आपको अपने बच्चों के साथ अधिक से अधिक समय बिताना चाहिए।
दूसरी चीजों में दिमाग लगवाएं
आपका बच्चा अगर मोबाइल फोन का इस्तेमाल अधिक करता हैं, तो आपको उसकी मोबाइल फोन की इस्तेमाल करने की आदत को छुड़वाने के लिए उसका दिमाग दूसरी चीजों में लगाना चाहिए जैसे कि आप उसे खेलकूद के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। अगर आपके बच्चे का शौक पेंटिंग करना हैं, तो आप उसे पेंटिंग करने के लिए भी प्रोत्साहित कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप अपने बच्चे को उसके शौक के हिसाब से प्रोत्साहित कर सकते हैं, क्योंकि इस प्रकार आपके बच्चे का ध्यान मोबाइल फोन की तरफ से आसानी से हट जाएगा और वह आपकी हिसाब से अपनी हॉबी पर ही अपना ध्यान लगाएगा।
घर से बाहर गेम खेलें
अगर आपके बच्चे को मोबाइल फोन में गेम खेलने की आदत हैं, तो आप उस आदत को कुछ इस प्रकार भी छुड़वा सकते हैं, जैसे कि आप उसे दूसरे बच्चों के साथ खेलने के लिए छोड़ दीजिए और जब वह उन दूसरे बच्चों के साथ अलग-अलग प्रकार की outdoor games खेलेगा तो फिर वह खुद ही मोबाइल फोन का पीछा छोड़ देगा और इसी प्रकार घर से बाहर गेम खेलने लगेगा। बच्चों को अगर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने की अधिक आदत पड़ी हुई हैं, तो यह तरीका बहुत ही असरदार साबित होगा।
अपने बच्चे को टास्क दे
आपको अपने बच्चे को अलग-अलग प्रकार के टास्क भी देने चाहिए। यदि आपका बच्चा मोबाइल फोन का अधिक इस्तेमाल करता है और उसकी वजह से ही उसके शरीर का विकास भी रुक रहा हैं, तो आप उसकी इस आदत को छुड़वाने के लिए उसके साथ खेलते समय उसे अलग-अलग प्रकार के टास्क दे सकती हैं। जिन टास्क को पूरा करने में उसे दिमाग भी खर्च करना पड़ेगा अगर आप अपने बच्चे को टास्क देते हैं, तो फिर वह मोबाइल फोन की तरफ से दिमाग हटा देगा।
खेलने के लिए कुछ और दें
अगर आपका बच्चा मोबाइल फोन का अधिक इस्तेमाल सिर्फ गेम खेलने के लिए ही करता हैं, तो आप अपने बच्चे की इस आदत को छुड़वाने के लिए अपने घर पर कोई पालतू पशु पक्षी भी ला सकते हैं जिसके साथ बच्चा खेलने में अधिक से अधिक समय आएगा और फिर धीरे-धीरे आपका बच्चा उसी के साथ व्यस्त हो जाएगा और मोबाइल फोन को भूल जाएगा।
बच्चे की बातों में ना आएं
बहुत बार आपका बच्चा इमोशनल ड्रामा करके भी आप से मोबाइल फोन लेने की कोशिश करेगा जैसे कि आपका बच्चा आपको काफी ज्यादा रो कर दिखाएगा, जिससे कि आप भावनाओं में बह जाएंगे और फिर उसको मोबाइल फोन दे देंगे। यदि आप अपने बच्चे के साथ ऐसा करती हैं, तो आपके बच्चे को इस चीज की आदत पड़ जाएगी और फिर वह आपसे मोबाइल फोन लेने के लिए इसी तरह के ड्रामे करने लगेगा इसीलिए बच्चों के इस प्रकार के बहकावे में ना आएं।
बच्चे को जिद्दी ना बनाएं
अगर आपका बच्चा मोबाइल फोन लेने की बार-बार जिद करता हैं, तो आपको उसकी बात नहीं माननी चाहिए। कई बार बच्चा इस प्रकार भी जिद करता है कि आप को उसकी बात माननी ही पड़ती हैं, लेकिन अगर आप बच्चे की जिद को मानेंगे तो फिर वह जिद्दी हो जाएगा और उसे आदत पड़ जाएगी, इसलिए आप अपने बच्चे को बिल्कुल भी जिद्दी ना बनाएं।
बच्चे को घर पर गेम खिलाए
ऐसी बहुत सी गेम होती हैं जिन्हें घर पर भी आसानी से खेला जा सकता है जैसे कि कैरम बोर्ड लूडो आदि आप अपने बच्चे के साथ इस प्रकार की गेम खेल सकती हैं। अगर आप अपने बच्चे के साथ ही इस प्रकार की गेम खेलेंगें, तो आपके बच्चे को मोबाइल फोन में गेम खेलने की जरूरत नहीं पड़ेगी और फिर उसकी धीरे-धीरे आदत बदल जाएगी।
Conclusion –
बच्चों को मोबाइल फोन इस्तेमाल क्यों नहीं करना चाहिए और इससे किस प्रकार के नुकसान हो सकते हैं। इनके बारे में हमने आपको इस पोस्ट के माध्यम से बता दिया हैं, ताकि आप आसानी से अपने बच्चे की मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की आदत को बदल सकें। इस पोस्ट के माध्यम से आपको Mobile Phone Se Bacho Ko Kya Nuksan Hota Hai तथा Why Mobile Phone Is Danger For Kids In Hindi के बारे में बताया हैं।
इसी के साथ-साथ हमने आपको Bacho Ko Mobile Phone Se Kaise Dur Rake तथा Bacho Ko Mobile Phone Ke Nuksan In Hindi के बारे में भी बताया हैं, ताकि आप ही नुकसान के बारे में अच्छी तरह जानकर अपने बच्चों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल ना करने दें। अब अगर आपको हमसे इस पोस्ट से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना हैं, तो कमेंट सेक्शन में कमेंट करें। धन्यवाद