- Hiccups: – हिचकी दूर करने के 23 घरेलू उपाय, जानिए सबसे आसान तरीका (23 Best Home remedies and Treatment For hiccups in Hindi)
- हिचकी क्या है ? (What is Hiccup ?)
- हिचकी को दूर करने के घरेलू उपाय (Home remedies to remove hiccups in hindi)
- चीनी का उपयोग
- नींबू और नमक का प्रयोग –
- पिल्ली और मिश्री का उपयोग-
- आंवले और मिश्री का उपयोग
- हींग और मक्खन से उपचार –
- सोंठ और हरड़ का प्रयोग –
- कुटकी और शहद का सेवन –
- नींबू का उपयोग –
- शहद का उपयोग –
- ठंडे पानी का उपयोग –
- विनेगर का उपयोग –
- काली मिर्च का उपयोग –
- पीनट बटर का उपयोग –
- दही का उपयोग –
- चॉकलेट पाउडर का उपयोग –
- अदरक का उपयोग-
- बर्फ का उपयोग
- हींग का उपयोग
- Chamomile का उपयोग
- ग्रेप जेली का उपयोग –
- इलायची पाउडर का उपयोग –
- नमक के पानी का उपयोग –
- कुलत्थ की दाल का उपयोग –
- निष्कर्ष ( conclusion ) :
Hiccups: – हिचकी दूर करने के 23 घरेलू उपाय, जानिए सबसे आसान तरीका (23 Best Home remedies and Treatment For hiccups in Hindi)
हेलो दोस्तों! Hiccups हिचकी आना एक आम बात है जो सारे लोगों को आती है। हिचकी आना एक स्वाभाविक बात है यह एक आम समस्या होती है । बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें हिचकियां बार-बार आती है।आमतौर पर लोग हिचकी को ठीक करने के लिए पानी पी लेते हैं कई बार पानी पीने से हिचकी नहीं जाती । हिचकी की समस्या को ठीक करने के लिए या हिचकी को दूर करने के लिए बहुत से उपाय होते हैं ,जिसे घरेलू नुस्खे से भी ठीक किया जा सकता है, तो आज के हमारे इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको यही बताएंगे कि किस तरह घरेलू उपाय से हिचकी को दूर किया जा सकता है ।
हालांकि, हिचकी को बहुत से लोग नजरअंदाज कर देते हैं। हिचकी आना कोई बड़ी समस्या नहीं है लेकिन इसके पीछे भी कुछ कारण होते हैं, जिसकी चर्चा आज के इस पोस्ट में हम करेंगे और साथ ही यह भी जान लेंगे की हिचकी को दूर करने के सबसे आसान और घरेलू नुस्खे क्या है। तो आइए , सबसे पहले यह जान लेते हैं कि यह हिचकी है क्या ?
हिचकी क्या है ? (What is Hiccup ?)
हिचकी को हिक्का भी कहते हैं। आयुर्वेद के अनुसार ऐसा माना जाता है कि वात,पित एवं कफ विकार के कारण शरीर के अंदर कोई भी बीमारी उत्पन्न होती है। ठीक इसी तरह से हिचकी वात एवं कफ दोष के कारण उत्पन्न होती है। आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि हिचकी की परेशानी श्वसन तंत्र के विकार के कारण उत्पन्न होती है लेकिन इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका पाचन तंत्र की भी मानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि हिचकी डायफ्राम के कारण उत्पन्न होती है।
डायफ्राम ऐसी मांसपेशियां होती हैं ,जो आपके पेट से आपकी आपकी छाती को अलग करती है। जो सांस लेना और सांस छोड़ने की प्रक्रिया में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यदि इसमें दबाव या संकुचन उत्पन्न हो जाती है तो आपकी आवाज निकालने वाली नली अचानक से बंद हो जाती है और हिक की ध्वनि निकलती है जो हिचकी या Hicuupकहलाती है।
हिचकी क्या है यह जानने के बाद आइए जानते हैं कि हिचकी को दूर करने के घरेलू उपाय क्या-क्या हो सकते हैं।
हिचकी को दूर करने के घरेलू उपाय (Home remedies to remove hiccups in hindi)
चीनी का उपयोग
हिचकी को दूर करने के उपाय के लिए आप चीनी को अपने प्रयोग में ला सकते हैं। हिचकी में चीनी बहुत फायदेमंद माना जाता है। पुरानी उपचारों में सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना जाता था। आपको करना क्या है कि लगभग 3 सेकंड तक अपने मुंह में चीनी को दबाकर रखना है और धीरे-धीरे चबाना है उसके बाद चीनी को धीरे-धीरे निकल जाना है।ऐसा माना जाता है कि इससे हिचकी की समस्या बंद हो जाती है और आप को बहुत आराम मिलता है।
नींबू और नमक का प्रयोग –
हिचकी को दूर करने के लिए नींबू और नमक का मिश्रण बहुत फायदेमंद माना जाता है। गुनगुने पानी में नींबू का रस और एक चुटकी नमक और थोड़े से पुदीने के पत्ते को पीसकर इसमें मिलाकर इसे पीना चाहिए इसे दो काम होते हैं आपकी हिचकी दूर हो जाती है और दूसरा गैस की परेशानी से भी आराम मिलता है। हिचकी को रोकने के लिए नमक और पुदीने का अधिकतर प्रयोग किया जाता है।
पिल्ली और मिश्री का उपयोग-
हिचकी को रोकने के लिए पिल्ली और मिश्री दोनों लाभदायक होता है। पिल्ली और मिश्री दोनों को पीसकर उसके चूर्ण को हिचकी पीड़ित रोगी को सुहाने से हिचकी से आराम मिलता है, ऐसा करने से हिचकी बंद हो जाती है।
आंवले और मिश्री का उपयोग
हिचकी को दूर करने के लिए सबसे आसान तरीका आंवला और मिश्री को माना जाता है। सोंठ, आंवले और पीपल के एक एक ग्राम चूर्ण में मधु या मिश्री मिलाकर उसे पिए। ऐसा करने से हिचकी दूर हो जाती है और जल्द ही आराम मिलता है।
हींग और मक्खन से उपचार –
हिचकी आने पर और मक्खन से उपचार करने से हिचकी ठीक हो जाती है।¼ चम्मच हींग पाउडर में ¼ चम्मच मक्खन को मिलाकर उस पेस्ट को खाने से हिचकी से आराम मिलता है ,यह सबसे आसान और फायदेमंद घरेलू उपचार है।
सोंठ और हरड़ का प्रयोग –
सोंठ और हरड़ यह दोनों हिचकी के लिए बहुत फायदेमंद उपचार माना जाता है। सोंठ और हरड़ को बराबर बराबर मात्रा में पीसकर उसका चूर्ण बना ले। फिर 3 ग्राम चूर्ण को पानी में मिलाकर उसका सेवन करें ऐसा करने से हिचकी दूर हो जाती है और बहुत आराम मिलता है।
कुटकी और शहद का सेवन –
कुटकी के चूर्ण को एक से दो चुटकी को शहर में मिलाकर खाए ऐसा दिन में तीन से चार बार करने से हिचकी जल्दी ठीक हो जाती है और इससे काफी आराम मिलता है।
नींबू का उपयोग –
हिचकी से जल्दी आराम पाने के लिए थोड़ी थोड़ी देर में नीबू के टुकड़े को लेकर चूसने से हिचकी से राहत मिलती है। क्योंकि नींबू एक सीट्रस फल है जो हिचकी दूर करने में सहायक होती है यह हिचकी को बढ़ाने वाली नसों को उत्तेजित कर उसे आराम पहुंचाने में सहायक है।
शहद का उपयोग –
बार बार हिचकी आने पर एक बड़े चम्मच में शहद को ले करके इसका सेवन करने से हिचकी से आराम मिलता है। क्योंकि शहद में anti implementaryऔर antibacterial गुण पाए जाते है। इसका इस्तेमाल अक्सर लंबे समय से खांसी सर्दी के लिए किया जाता है लेकिन इसका उपयोग किसकी को दूर करने के लिए भी किया जाता है इससे हिचकी दूर हो जाती है।
ठंडे पानी का उपयोग –
हिचकी आने पर अधिकांश लोग पानी पीने का उपाय बताते हैं जो कि सही भी है। हिचकी आने पर दो से तीन गिलास ठंडा पानी पीने से हिचकी से राहत मिलती है। हिचकी आने पर ठंडे पानी को धीरे-धीरे निकलने से हिचकी बंद हो जाती है।
विनेगर का उपयोग –
हिचकी होने पर विनेगर बहुत उपयोगी माना जाता है। हिचकी के उपाय के लिए विनेगर का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि इसमें फेरिंगक्स को उत्तेजित करता है। एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच सिरका और एक चम्मच मेपल सिरप को मिला है और उसे धीरे-धीरे पिए इससे हिचकी दूर हो जाती है।
काली मिर्च का उपयोग –
ऐसा माना जाता है कि जब भी हिचकी आए तो काली मिर्च के दाने को लेकर उसने चीनी के कुछ दाने मिलाकर उसे मुंह में रखकर और उसे धीरे-धीरे सूचना चाहिए इससे हिचकी ठीक हो जाती है यदि काली मिर्च को चूसने से तीखा लगे तो आप पानी पी सकते हैं । काली मिर्च गले के रक्त संचार को बढ़ाने में सहायक है। यह रक्त को शुद्ध करता है।
पीनट बटर का उपयोग –
हिचकी को दूर करने के लिए आप घरेलू उपचार के रूप में पीनट बटर का भी उपयोग कर सकते हैं। हिचकी के उपचार के लिए पीनट बटर का उपयोग बहुत लंबे समय से किया जा रहा है। हिचकी आने से एक बड़ा चम्मच पीनट बटर खाए उससे आपकी हिचकी दूर हो जाएगी। हालाकी, यह हिचकी पर किस प्रकार कार्य करता है कि अभी और जानकारियां लेनी बाकी है। लेकिन पीनट बटर हिचकी पर लाभदायक सिद्ध हुआ है।
दही का उपयोग –
तो जैसा कि अभी तक के आर्टिकल में हमें यह बात पता चला है कि पेट फूलने की वजह से हिचकी हो सकती है। इसके लिए दही बहुत फायदे मानी रहती है। एक कप दही में एक चम्मच नमक मिलाएं और धीरे-धीरे और आराम से खाएं। इसे दिन में सिर्फ एक बार खाएं। ऐसा माना जाता है कि दही probiotics से समृद्ध होता है। जो पेट फूलने की स्थिति में सहायक होता है और हिचकी से राहत मिलती है।
चॉकलेट पाउडर का उपयोग –
हिचकी (hiccups) के लिए चॉकलेट पाउडर बहुत ही माना जाता है। हिचकी आने पर एक चम्मच चॉकलेट पाउडर खा लेने से हिचकी बंद हो जाती है हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह किस तरह प्रभावित होता है, इस पर अभी और शोध करना आवश्यक है।
अदरक का उपयोग-
हिचकी (hiccups) को रोकने के उपाय में आप अदरक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अदरक एक प्राकृतिक औषधि है जिसका उपयोग बहुत ही लंबे समय से किया जा रहा है। लगातार हो रही हिचकी को रोकने के लिए अदरक के दो से तीन छोटे-छोटे टुकड़े ले और उसे अपने मुंह में रखकर उसे चूसे इसके साथ ही आप अदरक वाली चाय भी पी सकते हैं। अदरक के इस पहले ही इस्तेमाल से हिचकी से राहत मिल सकती है।
बर्फ का उपयोग
हिचकी (hiccups) को रोकने के लिए बस एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है बार बार हिचकी आने पर एक गिलास पानी में कुछ बर्फ के टुकड़े को डालकर उसे निकल जाए या फिर सीधे-सीधे बर्फ को खा जाए। इसके एक बार के उपयोग से ही इसकी से आराम मिल सकता है। बस का ठंडा प्रभाव गले को शांत रखता है और पेट को भी ठंडा रखता है।
हींग का उपयोग
जैसा कि आपको पता चल ही गया होगा कि हिचकी पेट से संबंधित और नर्वस सिस्टम से जुड़ी कुछ परेशानियों से होती है। इसलिए इसकी आने पर चुटकी भर हींग को एक चम्मच मक्खन में मिलाकर खा ले इससे हिचकी बंद हो जाती है। इससे पेट का पाचन तंत्र भी स्वस्थ रहता है।
Chamomile का उपयोग
कैमोमाइल को आप अपने हिचकी रोकने के उपाय में शामिल कर सकते हैं। यह एक प्राकृतिक जड़ी-बूटी होती है जो एंटीइन्फ्लेमेटरी से समृद्ध होती है। हिचकी को दूर करने के लिए कुछ मिनट तक गर्म पानी में कैमोमाइल को भिगोकर रख दें स्वाद के लिए कुछ बूंद नींबू का रस भी डाल सकते हैं और इससे कुछ देर के बाद पीले। एक कप कैमोमाइल चाय पीने से हिचकी हो जाती है।
ग्रेप जेली का उपयोग –
हिचकी आने का एक कारण मेटाबॉलिक डिसऑर्डर भी हो सकता है। हिचकी रोकने के लिए एक बड़ा चम्मच ग्रेड चिल्ली का सेवन करें ऐसा दिन में केवल एक बार ही करें। अंगूर विटामिन सी से समृद्ध होता है। जिसे खाकर हिचकी बंद हो जाती है।
इलायची पाउडर का उपयोग –
हिचकी दूर करने के लिए आधे गिलास पानी में एक चम्मच इलायची पाउडर को डालकर उसे थोड़ी देर उबाल लें उसके बाद उसे ठंडा करने के बाद उस मिश्रण को धीरे धीरे पिए। इसको केवल एक उपयोग मात्र से ही नजर आने लगता है और हिचकी दूर हो जाती है।
नमक के पानी का उपयोग –
हिचकी दूर करने के लिए थोड़े से पानी में नमक मिलाएं और उसे अपने मुंह में दो से तीन घूंट लेकर पिए। इसके उपयोग से की हिचकी आराम मिल सकता है।
कुलत्थ की दाल का उपयोग –
हिचकी (hiccups) की समस्या को दूर करने के लिए कुलथी की दाल का सूप बनाकर उसका सेवन करें ऐसा करने से हिचकी की समस्या दूर हो जाएंगी।
निष्कर्ष ( conclusion ) :
तो यह थी हिचकी (hiccups) की समस्या से निजात पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय (Home remedies) क्या-क्या हो सकते हैं। दोस्तों ! तो हम आशा करते हैं कि हिचकी (hiccups) से संबंधित आपको आपके सारे प्रश्नों के उत्तर हमारे इस पोस्ट में मिल गए होंगे। यदि हिचकी (hiccups) से संबंधित आपके पास और भी जानकारियां हैं तो नीचे हमारे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही यह पोस्ट आपको कैसी लगी यह भी नीचे कमेंट बॉक्स में बताएं ताकि हम आपके लिए ऐसे ही और अच्छे-अच्छे पोस्ट लेकर आए और इस पोस्ट को लाइक करें और इसे अपने दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि उन्हें भी इसकी सारी जानकारी मिल सके। धन्यवाद…..