- Edema या (सूजन)क्या है और क्यों होती है जानिए इसके लक्षण क्या है एवं घरेलू उपचार की सम्पूर्ण जानकारी अब हिंदी में | What is Edema its causes symptoms and top home remedies in Hindi
- Edema ( सूजन ) Kya Hai – What Is Edema In Hindi?
- Types Of Edema In Hindi?
- Edema Ke Karan – Causes Of Edema In Hindi?
- Edema Ke Lakshan In Hindi – Symptoms Of Edema In Hindi?
- Edema Ke Liye Gharelu Upay – Home Remedies For Edema In Hindi?
- Edema Conclusion –
Edema या (सूजन)क्या है और क्यों होती है जानिए इसके लक्षण क्या है एवं घरेलू उपचार की सम्पूर्ण जानकारी अब हिंदी में | What is Edema its causes symptoms and top home remedies in Hindi
दिन प्रतिदिन लोगों को कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं से गुजरना पड़ता है। इसी प्रकार की एक समस्या सूजन भी है। अक्सर सूजन की बीमारी को लोग बहुत ही आम बीमारी समझकर इसको नजरअंदाज ही कर देते हैं, परंतु बहुत सी ऐसी गंभीर बीमारियां होती हैं जिनका संकेत सूजन ही होता है। आज हम आपको ऐसी ही एक बीमारी के बारे में बताने वाले हैं जिसका नाम है, Edema
यदि हमारे शरीर के किसी भी अंग में 1 दिन से ज्यादा सूजन रहती है, तो हमारे उस अंग की त्वचा चमकीली तथा टाइट होने लगती है यदि आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो आपको बिल्कुल सतर्क रहना चाहिए सूजन का एक या एक से अधिक दिन तक आपकी यह शरीर के अंगों पर रुकना अच्छा नहीं होता, यह बहुत ही गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकता है, इसलिए आपको तुरंत ही डॉक्टर की सलाह के साथ ही कुछ घरेलू उपाय अपना लेने चाहिए।
आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताएंगे, कि Edema Kya Hota Hai और Edema Ke Lakshan In Hindi तथा Edema Ka ilaj? Edema Ka Gharelu Upchar? How To Reduce Edema Swelling In Legs? How To Get Rid Of Edema Swelling? यदि आप अच्छे हैं सब सवालों को जानना चाहते हैं, तो हमारे इस आर्टिकल को आगे तक पढ़ते रहिएगा।
Edema ( सूजन ) Kya Hai – What Is Edema In Hindi?
डॉक्टरों की भाषा में सूजन को एडिमा कहा जाता है। यदि हमारे शरीर के किसी हिस्से में द्रव व तरल पदार्थ के एकत्रित होने की वजह से होने वाली सूजन को हम Edema कहते हैं। यह शरीर के किसी एक भाग या फिर पूरे शरीर में भी हो सकती है।
वैसे तो यही बताया जाता है कि सूजन ज्यादातर सिर्फ आपके हाथ तथा पैरों में ही होती है। Edema व सूजन से प्रभावित इन हिस्से को Edematous कहा जाता है। कई बार Edema किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। इस बीमारी में डॉक्टर की दवाइयों के साथ साथ Edema Ke Gharelu Upay भी आपको करने चाहिए क्योंकि यह भी आपको इस बीमारी से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। एडिमा बीमारी के कुछ प्रकार भी है जो कि हम आपको अब नीचे बताते हैं :-
Types Of Edema In Hindi?
एडिमा की बीमारी आपको अलग-अलग तरीकों से परेशान कर सकती है इसलिए हम आपको Types Of Edema बता देते हैं :-
Peripheral Edema
यह रोग ज्यादातर शरीर के निचले अंगों पर होता है। इसमें पैर व टखनों पर काफी ज्यादा सूजन आ जाती है। ऐसा Heart और Liver Fail होने और कुछ दवाइयों के दुष्प्रभावों के कारण भी हो सकता है।
Pedal Edema
यह आपके पैरों के पंजे, तलवे तथा पैर के निचले भागो में तरल पदार्थ के जमा होने के कारण होता है।
Pulmonary Edema
फेफड़ों में काफी ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थ के जमा होने के कारण Pulmonary Edema होता है। यह तरल पदार्थ आपके फेफड़ों में इकट्ठा होकर आपको सांस लेने में काफी ज्यादा कठिनाई पैदा करता है। इसी के कारण से Respiratory failure होने का खतरा भी बना रहता है।
Cerebral Edema
सेरेब्रल एडिमा तब होता है जब हमारे मस्तिष्क में किसी एक ही जगह पर काफी मात्रा में द्रव इकट्ठा हो़ जाता है। यह बीमारी आपको सिर में चोट लगने से या फिर या फिर कैंसर की बीमारी के कारण और किसी संक्रमण के कारण भी हो सकती है।
Angioedema
यह एडिमा हमें एलर्जी होने के कारण होता है। इस बीमारी में सूजन हमारी बाहरी त्वचा तथा आंतरिक त्वचा पर भी होने लगती है। यह एडिमा चेहरे पर होता है।
Papilledema
यह एडिमा होने पर आपकी आंख के ऑप्टिक तंत्रिका (नर्व) में काफी अधिक सूजन हो जाती है। इसका इलाज नेत्र रोग विशेषज्ञ के द्वारा ही किया जाता है।
Edema Ke Karan – Causes Of Edema In Hindi?
अब हम आपको एडिमा के कुछ कारण बताएंगे, जिनके कारण यह रोग आपको हो सकता है और आपको उन कारणों का परहेज करना है :-
- नमक का ज्यादा सेवन करने से आपको यह रोग हो सकता है।
- सनबर्न की वजह से भी आपको यह परेशानी हो सकती है।
- यदि आपको किडनी से संबंधित कोई बीमारी है, तो भी आपको यह परेशानी हो सकती है।
- यदि किसी व्यक्ति को लीवर की समस्या है, तो उसे भी यह रोग हो सकता है।
- गर्भावस्था के समय भी इस बीमारी के मुख्य लक्षण देखे जाते हैं।
- यदि आप गर्मी के मौसम में बहुत अधिक चलते हैं, या फिर ज्यादा देर तक खड़े रहते हैं तो भी आपको एडिमा रोग हो सकता है।
- यदि आपको किसी प्रकार का कोई इंफेक्शन है या फिर आप कैंसर जैसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो भी आपको एडिमा की समस्या हो सकती है
- यदि आपके शरीर का वजन बहुत ज्यादा बढ़ चुका है तो उसके कारण भी आपको एडिमा की समस्या हो सकती है, इसके अतिरिक्त बहुत से लोगों में उम्र बढ़ने के साथ-साथ भी यह रोग देखे जाते हैं।
- यह समस्या Genetix भी हो सकती है, मतलब कि यदि आपके परिवार में किसी को यह समस्या होती है, जैसे कि आपके दादा को है, या फिर आपके पापा को है तो भी आपको यह समस्या हो सकती है।
Edema Ke Lakshan In Hindi – Symptoms Of Edema In Hindi?
अब आपको एडिमा रोग के कुछ लक्षण बताने जा रहे हैं, जिनके कारण आप इस रोक को आसानी से पहचान सकते हैं, तो चलिए जानते हैं Edema Ke Lakshan In Hindi
- चमकीली त्वचा
- त्वचा में खिंचावट
- हाथ लगाने पर त्वचा पर गड्ढे पड़ना
- प्रभावित क्षेत्र में अकड़न
- प्लस (नाड़ी) रेट का बढ़ना
- पेट का आकार बढ़ना
- शरीर के अंगों में दर्द होना
- वजन का घटना व बढ़ना
- सांस लेने में कठिनाई व खांसी
- सीने में दर्द
- हाथ और गर्दन की नसों का फूल जाना
यह सब एडिमा के ही लक्षण है, यदि आपको इन लक्षणों में से कोई भी लक्षण अपने शरीर में महसूस हो रहा है तो आपको तुरंत ही किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, और यदि आप कोई घरेलू नुस्खा इस्तेमाल करते हैं, तो उससे पहले भी एक बार डॉक्टर की सलाह अवश्य ले लें क्योंकि कभी-कभी ऐसा होता है कि हम सोचते हैं, कि हमें यह रोग है परंतु बाहर होगा मैं नहीं होता क्योंकि बहुत से लक्षण विभिन्न रोगों में एक जैसे होते हैं इसलिए आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
Edema Ke Liye Gharelu Upay – Home Remedies For Edema In Hindi?
अब हम आपको एडिमा रोग के लिए कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बता रहे हैं, जिन व्यक्तियों को एडिमा है यदि वह इन घरेलू नुस्खों को आजमाते हैं, तो उनको ऐड में बहुत ही ज्यादा फायदा मिलेगा:-
ग्रीन टी का सेवन ()
ग्रीन टी हमारी सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होती है, यदि हम एडिमा के रोग में ग्रीन टी का सेवन करते हैं तो इस प्रकार एडिमा रोग में बहुत ज्यादा फायदा मिलता है, और सूजन में भी काफी आराम मिलता है।
यदि आप रोजाना दिन में दो से तीन बार ग्रीन टी में शहद मिलाकर इसका सेवन करते हैं तो आपको बहुत ही आराम मिलेगा परंतु आपको ग्रीन टी बनाते समय ग्रीन टी को 10 से 15 मिनट तक अच्छे से उबाल लेना है, और उसके बाद इसमें शहद मिलाकर पीना है, और यह आपको 30 दिनों तक इस्तेमाल करना है और 30 दिनों के अंदर अंदर आपको बहुत ही अच्छा फायदा देखने को मिलेगा।
अनानास का जूस(Pineapple Juice for Edema)
अनानास का जूस हमारे लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है, अनानास में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो की सूजन को कम करने में सहायक होते हैं, यदि प्रतिदिन दो से तीन बार अनानास के जूस का सेवन किया जाए तो 25 से 30 दिनों में आपको एडिमा रोग में काफी ज्यादा फायदा देखने को मिलेगा और सूजन भी कम होने लगेगी।
नारियल का तेल तथा जैतून का तेल(Olive Oil and Coconut Oil for Edema)
नारियल का तेल तथा जैतून का तेल यह दोनों ही सूजन को कम करने में काफी ज्यादा फायदेमंद होते हैं, क्योंकि इन दोनों में एंटी इन्फ्लेमेटरी तथा एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं यदि आप रोजाना 15 से 20 मिनट जाते उनके तेल से या फिर नारियल के तेल से एडिमा से ग्रसित अंगों की मसाज करें, तो आपको इस रोग में काफी ज्यादा फायदा मिलेगा।
परंतु यह नुस्खा आपको कम से कम 30 दिन तक लगातार आजमाना है, यदि फिर भी आप को कोई आराम नहीं होता तो फिर तो आपको डॉक्टर की सलाह ले लेनी चाहिए क्योंकि बहुत से बुजुर्गों में यह बीमारी अपने आप ही हो जाती है, परंतु उन बुजुर्गों पर घरेलू नुस्खे नहीं काम करते तो इसलिए उनको डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
हल्दी तथा दूध(Turmeric Milk for Edema)
यदि आप रोजाना एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पीए तो आपको बहुत ही ज्यादा फायदा मिलता है दूध में हल्दी मिलाकर पीने से आपकी मांसपेशियां मजबूत होती है, उसके साथ-साथ आप की हड्डियां भी काफी मजबूत होती है क्योंकि दूध में कैल्शियम की मात्रा काफी अधिक पाई जाती है और हल्दी एक एंटीबायोटिक है और जब यह दोनों आपस में मिल जाते हैं तो यह बहुत ही ज्यादा असर करते हैं, इसीलिए यदि आप एडिमा रोग से ग्रसित हैं तो आपको दूध में हल्दी मिलाकर रोजाना इसका सेवन करना चाहिए।
पोस्टिक आहार का सेवन करें
आपको पता ही है की जब तक हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, तब तक किसी भी प्रकार का रोग हमें नहीं होता क्योंकि हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता हर एक प्रकार के रोगों के साथ लड़ने में सक्षम होती है, और वह हमें तरह तरह के रोगों से भी बचाए रखती है।
इसीलिए आपको हमेशा पोस्टिक आहार का सेवन करना चाहिए यदि आप हरी सब्जियों और दालों का सेवन करते हैं, तो इन में सभी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं और यह हमारे शरीर में जाकर हमारे शरीर के सभी पोषक तत्वों की पूर्ति करते हैं, जिसके कारण हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है इसीलिए आपको पोस्टिक आहार का सेवन नहीं करना चाहिए यदि कोई व्यक्ति मांसाहारी है तो वह मछली तथा अंडे का सेवन भी कर सकता है।
Edema Conclusion –
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल बहुत ही पसंद आया होगा इस आर्टिकल में हमने आपको एडिमा रोग के विषय में विस्तार से समझा दिया है कि Edema Kya Hota Hai और Edema Ke Lakshan In Hindi तथा Edema Ka ilaj? Edema Ka Gharelu Upchar? How To Reduce Edema Swelling In Legs? How To Get Rid Of Edema Swelling? यदि अब भी आपको एडिमा रोग से संबंधित हमसे कोई भी प्रश्न पूछना हो, तो आप कमेंट सेक्शन के माध्यम से हम से पूछ सकते हैं, हम आपको उसका जवाब जरूर देंगे। धन्यवाद