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इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए Zydus Cadila ने किया अप्लाई, जल्द ही उपलब्ध होगी DNA Vaccine

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इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए Zydus Cadila ने किया अप्लाई, जल्द ही उपलब्ध होगी DNA Vaccine

अब तक भारत में कोरोना से लड़ने के लिए Covishield, Covaxin, स्पूतनिक और मॉडर्ना नामक वैक्सीन को मंजूरी दी गई है। भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल से यदि इस वैक्सीन को मंजूरी मिलती है तो कोरोना से लड़ने के लिए पांचवी वैक्सीन तैयार हो जाएगी।

Zydus Cadila नामक फार्मास्यूटिकल कंपनी ने टॉप ड्रग रेगुलेटर के पास कोविड-19 वैक्सीन ZyCov-D के लिए इमरजेंसी मंजूरी का आवेदन किया है। इस आवेदन को मंजूरी मिलने से पहली डीएनए वैक्सीन दुनिया भर में उपलब्ध की जा सकेगी। इस कंपनी ने बताया कि वह 100 से 120 मिलियन वैक्सीन डोज का उत्पादन कर सकती है जो चार करोड़ लोगों को तीन डोज देने के लिए काफी है।

इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए Zydus Cadila ने किया अप्लाई, जल्द ही उपलब्ध होगी DNA Vaccine

इस इमरजेंसी के लिए कंपनी ने आखिरी स्टेज में 28000 से ज्यादा ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल के लिए लोगों को शामिल किया जिसमें अब तक 66.6 फ़ीसदी लोग प्राथमिक तौर पर सही पाए गए। कंपनी ने बताया कि जिन लोगों को यह टीका के तीन डोज लगाया गया उनमें 67 फ़ीसदी कोरोना की संक्रमण में कमी देखी गई।

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हालांकि कंपनी दो डोज की भी व्यवस्था कर रही है। कंपनी ने बताया कि तीन डोज की तरह ही दो डोज भी इम्यूनिटी बढ़ाने में कारगर साबित हो रहे हैं। दो डोज होने के कारण टीकाकरण का समय भी कम होगा और भविष्य में वैक्सीन की सुरक्षा आसानी से दी जा सकेगी।
हालांकि

अब तक दिए जा रहे हैं तीन वैक्सीन दो जिससे यह पता चला है कि इस माध्यम से कोरोना के लक्षणों को रोका जा सकता है।

ऐसा बताया जा रहा है कि Zydus Cadila की तीसरी वैक्सीन डोज लेने के बाद कोरोना वायरस के लक्षण वाला मामला नहीं पाया गया है जिससे यह पुष्टि की गई कि यह वैक्सीन कोरोना पर 100 फ़ीसदी असरदार है। क्लिनिकल ट्रायल के अंतिम विश्लेषण के अनुसार कंपनी के वैक्सीन के दो डोज किसी भी गंभीर बीमारी और मौत से आसानी से लड़ सकते हैं।

image source:- http://www.canva.com

वहीं कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर शार्विल पटेल का कहना है कि प्लाज्मा डीएनए वैक्सीन के तौर पर सबसे पहले इस ZyCov-D कोरोना के खिलाफ सुरक्षा देने के बात को साबित किया है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह वैक्सीन ना केवल जवान और बड़े लोगों को बल्कि 12 से 18 साल के लोगों को भी आसानी से दी जा सकती है।

इस व्यक्ति के बारे में बताते हुए कहा गया कि तीनों ही वैक्सीन डोज चार चार हफ्तों के अंदर लिया जा सकता है और इसे 2 से 8 डिग्री वाले तापमान में रखा जाएगा। इस वैक्सीन के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल नहीं करना होगा। यह एक निडल फ्री वैक्सीन होगी। Pharma jet नामक एप्लीकेटर बिना दर्द दिए वैक्सिन डिलीवरी कर सकता है। कंपनी ने बताया कि यह प्लग एंड प्ले तकनीक से बनाई गई प्लाज्मा डीएनए प्लेटफार्म पर आधारित वैक्सीन है।

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