- Diabetic Retinopathy क्या है इसके लक्षण, कारण एवं इलाज की जानकारी हिंदी में | What Is Diabetic Retinopathy its symptoms, causes and best treatments In Hindi?
- Diabetic Retinopathy Ke Lakshan Kya Hai – Symptoms Of Diabetic Retinopathy In Hindi?
- Diabetic Retinopathy Kyu Hoti Hai – Causes Of Diabetic Retinopathy?
- Diabetic Retinopathy के लिए कौन सी चीजें खतरा बन सकती हैं | What are the risks for Diabetic Retinopathy?
- Diabetic Retinopathy Ka Ilaj – Treatment of diabetic retinopathy In Hindi?
- अपनी जीवन शैली में बदलाव करें – Change Your lifestyle?
- Diabetic Retinopathy Conclusion :-
Diabetic Retinopathy क्या है इसके लक्षण, कारण एवं इलाज की जानकारी हिंदी में | What Is Diabetic Retinopathy its symptoms, causes and best treatments In Hindi?
यह तो आप जानते ही होंगे कि मधुमेह हमारे शरीर के बहुत से महत्वपूर्ण अंग जैसे हृदय लीवर आदि को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाता है, परंतु आपको शायद पता ना हो तो हम बता दें कि डायबिटीज सबसे ज्यादा हमारी आंखों को नुकसान पहुंचाता है, डायबिटीज के मरीजों को आंखों की बीमारी आप बहुत जल्दी अपना शिकार बनाती है।
डायबिटीज में ही एक आंखों की समस्या होती है जिसे डायबिटिक रेटिनोपैथी Diabetic Retinopathy कहते हैं, यह आखों की बहुत ही गंभीर समस्या होती है इस बीमारी में भरी आंखों की दृष्टि हमेशा के लिए चली जाती है, डायबिटीज रेटिनोपैथी भी दो प्रकार की होती हैं जैसे कि बैकग्राउंड ( Background ) डायबीटिक रेटिनोपैथी और मैक्यूलोपैथी ( Maculopathy ) होते हैं, डायबीटिक रेटिनोपैथी आंख के पीछे उत्तक में रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचने के कारण ही होता है यदि हमारे शरीर में ब्लड शुगर नियंत्रण में नहीं रहता, तो हमें आंखों की यह बीमारी आसानी से हो सकती है।
Diabetic Retinopathy Ke Lakshan Kya Hai – Symptoms Of Diabetic Retinopathy In Hindi?
अब हम आपको इस बीमारी के कुछ लक्षण बताएंगे जिनकी सहायता से आपको इस बीमारी का पता चल सकता है क्योंकि यदि आप इस बीमारी को शुरुआत में ही नियंत्रण में कर लेते हैं तो ही बेहतर है, यदि यह बीमारी थोड़ी सी भी पुरानी हो जाए तो फिर आप इसको कभी भी नियंत्रण में नहीं कर सकते फिर आपकी आंखों की दृष्टि जाना तय है, तो इसीलिए चलिए पहले हम Diabetic Retinopathy Ke Lakshan जान लेते हैं:-
- जब इस बीमारी की शुरुआत होती है तो शुरुआत में इस बीमारी का कुछ भी पता नहीं चलता शुरुआत में आपको थोड़ा बहुत आंखों में दर्द हो सकता है, इसीलिए शुगर के मरीजों को हर 2 महीने में एक बार अपनी आंखों का चेकअप जरूर करा लेना चाहिए।
- यदि आपको शुगर है और आपकी आंखों से धुंधला दिख रहा है, तो भी यह डायबिटिक रेटिनोपैथी का ही लक्षण है इसीलिए आपको तुरंत ही अपनी आंखें डॉक्टर से चेक करा लेनी चाहिए।
- यदि आपकी आंखों की दृष्टि में स्पोर्ट पॉइंट बन रहे हैं तो भी यह इसी बीमारी का लक्षण है।
- यदि आप कहीं पर बैठे हैं और अचानक से आपकी आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है, और फिर कुछ ही देर में वह खुद ही ठीक हो जाता है तो यह भी इसी बीमारी का लक्षण है।
- यदि आपको रंगों को समझने में बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है, तो यह भी इसी बीमारी का लक्षण हो सकता है इसीलिए आपको ऐसी परेशानी देखने पर तुरंत थी आंखों के डॉक्टर से आंखों की जांच करवा लेनी चाहिए।
- यदि शुगर के मरीजों की आंखों की दृष्टि कम होने लगी है तो इस प्रकार की परेशानी में भी आपको तुरंत ही अपनी आंखों का चेकअप कराना चाहिए, क्योंकि शुगर के मरीजों की यदि दृष्टि कमजोर होती है तो है किसी कारणवश ही होती है।
Diabetic Retinopathy Kyu Hoti Hai – Causes Of Diabetic Retinopathy?
अब हम आपको कुछ कारण बताने वाले हैं, जिनके कारण आपको यह बीमारी हो सकती है, तो चलिए जानते हैं उन कारणों को :-
- यदि कोई शुगर का मरीज है और वह खाने पीने का ध्यान नहीं रखता तो इसके कारण शुगर के मरीज के ब्लड में शुगर का लेवल अधिक बढ़ने लगता है, और शुगर का लेवल अधिक बढ़ने के कारण हमारी आंखों की रेटिना में रक्त वाहिकाओं को बहुत ज्यादा नुकसान होता है और इसी के कारण डायबीटिक रेटिनोपैथी हो सकती है, यदि हम साधारण भाषा में कहें तो यदि शुगर के मरीजों का शुगर का स्तर अक्सर बढ़ा हुआ रहता है, तो उन्हें डायबैटिक रेटिनोपैथी हो सकती है।
- ज्यादातर जिन व्यक्तियों को शुगर की बीमारी काफी पुरानी हो जाती है, जैसे कि मान लीजिए यदि किसी व्यक्ति को शुगर हुए 8 से 10 साल हो गए हैं, और उस व्यक्ति का शुगर का लेवल ज्यादातर बड़ा ही रहता है तो उस व्यक्ति को यह बीमारी आसानी से हो सकती है।
- इसीलिए हर एक डॉक्टर शुगर के मरीजों को यही सलाह देता है कि आपको हर 2 महीने में एक बार अपनी आंखों का चेकअप जरूर करवा लेना चाहिए। क्योंकि यदि आप अपनी आंखों का चेकअप करवाते रहेंगे तो आपको अपनी आंखों की बीमारी के बारे में पता लग जाएगा और फिर आप इस पर नियंत्रण पा सकते हैं क्योंकि यदि यह बीमारी पुरानी हो जाती है तो इसके कारण आप अपनी दृष्टि भी खो सकते हैं।
Diabetic Retinopathy के लिए कौन सी चीजें खतरा बन सकती हैं | What are the risks for Diabetic Retinopathy?
अब हम आपको कुछ ऐसी चीजें बताएंगे जो कि इस बीमारी में आपके लिए बहुत ही ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती हैं:-
- यदि आपके रक्त में शर्करा की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है, तो उसके कारण आपको यह बीमारी हो सकती है तो इसीलिए अपने ब्लड शुगर को आप को बिल्कुल नियंत्रण में रखना चाहिए। आपका ब्लड शुगर बिल्कुल नियंत्रण में होगा तो तभी आप इस बीमारी से बच पाएंगे।
- यदि आपके शरीर में हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी है, तो उस कारण भी आपको यह Diabetic Retinopathy बीमारी हो सकती है इसलिए आपको अपने शरीर में ब्लड प्रेशर बिल्कुल सही रखना चाहिए।
- यदि आपके शरीर में ज्यादा मोटापा बढ़ गया है, तो उसके कारण आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, जोकि आपके लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है इसलिए अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा पर नियंत्रण रखें।
- यदि आपको शुगर है और उस समय कोई महिला प्रेग्नेंट हो जाती है, तो उसमें भी इस प्रकार की समस्याएं देखी जा सकती हैं।
- यदि आपको ऐसा लगता है कि आपको डायबिटिक रेटिनोपैथी Diabetic Retinopathy बीमारी है, तो आपको उस समय तंबाकू का सेवन नहीं करना चाहिए या फिर यदि आप अधिक मात्रा में शराब पीते हैं, तो आपको शराब का सेवन भी नहीं करना चाहिए क्योंकि शुगर के मरीजों के लिए तो शराब वैसे ही खतरनाक होती है।
Diabetic Retinopathy Ka Ilaj – Treatment of diabetic retinopathy In Hindi?
- डायबिटिक रेटिनोपैथी का इलाज लेजर के द्वारा किया जाता है, इस उपचार के दौरान हमारी आंखों के रेटिना के पीछे की नई रक्त वाहिकाओं के विकास के इलाज के लिए तथा आंखों में रक्त तथा द्रव के रिसाव को रोकने के लिए यह लेजर ट्रीटमेंट किया जाता है, इसके अतिरिक्त आपकी आंखों में इन्फ्लेमेशन को कम करने के लिए या फिर आंखों के पीछे नई रक्त वही काम को अधिक बनने से रोकने के लिए हमारी आंखों में ल्यूसेंटिस तथा अवास्टिन जैसे बहुत से इंजेक्शन लगाए जाते हैं जब हमारी दृष्टि फिर हो जाती है तब इंजेक्शन लगाना बंद कर दिया जाता है।
- अगर लेजर प्रक्रिया और इंजेक्शन प्रक्रिया से भी हमारी आंखें सही नहीं होती तो उस परिस्थिति में व्रिटेक्टमी नाम की सर्जरी से इलाज किया जाता है, परंतु यह सर्जरी सबसे बाद का विकल्प है वैसे तो आपको शुरुआती दो प्रक्रियाओं से ही आराम मिल जाता है।
अपनी जीवन शैली में बदलाव करें – Change Your lifestyle?
- यदि आप धूम्रपान करते हैं तो आपको धूम्रपान नहीं करना चाहिए और शराब भी नहीं पीनी चाहिए यदि आप इन दोनों का सेवन नहीं करेंगे तो आपकी आंखें शुगर की बीमारी में भी स्वस्थ रह पाएंगी।
- आपको प्रतिदिन नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए और आपको आंखों की एक्सरसाइज भी करनी चाहिए, जो कि यह होती है कि आपको किसी ऐसे स्थान पर बैठना है जहां पर बहुत अधिक पेड़ हो और फिर आप किसी भी एक पेड़ को अपना लक्ष्य बनाएं, और उसे आंखें बिना बंद किए काफी देर तक लगातार देखते रहे, इस प्रकार आपको अपनी आंखों में काफी ज्यादा फायदा देखने को मिलेगा।
- आपको हर 2 महीने में अपनी आंखों की जांच करानी चाहिए, क्योंकि यदि हम बार-बार आंखों की जांच कराते हैं, तो हमें अपनी आंखों की बीमारी का पता चलता रहता है, और यह बीमारी कैसी है कि यदि आप इसे शुरुआत में जांच के द्वारा पकड़ लेते हैं, तो इसका इलाज अच्छे से किया जा सकता है परंतु यदि आप शुगर की बीमारी में भी 6 महीने तक या फिर 1 साल तक भी आंखों की जांच नहीं करवाते तो फिर तो आप यह सोचिए कि डायबिटिक रेटिनोपैथी बीमारी की वजह से आपकी आंखों की रोशनी बहुत आसानी से जा सकती है, क्योंकि यह एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज सिर्फ शुरुआती दिनों में ही किया जा सकता है।
- आपको हमेशा पोस्टिक आहार का सेवन करना चाहिए, पोस्टिक आहार जैसे की हरी सब्जियां तथा डालें क्योंकि दालों तथा हरी सब्जियों में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कि हमारे शरीर में हर एक पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं।
- शुगर के मरीजों को ज्यादातर साधारण भोजन ही करना चाहिए मतलब यह है कि शुगर के मरीजों को बाजार का खाना भी ज्यादा नहीं खाना चाहिए। क्योंकि यदि आप बाजार का खाना खाते हैं तो आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ सकती है या फिर आप घर पर ही यदि ज्यादा तला हुआ खाना खाते हैं, तो इसके कारण भी आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ सकती है, इसीलिए जितना हो सके उतना साधारण भोजन ही खाएं।
- यदि आप शुगर की बीमारी में मीठी चाय पीते हैं या फिर मीठे का सेवन करते हैं तो फिर आपको शुगर की बीमारी में काफी परेशानी हो सकती है, इसके कारण आपके शरीर में शुगर का लेवल बढ़ जाता है, जिसके कारण डायबिटिक रेटिनोपैथी की समस्या आपकी आंखों में देखी जा सकती है, इसीलिए अपने शरीर में शुगर की मात्रा पर नियंत्रण रखने के लिए फीकी चाय पीने और खाने की ज्यादा मीठी वस्तुओं का सेवन आपको नहीं करना चाहिए।
- ऐसा नहीं है कि आपको मीठे में कुछ भी नहीं खाना आपको मीठा खाना जरूर है, लेकिन कम खाना है क्योंकि यदि आप शुगर की बीमारी में मीठा खाना बिल्कुल ही छोड़ देते हैं, तो उसके कारण भी आपके शरीर में शुगर की मात्रा कम हो सकती है जिसके कारण भी आपको परेशानी हो सकती है, इसीलिए हमें शुगर को बिल्कुल नियंत्रण में रखना होता है ना ही ज्यादा और ना ही कम।
Diabetic Retinopathy Conclusion :-
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारी यह पोस्ट बहुत ही पसंद आई होगी, इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको डायबिटिक रेटिनोपैथी के बारे में विस्तार से बताया है, कि Diabetic Retinopathy Kya Hai? Diabetic Retinopathy Ke Lakshan Kya Hai? Diabetic Retinopathy Kyu Hoti Hai? Diabetic Retinopathy Ka Ilaj? यदि अब भी आपको डायबिटिक रेटिनोपैथी से संबंधित कोई भी प्रश्न हम से पूछना हो, तो आप कमेंट सेक्शन के माध्यम से हम से जरुर पूछ रहे हैं, हम आपको उसका जवाब जरूर देंगे। धन्यवाद