Covid-19 Report:- साल 2021 की जनवरी और मई महीने के बीच हुई गुजरात के अहमदाबाद में 36 हजार से ज्यादा मौतें
भारत के साथ साथ दुनिया के कई दूसरे हिस्सों में भी कोरोना वायरस जैसी खतरनाक महामारी ने सबके मन में डर और चिंता पैदा कर दिया। यह महामारी साल 2019 में चीन में पहली बार मिली थी जिसके बाद धीरे-धीरे दुनिया के अलग – अलग देशों में फैलती ही गई और कई लोग इससे संक्रमित हुए और बड़ी मात्रा में लोगों की मृत्यु भी हो गई। हालांकि इस खतरनाक महामारी का इलाज अब तक सही से नहीं ढूंढा गया है लेकिन इस महामारी के खिलाफ लड़ने के लिए और हमारी इम्यूनिटी को ताकतवर बनाने के लिए कई देशों ने वैक्सीन की खोज की है जो भारत के साथ-साथ कई देशों में लोगों को दी जा रही है।
इस बात की जानकारी सभी को है कि साल 2020 में हमारे देश भारत में कोरोना ने अपना विशाल और खतरनाक रूप लिया था जिसके बाद करोड़ों लोग संक्रमित हुए थे लेकिन साल 2021 में इस बीमारी ने अपना अधिक प्रभाव दिखाया और इसके नए – नए रूप सामने आए। कहने को तो साल 2020 में कोरोना की पहली लहर थी और इस महामारी के बारे में ज्यादा जानकारी ना होने के कारण मौतें भी ज्यादा हो रही थी।
इसके साथ ही साल 2021 में इसकी दूसरी लहर शुरू हुई जिसके बाद यह और भी घातक हो गया लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि साल 2021 में पिछले साल के मुकाबले कोरोना से संक्रमित कम लोगों की मौत हुई है।
लेकिन आपको बता दें कि साल 2021 के शुरुआती महीनों यानी जनवरी से मई के बीच कई ज्यादा मौतें दर्ज की गई थी। भारत के एचएमआईएस यानी स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक इन 5 महीनों में कोरोना की दूसरी लहर के चपेट में आए लोगों की मौत की संख्या करीब 80 हजार 2 सौ 31 थी। बताया जा रहा है कि साल 2018 से साल 2020 के बीच इस साल इन 5 महीनों में 83 प्रतिशत अधिक मौत दर्ज किए गए हैं जिसकी औसत करीब 43 हजार 8 सौ 80 है। एचएमआईएस के मुताबिक बीते 3 सालों में गुजरात राज्य में 3.5 गुना ज्यादा मौत दर्ज की गई।
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बीते 3 सालों में इस साल की औसत की तुलना करीब 36 हजार 3 सौ 51 मौत हुई। गुजरात की सरकार द्वारा दिए गए जानकारी के अनुसार इस साल कोरोना से मरने वालों की संख्या से भी ज्यादा दूसरी बीमारियों से मरने वालों की संख्या अधिक है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अप्रैल महीने में 2 हजार 6 सौ 64 और मई महीने में 2 हजार 6 सौ 50 लोगों की मृत्यु कोरोना की वजह से गुजरात में हुई। इस साल के जनवरी से मई महीने के बीच करीब 5 हजार 5 सौ 26 कोरोना मरीजों की मौत हुई जो इस साल की मौतों का केवल 15 प्रतिशत ही है।
एचएमआईएस द्वारा इस साल की शुरुआती 5 महीनों में ज्यादातर लोगों की मृत्यु को कोरोना के कारण नहीं बल्कि अन्य कारणों या बीमारीयों के आधार पर दर्ज किया गया था। स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली के जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक गुजरात में होने वाली मौतों में 13 प्रतिशत लोग अप्रैल में और 14 प्रतिशत लोग मई महीने में अपनी पुरानी दूसरी बीमारियों की वजह से मरे थे जबकि इन 2 महीनों में अप्रैल में 8 प्रतिशत और मई महीने में 9 प्रतिशत लोगों की मृत्यु सांस संबंधित कठिन बीमारियों के कारण हुई थी।
स्वास्थ्य विभाग के एसीएस मनोज अग्रवाल ने इस जानकारी के बारे में बताते हुए कहा कि वह किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं बल्कि वह सभी आंकड़ों को देखने के बाद उसका परीक्षण और अध्ययन करने के बाद ही विचार कर इस पर अपनी टिप्पणी देंगे। गुजरात के स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों द्वारा दिए गए जानकारी के अनुसार कोरोना के इतने लंबे समय के खतरनाक प्रभाव के कारण और कोरोना की दूसरी लहर और नए-नए रूप के कारण लोगों की मृत्यु में बढ़ोतरी देखी गई है।