Covid-19: विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के दौरान सारा गिलबर्ट के लिए लोगों ने बजाई तालियां, कोविड-19 के अलावा कई बीमारियों के लिए बनाया वैक्सीन

Must Read

Ankit Kumar
Ankit Kumarhttp://goodswasthya.com
Ankit Kumar is a Health Blogger and Bachelor of Arts Graduate having experience working for various Multi-National Organizations as an Information Technology Specialist, Content Writer, and Content Manager. He loves blogging and right now he is enjoying his journey of exploring health and fitness-related news and stuff. He is actively involved in Yoga and other modes of fitness and has various certificates for the same.

Covid-19: विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के दौरान सारा गिलबर्ट के लिए लोगों ने बजाई तालियां, कोविड-19 के अलावा कई बीमारियों के लिए बनाया वैक्सीन

विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट जो कि दुनिया की प्रसिद्ध टेनिस टूर्नामेंट कहलाती है, उसकी हाल ही में शुरुआत हुई है। लेकिन इस बार के विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट मैच के दौरान कुछ ऐसा देखने को मिला जिसमें लोग काफी खुश और उत्साहित नजर आ रहे थे। अक्सर सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रोनाल्डो जैसे खिलाड़ियों को मैच के दौरान स्टेडियम में देख कर लोग खुश हो कर उनके स्वागत के लिए तालियां बजाते हैं लेकिन इस बार इस प्रसिद्ध विंबलडन टेनिस टूनामेंट को देखने पहुंची एक महिला को लेकर टूर्नामेंट का शुरुआती समय सुर्खियों में चर्चा का विषय बन गया। इस महिला के स्वागत और उनके प्रति सम्मान को प्रकट करने के लिए लोगों ने बहुत तालियां बजाई।

विंबलडन ग्रैंड स्लेम टेनिस टूर्नामेंट के वक्त लोगों द्वारा तालियां बजने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब चर्चित है। इस वीडियो में लोग एक महिला को देखते हुए ताली बजा हैं। आपको बता दें कि यह महिला कोई और नहीं बल्कि सारा गिलबर्ट हैं जो कि पेशे से एक वायरोलॉजिस्ट हैं जिन्होंने कोरोना वायरस की वैक्सीन ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका को डेवलप किया है।

class="wp-block-image size-full">Covid-19:  विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के दौरान सारा गिलबर्ट के लिए लोगों ने बजाई तालियां, कोविड-19 के अलावा कई बीमारियों के लिए बनाया वैक्सीन images
image source:- http://www.canva.com

इस साल विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के दौरान इसके आयोजन कर्ताओं ने कुछ अलग और खास किया जिसमें वीआईपी रॉयल बॉक्स की टिकटें देकर मैच के शुरुआती समय में कोरोना वायरस की वैक्सीन डेवलप करने वालों और एनएचएस के स्टाफ को मैच का लुफ़्त उठाने के लिए आमंत्रित किया। इसी आमंत्रण में ब्रिटिश की प्रसिद्ध वायरोलॉजिस्ट सारा गिलबर्ट भी मैच देखने आई थीं। जब चैंपियन नोवाक जोकोविच ने जैक ड्रेपर को सर्विस देना चाहा तभी एंकर्स द्वारा एक अनाउंसमेंट किया गया।

ADAMA कम्पनी ने भारत में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए दान किया ऑक्सीजन भंडारण टैंक, जानें खबरें

अनाउंसमेंट के दौरान वहां बैठे दर्शकों को बताया गया कि इस मैच को देखने के लिए नेशनल हेल्थ सर्विस और कोरोना वायरस की वैक्सीन को डेवलप करने वाले लोग रॉयल बॉक्स में बैठे हुए हैं और यह अनाउंसमेंट सुनते ही वहां मैच देखने के लिए बाद दर्शकों ने उठ कर तालियां बजाने लगे। यह ताली बजाने का सिलसिला करीब एक मिनट से भी ज्यादा समय तक चला। बोरिस बेकार ने कमेंट्री करते हुए कहा कि यह उस चैंपियनशिप मैच की शुरुआत में सबसे भावात्मक पल है। हालांकि आपको बताते चलें कि इस विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट की जीत को मशहूर टेनिस खिलाड़ी जोकोविच ने अपने नाम किया।

इस भावात्मक पल कहने का कारण यह था कि विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट को पिछले साल महामारी कोरोना वायरस और उसके संक्रमण के फैलने के डर से रद्द किया गया था। हालांकि संक्रमण कम होने के कारण इस साल ग्रैंड स्लेम टेनिस टूर्नामेंट को फिर से शुरू कर दिया गया है। इसीलिए इस टूर्नामेंट के आयोजकों ने वीआईपी रॉयल बॉक्स की सीट देकर कोरोना वायरस महामारी के वॉरियर्स को सम्मान दिया।

इसी दौरान हन्ना इनेग्राम मुर जो कि कैप्टन टॉम मूर की बेटी हैं, उनका भी स्वागत शानदार तरीके से किया गया क्योंकि इस साल के शुरुआती समय में नेशनल हेल्थ सर्विस की 100 साल की उम्र में 33 मिलियन पाउंड की राशि जुटाने में मदद की थी जिसके दौरान उनकी मौत हो गई।

Covid-19:  विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के दौरान सारा गिलबर्ट के लिए लोगों ने बजाई तालियां, कोविड-19 के अलावा कई बीमारियों के लिए बनाया वैक्सीन picture

हालांकि आपको बता दें कि लोग जिनके लिए तालियां बजा रहे थे, वह ब्रिटिश वैरोलॉजिस्ट सारा गिलबर्ट थीं जो आयरिश मूल से संबंध रखने वाली ब्रिटिश की एक वैज्ञानिक हैं जो कोरोना वायरस जैसी खतरनाक बीमारी के साथ साथ कई अन्य वायरस और बीमारी के खिलाफ लड़ने वाली वैक्सीन बनाने में अपना योगदान दिया है।

सारा गिलबर्ट साल 1961 के अप्रैल महीने में पैदा हुई थीं। यह वायरोलॉजिस्ट की दुनिया में काफी मशहूर हैं क्योंकि मलेरिया के लिए वैक्सीन ढूंढने वाली टीम के साथ उन्होंने अपने करियर के शुरुआती समय में ही किया था। उसके बाद इन्होंने खतरनाक बीमारी मलेरिया और इबोला के लिए बनने वाली वैक्सीन में भी अपना पूरा योगदान दिया था। इसीलिए ब्रिटिश सरकार ने इनके काम और मेहनत को देखते हुए इन्हें कोरोना वायरस की वैक्सीन को बनाने की जिम्मेदारी दी थी।

लेटेस्ट लेख

Low Ejection Fraction: लो इजेक्शन फ्रैक्शन क्या है? जानिए लो इजेक्शन फ्रैक्शन के लक्षण एवं बचाव

Low Ejection Fraction: लो इजेक्शन फ्रैक्शन क्या है? जानिए लो इजेक्शन फ्रैक्शन के लक्षण एवं बचाव

More Articles Like This