Covid-19 in Kerala: केरल में की गई स्क्रीनिंग परीक्षण के कार्यक्रम की शुरुआत, बुधवार को 31,445 नए मामले सामने
करीब एक साल से भारत में कोरोना का कहर जारी है जिसमें पहली और दूसरी लहर ने कई राज्यों को प्रभावित किया है। दूसरी लहर की अंत तक केरल में तीसरी लहर की आशंका बढ़ गई है क्योंकि वहां 3 महीने बाद करीब 30 हजार के आसपास कोरोना के मामले पाए जा रहे हैं।
वहीं केरल में परीक्षण सकारात्मकता दर 19% तक की बढ़ोतरी देखी जा रही है। बीते बुधवार को केरल में कोरोना वायरस से संक्रमित 31445 नए मामले सामने आए जबकि संक्रमित मरीजों की में 215 लोगों की मौत हुई। इससे पहले 20 मई 2021 को केरल में करीब 30491 मामले सामने आए थे।
केरल राज्य सरकार की जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार बीते बुधवार को टीपीआर यानी सकारात्मक मामले और 19% से ज्यादा हो गये हैं। संक्रमित मिले नए मामलों के कारण केरल में अब संक्रमित लोगों की संख्या 3883429 तक हो गई है इसलिए सरकार ने इस संक्रमण को रोकने के लिए स्क्रीनिंग कार्यक्रम की शुरुआत करने की घोषणा कर दी है। बीते दिनों वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने कहा था कि केरल में होने वाली प्रसिद्ध ओणम पर्व के बाद सकारात्मकता दर 20% तक पहुंच सकती है जबकि मामलों में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
साल 2021 की बकरीद जो कि 27 जुलाई को था, उसके बाद कोरोना के लिए लगाए गए प्रतिबंधों में छूट के कारण केरल में हर रोज करीब 20 हजार या 20 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित मामले सामने आ रहे हैं।
जारी किए गए रिपोर्ट में बताया गया कि बीते मंगलवार को करीब 20271 कोरोना संक्रमित मरीज को ठीक करके घर भेजा गया जिसके कारण ठीक होने वाले कोरोना मरीजों की संख्या 36 लाख 93 हजार 6 सौ 28 हो गई लेकिन सक्रिय मामलों की संख्या अब भी 1 लाख 70 हजार 2 सौ 93 ही है।
बीते 24 घंटों में करीब 165273 लोगों का कोरोना जांच किया गया जिसमें 19 प्रतिशत तक सकारात्मकता दर पाई गई। अब तक तीन करोड़ 619046 लोगों के कोरोना वायरस परिक्षण किए जा चुके हैं।
आपको बता दें कि बीते दिन एर्नाकुलम में सबसे ज्यादा यानि 4048 कोरोना के मामले पाए गए। इसके बाद कोझिकोड में 3680, त्रिशूर में 3865, पलक्कड़ में 2562, मलप्पुरम में 3502 कन्नूर में 1930, कोल्लम में 2479, अलप्पुझा में 1874 कोट्टायम में 2050, इडुक्की में 1166, पठानमथिट्टा में 1008, वायनाड में 962 जबकि तिरुवंतपुरम जिला में 1700 कोरोना संक्रमित मामले दर्ज किए गए।
इन सभी मामलों में करीब स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या 123 थी जबकि 138 ऐसे लोग थे जो राज्य के बाहर से सफर करके केरल आए हुए थे। करीब 29608 और असंक्रमित लोग किसी दूसरे के संपर्क में आने से संक्रमित हुए थे जबकि 1576 संक्रमित लोगों के स्रोत का पता अब तक नहीं लगाया गया है। वहीं केरल के अलग-अलग राज्यों में करीब 470860 लोगों को स्वास्थ्य निगरानी में रखा गया है जिसमें 444278 लोग किसी इंस्टिट्यूट या होम क्वॉरेंटाइन की अंतर्गत है और 26583 लोग अस्पतालों में जांच करा रहे हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने राज्य में कोविड-19 के बारे में बताते हुए कहा कि केरल में एक गहन जांच यानी स्क्रीनिंग परीक्षण के कार्यक्रम की शुरुआत की गई है जिसकी मदद से इस महामारी को फैलने से रोका जा सकता है और यह भी आसानी से और जल्दी पता लगाया जा सकता है कि कितने लोग इस खतरनाक महामारी से संक्रमित हो रहे हैं।
इन बढ़ते मामलों के साथ यह बात भी सामने आई है कि केरल के जिन राज्यों में टीकाकरण कम हुआ है वहां इस परीक्षण को अधिक किया जाएगा और सभी लोगों को अपनी मर्जी से बढ़कर इस परीक्षण में सरकार और डॉक्टरों का साथ देना पड़ेगा।