Covid 19 3rd Wave: पश्चिम बंगाल सरकार ने दिया बच्चों के लिए नया आहार चार्ट, कोविड-19 के तीसरी लहर का होगा जमकर मुकाबला
पश्चिम बंगाल ने अपने अस्पतालों में चिकित्सा बुनियादी को कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के कारण और बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की आशंका को लेकर अस्पतालों में नई तैयारियों के साथ बच्चों की भर्ती को लेकर एक महत्त्वपूर्ण और पौष्टिक आहार चार्ट तैयार किया है। आशंकित कोरोना की तीसरी लहर से बचने, उसका मुकाबला करने और कोरोना के मामलों को नियंत्रित करने के लिए पश्चिम बंगाल की सरकार ने अपनी तैयारी तेज कर दी है और कई तरह की व्यवस्थाएं की है। कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका के कारण बुधवार को पश्चिम बंगाल की राज्य प्रशासन ने बाल चिकित्सकों द्वारा कई अस्पतालों में एक नया आहार चार्ट बनाने का निर्देश दिया है।
राज्य सरकार ने निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचने और उससे लड़ने का एक अहम हिस्सा आहार का होता है इसलिए राज्य सरकार ने मुख्य रूप से चिकित्सकों द्वारा एक अहम आहार योजना बच्चों के लिए संशोधित करवाने का फैसला लिया है। सरकार द्वारा बताए गए इस आहार चार्ट में तत्काल प्रभाव से बचने के लिए सभी तरह के भोजन मौजूद है।
पश्चिम बंगाल के बाल स्वास्थ्य संस्थान के निदेशक और वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ अपूर्वा घोष ने कहा कि जब बच्चे बीमार होते हैं तो उनके लिए पौष्टिक आहार बहुत जरूरी होता है। पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है कि दो तरह की आहार चार्ट को बच्चों के लिए तैयार किया गया है जिसमें पहले चार्ट में 1 वर्ष से 5 वर्ष के बच्चों और दूसरे चार्ट में 5 वर्ष से 12 वर्ष के बच्चों के लिए आहार के नाम और मात्रा बताए गए हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि दोनों ही चार्ट में लगभग एक जैसे ही भोजन है लेकिन उनकी मात्रा में थोड़ा सा अंतर है। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उस आहार में दूध,चावल, दाल, सब्जी, फल, ब्रेड, अंडा और मछली को भी शामिल किया गया है। उन्होंने आगे जानकारी दी कि 12 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए भी यही आहार चार्ट है लेकिन उनकी मात्रा थोड़ी ज्यादा है। 5 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के भोजन और आहार चार्ट में दही को जोड़ा गया है।
कोविड-19 से संक्रमित बच्चों और लोगों को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तरल पदार्थों के साथ साथ पर्याप्त और पौष्टिक भोजन का सेवन बहुत जरूरी होता है इसलिए पश्चिम बंगाल में जो बच्चे कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं, उनकी मां या उनकी देखभाल करने वाले परिवार के सदस्यों को अस्पताल में रहने के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए निर्देश के मुताबिक सही और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। कई अस्पतालों में बच्चों के लिए बनाए गए इस नए आहार चार्ट को लागू कर दिया गया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 5 अगस्त को वैश्विक सलाहकार निकाय की बैठक करने की बात कही है जिसमें इस कोरोना महामारी के मुद्दों पर राज्य को सलाह दे सकती है। अभिजीत विनायक बैनर्जी जो कि नोबेल पुरस्कार विजेता है, वह इस बैठक पर संगठन का नेतृत्व करने वाले हैं।
कई दिनों से पश्चिम बंगाल के राज्य में 700 से कम कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे थे लेकिन बीते बुधवार को यह संख्या बढ़कर 815 हो गई जिसके कारण चिंता बढ़ गई है। बंगाल का उत्तरी हिस्सा जो कि सिक्किम की सीमाओं के साथ जुड़ा हुआ है, उन हिस्सों में कालिमपोंग शहर से 6 क्षेत्रों को जोखिम कोरोना वायरस के क्षेत्र माने गए हैं। पश्चिम बंगाल में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के भी करीब 97 मामले सामने आए हैं।
पश्चिम बंगाल में निर्देश जारी करते हुए सरकार ने कहा है कि सिक्किम से आने वाले लोगों को दार्जिलिंग के राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए कोरोना वायरस की दोनों वैक्सीन डोज के प्रमाण पत्र या कोरोना की आरटीपीसीआर (RTPCR) परीक्षण की नकारात्मक रिपोर्ट प्रशासन को दिखाना जरूरी है।