Corona Vaccine in India: शुक्रवार को 24 घंटों में करीब बंटे 1,00,64,032 कोरोना वैक्सीन की खुराक, अधिकारी तीसरे लहर के डर से हैं अलर्ट
देश और दुनिया भर में कोरोनावायरस जैसी महामारी से बचने के लिए सभी देश अपने अपने स्तर पर लोगों को वैक्सीन दे रहे हैं। भारत में भी अब तक करोड़ों लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। बीते शुक्रवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने वैक्सीन की जानकारी देते हुए कहा कि केवल शुक्रवार को 24 घंटों में करीब 1,00,64,032 कोरोना वैक्सीन की खुराक लोगों में दी गई है।
इन आंकड़ों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य कर्मियों और लोगों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद यह एक दिन की सबसे बड़ी खुराक की गिनती है। वहीं अब तक भारत में करीब 62,09,43,580 वैक्सीन दी जा चुकी है। हालांकि टीकाकरण अभियान के बाद भी लोगों में कोरोना के तीसरी लहर का डर जारी है जिसके कारण त्योहारों के समय राज्य और केंद्र के अधिकारी, स्वास्थ्य कर्मी अलर्ट पर है।
केरल राज्य को सबसे ज्यादा कोरोना मामलों वाली जगह
बीते गुरुवार को केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र और केरल राज्य को सबसे ज्यादा कोरोना मामलों वाली जगह बताते हुए रात के कर्फ्यू लगाने पर विचार विमर्श करने को कहा जिसके लिए महाराष्ट्र सरकार को सलाह दी गई कि आने वाले त्योहारों को ध्यान में रखते हुए स्थानीय तौर पर कोरोना के लिए लगाए गए प्रतिबंध को सख्त किया जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को सलाह दी कि आने वाली गणपति उत्सव या दही हांडी के दौरान सार्वजनिक समारोह या सामूहिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाया जाए।
भारत की केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडवीया ने एक दिन में एक करोड़ वैक्सीन की खुराक की उपलब्धि पर लोगों को बधाई दी। वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने ट्विटर पर स्वास्थ्य कर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि एक करोड़ से अधिक टीके एक दिन में देने पर स्वास्थ्य कर्मियों का परिश्रम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सबको मुफ्त वैक्सीन देने का संकल्प पूरा हुआ। वहीं महाराष्ट्र और केरल से कोरोना के आ रहे अधिक मामलों के कारण बीते गुरुवार को केंद्र सरकार ने दोनों राज्यों में टीकाकरण और कोरोना परीक्षण जैसे कामों के लिए तेजी बढ़ाने को कहा।
कोविड-19 कि ऐसी स्थिति की समीक्षा कर रहे केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने जानकारी दी कि वह महाराष्ट्र और केरल सरकार द्वारा लगाए गए कोरोना के प्रतिबंधों की समीक्षा कर रहे हैं। अजय भल्ला ने कहा कि कोरोना की संक्रमण को रोकने के लिए और भी ज्यादा प्रयासों की जरूरत हो सकती है। अजय भल्ला ने दोनों राज्यों की समीक्षा के बाद राज्य सरकार को सलाह दी कि ऐसी जगहों पर रात के कर्फ्यू लगाने की संभावना है जहां कोरोना के अधिक सकारात्मक मामले सामने आ रहे हैं।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बीते शुक्रवार को महाराष्ट्र सरकार को कहा कि पिछले महीने उनके राज्य में दैनिक कोरोना मामलों की संख्या में गिरावट आई थी लेकिन महाराष्ट्र में कई ऐसे जिले हैं जहां कोरोना के मामले दोबारा बढ़ रहे हैं जिसके कारण प्रतिबंधों को सख्त करने की जरूरत पड़ सकती है।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए 2005 की आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत राजेश भूषण ने राज्य सरकार को कंटेनमेंट जोन पर ध्यान देने के आदेश दिए हैं। राजेश भूषण ने जानकारी दी कि इस आदेश को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र सरकार आने वाले गणपति उत्सव जैसे त्योहारों पर सार्वजनिक या सामूहिक कार्यक्रमों पर स्थानीय रूप से प्रतिबंध लगा सकता है और कोरोना के लिए लगाए गए नियम और प्रतिबंध को और सख्त कर सकता है।
जहां दूसरी लहर के दौरान दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही थी वहीं अब इस स्थिति में काफी सुधार आया है जिसके कारण डीडीएमए यानी दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से अगले सप्ताह से खोलने की बात को लेकर विचार-विमर्श हुए हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में नौवीं से 12वीं के स्कूल, कॉलेज और कोचिंग को एक सितंबर से खोलने की बात की। हालांकि दिल्ली सरकार ने किसी भी विद्यार्थी को स्कूलों में आने के लिए मजबूर नहीं किया। तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए अब भी कई अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं।