Corona Curfew in Kerala: केरल के मुख्यमंत्री का आदेश, केरल में सोमवार की रात से लगेगा कर्फ्यू
भारत में कोरोना महामारी करीब एक साल से अपना असर दिखा रही है। जहां कोरोना की पहली लहर ने महाराष्ट्र राज्य को सबसे ज्यादा प्रभावित किया था तो वही कोरोना की दूसरी लहर ने केरल में अपना ज्यादा प्रभाव दिखाया है। इस खतरनाक और प्रभावशाली कोरोना महामारी को रोकने के लिए भारत की केंद्र सरकार ने लॉकडाउन का रास्ता अपनाया था जिसके बाद सभी राज्यों में कड़े नियमों के साथ लॉकडाउन को पालन करना जरूरी किया गया। कोरोना के मामलों में गिरावट आने के बाद कुछ राज्यों ने लॉकडाउन हटाया था और कुछ ने केवल नाइट कर्फ्यू या रात्रि कर्फ्यू लगाकर कोरोना के मामलों को नियंत्रित किया था।
हालांकि हाल ही में हुए कुछ पर्व के कारण कोरोना के मामलों में कई राज्यों में बढ़ोतरी देखी गई थी। हाल ही में केरल में मनाई जाए बनाने वाली प्रमुख पर्व ओणम के कारण लगाए गए प्रतिबंधों में ढील की वजह से केरल में दोबारा कोरोना के मामलों में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। बढ़ते मामलों को देखते हुए केरल की राज्य सरकार ने रात्रि कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है।
जानिए केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बीते शनिवार को क्या कहा
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बीते शनिवार को यह घोषणा की कि आने वाले सोमवार से केरल राज्य में रात्रि कर्फ्यू लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री विजयन ने फैसला लेते हुए कहा कि इस कर्फ्यू को रात की 10 बजे से सुबह के 6 बजे तक लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बताया कि ओणम पर्व की वजह से कोरोना के नियमों और लॉकडाउन में दिए गए ढील की वजह से केरल में दोबारा कोरोना के मामले बढ़े थे जिसे दोबारा नियंत्रित करने के लिए कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया है।
केरल के मुख्यमंत्री ने रात्रि कर्फ्यू लगाने के साथ-साथ बताया कि केरल में उनकी सरकार मौतों को कम करने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीकाकरण अभियान के माध्यम से कोरोना के खिलाफ लड़ने वाली टीके दे रही है। उन्होंने कहा कि लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तेज गति से टीकाकरण अभियान किया जा रहा है और जनसंख्या के हिसाब से देश में टीकाकरण अधिक करने वाले राज्यों में केरल भी शामिल है।
सीएम पिनाराई विजयन ने बताया कि केरल में करीब 1 दिन में करीब 5 लाख कोरोना के टीके दिए जाते हैं। उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है लेकिन केरल में मृत्यु दर अभी नियंत्रित है। कोरोना महामारी के वक्त सभी राज्य और डॉक्टरों ने मौत की संख्या कम करने की कोशिश की थी और रिपोर्ट के मुताबिक केरल में कोरोना से मरने वालों की संख्या काफी कम है।
मुख्यमंत्री ने अपने राज्य में देश के मुकाबले कम संख्या की मौत के लिए डॉक्टरों और प्रशासन की सराहना की और कहा कि देश में मृत्यु औसत करीब 1.3 है जबकि केरल में मृत्यु की औसत केवल 0.5 के आसपास है। उन्होंने आगे बताया कि केरल में कैंसर या दूसरी गंभीर रोग वाले लोग, बुजुर्ग आबादी के साथ-साथ देश का ज्यादा जनसंख्या वाला राज्य है और जहां मौत की संख्या ज्यादा हो सकती थी लेकिन केरल के डॉक्टरों और प्रशासन की वजह से इस संख्या को कम करने या नियंत्रण करने की पूरी कोशिश की गई है।
मुख्यमंत्री विजयन ने लोगों से आग्रह करते हुए और तीसरी लहर के बारे में चेतावनी देते हुए कहा कि आने वाले समय में तीसरी लहर की आशंका है जिसके कारण सभी को ज्यादा सतर्क रहना पड़ेगा।
बीते शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों और रिपोर्ट के मुताबिक केरल में बीते 24 घंटे में करीब 32,801 कोविड-19 के मामलों को दर्ज किया गया था जो कि पूरे देश में मिले 46,759 का करीब 70 प्रतिशत है। वहीं शनिवार को जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार भारत में एक दिन में कुल 509 लोगों की कोरोना संक्रमण के कारण मृत्यु हुई जिसमें सबसे ज्यादा मौतें केरल राज्य से दर्ज किए गए थे। बीते 24 घंटों में केरल में करीब 180 मौत हुई थी जिसके कारण केरल में डॉक्टरों और विशेषज्ञों के बीच चिंता बनी हुई है।