Bone Death or Avascular necrosis: बोन डेथ या एवैस्कुलर नेक्रोसिस क्या है ? इसके कारण, लक्षण, बचाव और इलाज। Bone Death – Causes, Symptoms, Prevention and Treatment in Hindi

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Dr. Yogeshwar Krishan Kant
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Bone Death/Avascular Necrosis – कोरोनावायरस के पश्चात अब सामने आई यह नयी बीमारी ?

  • Coronavirus के कारण तो पहले ही पूरी दुनिया का बुरा हाल है क्योंकि कोरोनावायरस की वजह से पूरी दुनिया में करोड़ों लोगों की जान गई है, यह आंकड़े बहुत ज्यादा है। अभी तक तो इस दुनिया में कोरोनावायरस भी अच्छे से नियंत्रित नहीं हो पा रहा और इसी के चलते black fungus नाम की बीमारी भी दुनिया में देखी गई थी। इस बीमारी से भी बहुत से लोगों की जान गई है, लेकिन इस बीमारी से जितने भी लोगों की जान गई है वह सभी लोग कोरोना के ही मरीज थे, क्योंकि यह बीमारी सिर्फ कोरोना के मरीजों को ही अपना शिकार बना रही थी। ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोनावायरस के मरीज के शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली काफी हद तक कमजोर हो जाती है, जिसके चलते उसके शरीर में बीमारियों से लड़ने की क्षमता बिल्कुल भी नहीं रहती और इसी के कारण जिन लोगों को कोरोनावायरस हो रहा था, तो उन लोगों का immunity system तो पहले ही काफी नाजुक हो चुका था और फिर उन लोगों को  ब्लैक फंगस नाम की बीमारी अपना शिकार  बना रही थी।
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  • अब यह बीमारी भी अच्छे से नियंत्रण में नहीं आई और इसी के चलते अब दुनिया में एक दूसरी बीमारी के मरीज भी काफी ज्यादा देखे जा रहे हैं जो कि व्यक्ति की हड्डियों को बहुत ज्यादा प्रभावित कर रही हैं। इस बीमारी का नाम Bone Death है और इस बीमारी को भी बहुत से के सामने आए हैं जिसके चलते लोगों की हड्डियों ने काम करना बंद कर दिया हैं, क्योंकि यह बीमारी व्यक्ति की हड्डियों को इतनी ज्यादा बुरी तरह प्रभावित करती है कि, वह चलने फिरने लायक भी नहीं रहती। आज हम आपको इसी के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं कि Bone Death Kya Hai तथा Causes Of Bone Death Disease In Hindi इसी के साथ साथ हम आपको  Symptoms Of Bone Death Disease In Hindi तथाPrevention From Bone Death Disease In Hindi के बारे में भी विस्तार से बताएंगे।
  • Bone Death Disease Kya Hai – What Is Bone Death Disease In Hindi ?

    • अब भारत में कोरोनावायरस से जो भी मरीज ठीक हो रहे हैं, उनमें पहले तो Black Fungus, White Fungus या फिर Green Fungus आदि की बीमारी देखी जा रही थी, उसके कारण काफी लोग दिन प्रतिदिन अभी भी प्रभावित हो रहे हैं। यह आखों से संबंधित बीमारी जो कि व्यक्ति की आंखों को काफी बुरी तरह से प्रभावित करती हैं। अब इसी के चलते भारत में एक नई बीमारी देखी जा रही हैं, जिसे Bone Death का नाम दिया गया है। यह बीमारी उन लोगों को प्रभावित कर रही है, जो कि कोरोनावायरस के संक्रमण से हाल ही में ठीक हुए हैं। यह बीमारी कोरोनावायरस के मरीजों की हड्डियों को काफी बुरी तरह प्रभावित करती हैं, जिसके कारण व्यक्ति की हड्डियां गलने लगती हैं। वैसे तो डॉक्टरों की भाषा में इस बीमारी को एवैस्कुलर नेक्रोसिस ( Avascular Necrosis ) कहां जाता हैं।
    • यह बीमारी जिस किसी भी व्यक्ति को प्रभावित करती है, तो उसके Blood Circulation को बिल्कुल ही प्रभावित करती हैं, जिसके कारण मांसपेशियों को अच्छे से खून नहीं मिल पाता और उसी के कारण हड्डियां गलने लगती हैं। अभी तो इस बीमारी के मरीज बहुत ही कम है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना यह है कि आने वाले समय में यह बीमारी बहुत ही घातक सिद्ध होने वाली हैं। यदि इस बीमारी का जल्द ही इलाज ना किया जाए , तो यह बीमारी व्यक्तियों को हमेशा के लिए चलने फिरने से भी मोहताज कर सकती है। विशेषज्ञों ने बहुत से ऐसे तरीके बताए हैं, जिनसे इस बीमारी के खतरे को काफी कम किया जा सकता है।

    Bone Death Disease के लक्षण – Symptoms Of Bone Death/Avascular necrosis In Hindi

    इस बीमारी के बहुत से लक्षण हो सकते हैं, जिनसे इस बीमारी को शुरुआती चरण में ही नियंत्रित करने के लिए इलाज किया जा सकता हैं। यदि आपको भी इस प्रकार के Symptoms Of Bone Death Disease In Hindi अपने शरीर में नजर आते हैं, तो तुरंत ही हड्डियों के डॉक्टर से सलाह लें।

    • अगर आप हाल ही में कोरोनावायरस से ठीक होकर अपने घर आए हैं और उसके पश्चात आपके जोड़ों में बहुत ही ज्यादा दर्द हो रहा है। यहां तक कि आपको चलने फिरने में भी बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है, तो इस प्रकार के लक्षण को बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें, क्योंकि यह भी Bone Death Disease का लक्षण हो सकता है।
    • अगर कोई व्यक्ति बिस्तर पर लेटा हुआ है और बिस्तर से उठते समय उसे पूरे शरीर में बहुत ज्यादा दर्द महसूस होता है। मतलब की हाथों पैरों की हड्डियों में बहुत ही ज्यादा दर्द महसूस होता हैं, तो इसे भी सिर्फ एक या 2 दिन ही नजरअंदाज किया जा सकता है, इसके पश्चात आपको डॉक्टर की सलाह लेनी काफी आवश्यक हैं।
    • यदि आपको अपने कंधो तथा घुटनों में बहुत ही ज्यादा भारीपन महसूस हो रहा है और इसी के साथ-साथ आपके कंधे और घुटनों में काफी ज्यादा दर्द हो रहा हैं, तो यह भी Avascular necrosis का लक्षण हो सकता हैं।
    • अगर कोई व्यक्ति थोड़ा सा भी वजन उठाने की कोशिश कर रहा है और वजन उठाते ही उसके जोड़ों में बहुत ज्यादा दर्द होने लगता है या फिर उसको इस प्रकार का महसूस होता हैं, कि मानो उसकी हड्डियां भी टूट गई हो इस प्रकार का लक्षण भी Bone Death Disease का हो सकता है।
    • अगर किसी व्यक्ति को हाथों और पैरों की उंगलियों में बहुत ज्यादा दर्द है, तो यह भी इसी बीमारी का लक्षण हो सकता है, लेकिन छोटा-मोटा दर्द इस बीमारी का लक्षण नहीं हो सकता। यदि आपको बहुत ही ज्यादा दर्द है, जैसा की हड्डी टूटने पर होता है, तो इस प्रकार का लक्षण Bone Death Disease का हो सकता है।
    • अगर आपको उठने बैठने या फिर झुकते हुए भी हड्डियों में दर्द हो रहा है, तो यह भी Avascular Necrosis का लक्षण है। इसीलिए इस प्रकार के लक्षणों को ज्यादा से ज्यादा दो या तीन दिन तक नजरअंदाज किया जा सकता है। अगर आप इससे ज्यादा दिन इन लक्षणों को नजरअंदाज करते हैं, तो यह आपके लिए घातक भी साबित हो सकते हैं।

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    Bone Death Disease के कारण – Causes Of Bone Death/Avascular necrosis In Hindi

    Bone Death Disease के बहुत से कारण हो सकते हैं जैसे कि :-

    • अगर आप हाल ही में कोरोनावायरस के संक्रमण से ठीक हुए हैं, तो ठीक होने के पश्चात भी आपको इस बीमारी के लक्षण अपने शरीर में देखने को मिल सकते हैं, क्योंकि जब आप कोरोनावायरस से संक्रमित होते हैं, तो उस समय आपके शरीर की Immunity बहुत ही कमजोर हो जाती है, जिसके चलते आपका शरीर आसानी से बीमारियों का शिकार हो सकता है।
    • अगर आपकी उम्र 40 साल से ज्यादा है और आप पोषक तत्वों का बिल्कुल भी सहमत नहीं करते, जिसके कारण आपके शरीर की Immunity बहुत ही कमजोर है, तो इसके कारण भी आपको इस बीमारी के लक्षण अपने शरीर में देख सकते हैं, क्योंकि पोषक तत्वों का सेवन ना करने के कारण हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है और जब शरीर में पोषक तत्वों की कमी होती है, तो उस समय शरीर की Defence System काफी हद तक प्रभावित होती है, जिसके कारण हमारे शरीर में अब रोगों से लड़ने की क्षमता भी नहीं रहती।
    • अगर आप Steroids का सेवन करते हैं, तो स्टेरॉयड का सेवन करने से भी आपके शरीर की Immunity काफी हद तक कमजोर हो सकती है, क्योंकि Steroids व्यक्ति के शरीर पर तुरंत असर तो दिखा देते हैं, लेकिन उसके शरीर को अंदर से खोखला बना देते हैं। इसी के कारण यह बीमारी आपको आसानी से हो सकती है। आज के समय में लड़के अच्छी बॉडी बनाने के चक्कर में बहुत से Steroids का सेवन करते हैं, जिसके पश्चात उनका शरीर अंदर से पूरा खोखला हो जाता है।
    • अगर किसी व्यक्ति की उम्र 40 साल से भी कम है, लेकिन वह बहुत ज्यादा नशा करता है। नशा मतलब की Smoking करना, Alcohol का सेवन अधिक करना या फिर Drugs आदि का सेवन करता है, तो उसके कारण भी उसका शरीर अंदर से खोखला हो जाता हैं, फिर उसके शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता नहीं बच्चे और इस परिस्थिति में भी यह बीमारी उस व्यक्ति को आसानी से हो सकती हैं।

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    Bone Death Disease से बचने के तरीके – Prevention Tips From Bone Death Disease/Avascular necrosis In Hindi

    अगर आप इस बीमारी से बचना चाहते हैं तो आपको अपनी जीवनशैली में बदलाव करने के साथ-साथ अपने खाने-पीने का भी अच्छा ध्यान रखना होगा तभी आप इस बीमारी से बच सकते हैं जैसे कि :-

    1. हरी सब्जियों का सेवन करें

    आपको रोजाना हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। क्योंकि हरी सब्जियों का सेवन करने से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी हद तक बढ़ जाती है, जिसके कारण हमारे शरीर को विभिन्न प्रकार के रोगों से लड़ने की क्षमता मिलती है। इसी के साथ साथ हमारे शरीर में सभी जरूरी पोषक तत्वों की कमियां धीरे-धीरे पूरी हो जाती हैं।

    2. रोजाना दूध का सेवन करें

    हमें हमेशा ही दूध का सेवन जरूर करना चाहिए। क्योंकि दूध पीने से हमारी हड्डियां मजबूत होती है इसी के साथ-साथ हमारे शरीर को सभी जरूरी तत्व प्राप्त होते हैं, आपको यह बात पता होनी चाहिए कि दूध पीने से हमारी हड्डियों को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम प्राप्त होता है, जिससे कि बुढ़ापे में भी हम हड्डियों की बीमारियों से बचे रहते हैं।

    3. ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी

    बहुत बार पानी की कमी के कारण भी हमारे शरीर में अनेकों प्रकार की बीमारियां तो हो ही जाती हैं। क्योंकि पानी की कमी के कारण भी हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी हद तक कम हो जाती हैं। इसीलिए हमें रोजाना भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए।

    4. मांसाहारी भोजन का सेवन

    अगर आप मांसाहारी भोजन का सेवन कर सकते हैं, तो आपको मांस, मछली या फिर अंडे का सेवन भी जरूर ही करना चाहिए, क्योंकि इनमें भी भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं और calcium की मात्रा भी काफी ज्यादा होती है, जो कि हमारी हड्डियों को भी मजबूत बनाती है। इसीलिए इनका सेवन भी हफ्ते में 2 से 3 बार जरूर करें यदि आप रोजाना दो से तीन उबले हुए अंडे भी खाते हैं, तो वह भी काफी हैं।

    5. दालों का सेवन करें

    इस प्रकार की बीमारियों से बचने के लिए आपको दालों का सेवन हमेशा ही करना चाहिए, क्योंकि दालों का सेवन करने से भी हमारे शरीर की हर एक कमी को पूरा किया जा सकता है। इसीलिए अलग-अलग प्रकार की दाल का सेवन हफ्ते में तीन से चार बार जरूर करें।

    6. व्यायाम करें

    आपको प्रतिदिन एक्सरसाइज या व्यायाम भी जरूर करना चाहिए, क्योंकि व्यायाम करने से भी आप अपने शरीर को बिल्कुल स्वस्थ रख सकते हैं। यदि आप रोजाना पार्क में 15 से 20 मिनट भी सैर करते हैं, तो इस प्रकार भी आप अपनी हड्डियों को हमेशा ही मजबूत बनाकर रख सकते हैं।

    Bone Death/Avascular Necrosis Conclusion

    इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको Bone Death Disease के बारे में विस्तार से बताया है कि Symptoms Of Bone Death Disease In Hindi तथा Prevention From Bone Death Disease In Hindi इसी के साथ-साथ हमने आपको Bone Death Kya Hai तथा Causes Of Bone Death Disease In Hindi के बारे में भी अच्छे से बता दिया हैं। अब यदि आपको हमसे Bone Death Disease से संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना हैं, तो कमेंट सेक्शन में कमेंट करें। धन्यवाद!

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