दिल्ली में मचा Black Fungus का कहर, 1650 से भी अधिक मामले आए सामने
भारत म्यूकोर्मिकोसिस में एक नई चुनौती से जूझ रहा है, एक दुर्लभ कवक रोग जिसमें उच्च मृत्यु दर होती है जिसे आमतौर पर ‘ब्लैक फंगस’ कहा जाता है। भारत ने पिछले 24 घंटों में 259,551 नए कोरोनोवायरस संक्रमणों की सूचना दी है, जबकि म्यूकोर्मिकोसिस के बढ़ते मामलों के साथ मौतों में 4,209 की वृद्धि हुई है, यह एक प्रकार का कवक रोग है जिससे हम ब्लैक फंगस के नाम से जानते हैं, यह उपचार को और भी मुश्किल बनाता है।
म्यूकोर्मिकोसिस के कारण नाक पर कालापन या मलिनकिरण, धुंधली या दोहरी दृष्टि, सीने में दर्द, सांस लेने में कठिनाई और खून की खांसी होती है। डायबिटीज एवं कम इम्यूनिटी सिस्टम वाले लोगों पर यह और ज्यादा खतरा का कारण बन रहा है। आंखों या नाक के आसपास दर्द और लाली, बुखार, सिरदर्द, खांसी, सांस की तकलीफ, खूनी उल्टी और बदली हुई मानसिक स्थिति इसके कुछ लक्षण हैं।
वर्तमान में दिल्ली में कोरोनावायरस से भी अधिक सक्रिय ब्लैक फंगस के मामले हैं। भारत की राजधानी दिल्ली के लिए यह कोविड-19 से भी बड़ी चुनौती हैं। आंकड़ों के अनुसार जुलाई तक दिल्ली में ब्लैक फंगस के 952 सक्रिय मामले सामने आए जो कि उस दिन आए कोविड-19 के सक्रिय मामले की रिपोर्ट से भी अधिक हैं। इसके आगे जुलाई तक दिल्ली में देखा गया कि डाटा के अनुसार माइक्रोमायसिस 1650 से भी अधिक मामले दर्ज हुए थे।
दिल्ली सरकार ने 27 मार्च को काले कवक को पूरे देश में एक महामारी के नाम से घोषित कर दिया। इसके अलावा राज्य के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शहर में फैले घातक रोग से बचाव के लिए महामारी रोग अधिनियम के तहत नियम जारी कर प्रतिबंधित और नियंत्रित करने की कोशिश की। काले कवक के 600 से अधिक मामले तब तक यहां मिल चुके हैं।
डाटा के अनुसार दिल्ली में काले कावा के 993 सक्रिय मामले के साथ 1665 यूसी श्लेष्मा झिल्ली भी दर्ज करवाई गई है कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या जुलाई में 833 हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि उच्च जोखिम वाले मधुमेह रोगी जो कोविड -19 से उबर चुके हैं, उन्हें सावधान रहना चाहिए और किसी भी लाल झंडे की सूचना तुरंत ईएनटी सर्जन को देनी चाहिए।
दिल्ली के सरकारी अस्पताल में 302 केंद्र द्वारा संचालित सुविधाओं में 246 तथा निजी अस्पतालों में 4 से 2 रोगी के साथ काले कवक के कुल मामलों की संख्या 922 है। यह आंकड़े आधिकारिक आंकड़े के अनुसार बताए जा रहें हैं। कई राज्यों ने महत्वपूर्ण दवा की कमी की सूचना दी है क्योंकि दुनिया भर में भारतीय मिशन आपूर्ति सुरक्षित करने के लिए हाथापाई कर रहे हैं। पिछले हफ्ते ही भारत ने एंफोटरइसिन बी इंजेक्शन के निर्यात पर रोक लगा दिया।
कांग्रेस पार्टी सहित विपक्षी दलों ने काले कवक के डर से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया। अधिसूचना के अनुसार, शहर में सभी स्वास्थ्य सुविधाओं, सरकारी और निजी, राज्य सरकार, केंद्र सरकार और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा जारी म्यूकोर्मिकोसिस की जांच, निदान और उपचार के लिए दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।
म्यूकोर्मिकोसिस के हर संदिग्ध और पुष्ट मामले की सूचना स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। एंफोटरइसिन विवाह के लिए 2 जुलाई तक कुल लगभग 1.5 मिलियन इंजेक्शन की आवश्यकता पड़ सकती है ऐसा आंकड़ों के अनुसार बताया गया।
स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा बताया गया कि सोमवार को नई दिल्ली में 45 ताजा कोविड-19 तथा तीन मौत भी दर्ज हुई। लेकिन पॉजिटिविटी रेट 0.08% से आगे नहीं बढ़ी। गौरतलब है कि सोमवार को कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 14,35,128 हो गई लेकिन सबसे अच्छी बात तो यह है कि 14 लाख से अधिक मरीज इस वायरस को चकमा दे चुके। कोरोनावायरस के सक्रिय मामलों की संख्या सोमवार को कम होकर 693 तक आ गई।