Bharat Biotech के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट (Manufacturing Plant) को गुजरात के अंकलेश्वर में मिली मंजूरी, Covaxin की प्रोडक्शन होगी शुरू
देश और दुनिया भर में महामारी कोरोना फैले जा रही है जिसके बाद उससे बचने का एकमात्र उपाय उसके खिलाफ लड़ने वाली वैक्सीन को बताया जा रहा है लेकिन हमारे देश भारत में लोगों को कोरोना वायरस के साथ उसकी वैक्सीन की कमी का भी सामना करना पड़ रहा है। कोरोना की बढ़ते मामलों के कारण कई राज्य में वैक्सीन की कमी की खबरें सामने आ रही हैं। इसी बीच भारत बायोटेक द्वारा कोवैक्सीन के निर्माण को लेकर एक अच्छी खबर भी आई है।
भारत बायोटेक कंपनी द्वारा बनाए जा रहे कोरोना के खिलाफ वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने की बात सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक 51.45 करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराक भारत में अब तक दी जा चुकी है और इसके उत्पादन को बढ़ाने से वैक्सीन की उपलब्धता भी बढ़ाई जा सकेगी।
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए सबसे बड़ा हथियार उसके लिए वैक्सीन लेना है इसलिए केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन अभियान को बढ़ाने के लिए एक बहुत बड़ा निर्णय लिया है। केंद्र सरकार ने भारत बायोटेक कंपनी द्वारा बनाई जा रही कोरोना वायरस के खिलाफ कोवैक्सीन के उत्पादन के लिए मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी या प्लांट जो गुजरात के अंकलेश्वर में स्थित है, उसे मंजूरी दी है। आपको बता दें कि भारत बायोटेक कंपनी साल 2021 के अक्टूबर महीने से करीब 20 करोड़ वैक्सीन की खुराक का उत्पादन हर साल जीएमपी सुविधाओं के साथ करेगी।
बीते मंगलवार को ट्विटर के जरिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया ने यह जानकारी दी और बताया कि 51.45 करोड़ से ज्यादा लोगों को देश भर में कोरोना के खिलाफ लड़ने वाली वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। वहीं भारत देश में अब तक कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक वी नामक वैक्सीन दी जा रही है। ऐसी भी जानकारी मिली है कि कुछ और नई वैक्सीन को जल्द ही देश में उपलब्ध कराया जाएगा।
बीते मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिए गए जानकारी के अनुसार देश की राज्य, केंद्र शासित राज्यों और प्राइवेट अस्पतालों में 2.07 करोड़ वैक्सीन की डोज मौजूद है। वहीं प्राइवेट और सरकारी जैसे सभी सोर्सेस से 52.56 करोड़ वैक्सीन की खुराक अब तक उपलब्ध हो चुकी है। वही मंत्रालय ने आगे कहा कि अभी 48 लाख 43 हजार एक सौ वैक्सीन की खुराक की सप्लाई की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि वैक्सीन की उत्पादन के बढ़ने से उसकी उपलब्धता भी बढ़ेगी और मोदी सरकार द्वारा कहे गए मुफ्त वैक्सीन देने के ऐलान के कारण सबको वैक्सीन जरूर मिलेगी।
वहीं दूसरी ओर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करने के बाद सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदर पूनावाला ने जानकारी दी थी कि 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए 2021 के अक्टूबर महीने में कोवोवैक्स वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी और 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए 2022 के जनवरी या फरवरी महीने तक यह वैक्सीन उपलब्ध कराने की उम्मीद है। वही अदार पूनावाला ने यह भी कहा था कि अभी वैक्सीन की 13 करोड़ खुराक सिरम द्वारा उत्पादित किया जाता है जिसे बढ़ाने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना के खिलाफ लड़ने वाले वैक्सीन के सिंगल खुराक को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि भारतीय बाजार में जल्द ही जॉनसन एंड जॉनसन की यह सिंगल खुराक वाली वैक्सीन उपलब्ध हो सकेगी। जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी ने अपने वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल के लिए तीसरे चरण में अनुमति मांगी थी जिसके बाद भारत में आपातकालीन इस्तेमाल के लिए बिना क्लिनिकल ट्रायल के वैक्सिंग के इस्तेमाल को मंजूरी दी है। टि्वटर स्वास्थ्य मंत्री मांडवी आने जानकारी दी कि पांच EUA वैक्सीन अब तक भारत के पास मौजूद है।
भारत बायोटेक कंपनी द्वारा दिए गए जानकारी के अनुसार यह कोवैक्सीन अंकलेश्वर, गुजरात की चिरॉन बेहरिंग वैक्सीन प्लांट में उत्पादित किया जाएगा और हैदराबाद तथा बेंगलुरु में भी कंपनी द्वारा वैक्सीन की उत्पादन को बढ़ाने की बात कही गई है।