- Bathing Tips for Baby|नवजात शिशु को स्नान कैसे कराएं – जानिए नवजात शिशु के स्नान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें ?
- छोटे बच्चों को कैसे नहलाए – Bathing Tips For Kids In Hindi ?
- स्नान कराने का समय सुनिश्चित करें ( Make Sure The Time Of Shower )
- खाली पेट स्नान न करवाएं ( Don’t take Bath Empty Stomach )
- पानी के तापमान का ध्यान रखें ( Maintain The Temperature Of Water )
- नहलाते समय बेबी सोप का इस्तेमाल करें ( Use Baby Soap while Bathing )
- आंखों तथा कानों में साबुन ना लगाएं। ( Do Not Put Soap in eyes and Ears )
- बाल धोने के लिए भी अलग शैंपू का इस्तेमाल करें ( Use a Different Shampoo to Wash your Hair )
- बच्चों को नहलाने के लिए सही उत्पाद का चयन करें ( Choose the Right Product for Baby Bath )
- स्नान करवाने से पहले बच्चे की अच्छे से मालिश करें ( Massage Baby Well Before taking Bath )
- सर्दियों के मौसम में पहले की कपड़े ना निकाले ( Do not Remove the clothes in the Winter Season )
- नहाने के पानी में दूध मिलाएं ( Add Milk to Bath Water )
- बच्चे को स्नान करवाते समय त्वचा को ना रगड़े ( Do Not Rub the Skin While Bathing the Baby )
- स्नान करवाते समय बच्चे को अच्छे से पकड़े ( Hold Baby Well while Bathing )
- गर्मियों के मौसम में स्नान कराने के बाद बेबी पाउडर का इस्तेमाल करें ( use Baby Powder after Bath in Summer Season )
- स्नान करवाते समय बच्चे के सिर पर ज्यादा पानी ना डालें ( Do not Pour too Much Water on Baby’s Head while Bathing )
- जब गर्भनाल सूख जाए तो तभी स्नान कराएं ( Take a Bath When the Umbilical Cord is Dry )
- बच्चों के स्नान से संबंधित कुछ जानने योग्य बातें ( Some Things To know About Baby Bath )
- Conclusion –
Bathing Tips for Baby|नवजात शिशु को स्नान कैसे कराएं – जानिए नवजात शिशु के स्नान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें ?
माताओं के मन में अक्सर अपने छोटे बच्चे को नहलाने से संबंधित प्रश्न मन में आते रहते हैं, क्योंकि कहीं बाहर गलत ढंग से नहलाने के कारण भी बच्चे का स्वास्थ्य खराब हो सकता हैं। इसीलिए बच्चे की माता को Bathing Tips For Newborn Baby In Hindi के बारे में पता होना आवश्यक हैं,
क्योंकि अगर आप बच्चे को बचपन से ही अच्छी तरह नहीं लगती हैं तो फिर जैसे-जैसे आपका बच्चा बड़ा हो रहा होता है तो उसका रंग भी पहले की अपेक्षा साफ होने लगता है और उसके शरीर पर मैल भी नहीं जमता,
वैसे तो बच्चों को नहलाने के लिए आज के समय में बहुत से Beauty Products आ गए हैं, जोकि बच्चे के लिए बिल्कुल भी अच्छे नहीं माने जाते, इसके अतिरिक्त पुराने समय में तो छोटे बच्चों को नहलाने के लिए दूध का इस्तेमाल भी किया जाता था, ऐसा माना जाता था कि दूध से नहलाने पर बच्चे का रंग काफी निखर जाता है।
आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको Bathing Tips For Baby In Hindi तथा Bacho Ko Kaise Nahlaye इसके बारे में बताएंगे। इसी के साथ-साथ हम आपको Healthy Bathing Tips For Kids In Hindi के बारे में भी बताएंगे, ताकि आप अपने बच्चे को एक स्वस्थ स्नान दे सके।
छोटे बच्चों को कैसे नहलाए – Bathing Tips For Kids In Hindi ?
छोटे बच्चों को नहलाते समय बहुत सी बातों का ख्याल रखना पड़ता है, क्योंकि थोड़ी सी गलती के कारण बच्चे का स्वास्थ्य बुरी तरह खराब हो सकता है। इसीलिए आपको Bathing Tips For Kids In Hindi के बारे में अच्छी तरह पता होना जरूरी है। अब जिस प्रकार हम आपको बताते हैं, आपको बिल्कुल वैसे ही बच्चे को नहलाना है।
स्नान कराने का समय सुनिश्चित करें ( Make Sure The Time Of Shower )
छोटे बच्चों को स्नान कराते समय सबसे जरूरी समय होता है, क्योंकि आपको समय के हिसाब से ही छोटे बच्चों को स्नान करवाना पड़ता है। यदि आप छोटे बच्चों को बेटाइम स्नान करवा देते हैं, तो उसके कारण उनकी तबीयत तुरंत ही खराब हो सकती है। इसीलिए आपको पता होना चाहिए कि छोटे बच्चों को किस समय नहलाना होता है।
गर्मियों के मौसम में जब मौसम पूरा गर्म हो रहा होता है, तो आप 10:00 बजे से लेकर दोपहर के 2:00 बजे तक अपने बच्चे को किसी भी समय स्नान करवा सकती हैं। अगर गर्मियों में बरसात का मौसम है तो बरसात के मौसम में आप अपने बच्चों को ना ही नहलाये तो अच्छा होगा, क्योंकि बरसात के मौसम में एकदम से मौसम कभी ठंडा तो कभी गर्म हो जाता है, जिसकी वजह से आपके बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
सर्दियों के मौसम में आप पूरी तरह से धूप निकलने के पश्चात अपने छोटे बच्चों को 12:00 बजे से लेकर 2:00 बजे तक के बीच में महल आ सकती हैं, लेकिन उस बीच भी मौसम यदि सही है तो ही नहलाना उचित है।
खाली पेट स्नान न करवाएं ( Don’t take Bath Empty Stomach )
बहुत सी महिलाएं अपने छोटे बच्चों को खाली पेट स्नान करवा देती हैं जिसके पश्चात उनकी तबीयत खराब हो जाती हैं। हम आपको बता दें कि खाली पेट स्नान करवाना बिल्कुल भी सही नहीं होता।
इसीलिए पहले आपको अपने छोटे बच्चों को दूध पिलाना चाहिए और उसके पश्चात ही अपने छोटे बच्चों को नहलाना चाहिए हम आपको एक बात और बता दें की, दूध पिलाने के तुरंत पश्चात भी बच्चे को नहीं नहलाना चाहिए, दूध पिलाने के बाद कम से कम 30 मिनट का इंतजार करना चाहिए और उसके पश्चात ही बच्चे को नहलाना चाहिए।
पानी के तापमान का ध्यान रखें ( Maintain The Temperature Of Water )
छोटे बच्चों की माताओं को उन्हें नहलाते समय पानी के तापमान का ख्याल भी रखना चाहिए, क्योंकि मौसम के हिसाब से ही बच्चे को नहलाया जाता है अगर आप ठंडे मौसम में बच्चे को ठंडे ठपानी से नहला देंगी,
तो फिर उसकी तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो सकती है या फिर आप गर्मी के मौसम में अपने शिशु को ज्यादा गर्म पानी से नहलाती हैं ,तो उसके कारण भी उसका स्वास्थ्य खराब हो सकता है, इसलिए आपको पानी के तापमान मौसम के अनुसार ही adjust करना पड़ता है।
छोटे बच्चे को साधारण पानी से तो कभी भी नहीं नहलाना चाहिए, अगर मौसम गर्मियों का हैं, तो गर्मियों के मौसम में आप थोड़ा सा गुनगुना पानी करके उस पानी से अपने बच्चे को नहला सकती हैं या फिर सर्दियों के मौसम में आप सामान्य तापमान के गर्म पानी से अपने बच्चे को नहला सकती हैं, ध्यान रहे कि सर्दियों में पानी ज्यादा ठंडा भी नहीं होना चाहिए और गर्मियों में पानी ज्यादा गर्म भी नहीं होना चाहिए।
नहलाते समय बेबी सोप का इस्तेमाल करें ( Use Baby Soap while Bathing )
बच्चों की त्वचा आम व्यक्ति की त्वचा से कई गुना ज्यादा कमजोर होती है इसीलिए छोटे बच्चे की त्वचा का ध्यान रखना काफी अधिक जरूरी होता है। यदि आप अपने छोटे बच्चे को सामान्य साबुन से नहला देते हैं, तो उसके कारण उसकी त्वचा भी खराब हो सकती है
क्योंकि एक बड़े व्यक्ति की त्वचा तथा बच्चे की त्वचा के पीएच स्तर में बहुत फर्क होता है इसीलिए आपको अपने बच्चे को स्नान करवाने के लिए सिर्फ बेबी सोप का इस्तेमाल ही करना चाहिए। आज के समय में बाजार में काफी अच्छे साबुन मौजूद हैं, जो कि छोटे बच्चों की त्वचा को ध्यान में रखते हुए बनाए जाते हैं।
आंखों तथा कानों में साबुन ना लगाएं। ( Do Not Put Soap in eyes and Ears )
जब आप अपने छोटे बच्चे को स्नान करवा रही होती हैं, तो उस समय आपको बड़ी ध्यान से स्नान करवाना होता हैं, क्योंकि कहीं बाहर साबुन लगाते समय आप बच्चे की आंख नाक व कान मे भी साबुन लगा देते हैं, जिसकी वजह से उनकी आंख लाल हो सकती है या फिर उन्हें बार-बार छींक आ सकती है।
इसके अतिरिक्त उनके कान में साबुन जाने की वजह से उन्हें सुनने में भी समस्या हो सकती है और उनको कान का इन्फेक्शन भी हो सकता है। इसलिए आपको अपने बच्चे को स्नान करवाते समय मुंह पर बड़ी ही ध्यान से साबुन लगाना चाहिए। बच्चे के मुंह पर साबुन लगाने के लिए आप पहले अपने हाथ पर साबुन लगा सकती हैं और उसके पश्चात बड़ी सावधानी से एक हाथ से बच्चे की गर्दन को पकड़कर फिर उसके मुंह पर बड़ी सावधानी से साबुन लगा सकती हैं।
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बाल धोने के लिए भी अलग शैंपू का इस्तेमाल करें ( Use a Different Shampoo to Wash your Hair )
छोटे बच्चों से बालों को धोने के लिए भी आपको साबुन का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए, क्योंकि साबुन त्वचा पर लगाने के लिए बना है वह बालों पर लगाने के लिए बिल्कुल भी नहीं बना, इसलिए आपको अपने छोटे बच्चे के लिए अलग से Baby Shampoo लाना चाहिए और बालों को धोने के लिए उसी शैंपू का इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि बच्चे के बाल बिल्कुल स्वस्थ रहें।
क्योंकि बचपन से ही हमें अपने बच्चों के बालों का काफी ख्याल रखना पड़ता है। यदि हम बचपन से ही उनके बालों पर ध्यान देंगे, तो बड़े होकर उन्हें बाल झड़ने की समस्या का सामना भी नहीं करना पड़ेगा।
बच्चों को नहलाने के लिए सही उत्पाद का चयन करें ( Choose the Right Product for Baby Bath )
छोटे बच्चों को स्नान करवाने के लिए जितने भी उत्पाद का इस्तेमाल होता है, आपको वह सभी उत्पाद Original होने चाहिए। आज के समय में बाजार में बहुत से ऐसे Duplicate उत्पाद मिलते हैं जो कि बच्चों की त्वचा को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं, क्योंकि वे सभी उत्पाद केमिकल युक्त होते हैं और बच्चे की त्वचा को अंदर ही अंदर काफी ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। इसीलिए आपको अपने बच्चे से संबंधित है, कोई भी असावधानी नहीं बरतनी चाहिए और बच्चे के लिए सिर्फ ओरिजिनल प्रोडक्ट ही लाने चाहिए।
स्नान करवाने से पहले बच्चे की अच्छे से मालिश करें ( Massage Baby Well Before taking Bath )
आपको अपने छोटे बच्चों को स्नान करवाने से पहले उनकी 15 से 20 मिनट तक अच्छी तरह पूरे शरीर की मालिश करनी चाहिए और जब आप अपने बच्चे की मालिश कर रहे होते हैं, तो मालिश इस प्रकार करिए कि तेल अच्छे से उसके शरीर की मांसपेशियों तक जाए और जब आप अच्छे से मालिश करें, तो मालिश करने के 15 से 20 मिनट के पश्चात ही बच्चे को स्नान करवाएं।
यदि आप इस प्रकार अपने बच्चे को स्नान करवाएंगी तो आपका बच्चा दूसरे बच्चों की अपेक्षा काफी ज्यादा मजबूत बनेगा। जब आप अपने बच्चे की अच्छी तरह मालिश करती हैं और फिर उसे नेहल आती हैं, तो इस तरीके से आपके बच्चे की हड्डियां और मांसपेशियां काफी मजबूत हो जाती है, फिर उसे बड़े होकर दर्द होने की संभावनाएं भी कम रहती हैं।
सर्दियों के मौसम में पहले की कपड़े ना निकाले ( Do not Remove the clothes in the Winter Season )
बहुत सी महिलाएं अपने छोटे बच्चों के कपड़े काफी पहले निकाल देती हैं और उसके 5 से 10 मिनट बाद उन्हे स्नान करवाती हैं। हम आपको बता दें कि प्रकार बच्चे को ठंड भी लग सकती है अगर सर्दी का मौसम है, तो सर्दी के मौसम में बच्चे को स्नान घर में ले जाकर ही उसके कपड़े निकालने चाहिए और जब आप बच्चे के नहाने का पानी पूरी तरह से तैयार करने के पश्चात ही आपको बच्चे के कपड़े निकालने चाहिए
फिर जल्दी से नहला कर बच्चे के बदन को मोटे तोलिए से साफ करने के पश्चात उसे दूसरे मोटे कपड़े में लपेटकर ही स्नान घर से बाहर कमरे में ले जाना चाहिए। इस प्रकार आपके बच्चे को सर्दी लगने का खतरा बिल्कुल ही कम हो जाता है।
नहाने के पानी में दूध मिलाएं ( Add Milk to Bath Water )
आप अपने बच्चे को पानी में दूध मिलाकर भी नहीं ला सकती हैं जिसे Milk Bath भी कहा जाता है। आपने अक्सर सुना होगा कि आपके घर पर भी माता-पिता आपको बोलते हैं कि उन्होंने बचपन में आपको अनेकों बार दूध से भी नहलाया है आपने बिल्कुल सही सुना है। क्योंकि बचपन में बच्चे को दूध से स्नान करवाने पर उसकी त्वचा में निखार आता है और उसकी त्वचा में नमी भी
बनी रहती है, खास तौर पर आप सर्दियों के मौसम में नहाने की एक पानी बाल्टी में एक गिलास दूध मिला सकती है और इसके पश्चात इसे अच्छे से मिक्स करके इस पानी से यदि आप बच्चे को नया लाती हैं तो इस प्रकार बच्चे कार रंग तो गोरा होता ही है। इसी के साथ-साथ सर्दियों में होने वाली खुशी से भी बच्चा बचा रहता है इसीलिए आपको अपने बच्चे को Milk Bath भी करवाना चाहिए।
बच्चे को स्नान करवाते समय त्वचा को ना रगड़े ( Do Not Rub the Skin While Bathing the Baby )
अपने छोटे बच्चों को स्नान करवाते समय आपको अपने हाथों से बड़ी ही आराम से अपने शिशु की त्वचा को रगड़ना चाहिए। क्योंकि आपके छोटे बच्चों की त्वचा बहुत ही ज्यादा नाजुक होती है और उस पर आपके रगड़ने के कारण लाल निशान भी पढ़ सकते हैं। इसीलिए आपको अपने छोटे बच्चों की त्वचा पर मैल उतारने के चक्कर में ज्यादा सख्ती नहीं बरतनी चाहिए और सिर्फ आराम-आराम से अपने बच्चे को नहलाना चाहिए।
स्नान करवाते समय बच्चे को अच्छे से पकड़े ( Hold Baby Well while Bathing )
छोटे बच्चों को नहलाने समय उन्हें पटरी पर बिठा कर अच्छे से पकड़ना चाहिए बहुत से बच्चे हिलने ढूंढने की भी कोशिश करते हैं या हाथ पैर हिलाते हैं जिसकी वजह से वह तुरंत ही फिसल सकते हैं। इसीलिए छोटे बच्चों को नहलाने समय उनकी कमर पर हाथ लगाकर अच्छे से पकड़ना चाहिए, ताकि स्नान करवाते समय उसे किसी प्रकार की कोई चोट ना लगे।
गर्मियों के मौसम में स्नान कराने के बाद बेबी पाउडर का इस्तेमाल करें ( use Baby Powder after Bath in Summer Season )
गर्मियों के मौसम में छोटे बच्चों की त्वचा पर घमौरियां हो जाता है जिसकी वजह से वह बच्चे काफी परेशान होते हैं और उन्हें नींद भी नहीं आती। इस घमोरियां से छुटकारा पाने के लिए आप जब अपने बच्चे को स्नान करवाती हैं, तो बच्चे को स्नान करवाने के पश्चात आपको उसके शरीर की त्वचा पर Baby Powder लगाना चाहिए,
क्योंकि Baby Powder की सहायता से बच्चे को घमोरियों से छुटकारा दिलाया जा सकता है, लेकिन आपको किसी अच्छी कंपनी का Baby Powder इस्तेमाल करना होगा ताकि आपके बच्चे की त्वचा पर किसी भी प्रकार का कोई नुकसान ना हो क्योंकि बाजार में Duplicate Product भी मिलते हैं,जो कि बच्चों की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं, इसीलिए इस प्रकार की चीजों का ख्याल रखें।
स्नान करवाते समय बच्चे के सिर पर ज्यादा पानी ना डालें ( Do not Pour too Much Water on Baby’s Head while Bathing )
छोटे बच्चों का शरीर बहुत ही ज्यादा कमजोर होता हैं। यदि आप उनको स्नान करवाते समय उनके सिर पर ज्यादा पानी डाल देते हैं, तो उसके कारण भी उनकी तबीयत तुरंत ही खराब हो सकती हैं, क्योंकि छोटे बच्चे ज्यादा पानी को बर्दाश्त नहीं कर पाते जिसकी वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो सकती है और उनमें तुरंत की सर्दी, खांसी या जुकाम के लक्षण दिख सकते हैं। इसीलिए आपको अपने छोटे बच्चों को स्नान करवाते समय सिर्फ हाथ में पानी लेकर उनके सिर पर पानी डालना चाहिए और उनके नाक या कान में भी पानी नहीं जाने देना चाहिए।
जब गर्भनाल सूख जाए तो तभी स्नान कराएं ( Take a Bath When the Umbilical Cord is Dry )
जब बच्चे जन्म लेते हैं तो उनकी Umbilical Cord भी उनके साथ ही होती है और जब तक Umbilical Cord अच्छी तरह नहीं सूख जाती, तो तब तक उनको स्नान नहीं कराया जा सकता। इसीलिए आपको बच्चे के जन्म के 15 से 20 दिन तक गुनगुने पानी में कपड़ा डुबोकर उसके शरीर को अच्छे से साफ करना चाहिए यदि आप छोटे बच्चे को नहला देंगे, तो उसके कारण उसकी Umbilical Cord के जरिए उसे नुकसान पहुंच सकता हैं। इसलिए जब तक Umbilical Cord पूरी तरह सूख ना जाए तब तक बच्चे को ना नहलाएं।
बच्चों के स्नान से संबंधित कुछ जानने योग्य बातें ( Some Things To know About Baby Bath )
बच्चे को कैसे नहलाना है यह तो हमने आपको बता ही दिया है। इसके अतिरिक्त भी बहुत सी चीजें ऐसी हैं, जो आपको याद रखनी होंगी जैसे कि :-
- अगर ज्यादा ठंडा मौसम हो रहा है तो उस दिन आप बच्चे को स्नान कराने की जगह सिर्फ हाथ पैर और मुंह गुनगुने पानी से साफ कर सकती हैं, क्योंकि ठंडे मौसम में बच्चों को नहलाना जानलेवा भी साबित हो सकता है, इसलिए ठंडे मौसम में आप यह कार्य कर सकते हैं।
- ज्यादा ठंडे मौसम में बच्चे को नहलाने के पश्चात जवाब कमरे में लाते हैं, तो तुरंत ही रूम हीटर चला लेना चाहिए और रूम का माहौल गर्म कर लेना चाहिए ताकि आपके बच्चे को सर्दी ना लगे, क्योंकि ठंडे मौसम में बच्चों का स्वास्थ्य बिगड़ने का खतरा ज्यादा होता है।
- आपको अपने छोटे बच्चों को बाथटब में बैठा कर अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। क्योंकि वह पानी में गिर भी सकते हैं जिसके कारण उनका दम घुट सकता है, इसलिए बच्चे को नहाते समय बिल्कुल भी अकेला ना छोड़े।
- गर्मियों के मौसम में जब छोटे बच्चे को त्वचा पर घमोरियां हो जाता है, तो उस समय अपने छोटे बच्चों को स्नान करवाते समय उनकी त्वचा को अच्छे से साफ करें ताकि घमौरियों वाले बैक्टीरिया नष्ट हो जाएं और आपके बच्चे को घमौरियों से छुटकारा मिल जाए।
- नहाते समय साबुन के झाग को बच्चे के मुंह में जाने से रोकना चाहिए, क्योंकि साबुन को बनाने के लिए अनेकों प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल होता है। यदि साबुन आपके बच्चे के मुंह में चला जाता है, तो वह बच्चे के लिए इन्फेक्शन का कारण भी बन सकता है। इसीलिए बच्चे को स्नान करवाते समय यह सावधानी भी बरते।
- आपको बच्चे को स्नान करवाते समय कभी भी सीधे ही उसके सिर पर या छाती पर पानी नहीं डालना चाहिए, क्योंकि इस प्रकार बच्चे का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। सबसे पहले आपको पैरों के तलवे पर पानी डालना चाहिए, तलवों के बाद आपको बच्चे के घुटनों पर पानी डालना चाहिए, फिर उसके कंधों पर पानी डालना चाहिए और उसके पश्चात ही सिर पर पानी डालना चाहिए, यह नहाने का बिल्कुल सही तरीका है।
- छोटे बच्चों को सर्दियों के मौसम में अत्यधिक गर्म पानी में भी नहीं नहलाना चाहिए, क्योंकि ज्यादा गर्म पानी से नहलाने पर आपके बच्चों की त्वचा एकदम से लाल पड़ सकती हैं। इसीलिए छोटे बच्चों को सर्दी के मौसम में गर्म पानी से तो नहीं लाना चाहिए। लेकिन ज्यादा गर्म पानी से नाम नहीं करवाना चाहिए और जब आप सर्दी के मौसम में अपने बच्चे को नहला रहे होते हैं, तो उसके सिर पर पानी बिल्कुल भी ना डालें। आप हाथ में लेकर थोड़ा सा पानी का हाथ उसके सिर पर लगा सकते हैं और सिर को साफ कर सकते हैं।
Conclusion –
इस पोस्ट के माध्यम से हमने Bacho Ko Kaise Nahlaye और उन्हें स्नान कराते समय किन किन बातों का ख्याल हमें रखना चाहिए। इसके बारे में हमने आपको अच्छी तरह बता दिया है। इसके अतिरिक्त हमारी आज की इस पोस्ट के माध्यम से आपने Bathing Tips For Baby In Hindi तथा Bathing Tips For Kids In Hindi के बारे में बताया है यदि हमारी पोस्ट पढ़ने के पश्चात भी आपके मन में कोई सवाल हैं, तो आप उस सवाल के बारे में हम से कमेंट सेक्शन के माध्यम से पूछ सकते हैं। धन्यवाद