UK के स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा Antibody Experiment Program कोविड-19 पॉजिटिव लोगों के लिए शुरू किए जाएंगे, जानें खबरें

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Sumit Singh
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UK के स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा Antibody Experiment Program कोविड-19 पॉजिटिव लोगों के लिए शुरू किए जाएंगे, जानें खबरें

रविवार को इंग्लैंड की सरकार ने देशव्यापी एंटीबॉडी निगरानी कार्यक्रम के रोलआउट को घोषित किया जिसके तहत 8000 कोरोना पॉजिटिव लोगों का मुफ्त घरेलू एंटीबॉडी परीक्षण किया जाएगा। इतना ही नहीं बल्कि टीकाकरण और संक्रमण से कोरोना के खिलाफ प्रतिरक्षा शक्ति की समझ बढ़ाने के लिए फिंगर-प्रिक परीक्षणों को प्रदर्शित किया जाएगा। इन सभी योजनाओं का लाभ 18 वर्ष से अधिक आयु के लोग उठा सकते हैं।

मंगलवार से से इस योजना के तहत 18 साल से अधिक आयु वर्ग के लोग ट्रेस सिस्टम और एनएचएस टेस्ट से पीसीआर कोविड-19 परीक्षण की बुकिंग के समय भाग लेने का ऑप्शन चुन सकते हैं।यूनाइटेड किंगडम के स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद‌ ने लोगों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इस नए राष्ट्रीय एंटीबॉडी परीक्षण में सम्मिलित होने से कोरोना की समझ मजबूत करने के साथ-साथ यह काफी आसान भी होगा।

Antibody Experiment Program

उन्होंने कहा कि इस नई पहल में यूके के सभी हिस्सों के लोग एकजुट होते हुए दिख रहे हैं और कोविड-19 टीके की खुराक सभी को सुरक्षित कर रही हैं। इस प्रकार काम कर वह अपने आप से गर्व महसूस करते हैं। स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी द्वारा बताया गया कि यूके के सभी पॉजिटिव मामलों कि एंटीबॉडी स्तर की निगरानी स्कॉटलैंड, उत्तरी आयरलैंड, वेल्स और इंग्लैंड ट्रेस परीक्षण और एनएचएस टेस्ट सेवाएं करेगी। एकत्रित डाटा द्वारा वैक्सीन लगाने से पहले कोरोना एवं एंटीबॉडी विकसित होने के बाद कोविड-19, इन दोनों के अनुपात को ज्ञात करने में सहायता मिलेगी।

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इंग्लैंड के स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी द्वारा बताया गया कि वह डेटा का प्रयोग कोरोनावायरस से संबंधित सूचना देने और टीके का प्रभाव के बारे में जानकारी लेने के लिए किया जाएगा। डॉ जेनी हैरिस , स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख कार्यकारी ने बताया कि पूरे यूके में एंटीबॉडी का परीक्षण टीकाकरण योजना का प्रभाव एवं कोविड-19 के विभिन्न डेल्टा के खिलाफ प्रतिरक्षा से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए की जाएगी। उन्होंने सभी को प्रोत्साहित किया कि सभी इस टीकाकरण अभियान में भाग ले और कोरोना से बचने का उपाय केवल टीकाकरण है।

दो एंटीबॉडी परीक्षण किए जाएंगे जिसमें पहला परीक्षण वर्तमान संक्रमण से पहले किसी व्यक्ति के एंटीबॉडी के स्तर का निर्धारण करेगा। दूसरा परीक्षण 28 दिनों के बाद होगा जिसमें एंटीबॉडी का निर्धारण किया जाएगा। इन दोनों की तुलना करने पर पता चला कि टीकाकरण के बाद व्यक्ति की प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ती है और यह कई स्थिति में भिन्न-भिन्न भी होती है।

Antibody Experiment Program
image source :-http://www.canva.com

एजेंसी द्वारा चेतावनी दी गई कि एंटीबॉडी के पॉजिटिव परीक्षण के बाद बंगाली कोविड-19 से पूरी तरह बचा हुआ है, यह सोच कर नियमों का उल्लंघन नहीं करना है, बल्कि सभी कोरोना से संबंधित नियमों का पालन करना है। कोविड-19 के लक्षण होने पर टेस्ट करवाएं एवं इस वायरस से बचने के लिए टीके की दोनों खुराक ले। सुसान होपकिंस ने राय देते हुए कहा कि हमारा परीक्षण शस्त्रागार पहले की तुलना में अधिक मजबूत है, हम लोगों के द्वारा स्कॉटलैंड, उत्तरी आयरलैंड, वेल्स और इंग्लैंड के कई लोगों के लिए एंटीबॉडी परीक्षण किए जा रहे हैं।

एंटीबॉडी की परीक्षा की निगरानी से पता चला कि किस प्रकार यूके की स्वास्थ्य एजेंसी कोविड-19 टीके के प्रभाव को समझने, भविष्य में इसके उपचार कि लक्ष्य को प्रदान करने और नए-नए तरीके खोजने के लिए समर्पित है। प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से ही एंटीबॉडी के संक्रमण से लड़ा जा सकता है, और यह प्रतिक्रिया संक्रमित व्यक्ति के टीका लेने के बाद अपना प्रभाव दिखाती हैं। एंटीबॉडी परीक्षण के द्वारा इम्यूनिटी सिस्टम का पता चलता है एवं एंटीजन और पीसीआर परीक्षण से वायरस के होने या नहीं होने की जानकारी मिलती है।

एंटीबॉडी परीक्षण का उद्देश्य है कि टीके द्वारा दी जाने वाली सभी सुरक्षा के बारे में जानकारी प्रदान करना। यूके के अधिकारी का आंकड़ों से ज्ञात होता है कि 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 87% लोगो ने वैक्सीन की पहली खुराक प्राप्त की है वहीं 76 प्रतिशत लोगों द्वारा कोविड-19 की दूसरी खुराक ली गई है।

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