- Why babies throw things: क्या आपका बच्चा भी घर के सामान को फेकता या पकड़ता है जाने इसके कारण बचाव के उपाय
- जिज्ञासा को होना(Due to curiosity)
- अटेंशन के लिए(For gaining attention)
- आनंद के लिए(Just for fun)
- इमोशन दिखाने के लिए(To express emotions)
- समझ की कमी(lack for understanding)
- आवाज पसंद होने के कारण(sound attracts him)
- समान फेंकने की आदत से बच्चों को नुकसान
- बच्चों को बचपन से ही नियंत्रण में कैसे लगते हैं ?
Why babies throw things: क्या आपका बच्चा भी घर के सामान को फेकता या पकड़ता है जाने इसके कारण बचाव के उपाय
आपने यह अक्सर देखा होगा कि छोटे बच्चे हैं अपने आसपास जितनी भी चीजें देखते हैं वह उनको अक्सर फेंकते या पकड़ते रहते हैं बच्चे जब चीजें फेंकते या पकड़ते हैं तो इसके पीछे कुछ वैज्ञानिक कारण होते हैं अगर आपका छोटा बच्चा और उसको चीजें फेंकने या पकड़ने का शौक है तो यह बात आम है लेकिन आपको यह बात याद रखनी होंगी आपका बच्चा जब तक छोटा है तब तक ही यह बातें सामान्य है अगर आपके बच्चे के व्यवहार में कुछ बदलाव आ रहे हैं बहुत से बच्चे ऐसे होते हैं जिनकी चीजों फेंकने की आदत बन जाती है इसलिए मां-बाप को यह ध्यान रखना होगा कि जब तक आपका बच्चा छोटा है तब तक की यह आदत सही है क्योंकि बचपन में तो यह आदत सभी बच्चों को होते हैं शुरुआत में जब भी कोई बच्चा किसी चीज को फेकता है तो उसके इस आदत को मानसिक और शारीरिक विकास से जोड़ा जाता है
लेकिन अगर आपको यह लग रहा है कि आपके बच्चे की आदत आपके लिए समस्या बन रही है तो आपको अपने बच्चे की यह आदत छुड़ाना बहुत जरूरी है डॉक्टर का कहना है कि जैसे-जैसे बच्चा बड़े होने लगता है वैसे वैसे उसके अंदर सीखने और समझने की क्षमता भी बड़ी होने लगती है बहुत से बच्चे ऐसे होते हैं जो अपने दोस्तों पर हाथ उठाते हैं और उनके मां-बाप को लगता है कि हमारे बच्चे की कोई गलती नहीं है लेकिन आपको यह जानना बहुत जरूरी है कहीं बाहर हाथ उठाने के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं इसलिए आज हम आपको इस पार्टिकल के माध्यम से यह बताएंगे कि अगर आपका बच्चा भी चीजों को फेकता है तो आज हम आपको उससे बचाव और उपाय के बारे में बताएंगे इसलिए आप हमारी पोस्ट को अंत तक देखते रहिए
जिज्ञासा को होना(Due to curiosity)
जैसे कि आप सब जानते ही होंगे कि बच्चों में बहुत जिज्ञासा भरी होती है वह चीजों को जब फेंकते हैं तो उन्हें बहुत ज्यादा मजा आता है उन्हें चीजों को फेंकना बहुत ज्यादा दिलचस्प लगने लगता है उन्हें लगता है कि जो हम चीजें फेंक रहे हैं देखते हैं जरा इसको क्या होगा बचपन में तो बच्चों को भेजो फेंकने का बहुत ज्यादा शौक होता है बच्चे बहुत ज्यादा जो के साथ खेलते भी है उन्हें भेजो फेंकने का बहुत ज्यादा मजा आता है अगर आपके बच्चे बचपन में कोई चीजें फेंकते हैं तो यह सब चीजों को फेंकने से उन्हें बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है उन्हें चीजों के बारे में समझ भी हो जाती है अगर आपका बच्चा बचपन में चीजों को फेकता रहता है तो उसे बचपन में बहुत कुछ सीखने को भी मिल जाता है
अटेंशन के लिए(For gaining attention)
आप सब जानते होंगे कि बच्चे हमेशा यह चाहते हैं उन पर खेलते टाइम सब ध्यान दें बच्चे चाहते हैं जो भी उनके आसपास बैठे हैं वह बच्चे पर खेलते टाइम ध्यान दें बच्चा जब चीजों को फेकता है तो वह चाहते हैं की सब देख कर हंस जाए अगर कोई बच्चा चीजों को फेंक रहा है और उस पर कोई ध्यान ना दें तो वह वही चीज बार बार करने की कोशिश करेगा क्योंकि उस पर कोई हंस नहीं रहा है अगर आप बच्चे को देख कर हंस जाता है तो वह बहुत खुश हो जाता है वह बहुत खुश हो जाता है कि मुझे खेलते टाइम कोई देख रहा है
आनंद के लिए(Just for fun)
जैसा कि हम सब जानते हैं की बच्चे के पास अगर एक ही खिलौना होता है तो वह उस खिलौने से खेलते खेलते बोर हो जाता है ऐसे बहुत से बच्चे होते हैं जिनके पास बहुत कम खिलौने होते हैं और वह उन खिलौने से बोर हो जाते हैं वह उन खिलौने से ही बहुत से अलग-अलग तरीकों से उन खिलौनों के साथ खेलेंगे मगर फिर भी उन्हें खेलने का मजा नहीं आता तब वह उन्हीं खिलौनों को देखते हैं और बहुत से बच्चे कैसे होते हैं जिन्हें खिलौने फेंकना अच्छे लगते हैं और उन्हें मजा आता है जिन बच्चों को खिलौने भेजने में मजा आता है मैं बच्चे ऐसा बार-बार करते हैं वह बच्चे खिलौनों को बार-बार फेंकते रहते हैं और उन्हें खिलौने फेंकने दिलचस्प लगते हैं अगर आपको लगता है कि आपका बच्चा भी ऐसा ही करता है तो यह आम बात है क्योंकि ऐसा करने में बच्चों को बहुत मजा आता है
इमोशन दिखाने के लिए(To express emotions)
बच्चे जाओ खेलते हैं तो वह अपने इमोशन को व्यक्त करते हैं क्योंकि वह बड़ों की तरह बोल नहीं सकते इसलिए वह अपने इमोशन को बोलकर व्यक्त नहीं कर सकते हैं बच्चे इसलिए भी समान फेंकते रहते हैं इससे पता चलता है कि आपका बच्चा गुस्से में है या खुश अगर आपका बच्चा समान देखते टाइम हंस रहा है तो आप समझ लीजिए कि आपका बच्चा खुश है या अगर आपका बच्चा समान देखते टाइम गुस्सा होता है तो वह गुस्से में होता है इसलिए मां बाप को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए कि उनका बच्चा खुश है या दुखी
समझ की कमी(lack for understanding)
बचपन में बच्चों को चीजों की समझ नहीं होती उन्हें यह पता नहीं होता कि चीजों का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए इस बात की समझ बच्चों में नहीं होती है इसी नासमझी के कारण बच्चे समान को देखते रहते हैं उन्हें यह पता नहीं होता कि हम चीजों को क्यों फेंक रहे हैं बहुत सी चीजें ऐसी होती हैं जो इस्तेमाल करने वाले होते हैं परंतु बच्चे वही चीजें भी फेंक देते हैं क्योंकि उन्हें पता नहीं होता अगर आपके घर में कोई ऐसी हरकत करता है वह भी चीजों को भेजता रहता है तो बच्चे उसको देख कर भी यही हरकत करता रहता है इसलिए घर में ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं होना चाहिए जिससे बच्चों पर बुरा असर पड़े
आवाज पसंद होने के कारण(sound attracts him)
आपने अक्सर देखा ही होगा जब कोई चीज आपके हाथों से गिर जाती है और वह फर्श पर गिर जाती है और उसकी आवाज आने लगती है बहुत से बच्चे भी ऐसा ही करते हैं बच्चे चीजों को फेंकते रहते हैं और उन्हें आवाज आती है तो वह बहुत खुश हो जाते हैं जब बच्चों को किसी चीज में खुशी मिलती है तो वह और चैट को बार-बार करेंगे ऐसे ही बच्चे करते हैं जब वह किसी चीज को फेंकते हैं तो उन्हें आवाज सुनाई देती है और उन्हें उपाय आवाज पसंद आने लगती है इसलिए वह चीजों को बार-बार देखते रहते हैं ताकि उन्हें आवाज सुनाई दे
समान फेंकने की आदत से बच्चों को नुकसान
यह आपको ध्यान रखना होगा कि अगर आपका बच्चा बड़ा होता जा रहा है और उसकी समान फेंकने की आदत अभी तक नहीं गई है बहुत से बच्चे कैसे होते हैं जिनकी सामान खरीदने की आदत बन जाती हैं और उनके व्यवहार में भी काफी बदलाव आने लगता है अगर आपके बच्चे के साथ भी ऐसा हो रहा है तो आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए नहीं तो यह आगे चलकर बड़ी समस्या बन सकती है
बच्चा अनुशासन हीन बन सकता है बहुत से बच्चे ऐसे होते हैं जो अनुशासन इनको जाते हैं और वह अपने मां-बाप का कहा नहीं मानते हैं अगर उनके मम्मी पापा कुछ काम बोलते हैं तो वह नहीं सुनते हैं अगर उनके मम्मी-पापा उन्हें कहीं जाने के लिए रुकते हैं तो वह नहीं रुकते हैं वह अपने मां-बाप का कहा बिल्कुल भी नहीं सुनते हैं ऐसा इसलिए होता है अगर कोई बच्चा अनुशासन हीन हो जाता है तो वह ऐसा ही अपने मां-बाप के साथ बर्ताव करता है
बहुत से बच्चे ऐसे होते हैं जो अपनी मर्यादा में नहीं रहते हैं वह यह भूल जाते हैं कि उनके मां बाप उनको कुछ बोल रहे हैं बहुत से बच्चे ऐसे होते हैं जो अपने मां बाप पर चलाना शुरु कर देते है वह अपने मां बाप का आज्ञा का पालन बिल्कुल भी नहीं करते हैं अगर उनके मां-बाप कुछ उनको करने को बोलते हैं तो वह बिल्कुल भी उनका कहा नहीं सुनते हैं वह अपनी मर्जी करते हैं बहुत से बच्चे अनुशासन हिन होने के कारण बहुत सी लापरवाही भी करते हैं वह हमेशा हर काम में लापरवाही करने लगते हैं इसलिए मां-बाप को यह ध्यान रखना होगा कि उनका बच्चा अनुशासन हिन तो नहीं हो रहा है
अगर आपके बच्चे को बड़े होकर भी ऐसे ही गुस्सा आता है तो आपके बच्चे को यह समस्या ज्यादा भी हो सकती हैं आपके बच्चे का जीवन विनाशकारी हो सकता है और अगर आपके बच्चे को पता है तो वह किशोरावस्था को प्रभावित कर सकता है इसलिए मां-बाप को इन बातों का ध्यान रखना होगा
बच्चों को बचपन से ही नियंत्रण में कैसे लगते हैं ?
अगर आप भी अपने बच्चे को कंट्रोल में करना चाहते हैं अगर आप अपने बच्चे को चीजों के फेंकने से बचाना चाहते हैं तो मां बाप को अपने बच्चों के साथ सख्ती से बर्ताव करना होगा जिससे बच्चों को लगेगी अगर हम कुछ गलत काम करें तो हमें अपने मां बाप से डांट पड़ेगी नीचे हम आपको कुछ तरीकों के बारे में बताते हैं जिनसे आप अपने बच्चे को कंट्रोल में कर सकते हैं
अगर आपके बच्चे चीजों को फेंकते हैं तो आपके बच्चे को कभी चोट भी लग सकती हैं कई बार ऐसा होता है बच्चे चीजों को भेकते हैं और साथ ही खुद भी गिर जाते हैं जिससे उन्हें चोट लग सकती है इसलिए मां-बाप को अपने बच्चों को ध्यान रखना होगा कि कहीं वह अपने आप को चोट ना लगा दे इसलिए मां-बाप को अपने बच्चों का बहुत ध्यान रखना होगा मां बाप को अपने बच्चों के लिए जरूरी नियम भी बनाने चाहिए जैसे सुबह उठकर ब्रश करें फिर स्नान करें और बच्चों का खाना सुबह 8:00 बजे तक होना चाहिए दोपहर का खाना बच्चों का 2:00 बजे तक होना चाहिए और शाम का खाना 8:00 बजे तक आप अपने बच्चों को खिलाएं इससे आपका बच्चा अच्छी आदत सीखेगा आप अपने बच्चों को ज्यादा सिर पर भी ना चढ़ाएं और हमेशा मां-बाप को अपने बच्चों के हर बात में नहीं माननी चाहिए उन्हें वही बात माननी चाहिए जो बच्चों के लिए सही हो कई बार बच्चे ऐसे होते हैं
जो हर एक चीज के लिए जिद करते हैं और मां-बाप मान लेते हैं तो मां-बाप को उनकी जीत भी ज्यादा नहीं माननी चाहिए मां बाप को अपने बच्चों के प्रति थोड़ा सख्ती होना पड़ता है जिससे बच्चों में मां बाप का थोड़ा डर बना रहे और अगर आपका बच्चा कोई अच्छा काम कर रहा है तो मां बाप को अपने बच्चों को शाबाशी देनी चाहिए मां-बाप को खुश होना चाहिए जिससे बच्चे भी खुश हो जाए
और मां-बाप को उन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए उनके बच्चे की खुशी किस में है वह क्या चाहता है और वह इसके साथ खेलना पसंद करता है क्या खाना चाहता है जिसमें उसको खुशी हो मां बाप को उन बातों का ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चे की खुशी किस में है बहुत के मां-बाप ऐसे होते हैं जो बच्चों की बिल्कुल भी नहीं सुनते हैं वह बस अपनी मर्जी चलाते हैं अगर बच्चों के साथ ऐसा होता है तो वह कभी भी खुश नहीं रह पाते इसलिए मां-बाप को बच्चों का भी सुनना चाहिए इससे उनके बच्चे भी खुश रहेंगे और मां-बाप भी खुश रहेंगे
बहुत से बच्चे ऐसे होते हैं जो अपनी बात करने में अपने मां बाप से डरते हैं क्योंकि उन बच्चों को पहले से ही डर बैठा रहता है वह अपने मां बाप से बात करने में भी डरते हैं क्योंकि बहुत से मां-बाप ऐसे होते हैं जो अपने बच्चों को डरा कर रखते हैं इसलिए मां-बाप को बच्चों के साथ बिल्कुल भी ऐसा बर्ताव नहीं करना चाहिए जो कि ऐसा करने से बच्चे अंदर ही अंदर बहुत परेशान रहने लगते हैं जिससे उनके स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है मां-बाप को हमेशा अपने बच्चों को खुश रखना चाहिए अगर वह किसी गलत रास्ते पर जाता है तो मां-बाप को उसे उस रास्ते से बचाना है अगर आपका बच्चा गलत रास्ते पर जा रहा है तो आप उसे डरा कर धमका कर ना डर आए आप उसे प्यार से समझा कर अपने बच्चे को समझाएं अगर आप प्यार से समझाएंगे तो आपका बच्चा बहुत जल्दी आपकी बात मान लेगा और अगर आप अपने बच्चों को थप्पड़ मारेंगे या उस पर चलाएंगे तो वह आपकी बात बिल्कुल भी नहीं मानेगा
इसलिए मां-बाप को हमेशा बच्चों के प्रति बहुत प्यार से रहना चाहिए अगर मां-बाप बच्चों के प्रति प्यार से नहीं रहते हैं तो मां-बाप से बच्चे प्यार भी नहीं करते हैं उन्हें लगता है कि हमारे मां-बाप अच्छे नहीं हैं इसलिए मां-बाप को हमेशा अपने बच्चों के साथ दोस्त की तरह रहना चाहिए अगर आपका बच्चा आपसे कुछ बात करना चाहता है तो आप उसकी बात सुने ये बच्चा बहुत खुश रहेगा और उसे किसी प्रकार की समस्या भी नहीं होंगी