Covid-19 in America: अमेरिका में हर रोज आ रहे हैं अस्पतालों में एक लाख के करीब कोविड-19 के मामले, जानें खबरें
कोरोना जैसी खतरनाक और प्रभावशाली महामारी ने साल 2020 से अपना प्रभाव दुनिया भर के अलग-अलग देशों में दिखाया था। पिछले साल अमेरिका और ब्रिटेन जैसे बड़े देशों में कोरोना महामारी ने अपना खतरनाक असर फैलाया था जिसके कारण वहां के लोगों में चिंता का माहौल था। अमेरिका में मरीजों की संख्या तो बढ़ी ही थी साथ ही में कोरोना से मरने वालों की संख्या भी काफी ज्यादा थी। कोरोना की पहली लहर के वक्त अमेरिका काफी चिंतित था तो वहीं कोरोना की दूसरी लहर के आने के बाद फिर से अमेरिका में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। कोरोना की दूसरी लहर ने अमेरिका में दोबारा अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है।
आपको बता देगी अमेरिका में फिर से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और अस्पतालों में कोरोना मरीजों की भर्ती प्रतिदिन हो रही है। अमेरिका द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट के अनुसार वहां के अस्पतालों में हर दिन करीब एक लाख या उसके उससे अधिक कोविड-19 मरीजों को भर्ती कराया जा रहा है।
अमेरिका द्वारा जारी किए गए 7 दिनों की गिनती या गणना के अनुसार किसी भी पिछले कोरोना उछाल की तुलना में पिछली सर्दियों के अलावा इस बार सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज बढ़े हैं। अमेरिका में टीकाकरण का भी काम जारी है। आपको बता दें कि अमेरिका में ज्यादातर आबादी कोरोना के खिलाफ लड़ने वाले टीका लेने के योग्य है फिर भी वहां मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
अस्पतालों में आ रहे बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों के कारण अस्पताल और स्वास्थ्य कर्मियों में चिंता और तनाव का माहौल पैदा हो गया है। अस्पतालों में देखभाल कर रहे स्वास्थ्य कर्मी चिंता की कगार पर आ गई है क्योंकि इस साल मार्च महीने के बाद पहली बार इतनी संख्या में कोरोना के मामले अस्पतालों में भर्ती किए जा रहे हैं। अमेरिका द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट के मुताबिक वहां एक दिन में करीब हजार के आसपास कोरोना मरीजों की मौत हो रही है।
बीते 2 महीनों के की तुलना में अमेरिका के अस्पतालों में 500 प्रतिशत कोरोना मरीजों की भर्ती होने की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। अमेरिका के दक्षिणी राज्यों में ज्यादातर आईसीयू बेड की जरूरत पड़ रही है क्योंकि उन राज्यों में टीकाकरण का काम काफी धीमी रफ्तार से हो रहा है और कोरोना से बचने के लिए जारी किए गए स्वास्थ्य उपायों के राजनीतिक विरोध में मास्क ना लगाने के कारण अमेरिका के दक्षिणी राज्यों में कोरोना के मामले अधिक आ रहे हैं।
आपको बता दें कि संघीय आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका के फ्लोरिडा में करीब 16000 से ज्यादा कोरोना वायरस संक्रमित मरीज अस्पतालों में भर्ती कराए गए हैं। अमेरिका की अन्य राज्यों के मुकाबले फ्लोरिडा में सबसे अधिक कोरोना के मामले आ रहे हैं।
फ्लोरिडा के बाद टैक्सास नामक जगह में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। आपको बता दें कि अमेरिका में इस महीने 15 प्रतिशत आईसीयू बेड भर गए थे। यूरोपीय संघ ने बीते सोमवार को बताया कि उसने यूरोप के 27 देशों से सिफारिश की है कि अमेरिका में बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों के कारण अमेरिका से आने वाले पर्यटकों पर 27 देशों द्वारा प्रतिबंध लगाया गया है।
अमेरिका में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच यह भी खबर आई है कि वहां के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है। अमेरिका के कई अस्पताल ऑक्सीजन की कमी के संकट से गुजर रहे हैं। अमेरिका में सबसे ज्यादा आ रहे कोरोना संक्रमित मामलों वाले राज्य फ्लोरिडा में हॉस्पिटल एसोसिएशन द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार करीब 68 अस्पतालों में 2 दिन का ऑक्सीजन बचा हुआ है।
यह ऑक्सीजन की कमी कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के बढ़ने के कारण हुई है। अमेरिका के अस्पतालों में मोर्चरी भी पूरी तरह से भर चुकी है। शवों के बढ़ने के कारण और मोर्चरी में जगह ना होने के कारण कई अस्पताल वैकल्पिक इंतजाम कर शवों को रख रही है। अमेरिका में अब तक 66 प्रतिशत लोगों को कोरोना की वैक्सीन मिले हैं।