Covid-19 in Delhi: 5 अप्रैल के बाद दिल्ली में दिखे सबसे कम मामले, 24 घंटे में 1 लोगों की भी मृत्यु नहीं
भारत में अभी कोरोना कि दूसरी लहर चल रही है, इसी के दौरान वैक्सीनेशन अभियान भी चलाया जा रहा है। कुछ राज्य में कोरोना ने अपना कहर बरसा रखा है, तो वहीं कुछ राज्यों में कोरोनावायरस केसेस में कमी आई है। भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना के अब कम केसेस देखने को मिल रहे हैं।
सोमवार को कोविड-19 के संक्रमण से भारत की राजधानी दिल्ली में किसी भी मरीज की मृत्यु नहीं हुई। पिछले 24 घंटे में कोरोनावायरस के केवल 27 नए मामले देखने को मिले, इतने कम मामले 15 अप्रैल 2020 के बाद से अब तक सामने आने वाले प्रतिदिन मामलों में सबसे कम हैं। और इसी के साथ दिल्ली में 0.07 प्रतिशत संक्रमण की दर दर्ज की गई, यह आंकड़े स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी किए गए जानकारी से प्राप्त हुए।
जैसे ही कोरोना संक्रमित मरीजों के 27 नए मामले सामने आए, कोविड-19 के कुल मामले 1437118 तक पहुंच गए। 14.11 लाख लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। इस आंकड़े को देखकर दिल्ली सरकार थोड़ी राहत की सांस ले रही है। क्योंकि लगभग 90% से अधिक लोग ठीक हो जा रहे हैं। और इससे मरने वालों की संख्या भी बहुत कम है, और सोमवार को तो 1 लोग की भी मौत नहीं हुई।
कोरोनावायरस के 76830 टेस्ट पिछले 24 घंटे में किए गए, 23543 लोगों को रैपिड एंटीजन एवं 53280 लोगों को आरटी पीसीआर द्वारा इस टेस्ट को किया गया। जिसमें से 743 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले। 252 लोगों को हम आइसोलेशन में रखा गया। इसी बीच, दिल्ली में अनलॉक करने की प्रक्रिया को लेकर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्य कर रही है, जिस ने शैक्षणिक सभा और मीटिंग करने की अनुमति स्कूल कॉलेजों को सोमवार से दी है। शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों को अगले आदेश से पहले आने पर रोक है।
आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि इस पूरे महीने में कोरोना महामारी से मृत्यु होने वाले लोगों की संख्या 16 है। हालांकि 25069 मरीजों की मृत्यु, कोविड-19 के कारण अब तक हो चुकी हैं। 467 मरीजों के कोरोनावायरस का उपचार अभी चल रहा है। भारत की राजधानी दिल्ली में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई। कोरोना के टीकाकरण की शुरुआत से अब तक दिल्ली में 16 करोड़ वैक्सीन की खुराक लोगों को दी जा चुकी है। इतना ही नहीं बल्कि 3200000 लोगों को दिल्ली में कोरोना की दूसरी खुराक भी दी गई।
प्रशिक्षण और तकनीकी शिक्षा निदेशालय (डीडीटीआई) के अंतर्गत आने वाले सभी संस्थानों में दिल्ली सरकार ने वहां के सभी कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन लगाने का आदेश दिया। इस महामारी के दौरान महामारी के खिलाफ लड़ाई में इन कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रशिक्षण और तकनीकी शिक्षा निदेशालय द्वारा केंद्रों की सूची तैयार की गई जिसमें सभी प्रकार के कर्मचारी, शिक्षण और गैर शिक्षण , वैक्सीन ले सकते हैं।
दिल्ली सरकार के आदेश के मुताबिक, कोरोनावायरस के संक्रमण के समय डीडीटीआई के विभिन्न संस्थानों के कर्मचारियों ने कोरोना के योद्धा के रूप में विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य को किया। उस आदेश के अनुसार शिक्षण समुदाय के स्वास्थ्य को बेहतर और सुरक्षा को लेकर प्रशिक्षण और तकनीकी शिक्षा निदेशालय के अंतर्गत आने वाले सभी कर्मचारियों को तत्काल रुप से वैक्सीन की खुराक दी जाएगी।
सोमवार से ही दिल्ली सरकार द्वारा 18 से 35 साल के आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन लगाना शुरू किया गया। 301 वैक्सीनेशन सेंटर जिसे 76 स्कूलों में स्थापित किया गया, वहां मुक्त वैक्सीन की खुराक लोगों को दी गई। वहीं उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा कहा गया कि 45100 लोगों को वैक्सीन की खुराक देने का इंतजाम सोमवार को किया गया है। जैसे ही वैक्सीन की सप्लाई बढ़ती है, वैक्सीनेशन सेंटर भी बढ़ा दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जल्दी ही 3000 टीकाकरण केंद्रों की शुरुआत 300 स्कूलों में होगी। इतना ही नहीं कोई सेंटरों पर लोगों की बहुत अधिक भीड़ देखने को मिली।