Coronavirus: केरल में आए कोरोना वायरस के 22,414 मामले, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा – कम हो रहा कोरोना का प्रकोप

Must Read

Sumit Singh
Sumit Singhhttp://goodswasthya.com
A B-Tech Graduate turned blogger. Sumit holds a Computer Engineering Degree and has been in love with blogging since his college days. He is a certified fitness trainer and nutritionist. He has also done an accredited course in Natural Medicine and Herbalism from the Hyamson Institute of Natural and Complementary Medicine. A fitness and trekking enthusiast. You might find him on your next weekend trip.

Coronavirus: केरल में आए कोरोना वायरस के 22,414 मामले, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा – कम हो रहा कोरोना का प्रकोप

देश और दुनिया भर में महामारी कोरोना वायरस अपना पैर पसार रही है है। इसके बढ़ते संक्रमण और आ रहे नए वेरिएंट्स ने सबको डर के साए में रखा है। वहीं अगर हमारे देश भारत की बात की जाए तो कोरोना वायरस की पहली लहर के वक्त महाराष्ट्र राज्य में ज्यादा कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे थे लेकिन बढ़ते संक्रमण और वेरिएंट्स ने यह आंकड़ा बदल कर रख दिया और कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान केरल राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में बढ़ोतरी होने लगी जिसके कारण केरल कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों की सूची में सबसे ऊपर आ गया।

Coronavirus

केरल में प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए भी राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने मीडिया को बीते बुधवार को जानकारी दी कि केरल में धीरे धीरे कोरोना वायरस का प्रकोप पहले के मुकाबले कम होता दिख रहा है।

हालांकि बीते दिनों केरल में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का यह आंकड़ा घट रहा है और इसी के साथ वहां की सकारात्मक दर अब 11.37 प्रतिशत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए जानकारी के अनुसार बीते बुधवार को केरल राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की 22 हजार चार सौ 44 नए मामले सामने आए। बीते बुधवार को मिले नए मामलों के साथ केरल में संक्रमित लोगों को संख्या बढ़ कर 34 लाख 71 हजार 5 सौ 63 हो गई है।

बीते दिन केरल राज्य कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में 108 मरीजों की मृत्यु हो गई जिसके कारण मरने वाले मरीजों की संख्या बाद कर 17 हजार 2 सौ 21 हो गई। हालांकि केरल में अब तक कोरोना वायरस से ठीक होने वालों की संख्या 32 लाख 77 हजार 7 सौ 88 हो गई है।

Covid-19: विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के दौरान सारा गिलबर्ट के लिए लोगों ने बजाई तालियां, कोविड-19 के अलावा कई बीमारियों के लिए बनाया वैक्सीन

केरल में पिछले दिन कोरोना वायरस का परीक्षण किया गया जिसमें कुल 1 लाख 97 हजार 92 नमूनों को लिया गया जिसमें करीब 11.37 प्रतिशत परीक्षण में सकारात्मकता देखी गई।

केरल राज्य में वर्तमान समय में 1 लाख 76 हजार कोरोना वायरस के सक्रिय मामले हैं जब को बीते 24 घंटों में यानि बुधवार को करीब 19 हजार 4 सौ 78 लोग कोरोना वायरस से ठीक हो कर अपने घर लौटे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए जानकारी के अनुसार केरल में लगभग 4 लाख 74 हजार 56 लोग अलग अलग जिलों में चिकित्सा निगरानी के अंतर्गत रखे गए हैं।

Coronavirus
image source:-http://www.canva.com

वहीं कोरोना वायरस के मामलों में थोड़ी कमी आने के बाद केरल की सरकार ने अपने द्वारा राज्य में लगाए गए प्रतिबंध और नियमों में हल्की छूट दी है। केरल सरकार ने इस छूट की जानकारी देते हुए बताया कि अब केरल में केवल रविवार के दिन ही साप्ताहिक बंदी रहेगी। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि सप्ताह के छह दिन केवल रविवार को छोड़ कर सभी दुकानें सुबह के सात बजे से लेकर रात के नौ बजे तक खुली रहेगी। केरल की सरकार ने यह भी जानकारी की ओणम और स्वतंत्रता दिवस के कारण 22 अगस्त और 15 अगस्त को रविवार होने बावजूद केरल में कोई साप्ताहिक लॉकडॉउन और बंदी नहीं रहेगी।

बीते बुधवार को केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने विधान सभा के प्रश्न काल की सत्र के दौरान यह जानकारी दी कि अभी ऐसे मरीजों की संख्या कम है जो अस्पताल में इलाज कराने आते हैं और साथ ही आईसीयू में एडमिट होने वाले कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में भी कमी देखी गई है।

अस्पताल और आईसीयू में आ रहे कम मरीजों की संख्या यह दर्शाती है कि केरल में भी धीरे धीरे कोरोना वायरस का प्रकोप कम होता जा रहा है। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि वह और उनकी टीम अब ऐसे लोगों की जांच कर रही है जिन्होंने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने वाली वैक्सीन की दोनों खुराक ली है। स्वास्थ्य मंत्रालय ऐसे लोगों में दोबारा संक्रमण होने की प्रभाव का जांच कर रही है।

लेटेस्ट लेख

Low Ejection Fraction: लो इजेक्शन फ्रैक्शन क्या है? जानिए लो इजेक्शन फ्रैक्शन के लक्षण एवं बचाव

Low Ejection Fraction: लो इजेक्शन फ्रैक्शन क्या है? जानिए लो इजेक्शन फ्रैक्शन के लक्षण एवं बचाव

More Articles Like This