Thirty Sixth Week of Pregnancy: प्रेगनेंसी के 36वें सप्ताह के लक्षण,शारीरिक बदलाव, खुद की देखभाल एवं बच्चे का विकास | Thirty Sixth week of pregnancy – symptoms, physical changes, self-care best tips and baby’s development Hindi

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Dr. Arti Sharma
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Dr. Arti Sharma is a certified BAMS doctor with at least 2 years of article writing experience on various medication and therapeutic lines. She is known for her best work in ayurvedic medication knowledge and there uses. Her hobbies including reading books and writing articles. With a good grip in sports, she uses to play for her university cricket team as a captain. Her work for ayurvedic is well known.डॉ आरती शर्मा एक प्रमाणित BAMS डॉक्टर है जिन्हे कम से कम 2 साल का विभिन्न दवाइयों और चिकित्सीय रेखाओं पर लेखन का अनुभव है। वह आयुर्वेदिक दवाओं के ज्ञान और उनके उपयोग में अपने बेहतरीन काम के लिए जानी जाती हैं। उनका शौक किताबें पढ़ना और लिखना है। खेलों में अच्छी पकड़ के साथ, वह एक कप्तान के रूप में अपनी विश्वविद्यालय क्रिकेट टीम के लिए खेल चुकी हैं। आयुर्वेद के क्षेत्र में उनका काम अच्छी तरह से जाना जाता है।
Thirty Sixth Week of Pregnancy in Hindi Table Of Content

Thirty Sixth week of pregnancy – symptoms, physical changes, self-care best tips and baby’s development Hindi

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Thirty Sixth Week Of Pregnancy के दौरान अब आपके गर्भ में पल रहा बच्चा किसी भी वक्त जन्म लेने के लिए तैयार है  बहुत से बच्चों का जन्म तो 36th Week Of Pregnancy में भी हो जाता हैं। इस सप्ताह में भी बच्चे का विकास जारी रहता हैं। आपके बच्चे की त्वचा पर बाल उगने जारी रहते हैं और बच्चे के फेफड़ों तथा बाकी अंगों का विकास हो चुका होता हैं।

अब बच्चा जन्म लेने के लिए बिल्कुल तैयार हैं, लेकिन जब तक बच्चे का जन्म नहीं होता तब तक महिलाओं को अपने स्वास्थ्य और बच्चे के स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखना पड़ता हैं। महिलाओं को अभी भी पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाना पड़ेगा। क्योंकि जब तक बच्चा गर्भ में हैं, तो उसे अधिक से अधिक पोषण की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि अब बच्चा जन्म के लिए बिल्कुल तैयार हैं। इसीलिए आपको अपनी तरफ से कोई भी कमी नहीं छोड़नी हैं।

आप जिस प्रकार से पिछले सप्ताह में बहुत सी चीजों का परहेज करती आई हैं, आपको बिल्कुल वैसे ही उन सभी चीजों का परहेज करके अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना हैं। आज इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको यही बताने वाले हैं कि Self Care Tips During Pregnancy In Hindi तथा Symptoms Of Thirty Sixth Week Of Pregnancy In Hindi किसी के साथ साथ हम आपको Healthy Diet During Pregnancy In Hindi तथा  Healthy Lifestyle During 36th Week Of Pregnancy In Hindi के बारे में भी हम आपको अच्छे से बताएंगें।

36th week of pregnancy – symptoms, physical changes, self-care best tips and baby’s development Hindi

गर्भावस्था के 36 वें हफ्ते में बच्चे का विकास – Baby’s Development In Pregnancy Thirty Sixth Week In Hindi ?

  • गर्भावस्था के 36 वें सप्ताह में आपके शिशु का वजन अब करीब 2.6 किलोग्राम हो चुका है। उसकी लंबाई अब 47.4 सें.मी. ( 18.7 Inch ) से थोड़ी ज्यादा है। इस सप्ताह के बाद से ही आपकी गर्भावस्था को पूर्ण अवधि ( full term ) की गर्भावस्था कहा जाएगा, इसका मतलब यह है कि अब आपका शिशु किसी भी दिन जन्म लेने के लिए तैयार है। ध्यान रखें कि केवल 5% प्रतिशत शिशु ही अपने जन्म की नियत तिथि पर जन्म लेते हैं।
  • शिशु के शरीर से बचे हुए रोएंदार लेनुगो बाल ( Fluffy Lenugo Hair ) और वर्निक्स कैसिओसा ( Vernix Cassiosa ) झड़ना जारी रहते हैं। Vernier Cassiosa एक सुरक्षात्मक तत्व होता है, तो शिशु की त्वचा को ढके रखता है। शिशु इन बालों और त्वचा को निगल लेगा और अपनी आंतों में मिकोनियम ( Meconium ) के तौर पर संग्रहित कर लेगा। Meconium काले या हरे रंग का चिपचिपा तत्व होता है। मिकोनियम ( Meconium ) ही शिशु का पहला मल होता है।
  • आपकी डॉक्टर अगले चेक-अप ( Check Up ) के दौरान आपके शिशु की अवस्था को जांचेंगी। इस बात की संभावना होती है कि आपका शिशु सफैलिक अवस्था ( Cephalic Stage ) में होगा, जिसका मतलब है कि उसका सिर नीचे की तरफ होगा। हो सकता है उसका सिर थोड़ा और नीचे की तरफ आपके श्रोणी क्षेत्र में आ गया हो, मतलब कि आपका यीशु अब जन्म के लिए तैयार है। इस अवस्था को शिशु का सिर एंगेज्ड ( Head Engaged ) होना बोलते हैं।
  • यदि ऐसा हो रहा है, तो आपको शायद अपना पेट थोड़ा और नीचे की तरफ खिसका हुए लगेगा और आपको अब सांस लेने के लिए अब अधिक जगह मिल रही होगी। ज्यादातर हर एक महिला को गर्भावस्था के दौरान सांस लेने में दिक्कत होती है लेकिन यह समस्या अब दूर हो जाएगी। इसे ‘Lightning’ भी कहा जाता है। वैसे तो इसका मतलब है कि, आपका शिशु जन्म के लिए तैयार है, लेकिन यह बिल्कुल भी जरुरी नहीं है कि आपका शिशु अभी जन्म लेगा।
  • यदि गर्भावस्था के 36 वें सप्ताह में आपके शिशु का सिर नीचे श्रोणी क्षेत्र में अभी तक न आया हो, तो भी आपको निराश होने की आवश्यकता नहीं है। बहुत से शिशु प्रसव शुरु होने से पहले तक भी श्रोणी क्षेत्र ( Pelvic Area ) में नहीं आते हैं।

गर्भावस्था के 36 वें सप्ताह के लक्षण – Symptoms Of Thirty Sixth Week Pregnancy In Hindi ?

Thirty Sixth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को बहुत से लक्षण नजर आ सकते हैं। क्योंकि अब बच्चा जन्म के लिए बिल्कुल तैयार है, इसीलिए महिलाओं को अलग-अलग प्रकार के लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। इसीलिए महिलाओं को Symptoms Of Thirty Sixth Week Pregnancy In Hindi के बारे में अच्छी तरह पता होना चाहिए।

1. बार-बार पेशाब आना (frequent urination)

Thirty Sixth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को बार-बार पेशाब आने की दिक्कत रहती ही हैं, क्योंकि अभी भी बच्चे के बड़े होने के कारण महिलाओं की पेशाब की थैली पर काफी दबाव पड़ रहा होता है और जब पेशाब की थैली पर दबाव पड़ता है, तो उसके कारण Thirty Sixth week of pregnancy में महिलाओं को बार-बार पेशाब आने की दिक्कत का सामना करना पड़ता हैं। अब आपके बच्चे का जन्म कभी भी हो सकता हैं, इसीलिए आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है और ना ही आपको किसी भी प्रकार की दवाई की आवश्यकता है।

2. स्तनों से स्त्राव होना (breast discharge)

36th week of pregnancy में महिलाओं को स्तनों से सफेद स्त्राव भी महसूस हो सकता हैं, क्योंकि Thirty Sixth week of pregnancy में अब महिलाएं बच्चे को जन्म देने के लिए तैयार हैं और बहुत सी महिलाएं तो इस हफ्ते में बच्चे को जन्म देती देती हैं। इसीलिए स्तनों से सफेद स्राव होना स्वाभाविक भी बात हैं। इस प्रकार के लक्षण दिखने पर घबराने की कोई व्यवस्था नहीं हैं, क्योंकि यह लक्षण लगभग हर एक महिलाओं को ही दिखाई देते हैं।

गर्भावस्था के 36 वें सप्ताह के लक्षण - Symptoms Of 36th Week Pregnancy In Hindi ?

3. कमर में दर्द रहना (back pain)

Thirty Sixth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को कमर में भी काफी दर्द रहता है। वैसे तो बाकी सप्ताह में भी महिलाओं को कमर में दर्द रहता हैं, ठीक इसी प्रकार Thirty Sixth Week Of Pregnancy में भी महिलाओं को कमर में दर्द रहेगा अब प्रसव के थोड़े ही दिन बाकी हैं, इसीलिए महिलाओं को किसी भी प्रकार की दवाई की आवश्यकता नहीं है। अब उन्हें दर्द को बर्दाश्त करना चाहिए, क्योंकि किसी भी प्रकार की दवाई इस अवस्था में नुकसानदायक साबित हो सकती हैं। इसीलिए महिलाओं को थोड़ा बहुत दर्द तो बर्दाश्त करना ही होगा।

4. छाती में जलन महसूस होना (burning sensation in chest)

36th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को छाती में जलन भी महसूस हो सकती हैं, क्योंकि छाती में जलन होना भी Thirty Sixth week of pregnancy का ही लक्षण हैं। हम आपको बता दें की गर्भावस्था के दौरान यदि महिलाएं ज्यादा तला हुआ खाना खाती हैं या फिर किसी केमिकल युक्त खाने या फिर जूस का सेवन करते हैं, तो उसके कारण महिलाओं को छाती में जलन महसूस हो सकती हैं। इसलिए इस प्रकार के लक्षण दिखने पर महिलाओं को बिल्कुल भी चिंतित नहीं होना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए।

5. थकान महसूस होना (feeling tired)

Thirty Sixth week of pregnancy में अब बच्चे का जन्म किसी भी समय हो सकता हैं। इसीलिए महिलाओं को अब काफी थकान भी महसूस होने लगेगी। क्योंकि अब बच्चा धीरे-धीरे पेट में अपनी दिशा भी बदल रहा हैं। इसी के साथ साथ हम आपको बता दें कि जो महिलाएं पोषक तत्वों से भरपूर खाने का सेवन नहीं करती, उन्हें भी थकान बहुत ज्यादा रहती हैं। क्योंकि यह बच्चा बड़ा हो चुका होता है, जिसके कारण उसे पोषण भी अधिक चाहिए होता है।

6. पैरों के तलवों में दर्द होना (pain in the soles of the feet)

Thirty Sixth week of pregnancy में महिलाओं के पैरों में भी दर्द हो सकता हैं, क्योंकि अब बच्चा जन्म के लिए तैयार हो चुका होता है। जिसकी वजह से अब महिलाओं के पैरों के तलवे की नसें भी प्रभावित होती हैं, इसीलिए पैरों के तलवों में दर्द होने पर महिलाओं को किसी भी प्रकार की कोई दवाई की आवश्यकता नहीं हैं। यदि आपको बहुत ही ज्यादा दर्द होता हैं, तो उस परिस्थिति में आप gynecologist doctor की सलाह ले सकती हैं। इसके अतिरिक्त तो हम आपको यही कहेंगे कि, इस परिस्थिति में आपको दर्द को बर्दाश्त करना चाहिए।

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7. भूख में कमी आना (loss of appetite)

Thirty Sixth Week Of Pregnancy में अब बच्चा जन्म लेने ही वाला होता है। इसीलिए महिलाओं को भूख भी कम लगने शुरू हो जाती हैं, लेकिन इस प्रकार का लक्षण दिखने पर महिलाओं को अपने ऊपर नियंत्रण रखना चाहिए और उन्हें जबरदस्ती ही पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिए। क्योंकि इस सप्ताह में यदि आप पोषक तत्वों का सेवन नहीं करेंगी, तो आपको बच्चे को जन्म देने में भी दिक्कत आ सकती है।

Self-Care Tips During Thirty Sixth Week Pregnancy In Hindi ?

  • Thirty Sixth week of pregnancy में भी महिलाओं को Self Care Tips During Pregnancy In Hindi के बारे में अच्छे से पता होना आवश्यक हैं, क्योंकि घर पर भी करने वाले बहुत से काम ऐसे होते हैं, जिनके कारण गर्भवती महिलाओं को नुकसान पहुंच सकता हैं। इसलिए महिलाओं को गर्भावस्था के 36 वें सप्ताह में खुद ही अपना ध्यान रखना पड़ता हैं।
  • Thirty Sixth Week Of Pregnancy में महिलाओं को बहुत ही सावधानी बरतनी पड़ती हैं। अगर उन्हें किसी भी बीमारी का लक्षण अपनी शरीर भी दिखाई देता हैं। उस लक्षण के बारे में gynecologist doctor को सूचित करना चाहिए। यदि वह अपने आप ही डॉक्टर बनने की कोशिश करती हैं, तो फिर उनका स्वास्थ्य बिगड़ सकता हैं।
  • Thirty Sixth week of pregnancy में भी महिलाओं को चलते फिरते समय बहुत ही ध्यान रखना चाहिए। यदि वह अपने घर की सीढ़ियां चढ़ते और उतरते हैं, तो भी उन्हें बहुत ध्यान रखना चाहिए, वैसे तो इस सप्ताह में महिलाएं सीढ़ियां नहीं चढ़ पाएगी।
  • 36th week of pregnancy में महिलाएं जब रात्रि के समय पेशाब जाती हैं, तो उस समय उन्हें ऐसी चप्पल नहीं पहननी चाहिए जो कि फिसलती हैं। क्योंकि बहुत सी महिलाएं रात्रि में फिसल भी जाती हैं, इसलिए आपको इस चीज का भी ख्याल रखना हैं।
गर्भावस्था के 36वें सप्ताह में जीवन शैली में बदलाव करें - Change Your Life Style In 36th Week Of  Pregnancy In Hindi ?
  • 36th week of pregnancy में भी महिलाओं को कोई भी भारी काम करने से परहेज रखना चाहिए। यदि वह कोई भी भारी काम करने की कोशिश भी करेंगी, तो उन्हें बच्चे को जन्म देने में दिक्कत आ सकती हैं।
  • Thirty Sixth week of pregnancy में अब आपके बच्चे का जन्म कभी भी हो सकता हैं, इसीलिए आपको कोई भी सफलता नहीं करना चाहिए आपको सिर्फ अपने घर में रहना चाहिए। यही आपके लिए बेहतर रहेगा।

गर्भावस्था के 36वें सप्ताह में जीवन शैली में बदलाव करें – Change Your Life Style In Thirty Sixth Week Of  Pregnancy In Hindi ?

36th Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को अपनी जीवन शैली में भी बदलाव करने पड़ते हैं, क्योंकि एक खराब जीवनशैली की वजह से महिलाओं को बच्चे को जन्म देने में परेशानी हो सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को Healthy Lifestyle During 36th Week Of Pregnancy In Hindi के बारे में अच्छे से पता होना आवश्यक हैं।

  • 36th Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को पूरी तरह से सब चीजों का परहेज रखना पड़ता हैं। यदि वह किसी भी नशीले पदार्थ का सेवन करती हैं या फिर शराब आदि पीती हैं, तो इनसे उनके बच्चे को बहुत ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ सकता हैं। इसलिए 36th Week Of Pregnancy में इस प्रकार की हरकतें ना करें।
  • Thirty Sixth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को थोड़ा बहुत टहलना भी चाहिए, क्योंकि टहलने से भी उन्हें स्वस्थ रहने में काफी मदद मिलती हैं। वैसे तो इस सप्ताह में महिलाओं को काफी ज्यादा थकान होती हैं, लेकिन फिर भी यदि वह थोड़ा बहुत घर पर भी चलती फिरती रहे, तो यह उनके लिए बेहतर होगा।
  • Thirty Sixth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को तला हुआ खाना बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए, क्योंकि तले हुए खाने से महिलाओं को Thirty Sixth week of pregnancy में बहुत ही नुकसान पहुंच सकता हैं, इसीलिए तले हुए खाने से दूर रहें।
  • 36th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को अपना खाने पीने का समय भी निर्धारित करना चाहिए। बहुत सी महिलाओं के खाने-पीने का समय ही निर्धारित नहीं होता, जिसकी वजह से उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता, इसीलिए आपको खाने-पीने का भी उचित ध्यान रखना हैं।
  • 36th week of pregnancy के दौरान महिलाओं को देर रात तक बिल्कुल भी नहीं जागना चाहिए, क्योंकि देर रात तक जागने के कारण भी उनका स्वास्थ्य खराब हो सकता हैं। इसीलिए महिलाओं को 36th Week Of Pregnancy के दौरान समय पर सोना चाहिए।

गर्भावस्था के 36 वें सप्ताह में पोस्टिक है आहार का सेवन करें – Eat Healthy Food During Thirty Sixth Week Of Pregnancy In Hindi ?

36th Week Of Pregnancy में महिलाओं को पोस्टिक आहार का सेवन पहले की तरह ही करना होता हैं, क्योंकि 36th Week Of Pregnancy में अब बच्चा जन्म के लिए तो तैयार हो चुका होता हैं, लेकिन जब तक वह गर्भ में है, तो उसे पहले की तरह ही पोषण की आवश्यकता हैं। इसीलिए महिलाओं को 36th Week Of Pregnancy में Healthy Diet During 36th Week Of Pregnancy In Hindi के बारे में पता होना जरूरी हैं।

गर्भावस्था के 36 वें सप्ताह में पोस्टिक है आहार का सेवन करें - Eat Healthy Food During 36th Week Of Pregnancy In Hindi ?
  • Thirty Sixth Week Of Pregnancy में महिलाओं को दूध का सेवन भी नहीं छोड़ना चाहिए उन्हें निरंतर दूध का सेवन करते रहना चाहिए। क्योंकि दूध का सेवन करने से महिलाओं का शरीर अंदर से ताकतवर बनता रहता हैं, जो कि उन्हें अब बच्चे को जन्म देने में भी मदद करता है।
  • Thirty Sixth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को ताजे फलों का सेवन निरंतर करना चाहिए। क्योंकि ताजे फल अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरूरी होते हैं, जो कि महिलाओं के शरीर में पोषक तत्वों की भी कमियों की पूर्ति करते हैं, इसलिए ताजी फलों का सेवन भी जरूर ही करें। ताजे फलों में आप आम, अंगूर, संतरा, अनार, कीवी आदि का सेवन कर सकती हैं।
  • 36th Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को हरी सब्जियां भी खाते रहना चाहिए। क्योंकि हरी सब्जियां भी Thirty Sixth Week Of Pregnancy में महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बेहद ही फायदेमंद रहती हैं, इसीलिए हरी सब्जियों का सेवन भी आप करती रहें।
  • Thirty Sixth Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं को मांस, मछली या फिर अंडों का सेवन भी करना ही चाहिए। क्योंकि मांस, मछली तथा अंडे प्रोटीन का मुख्य स्रोत होते हैं, जो कि महिलाओं को ऊर्जावान भी बनाए रखते हैं।
  • Thirty Sixth Week Of Pregnancy में महिलाओं को साबुत अनाज से बने आहार का सेवन भी करते रहना चाहिए। क्योंकि साबुत अनाज महिलाओं को अधिक मात्रा में ऊर्जा प्रदान करता हैं, जो कि उन्हें बच्चे को जन्म देने में भी काफी मदद करती हैं। इसीलिए महिलाओं को Thirty Sixth Week Of Pregnancy में दलिया तथा ओट्स का सेवन निरंतर करते रहना चाहिए।
  • Thirty Sixth Week Of Pregnancy में महिलाओं को पानी का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए, क्योंकि पानी की कमी के कारण उन्हें बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं। पानी की कमी को पूरा करने के लिए महिलाएं पेय पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन कर सकती हैं, जैसे वह नारियल पानी पी सकती हैं और फलों के जूस का सेवन भी वह कर सकती हैं। इस प्रकार की उनके शरीर में पानी की कमी ( Anemia ) पूरी होगी और उन्हें स्वस्थ रहने में मदद मिलेगी।

गर्भावस्था के 36 वें सप्ताह में ध्यान रखने योग्य कुछ बातें ?

  • Thirty Sixth Week Of Pregnancy में महिलाओं को हर एक खाना Expiry Date को देख कर खाना चाहिए, बहुत बार महिलाएं बाजार से खाने की चीज मंगवा लेती हैं, जो कि Expire हो चुकी होती हैं। इस प्रकार की चीजें महिलाओं को नुकसान पहुंचा सकती हैं। हम तो आपको यही कहेंगे कि, आप बाजार का खाना न हीं खाए तो अच्छा होगा।
  • 36th week of pregnancy में महिलाओं को बासी खाने का सेवन भी बिल्कुल नहीं करना चाहिए, क्योंकि बासी खाना खाने से भी महिलाओं का स्वास्थ्य बिगड़ सकता हैं। इसलिए महिलाएं Thirty Sixth week of pregnancy में बासी खाना भी ना खाएं।
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  • Thirty Sixth week of pregnancy में महिलाओं को फ्रिज का ठंडा पानी पीने की सलाह भी नहीं दी जाती हैं, फिर जो महिलाएं Thirty Sixth week of pregnancy में आइसक्रीम खाती हैं या फिर किसी दूसरे ठंडे पदार्थ का सेवन करती हैं, तो यह उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही बेकार हो सकता हैं। इसीलिए इस प्रकार की चीजों का सेवन गर्भावस्था के 36 सप्ताह में ना करें।
  • 36th week of pregnancy में महिलाओं को cold drink का सेवन करना या फिर बाजार के जूस का सेवन करने की भी बनाई है यदि वह बाजार के cold drink या juice का सेवन करती हैं, तो उसके कारण भी उनकी सेहत तो तुरंत ही खराब हो सकती है, क्योंकि इनको बनाने में केमिकल का इस्तेमाल होता है।
  • Thirty Sixth week of pregnancy के दौरान महिलाओं को अपने मोबाइल फोन या लैपटॉप, कंप्यूटर से भी दूरी बनाकर रखनी चाहिए, क्योंकि इनके ज्यादा संपर्क में आने के कारण भी आपका स्वास्थ्य तुरंत ही बिगड़ सकता है।

गर्भावस्था के 36 वें सप्ताह में डॉक्टर की सलाह हैं, जरूरी ?

36th Week Of Pregnancy के दौरान महिलाओं के लिए डॉक्टर की सलाह लेना बहुत ही आवश्यक होता हैं, क्योंकि Thirty Sixth Week Of Pregnancy में बहुत से बच्चे जन्म भी ले लेते हैं। इसीलिए अब आपका बच्चा कभी भी जन्म ले सकता हैं। इसलिए आपको 36th Week Of Pregnancy में बार-बार डॉक्टर की सलाह की आवश्यकता होगी। क्योंकि डॉक्टर अपने अनुसार बहुत सी शारीरिक जांच तथा Ultrasound भी बार-बार करवाता हैं।

क्योंकि Thirty Sixth week of pregnancy में गर्भ में पल रहे बच्चे की स्थिति को भी देखा जाता है कि, वह सामान्य तरीके से जन्म ले सकता है या फिर नहीं, क्योंकि कई बार बच्चा सामान्य रूप से जन्म नहीं ले पाता, जिसकी वजह से डॉक्टरों को समय रहते ही 36th week of pregnancy में महिलाओं का ऑपरेशन भी करना पड़ता हैं। इसलिए 36th week of pregnancy में आपके लिए डॉक्टरी जांच बहुत ही आवश्यक है।

Conclusion

Thirty Sixth week of pregnancy में महिलाओं को अपना किस प्रकार ध्यान रखना चाहिए तथा 36वें सप्ताह में महिलाओं को कौन सी सावधानियां 36th Week Of Pregnancy में बरतनी चाहिए, इनके बारे में भी आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया हैं।

 इसी के साथ-साथ आज हमने Pregnancy Thirty Sixth Week Symptoms In Hindi तथा Healthy Lifestyle Tips In Pregnancy 36th Week In Hindi के बारे में भी आपको बताया है।

अब भी यदि आपको Safety Tips In Pregnancy Thirty Sixth Week In Hindi और Healthy Diet During 36th Week Pregnancy In Hindi के बारे में कोई सवाल हमसे पूछना हों , तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके भी हमसे तुरंत ही पूछ सकती हैं। धन्यवाद

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