- Heatstroke: -यदि में गर्मी लू से बचना चाहते हैं, तो अपनाएं यह 22 बेहद असरदार घरेलू उपाय | Tips and 22 Best home remedies for Heatstroke In Hindi
- लू लगना क्या है?(What is heatstroke?)
- लू लगने से बचाव के घरेलू उपाय क्या है? (What are the home remedies to prevent heatstroke?)
- तरल पदार्थ का सेवन-
- धनिया-
- बेल की शरबत-
- पानी-
- आम पन्ना-
- तुलसी के बीज और गुलाब जल-
- धनिया और पुदीने की पत्तियों का रस-
- सौंफ के बीच-
- इमली-
- नींबू पानी-
- जौ का आटा-
- कच्चा प्याज-
- छाछ–
- नारियल पानी-
- लौकी-
- गर्म जगह पर ना जाना-
- बर्फ की पट्टी-
- मिट्टी की सुराही-
- गुलाब की पंखुड़ियां-
- एलोवेरा-
- आलू भुखारा-
- नारियल का दूध-
- निष्कर्ष (Conclusion)
Heatstroke: -यदि में गर्मी लू से बचना चाहते हैं, तो अपनाएं यह 22 बेहद असरदार घरेलू उपाय | Tips and 22 Best home remedies for Heatstroke In Hindi
दोस्तों मैं आपको इस आर्टिकल के माध्यम से loo lgne se bachav ke ghrelu upay ke के अंतर्गत इससे जुड़ी हर तरह की जानकारियां देने की कोशिश करुंगी। यदि आप सभी जानना चाहते हैं कि loo lgna Kya hotahaiऔर loo lagne se bachavkeghreluupay Kya hai? तो मैं आपको इस आर्टिकल के माध्यम से loo lagne se bachavkeghreluupayके सभी पहलुओं के विषय में बताउंगी।
यदि आप चाहते हैं कि आप घर पर ही रहकर लू लगने की समस्या के लिए घरेलू नुस्खे का प्रयोग कर सके तो, यह अब आप घर पर रहकर ही कर सकते हैं। loo lagne se bachavkeghreluupayघर पर ही रहकर अब आसान तरीकों से किया जा सकता है।इस पोस्ट में हम आपको निम्नलिखित बातों से अवगत करवाएंगे–
लू लगना क्या है?(What is heatstroke?)
Heatstroke लू लगने को हीटस्ट्रोक या सनस्ट्रोक भी कहते हैं। यह ऐसी अवस्था है, जिसमें शरीर उन रूग्ण अवस्था में पहुंच जाती है, जिसमें शरीर का तापमान लगभग 40 डिग्री के आसपास पहुंच जाता है तथा मन में उलझने सी महसूस होने लगती है। शरीर की ऐसी स्थिति अचानक हो सकती है या फिर, धीरे-धीरे। इस समस्या में जटिल अवस्था होने पर वृक्क भी काम करना बंद कर देता है। इसके अन्य लक्षण है सिर दर्द होना, चक्कर देना तथा त्वचा का लाल और शुष्क पर जाना।
गर्मी और गर्म हवाएं शरीर में Heatstroke लू लगने के साथ-साथ जानलेवा भी साबित हो जाती है। इसलिए हमें इनसे संबंधित सभी जानकारियां होनी चाहिए, ताकि आप इससे अपने आप को बेहतर तरीके से बचा सके। हमें इन बातों का पता होना बेहद जरूरी है, कि लू लगने की स्थिति शरीर का गर्मी और तापमान काफी तेजी से बढ़ने के कारण होता है।
इस दौरान शरीर की गर्मी काफी तेजी से उत्पन्न होने लगती है और बाहरी तापमान और गर्म हवा के कारण शरीर ठंडा नहीं हो पाता है। शरीर का टेंपरेचर 106 डिग्री फॉरेनहाइट के आस-पास पहुंच जाता है या फिर इससे भी अधिक हो जाता है। लू लगने पर तुरंत ही उपचार न मिलने पर मृत्यु या स्थाई विकलांगता की स्थिति उत्पन्न होने लगती है।
लू लगने से बचाव के घरेलू उपाय क्या है? (What are the home remedies to prevent heatstroke?)
आमतौर पर लोग किसी भी समस्या जैसे सर दर्द और कमर दर्द के लिए गूगल पर सर्च करते हैं कि कमर दर्द और सर दर्द क्या है? इसके क्या घरेलू उपाय हैं, तो दोस्तों आज मैं आपको इस आर्टिकल के अंतर्गत Heatstroke लू लगने से बचाव के उपाय के उन पहलुओं के बारे में बताने जा रही हूं, जिसे हमारे ख्याल से ना हीं आपने कभी सुना होगा और ना ही इस्तेमाल किया होगा।
loo lagne se bachavkeghreluupay in Hindi के अंतर्गत में लू लगने से बचाव के घरेलू उपाय लेकर आई हूं। जो आपको लू लगने की समस्या से छुटकारा दिलाएगा। आप इन घरेलू उपायों को अपनाने के लिए हमारे पोस्ट को अच्छी तरह से पढ़े ताकि सभी घरेलू उपाय के विषय में आप जान सके और इसका इस्तेमाल जरूर कर इससे फायदा ले सके। लू लगने से बचाव के घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं-
तरल पदार्थ का सेवन-
अधिकांश तौर पर लू लगने Heatstroke की समस्या को घर पर रहकर ही ठीक किया जा सकता है। इसके लिए आप अपने खान-पान पर विशेष ध्यान दें। गर्मी के सीजन में ठंडक और तरल पदार्थ का सेवन अधिक से अधिक करें।
धनिया–
धनिया में ठंड की तासीर पाई जाती है।Heatstroke लू लगने से बचाव के लिए गर्मी के दिनों में धनिया का सेवन करें। साबूत धनिया को पानी में भिगोने के लिए छोड़ दें और उस भींगे हुए साबूत धनिया को मसलकर छान लें और उसमें चीनी मिलाकर उसका जूस बना कर पीएं।
बेल की शरबत-
लू से बचने के लिए बेल की शरबत का सेवन करें। बेल एक तरफ से ठंडक होता है। वह हमारे शरीर को ठंडक पहुंचाता है और हमारे शरीर में पानी की कमी होने पर उसकी पूर्ति करता है।
पानी-
गर्मी के दिनों में पानी का सेवन अधिक से अधिक करें। गर्मी में तापमान अधिक होने के कारण शरीर में भी पानी की कमी होने लगती है, इसलिए पानी का सेवन करना अति आवश्यक हो जाता है। पानी पीते रहने से हमारे शरीर में पानी की कमी नहीं हो पाता है और इससे हमारा शरीर डिहाइड्रेशन का शिकार नहीं हो पाता है। अधिक गर्मी पड़ने पर मौसमी फल, फल का रस, दही, लस्सी, छाछ, आम का पन्ना या फिर आम के चटनी का सेवन अधिक करें।
आम पन्ना-
आम पन्ना कच्चे आम और मसालों के मिश्रण से बनाया जाता है। आम पन्ना शरीर को ठंडक पहुंचाने में काफी फायदेमंद होता है। इसे पीने से शरीर में टॉनिक दोगुनी मात्रा से बढ़ जाती है। आम पन्ना जीरा, सौंफ, काली मिर्च और काला नमक जैसे मसालों के द्वारा तैयार किया जाता है। यह शरीर में एनर्जी प्रदान करती है तथा Heatstroke लू लगने की समस्या से भी बचाती है।
तुलसी के बीज और गुलाब जल-
गुलाब का जल ठंडा होता है ।Heatstroke लू लगने पर तुलसी के बीज को गुलाब जल के साथ मिलाकर शरीर में लगाने से शरीर को यह तुरंत ही ठंडक पहुंचाने के लिए जाना जाता हैं।
धनिया और पुदीने की पत्तियों का रस-
धनिया और पुदीने में ठंडक के गुण पाये जाते है। धनिया और पुदीने की पत्तियों के रस में पानी और एक चुटकी नमक मिलाकर इसके मिश्रण को पीने से यह शरीर की गर्मी को कम करके ठंडक पहुंचाने में काफी मददगार होता है। धनिया पानी का सेवन करने से मोनोपॉज की गर्मी और सूजन को कम करने का एक बेहतर घरेलू उपाय हैं।आयुर्वेद के अनुसार धनिया और पुदीना शरीर को ठंडा पहुंचाने में काफी फायदेमंद होता है।
सौंफ के बीच-
सौंफ को तो लोग मसालों के रूप में जानते हैं, लेकिन यह मसालों में ठंडक होता है। इसके प्रयोग से Heatstroke लू की समस्या से छुटकारा पाया जाता है। इसके लिए सौंफ को भिगने के लिए छोड़ दें। इस भीगे हुए सौंफ को सुबह उठकर छानकर पी ले। यह शरीर को ठंडा रखता है और लू लगने से बचाता है।
इमली-
इमली में विटामिन, खनिज और इलेक्ट्रोलाइट्स भरपूर मात्रा में पाई जाती है। Heatstroke लू लगने से बचने के लिए इमली का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए इमली को गुनगुने पानी में भिगोएं और उसमें एक चुटकी चीनी मिलाकर इसके काढ़ा को पिए। यह शरीर के तापमान को कम करती है तथा तो ठंडक पहुंचाती है। कभी-कभी पेट की बीमारियों में भी इमली के रस का प्रयोग किया जाता है।
नींबू पानी-
गर्मी के दिनों में पानी का सेवन अधिक करें। यह लू लगने की खतरा से हमारी रक्षा करता है। नींबू पानी में नमक डालकर इसे दिन में दो से तीन बार पीएं इससे हमारे शरीर में काफी एनर्जी मिलती है। इसके सेवन से लू लगने का खतरा भी कम हो जाता है।
जौ का आटा-
जौ के आटे में पीसे हुए प्याज को मिलाकर लगाएं। इस लेप से तुरंत लू से राहत मिलती है। यदि लू के मरीज बाहर निकले तो रूई में गुलाब के जल में लगा कर कान पर रखें और मरीज के नाभि में खड़ा नमक एक धारा बनाते हुए गिराए इससे सारी गर्मी तुरंत उतर जाती है।
कच्चा प्याज-
कच्चे प्याज में ठंडक होता है। कच्चे प्याज का सेवन से लू लगने की समस्या से बचा जाता है। इसलिए गर्मी के दिनों में कच्चे प्याज का सेवन अधिक करें। कच्चे प्याज का सेवन आप खाने के साथ कर सकते हैं। धूप में बाहर निकलने पर एक छोटे से प्याज को अपने पैकेट में हमेशा रख ले। इससे प्याज सारी तापमान को सोख लेती है और आपको लू नहीं लगने देती है।
छाछ–
छाछ प्रोबायोटिक्स का एक अच्छा स्रोत होता है।गर्मी के दिनों में हमारे शरीर से अधिक पसीना निकलता है, जिसके कारण हमारे शरीर में खनिज और विटामिन की कमी होने लगती है। इसलिए गर्मी के दिनों में छाछ का सेवन अवश्य करें। छाछ का सेवन करने से शरीर में खनिज और विटामिन की कमी की पूर्ति होती है, जिसके द्वारा लू से बचा जाता है।
नारियल पानी-
गर्मी के दिनों में नारियल के पानी का सेवन करना बहुत ही आवश्यक और फायदेमंद होता है। नारियल का पानी स्वाभाविक रूप से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित रखता है तथा गर्मी के दिनों में लू लगने से बचाता है।
लौकी-
यदि किसी को लू लग जाए तो लू के मरीज को पैर के तलवे में कच्ची लौकी से मसाज करें। लौकी तुरंत ही शरीर की गर्मी को खींच लेता है और शरीर को ठंडक पहुंचाता है। यदि लौकी मुरझाने लगे तो यह समझना चाहिए कि लू कि गर्मी कम हो रही है। इस प्रक्रिया को तब तक दोहराएं जब तक कि लौकी पूरी तरह से मुरझा ना जाए।
गर्म जगह पर ना जाना-
यदि आप किसी ठंडक स्थान पर बैठे हो तो अचानक किसी भी गर्म स्थान पर ना जाएं। खासकर आप कूलर या एसी के पास बैठे हो, तो तुरंत गर्म वाले जगह पर ना जाए।
बर्फ की पट्टी-
लू की बुखार तेज होने पर मरीज को खुली और ठंडी हवा में रखना चाहिए और तापमान 104 डिग्री से अधिक होने पर सर पर बर्फ की पट्टी करना चाहिए। यह तब तक करते रहे जब तक कि शरीर का तापमान कम होकर शरीर ठंडा ना हो जाए। इसके अलावा प्याज के रस में मधु का मिश्रण को सेवन करे।
मिट्टी की सुराही-
गर्मी के दिनों में प्यास बुझाने के लिए मिट्टी के घड़े या फिर सुराही के पानी का प्रयोग करें। यह शरीर के लिए फायदेमंद होता है तथा प्यास बुझाने के लिए बर्फ वाले पानी का सेवन कभी ना करें इससे फायदे के जगह और हानि पहुंचती है।
गुलाब की पंखुड़ियां-
गुलाब की पंखुड़ियों का इस्तेमाल लू से बचने के लिए किया जाता है। इसे इस्तेमाल में लाने के लिए 2 ग्राम गुलाब की पंखुड़ियों में 2 ग्राम जवा के फूल को मिलाकर बारीकी से पीसना होता है और इसमें थोड़ी मात्रा में दूध और चीनी मिलाकर लेप बना लें तथा हीटस्ट्रोक तथा लू से बचने के लिए इसे दिन में तीन से चार बार सेवन करें।
एलोवेरा-
लू से बचने के लिए एलोवेरा को प्राकृतिक और घरेलू उपचार के लिए बेहद आवश्यक माना जाता है। यह हीटस्ट्रोक को कम करने के लिए सबसे आसान प्राकृतिक उपचार है। लू से बचने के लिए एलोवेरा के जूस का रोजाना सेवन करें।
आलू भुखारा-
लू से बचने के लिए आलू भुखारा का प्रयोग किया जाता है। इसके लिए आलू भुखारा को पानी में भीगने के लिए छोड़ दें और इसे तब तक भीगने दें जब तक कि यह कड़क आलू भुखारा नरम ना हो जाए और इसे नरम होने के बाद पानी में ही मसल कर इसे छलनी से छान लें और सोने से पहले इस काढ़ा को पिए। इससे लू के लक्षण और लू के बुखार ठीक हो जाते हैं।
नारियल का दूध-
नारियल के दूध का इस्तेमाल लू से बचने के लिए किया जाता है। इसके लिए नारियल के दूध में काली मिर्च का पाउडर डालकर पेस्ट तैयार करें और इस ठंडे मिश्रण को शरीर पर लगाने से लू से बचाव करने में सहायक होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
दोस्तों! हम आशा करते हैं कि आपको हमारी पोस्ट बेहद पसंद आई होगी क्योंकि इस पोस्ट के माध्यम से हमने लू लगना क्या है? के साथ ही लू लगने पर उसे दूर करने के घरेलू उपाय क्या है? (Heatstroke keghareluupaykyahai?) आदि के बारे में बताया है। लू लगने से बचाव के लिए यदि आप ये घरेलू नुस्खे अपनाते हैं, तो वह आपके लिए बेहद फायदेमंद होगी। इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें और हमें कमेंट करके कमेंटबॉक्स में जरूर बताएं कि आपको यह पोस्ट कैसी लगी ताकि हम आपके लिए और भी फायदेमंद पोस्ट लेकर आ सकें।