आसाम के हॉस्पिटल में 90 दिन में 12 % से अधिक बच्चे कोरोना पॉजिटिव – Assam Hospital 12% Kids are Corona Positive
जहां पर हम उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कोरोना के ग्राफ में गिरावट आएगी वही असम में कोरोना को बढ़ते हुए देखा जा रहा है। कल ही गुवाहाटी के एक अस्पताल में 12 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो गई तथा वहीं राज्य में केवल 90 दिन के भीतर ही 12 परसेंट से ज्यादा बच्चे कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर से हमें डरना स्वाभाविक है। एवं उसके लिए अभी से तैयार रहना है।
देश के विभिन्न भागों पर कोरोना वायरस के दैनिक मामले में गिरावट देखी जा रही है । मंगलवार के आंकड़े के अनुसार पिछले 3 महीने में सबसे कम दैनिक कोविड-19 मरीज दर्ज किए गए हैं। लेकिन भारत के पूर्व उत्तर की हालत कुछ सही नहीं है। वहां का आंकड़ा बढ़ती ही जा रहा है असम में कोरोना मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। बीती रात ही 12 मरीजों की मौत गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हो गई वहीं 3 महीने के भीतर ही 12% से अधिक बच्चों में कोरोना संक्रमण पाया गया है।
अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट अभिजीत शर्मा से पूछने पर बताया गया कि उनमें से किसी भी मरीज का टीकाकरण नहीं हुआ था। उन मरीजों में से 90% में ऑक्सीजन लेवल बहुत कम था एवं 200 रोगियों का अभी इलाज चलाया जा रहा है।
असम चैप्टर के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों ने बताया कि 1 अप्रैल से 26 जून केवल इतने दिनों के बीच में 34 कोरोना पॉजिटिव बच्चों की मौत हो गई।
असम में लगातार बढ़ते कोरोना के संक्रमण के कारण असम के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री विश्व शर्मा ने एक बड़ा फैसला किया और शनिवार को कहा कि अन्य राज्यों का कोविड-19 नेगेटिव सर्टिफिकेट असम को नहीं दिया जा सकता है। रेल और हवाई के यात्रियों को यात्रा स्थल में पहुंचने पर रिपीट एंटीजन और आर्टिफिशियल से गुजरना पड़ेगा। इस पर शर्मा द्वारा बोला गया कि कोविड-19 की वर्तमान स्थिति यात्रा से जुड़े व्यक्ति के लिए हैं।
मंत्री ने कहा कि जो दूसरा कोरोना वायरस की लहर है वह बहुत ही तेजी से फैलता है जो कि ब्रिटेन के सामने आए एक प्रकार का है जो कि हल्का भी है। इसलिए असम से बाहर आने वाले यात्री को असम आने पर rt-pcr जातियों से गुजरना होगा और जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाता तब तक उन्हें आइसोलेशन में रहना होगा।
उन्होंने बताया कि हमने कोविड-19 के मामले कितने बड़े हैं इनका पता लगाने के लिए एक सर्वे किया था जहां कई चुनाव रैलियां हुई थी लेकिन यह पता लगाया नहीं जा सका। आंकड़े से पता चलता है कि 126 विधान क्षेत्र में एक समय कोई मामला है ही नहीं। उन्होंने बताया कि असम गुवाहाटी डिब्रूगढ़ इन क्षेत्रों में अधिकतर केसेस केवल यात्रा से ही जुड़े हुए हैं
स्वास्थ्य विभाग के एक मंत्री द्वारा यह पता बताया गया कि राज्य में 222940से भी अधिक केस सामने आए है।
असम के मुख्यमंत्री ने इस बात का भी खुलासा किया कि नीचे की कमी होने की वजह से दैनिक केवल 50000 लोगों से अधिक लोगों को ही करुणा के नीचे दिए जा रहे हैं जबकि यह टीकाकरण क्षमता आधे से भी कम है। असम के क्षेत्र में 1 दिन में एक लाख लोगों को टीका लगाने की क्षमता है लेकिन पीछे की कमी के वजह से 1 दिन में केवल 50000 लोगों को ही टिका दिया जा रहा है जिससे असम की हालत कुछ ठीक दिखाई नहीं दे रही।