- कोरोनावायरस के बाद आ गया है डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant), जानें क्या है डेल्टा प्लस वेरिएंट के लक्षण, ट्रीटमेंट और बरती जाने वाली सावधानियां
- डेल्टा प्लस वेरिएंट क्या है? (Delta Plus Variant kya hai in Hindi?)
- डेल्टा प्लस वेरिएंट के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of delta plus variant in Hindi?)
- भारत में डेल्टा प्लस वेरिएंट के मरीज कहां मिले हैं? (Where are Delta Plus variant patients found in India?)
- भारत के अलावा किन देशों में पाया गया डेल्टा प्लस वेरिएंट? (Apart from India, in which countries was the Delta Plus variant found in Hindi?)
- डेल्टा वैरिएंट के संक्रमण से कैसे बचें? (How to avoid transition to delta variant in Hindi?)
- डेल्टा प्लस वायरस से बचने के लिए किन उपायों को अपनाया जा सकता है? (What measures can be adopted to avoid Delta Plus virus in Hindi?)
- निष्कर्ष (Delta Plus Variant Conclusion)
कोरोनावायरस के बाद आ गया है डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant), जानें क्या है डेल्टा प्लस वेरिएंट के लक्षण, ट्रीटमेंट और बरती जाने वाली सावधानियां
दोस्तों! बता दें कि कोरोनावायरस के दूसरी लहर के दौरान लोगों के उबरने के समय जिस नए वेरिएंट का जन्म हुआ, इसका नाम है डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant)। यदि बात करें भारत में कोरोनावायरस के Delta Plus Variant को लेकर तो इससे जुड़ी नई नई जानकारियां आ रही है। बता दें कि यह वायरस डेल्टा वैरिएंट (Delta Plus Variant) भारत में ही पैदा हुआ और धीरे-धीरे इसने म्यूटेंट होकर अब डेल्टा प्लस का रूप धारण कर लिया है।
बता दें कि रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने डेल्टा प्लस वैरीअंट को ऐसे श्रेणी में डाला है, जिसमें नजर रखने योग्य Variant को डाला जाता है। लेकिन इसके कुछ समय बाद ही इससे अत्यंत गंभीर श्रेणी वाले वेरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में डालने के बारे में कहा गया।
यदि आप भी जानना चाहते हैं कि डेल्टा प्लस वैरीएंट क्या है (Delta Plus Variant kya hota hai in Hindi?) तो इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाने वाले हैं। इसके अलावा हम इस आर्टिकल में डेल्टा प्लस वैरीएंट के लक्षण (symptoms of delta plus variant in Hindi), कारण (reasons of delta plus variant in Hindi), भारत में डेल्टा प्लस वेरिएंट के केसेस (Delta plus variant cases in India) आदि के बारे में भी संपूर्ण जानकारियों से आपको अवगत करवाएंगे। इसके अंतर्गत हम आपको जिन विषयों से अवगत करवाने वाले हैं वह निम्नलिखित हैं –
1. डेल्टा प्लस वेरिएंट क्या है? (Delta Plus Variant kya hai in Hindi?)
2. डेल्टा प्लस वेरिएंट के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of delta plus variant in Hindi?)
3. भारत में डेल्टा प्लस वेरिएंट के मरीज कहां मिले हैं? (Where are Delta Plus variant patients found in India?)
4. भारत के अलावा किन देशों में पाया गया डेल्टा प्लस वेरिएंट? (Apart from India, in which countries was the Delta Plus variant found in Hindi?)
5. डेल्टा वैरिएंट के संक्रमण से कैसे बचें? (How to avoid transition to delta variant in Hindi?)
6. डेल्टा प्लस वायरस से बचने के लिए किन उपायों को अपनाया जा सकता है? (What measures can be adopted to avoid Delta Plus virus in Hindi?)
7. निष्कर्ष (Conclusion)
डेल्टा प्लस वेरिएंट क्या है? (Delta Plus Variant kya hai in Hindi?)
डेल्टा प्लस वैरीएंट के बारे में अन्य जानकारियों से अवगत करवाने के पहले सब हम आपको बताने वाले हैं कि डेल्टा प्लस वेरिएंट क्या है (what is Delta plus variant in Hindi?) यदि आप इसके बारे में बिल्कुल भी नहीं जानते हैं तो यूं समझिए कि अब आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि यहां हमने इसके बारे में सभी जानकारियों को बताया है।
डेल्टा प्लस वेरिएंट के बारे में बात करें तो आपको जानकर हैरानी होगी कि केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के लगभग तमाम देशों में इस वेरिएंट को लेकर लगातार चिंता बढ़ती जा रही है। इसे भी ज्यादा हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि अभी यह कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट म्यूटेंट होकर डेल्टा प्लस या AY.1 में बदल गया है। दरअसल शुरुआती दौर में यह एक वायरस था लेकिन डेल्टा वैरिएंट की स्पाइक में K417N म्यूटेशन जुड़ जाने का कारण डेल्टा प्लस वैरिएंट बन चुका है।
डेल्टा प्लस वेरिएंट के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of delta plus variant in Hindi?)
डेल्टा प्लस वेरिएंट के लक्षण जिन मरीजों में देखने को मिले हैं उसके आधार पर इसके लक्षणों को निम्नलिखित रुप से देखा जा सकता है –
• सूखी खांसी के लक्षण इस संक्रमण से संक्रमित व्यक्ति में दिखाई देते हैं।
• इसके अलावा इस संक्रमण में गले में खराश की संभावना भी बहुत अधिक रहती है।
• सीने में दर्द होना भी डाटा प्लस वेरिएंट के प्रमुख लक्षणों में से एक है।
• सांस से संबंधित होने वाली समस्याएं जैसे सांस फूलना या सांस लेने में तकलीफ होना डेल्टा प्लस वायरस अथवा संक्रमण के लक्षण हैं।
• इसके अलावा इस वायरस से संक्रमित व्यक्तियों में त्वचा पर चकत्ते उभरना भी लक्षण बताए गए हैं।
• इस संक्रमण के अंतर्गत सिर दर्द के लक्षण भी अक्सर दिखाई देते हैं।
• डेल्टा प्लस वायरस के संक्रमण से व्यक्ति को दस्त की समस्या बहुत अधिक होने लगती है।
भारत में डेल्टा प्लस वेरिएंट के मरीज कहां मिले हैं? (Where are Delta Plus variant patients found in India?)
दोस्तों! जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया डेल्टा प्लस वेरिएंट का जन्म भारत में ही हुआ है और भारत के विभिन्न स्थानों पर इसके लक्षण मरीजों में दिखाई दे रहे हैं। सबसे पहले इसके संक्रमण के मामले भारत में ही मिले हैं। यहां तक कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा भी बताया गया है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट के लगभग 22 मामले भारत में देखे गए हैं।
भारत के विभिन्न स्थानों की बात करें तो इसके अंतर्गत महाराष्ट्र के जलगांव और रत्नागिरी में 16 के सामने आए हैं। इतना ही नहीं केरल और मध्य प्रदेश में भी डेल्टा प्लस वेरिएंट के मरीज के केस देखने को मिले हैं। केरल के पलक्कड़ और पथनमथिट्टा ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के भोपाल और शिवपुरी जिलों में इससे संक्रमित मरीज मिले हैं। दरअसल, जिन इलाकों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मरीज मिले हैं, वहां पॉजिटिविटी रेट बहुत अधिक दिखाई दे रही है।
भारत के अलावा किन देशों में पाया गया डेल्टा प्लस वेरिएंट? (Apart from India, in which countries was the Delta Plus variant found in Hindi?)
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि कोरोना वायरस का यह डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant) भारत के अलावा अभी 9 देशों में पाया गया है। इन देशों में मुख्य रूप से अमेरिका, यूके, पुर्तगाल, स्विजरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन, रूस भी शामिल हैं। जहां तक बात वायरस के डेल्टा वैरिएंट की है तो आपको जानकर हैरानी होगी कि यह भारत सहित दुनिया के 80 देशों में पाया गया है। भारत में कोरोना की दूसरी लहर की वजह भी यही डेल्टा वेरियेंट ही था।
दक्षिण अफ्रीका में कोरोनावायरस के वीटा वैरीएंट एवं ब्राजील में गामा वेरिएंट में इसके अंश देखे गए हैं। वैज्ञानिक जीनोम सीक्वेंसिंग इस पर लगातार रिसर्च कर रहे हैं एवं बताया जा रहा है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर जल्दी ही जीनोम सीक्वेंसिंग बुलेटिन जारी हो सकती है। इस वायरस के वैरीएंट ऑफ कंसर्न में रखने का मतलब यह है कि इस वायरस की पुष्टि की जा चुकी है और इसे वैरीएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा गया है।
डेल्टा वैरिएंट के संक्रमण से कैसे बचें? (How to avoid transition to delta variant in Hindi?)
सबसे पहले सवाल यह उठता है कि डेल्टा वेरिएंट के संक्रमण को क्या रोका जा सकता है? तो हम आपको बता दें कि हेल्थ मिनिस्ट्री यानी कि चिकित्सा मंत्रालय के मुताबिक, डेल्टा प्लस वेरिएंट कोरोना के अंतर्गत आने वाला एक वैरीएंट है। इस मंत्रालय के मुताबिक कोरोना का कोई भी वैरिएंट हो उससे फैलने से रोकने और बचाव का तरीका एक ही है। इसके अंतर्गत उसका कहना है कि कोई भी वैरिएंट मास्क में नहीं घुस सकता है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा कि वैक्सीन लेकर भी डेल्टा प्लस वैरियेंट का सामना किया जा सकता है।
मंत्रालय ने कहा कि कोविशील्ड और कोवैक्सीन, दोनों वैक्सीन डेल्टा वेरियंट के खिलाफ प्रभावी हैं। यानी कि यह साफ पता चल जाता है कि डाटा प्लस वैरीअंट के बचाव के लिए बहुत अधिक फायदेमंद है लेकिन यदि व्यक्ति की सुविधा प्राप्त न हो सके तो तत्काल मास्क का प्रयोग अवश्य करें ताकि इस वायरस के संक्रमण से बचा जा सके।
डेल्टा प्लस वायरस से बचने के लिए किन उपायों को अपनाया जा सकता है? (What measures can be adopted to avoid Delta Plus virus in Hindi?)
डेल्टा प्लस वेरिएंट के संक्रमण से बचाव के लिए घर पर ही विभिन्न उपायों के माध्यम से आप इससे संक्रमण से बच सकते हैं इसके लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का विशेष ख्याल रखना होता है। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको अब बताने वाले हैं कि Delta plus virus se bachav kaise karen?
बता दें कि डेल्टा प्लस वेरिएंट से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं –
• बहुत अधिक जरूरत पड़ने के बाद ही बाहर जाएं। जितना हो सके बाहर जाने से बचें।
• घर से बाहर निकलने पर मास्क जरूर लगाएं और कोशिश करेंगे डबल मास्क का प्रयोग करें।
• सरकार द्वारा बनाए गए नियम अर्थात सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करके चले। इसके अलावा लोगों से 6 फीट की दूरी बनाए रखें।
• अपनी रहने वाले स्थान को साफ सुथरा करके रखें एवं गंदगी ना फैलाएं।
• समय-समय पर हाथ धोते रहें एवं अपने हाथों को सुरक्षित और स्वच्छ रखें।
• बाहर जाने अथवा आने पर सैनिटाइजर का प्रयोग अवश्य करें। इसके अलावा घर पर भी बीच-बीच में सैनिटाइजर लगाते रहें।
• अपने हाथ से चेहरे को बार-बार न छुएं।
• अपने शरीर में इम्यूनिटी यानी की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक पौष्टिक भोजन का सेवन करें।
• सुबह विभिन्न प्रकार के व्यायाम से इस संक्रमण से बचा जा सकता है। इनमें से कुछ प्रमुख व्यायाम हैं- सूर्य नमस्कार, सर्वांगासन, मंडूकासन, योगमुद्रासन, भुजंगासन आदि।
निष्कर्ष (Delta Plus Variant Conclusion)
दोस्तों! हम आशा करते हैं कि आपको हमारी पोस्ट बेहद पसंद आई होगी क्योंकि इसमें हमने Delta plus variant kya hai, Delta plus variant ke symptoms in Hindi, Delta plus variant cases in India के साथ-साथ Delta plus variant के संक्रमण से बचने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों को बताया है।
यदि आप वाकई में इस वैरीएंट अथवा वायरस से बचना चाहते हैं तो यहां बताए जाने वाले सावधानियों को जरूर बरतें और अपने साथ-साथ अपने पूरे परिवार को बचाएं। यदि आप चाहते हैं कि आपके रिश्तेदार और सगे संबंधी भी सुरक्षित रहे तो उन्हें भी यह आर्टिकल जरूर शेयर करें और हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको ये पोस्ट कैसी लगी। हम आपके लिए फिर हाजिर होंगे एक नये आर्टिकल के साथ।