- 1 सप्ताह से जादा खांसी हो सकता है टीबी का लक्षण जानिए टीबी क्या होता है (Tuberculosis) के कारण,लक्षण, बचाव व इलाज? What is TB (Tuberculosis) Its Symptoms, Causes, Prevention and Best Treatments In Hindi
- टीबी क्या होता है – What Is Tuberculosis Disease In Hindi ?
- टीबी के कितने प्रकार होते हैं – Types Of Tuberculosis Disease In Hindi ?
- इस बीमारी को अन्य दो श्रेणियों में भी विभाजित किया गया है जैसे कि :-
- टीबी के क्या लक्षण होते हैं – Symptoms Of Tuberculosis Disease In Hindi ?
- टीबी के क्या कारण होते हैं – Causes Of Tuberculosis Disease in hindi ?
- टीबी के जोखिम कारक क्या है – Risk Factors Of Tuberculosis Disease In Hindi ?
- टीबी से बचने के उपाय – Prevention For Tuberculosis Disease In Hindi ?
- टीबी की बीमारी का परीक्षण कैसे होता है – Diagnosis Of Tuberculosis In Hindi ?
- टीबी का इलाज कैसे होता है – Treatment Of Tuberculosis Disease In Hindi ?
- Tuberculosis Conclusion :-
1 सप्ताह से जादा खांसी हो सकता है टीबी का लक्षण जानिए टीबी क्या होता है (Tuberculosis) के कारण,लक्षण, बचाव
व इलाज? What is TB (Tuberculosis) Its Symptoms, Causes, Prevention and Best Treatments In Hindi
खांसी होना एक ऐसी समस्या है जो आमतौर पर हर एक व्यक्ति को कभी ना कभी हो ही जाती है, परंतु अगर किसी व्यक्ति को लगातार खांसी हो रही है, तो यह किसी दूसरी गंभीर बीमारी का भी संकेत हो सकता है, क्योंकि बहुत ही गंभीर बीमारियों के लक्षण भी खांसने से ही शुरू होते हैं और वह धीरे-धीरे व्यक्ति के फेफड़ों को प्रभावित करते हैं, उन्हीं में से एक बीमारी टीबी है।
इस बीमारी के बारे में तो आप सभी ने सुना ही होगा यह तरह का संक्रामक रोग होता है, जिसमें बहुत ही खतरनाक खांसी होती है और खांसी के साथ-साथ बलगम तथा खून वाला बलगम भी मुंह से निकलता है। आज हम आपको Tuberculosis Disease के बारे में आपको विस्तार से बताएंगे की :-
- टीबी क्या होता है – What Is Tuberculosis Disease In Hindi ?
- टीबी के कितने प्रकार होते हैं – Types Of Tuberculosis Disease In Hindi ?
- टीबी के क्या लक्षण होते हैं – Symptoms Of Tuberculosis Disease In Hindi ?
- टीबी के क्या कारण होते हैं – Causes Of Tuberculosis Disease in hindi ?
- टीबी के जोखिम कारक क्या है – Risk Factors Of Tuberculosis Disease In Hindi ?
- टीबी से बचने के उपाय – Prevention For Tuberculosis Disease In Hindi ?
- टीबी का इलाज – Treatment Of Tuberculosis Disease In Hindi ?
टीबी क्या होता है – What Is Tuberculosis Disease In Hindi ?
टीबी एक ऐसा संक्रामक रोग होता है, जो आमतौर पर व्यक्ति के फेफड़ों को काफी ज्यादा प्रभावित करता है। सभी जानलेवा बीमारियों के मुकाबले में यह बीमारी भी दुनिया भर में दूसरी सबसे बड़ी जानलेवा बीमारी है। Tuberculosis के कारण भी हर साल लाखों लोग अपनी जान गवा देते हैं हम आपको बता दें कि, यह बीमारी हवा के माध्यम से लोगों में फैलती रहती है।
टीबी के बैक्टीरिया हवा में उन व्यक्तियों के द्वारा फैलाई जाते हैं, जिनके शरीर में पहले से ही टीबी के बैक्टीरिया मौजूद हैं। यह बहुत ही धीमी गति से बढ़ने वाला बैक्टीरिया होता है जो कि शरीर के उन भागों में बढ़ता है, जिनमें खून तथा ऑक्सीजन होती है।
इसीलिए Tuberculosis Disease ज्यादातर व्यक्ति के फेफड़ों को ही प्रभावित करती है और जब कोई व्यक्ति टीबी से संक्रमित हो जाता है, तो उसके फेफड़ों में बलगम जमने लगता है। इसी के कारण उसे काफी ज्यादा खांसी होने लगती है और उसको मुंह से सामान्य बलगम तथा खून वाला बलगम भी आने लगता है और उसे काफी ज्यादा थकान भी हो जाती है।
आज के समय में तो Tuberculosis Disease के बहुत से उपचार हैं जिनकी सहायता से इस बीमारी को जड़ से खत्म भी किया जा सकता है, परंतु Tuberculosis Disease से ठीक होने में व्यक्ति को 2 साल तक का समय भी लग जाता है।
टीबी के कितने प्रकार होते हैं – Types Of Tuberculosis Disease In Hindi ?
इस बीमारी के मुख्य रूप से दो प्रकार होते हैं जैसे कि :-
- लेटेंट टीबी ( Latent TB )
- सक्रिय टीबी ( Active TB )
1. लेटेंट टीबी ( Latent TB )
इस बीमारी में बैक्टीरिया व्यक्ति के शरीर में होता है, परंतु हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली उस बैक्टीरिया को सक्रिय नहीं होने देती। इस रोग में आपको इस बीमारी के लक्षणों का बिल्कुल भी अनुभव नहीं होगा और आप के कारण यह बीमारी बिल्कुल भी नहीं फैलेगी परंतु यदि आपको लेटेंट टीबी है, तो वह आगे सक्रिय टीबी बन सकता है।
2. सक्रिय टीबी (Active TB)
टीबी के इस प्रकार में बैक्टीरिया व्यक्ति के शरीर में विकसित हो रहा होता है और वह व्यक्ति को धीरे धीरे संक्रमित कर रहा होता है। इसी के कारण उसके लक्षण भी व्यक्ति को महसूस होते हैं, यदि किसी व्यक्ति के फेफड़े सक्रिय टीबी से संक्रमित हो गए हैं, तो उसके कारण यह बीमारी दूसरे व्यक्तियों में भी फैलने लगती है।
इस बीमारी को अन्य दो श्रेणियों में भी विभाजित किया गया है जैसे कि :-
1. प्लमोनरी टीबी (Pulmonary TB)
यह इस बीमारी का प्राथमिक रूप होता है जो कि हमारे फेफड़ों को प्रभावित करता है Pulmonary TB अक्सर बहुत ही कम उम्र वाले बच्चों तथा काफी अधिक उम्र वाले बुजुर्गों में दिखाई देता है
2. एक्ट्राप्लमोनरी टीबी (Extrapulmonary TB)
इस प्रकार के टीबी में व्यक्ति के फेफड़ों के अलावा अन्य जगहों पर संक्रमण का असर होता है जैसे कि, व्यक्ति की हड्डियां किडनी आदि यह रूप प्राथमिक रूप से थोड़ा खतरनाक साबित हो सकता है।
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टीबी के क्या लक्षण होते हैं – Symptoms Of Tuberculosis Disease In Hindi ?
इस बीमारी से व्यक्ति के शरीर का जो भी हिस्सा प्रभावित होता है, उसी के आधार पर इसके लक्षण भी विकसित होते हैं, वैसे तो इसके लक्षण विकसित होने में कहीं आप तो तक का समय लग सकता है और जब व्यक्ति संक्रमित हो जाता है, तो उसके पश्चात इस बीमारी के लक्षण शुरू होने में भी कम से कम 6 महीने से 1 साल तक का समय भी लग सकता है।
इस बीमारी से संक्रमित व्यक्ति ही काफी लंबे समय तक संक्रामक रह सकता है, लेकिन जब तक उस व्यक्ति के अंदर इस बीमारी के कुछ लक्षण नहीं दिखाई देंगे, तो तब तक इस बीमारी का उपचार भी नहीं किया जा सकता। इस बीमारी के बहुत से लक्षण हो सकते हैं जैसे कि :-
- इस बीमारी के लक्षणों के रूप में व्यक्ति को बहुत ज्यादा खांसी भी हो सकती है, खांसी के साथ साथ मुंह से काफी ज्यादा बलगम भी निकल सकता है और इसी के साथ साथ खून वाला बलगम भी आ सकता है।
- इस बीमारी के रोगियों को बहुत ज्यादा थकान भी महसूस होती है।
- अगर आपको काफी दिनों से बुखार है और दवाई लेने के पश्चात किया ठीक तो हो जाता है, परंतु फिर से यह हो जाता है तो यह भी Tuberculosis Disease ke Lakshan हो सकता है।
- सर आज के समय में व्यक्ति को यदि काफी ज्यादा पसीना आता है, तो यह भी Tuberculosis Disease का लक्षण हो सकता है।
- यदि व्यक्ति की छाती में दर्द है और सास भी फूलती है, तो यह भी टीवी के ही लक्षण हैं।
- अगर किसी व्यक्ति को बहुत ही कम भूख लगती है और उसके शरीर का वजन भी निरंतर कम होता जा रहा है ,तो यह भी टीबी के ही लक्षण हैं।
- बहुत से मामलों में यह बीमारी व्यक्ति के दूसरे अंगों को भी प्रभावित करती है जैसे कि पेट में दर्द होना, डायरिया, पीठ में अकड़न होना आदि।
- अगर किसी व्यक्ति को सिर में बहुत ज्यादा दर्द है और यदि उसे काफी ज्यादा दौरे भी पढ़ने लगे हैं, तो यह भी इसी बीमारी के कारण ही हो सकता है।
- इसके साथ-साथ व्यक्ति को हड्डियों में दर्द तथा भ्रम की समस्या भी हो सकती है, क्योंकि इस बीमारी में व्यक्ति के शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली भी काफी प्रभावित होती है। यह बीमारी व्यक्ति को धीरे-धीरे अंदर ही अंदर कमजोर बना देती है।
टीबी के क्या कारण होते हैं – Causes Of Tuberculosis Disease in hindi ?
Tuberculosis Disease के बहुत से कारण हो सकते हैं जैसे कि :-
- अगर आपके आसपास कोई व्यक्ति ही इस बीमारी से संक्रमित है, वह यदि सीखता है और आप उसके संपर्क में आते हैं, तो इस कारण भी यह बीमारी आपको आसानी से हो सकती है।
- अगर आप धूम्रपान का सेवन कुछ ज्यादा ही करते हैं। तो भी आपको इस रोग का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि धूम्रपान का अधिक सेवन व्यक्ति के शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर बना देता है।
- अगर आप किसी भीड़ वाली जगह पर जाते हैं और आपने अपने मुंह को नहीं रखा हुआ तो भी आप इस बीमारी के बैक्टीरिया के संपर्क में आ सकते हैं।
- अगर आप किसी एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं, तो भी यह बीमारी आपको आसानी से हो सकती है।
- अगर आपका खान-पान अच्छा नहीं है और इसी के साथ-साथ आप शराब का सेवन भी अधिक करते हैं, तो इसके कारण भी इस बीमारी के होने का खतरा बढ़ जाता है।
- सिर तथा गर्दन के कैंसर के रोगियों को भी इस बीमारी का खतरा अधिक होता है।
टीबी के जोखिम कारक क्या है – Risk Factors Of Tuberculosis Disease In Hindi ?
- अगर किसी व्यक्ति को एचआईवी है, तो उस व्यक्ति को यह बीमारी होने का खतरा अधिक होता है।
- अगर किसी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता का स्तर कम है, या फिर उसे डायबिटीज है तो भी उसे इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
- अगर कोई व्यक्ति कुछ ज्यादा ही नशा करता है, तो उसे भी इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
- खास तौर पर छोटे बच्चों तथा बुजुर्ग इस बीमारी से जल्दी संक्रमित होते हैं।
- अगर किसी व्यक्ति को किडनी से संबंधित रोग हैं या फिर गर्दन का कैंसर है, तो भी वह इस बीमारी का शिकार हो सकता है।
- अगर आप अपने किसी करीबी के संपर्क में ज्यादा दिनों तक रहते हैं, तो उसके कारण भी आपको यह बीमारी आसानी से हो सकती है।
- अगर आपको सोरायसिस ( Psoriasis ) तथा कैंसर ( Cancer ) रोग है, तो भी आपको यह बीमारी है दूसरे व्यक्तियों की अपेक्षा काफी जल्दी हो सकती है।
टीबी से बचने के उपाय – Prevention For Tuberculosis Disease In Hindi ?
- अगर आप इस बीमारी से बचना चाहते हैं, तो आपको बचपन में ही टीवी की बीमारी से बचने का टीका लगवा लेना चाहिए, या फिर आप अपने बच्चों को बचपन में ही Tuberculosis Disease का टीका लगवा दें, ताकि बड़े होकर उन्हें इस बीमारी का सामना ना करना पड़े।
- अगर आपके किसी रिश्तेदार या दोस्त को यह बीमारी है, तो आप उसके संपर्क में जाने से बचे हैं, यदि आप उसके संपर्क में जाते भी हैं तो उस व्यक्ति से उचित दूरी बनाकर रखें और अपने मुंह को ढ़क कर रखें।
- अगर आप किसी भीड़ वाले स्थान पर जाते हैं, तो वहां पर आपको अपना मुंह अच्छे से ढक कर रखना चाहिए क्योंकि भीड़ वाले स्थानों पर हो सकता है, कि कोई टीवी वाला मरीज हो।
- अगर आप इस बीमारी से बचना चाहते हैं तो आपको अपनी जीवनशैली में भी बहुत से बदलाव करने होंगे जैसे कि, आपको पोस्टिक आहार का सेवन करना होगा। खासतौर पर आपको ऐसा खाना खाना होगा। जो कि आप की प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाता है जैसे कि, दूध का सेवन रोजाना करना चाहिए, या फिर मांस, मछली, अंडा आदि का सेवन करना चाहिए और हरी सब्जियों तथा ताजे फलों का सेवन अवश्य करें।
- आप यदि किसी सार्वजनिक परिवहन में सफर कर रहे हैं, तो आपको अपना मुंह ढक कर बैठना चाहिए ताकि आप इस बीमारी से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बच सकें।
टीबी की बीमारी का परीक्षण कैसे होता है – Diagnosis Of Tuberculosis In Hindi ?
अगर किसी व्यक्ति को इस बीमारी के थोड़े बहुत भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो वह डॉक्टर के पास जाकर Tuberculosis Disease की जांच करवा सकता है, तो डॉक्टर बहुत से तरीकों से Tuberculosis Disease का पता लगा सकता है जैसे कि :-
त्वचा के माध्यम से किए जाने वाले टेस्ट
- छाती का एक्स-रे
- लार का टेस्ट
- ब्लड टेस्ट
यह सभी टेस्ट हैं, जिनके माध्यम से Tuberculosis Disease का आसानी से पता लगाया जा सकता है।
टीबी का इलाज कैसे होता है – Treatment Of Tuberculosis Disease In Hindi ?
डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाइयों ( Anti-Biotic Medicine ) के द्वारा इस बीमारी के बैक्टीरिया को नष्ट करके इस बीमारी का इलाज करते हैं, यह दवाइयां इस बीमारी के हर एक मरीज को दी जा सकती हैं। अगर किसी शिशु बच्चे तथा गर्भवती महिलाओं को यह बीमारी हो चुकी है तो उन्हें भी इन दवाइयों से ठीक किया जा सकता है। इसी के साथ साथ डॉक्टर इस बीमारी में व्यक्ति को कुछ ऐसी दवाइयां भी देता है , जिससे कि उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार किया जा सके।
Tuberculosis Conclusion :-
हम उम्मीद करते हैं कि, आपको Treatment Of Tuberculosis Disease In Hindi से संबंधित हमारी है पोस्ट काफी पसंद आई होगी। इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको TB Ke Lakshan In Hindi और TB Ko Kaise Thik Kare इसी के साथ साथ हम अपने आप को TB Se Bachne Ke Liye Kya Khaye अगर अभी भी आपको हमसे TB Se Bachne Ke Upay से रिलेटेड कोई क्वेश्चन पूछना है, तो कमेंट सेक्शन में कमेंट करें। धन्यवाद