- Supari Pak Introduction in Hindi – सुपारी पाक क्या है ?
- Supari Pak Composition in Hindi – सुपारी पाक के घटक ?
- How does Supari Pak work in Hindi – सुपारी पाक कैसे काम करता है ?
- Supari Pak Uses and Benefits in Hindi – सुपारी पाक के उपयोग और फायदे क्या है ?
- Supari Pak Dosage in Hindi – सुपारी पाक की खुराक क्या है ?
- Supari Pak Side Effects in Hindi – सुपारी पाक के दुष्प्रभाव क्या है ?
- Supari Pak Precautions in Hindi – सुपारी पाक की सावधानियां क्या है ?
- Where to buy Supari Pak in Hindi – सुपारी पाक कहाँ से खरीदें ?
- Supari Pak Conclusion:
Supari Pak Introduction in Hindi – सुपारी पाक क्या है ?
नमस्कार दोस्तो, आज हम आपके साथ आयुर्वेदिक औषधि सुपारी पाक के बारे में जानकारी साझा करेंगे।
सुपारी पाक कई समस्याओं का समाधान है। यह एक आयुर्वेदिक टॉनिक के रूप में कार्य करता है जो पूर्णतया आयुर्वेदिक औषधि द्रव्य के मिश्रण से बनाया जाता है।
यह औषधि महिलाओं और पुरुषों को समान रूप से लाभान्वित करती है।
सुपारी पाक को प्रमुख रूप से मासिक धर्म की असुविधाओं के लिए उपयोग में लाया जाता है।
इसके अतिरिक्त सुपारी पाक का सेवन कई अन्य बीमारियों के उपचार में भी किया जाता है जो हम आपको आगे बताएंगे।
हमारे आज के लेख मे आप पढ़ेंगे
*सुपारी पाक के निर्माण द्रव्य
*इसके गुण कर्म
*लाभ एवं उपयोग
*सेवन हेतु मात्रा
*प्राप्ति हेतु
*दुष्प्रभाव
*सावधानियां
आइए बिना आपका समय गवाएं हम बात करते हैं सुपारी पाक के निर्माण में उपयुक्त सभी घटक द्रव्य के बारे में।
Supari Pak Composition in Hindi – सुपारी पाक के घटक ?
सुपारी पाक का निर्माण निम्न लिखित आयुर्वेदिक औषधि द्रव्य के मिश्रण से किया जाता है
1. चंदन
यह शरीर की गर्मी दूर करता है ओर शारीरिक संतुलन बनाए रखता है। पाचक अग्नि के अति तीक्ष्ण होने पर इसका सेवन लाभदायक होता है।
2. जायफल
जायफल ,अक्सर मसाले के रूप में उपयोग किए जाने वाला तत्व है, किन्तु इसका इस्तेमाल अनेक रोगों के उपचार हेतु भी किया जाता है।
इसमें pain reliever तत्व होते है जो शारीरिक दर्द को कम करते है।
इसके अतिरिक्त जायफल का सेवन anti inflammatory के रूप में भी किया जाता है, जिससे आपके शारीरिक सूजन को कम किया जा सकता है।
3. जीरा
यह भी रसोईघर मे मसाले के रूप में प्रयोग किए जाने वाला द्रव्य है, किन्तु इसका इस्तेमाल दीपन पाचन हेतु भी किया जाता है। जीरे का प्रयोग अनेक औषधि योग के निर्माण मे किया जाता है। यह आपके द्वारा खाए गए भोजन का सही तरीके से पाचन करता है ओर पाचक एंजाइम को सक्रिय करता है जिससे भोजन का पूर्ण पाचन हो जाए।
4. कपूर
कपूर भी आयुर्वेदिक औषधि मे एक प्रमुख द्रव्य है जिसका उपयोग औषधि योग मे किया जाता है।
यह तिक्त ,कटु ओर मधुर गुण प्रमुख होती है, तथा शीत वीर्य होती है जिसकी वजह से पड़े हुए पित्त का शमन हो जाता है। अर्थात कपूर का सेवन पित्त विकारों को शांत करने में किया जाता है।
इसके साथ यह पाचन कर्म भी करता है। कपूर का सेवन कृमि नाशक ,कुष्ठ हर के रूप में भी किया जाता है।
इसके अतिरिक्त यह लिंग उत्तेजना भी करता है, अतः कामोत्तेजना विहिन या इरेक्टाइल डिसऑर्डर वाले व्यक्ति को इसका सेवन लाभप्रद होता है।
5. लौंग
इसमें कटु एवं तिक्त रस होता है एवं यह शीत वीर्य होता है, किन्तु इसके सेवन से पाचन संबंधित विकार दूर होते है।
इसके साथ ही इसका प्रयोग anti inflammatory और anti oxydents के रूप में भी किया जाता है।
लौंग शरीर में immune system को मजबूत बनाता है जिससे शरीर में होने वाले संक्रमण से सुरक्षा होती है।
ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
6. काली मिर्च
यह भी उष्ण वीर्य प्रधान होती है जो शारीरिक पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है ओर भोजन का पूर्ण पाचन करने में मदद करती है। इसके अतिरिक्त यह anti inflammatory गुण भी रखती है जिसकी वजह से सूजन आदी से निजात मिलता है।
7. पिप्पली
पिप्पली उत्तेजक(enhancer), वातहर, विरेचक(लेक्सेटिव) होता है तथा खांसी, आवाज़ बैठना, दमा(breathlessness), अपच(indigestion), पक्षाघात(paralysis) आदि में उपयोगी होता है। यह तासीर में उष्ण होता है।
इसके अतिरिक्त यह pain reliever की तरह कार्य करता है जो बिना बेहोश किए शारीरिक दर्द को दूर करता है।
इसेम anti inflammatory गुण भी होते है जो चोट आदि लगने से होने वाले शारीरिक सूजन को कम करते है।
8. पुदीना
पुदीना या mint के नाम से जाना जाने वाला पौधा शारीरिक बढ़े हुए पित्त को कम करने के लिए लाभदायक होता है। इसके सेवन से पाचन तंत्र सुचारू रूप से कार्य करता है।
9. शतावरी
इसमें anti inflammatory गुण होते है जो शारीरिक सूजन को कम करते है। साथ ही इसका प्रयोग यौन इच्छा को तीव्र करता है, जिससे कामोत्तेजना मे कमी हुए लोगो को मदद मिलती है।
10. शहद
यह रस में कषाय रस प्रधान होती है ओर वीर्य मे शीत वीर्य होती है जो बढ़े हुए पित्त का शमन करती है।इसका उपयोग कुष्ठ, श्वास विकार,रक्त विकार, प्रमेह आदि के उपचार हेतु किया जाता है।
11. अंजीर
इसमें शरीर को ऊर्जा ओर शक्ति देने वाले तत्व सम्मिलित होते हैं।
12. धनियां
यह शरीर में उत्पन्न मुक्त मुलको के द्वारा बढ़े हुए ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है।
13. पिस्ता यह भी anti inflammatory गुण संजोए हुए है जो शारीरिक सूजन को कम करता है।
How does Supari Pak work in Hindi – सुपारी पाक कैसे काम करता है ?
A. सुपारी पाक में मौजूद औषधि तत्व के गुणों का असर शरीर के सभी अंगों पर होता है, इसलिए सुपारी पाक औषधि के रूप में बेहद फायदेमंद है।
B. सुपारी पाक में Aphrodisiac गुण होता है, जो पुरुषों और महिलाओं में कामेच्छा(libido) को बढ़ाता है ओर एक दूसरे की तरफ आकर्षण पैदा करता है।
C. सुपारी पाक analgesic गुणों युक्त होता है, जो दर्द के लक्षणों और आंतों(intestinal retardation) की मांसपेशियों के खिंचाव को करने का कार्य करता है।
D. सुपारी पाक जीवाणुओं के विकास को रोक कर उनकी संख्या को बढ़ने से प्रतिबंधित करता है, जिसके फलस्वरूप संक्रमण होने का खतरा नहीं होता।
E. सुपारी पाक असामान्य(abnormal) और भारी रक्तस्राव(heavy bleeding) का नियंत्रण करता है। साथ ही प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में सहायता करता है, जिससे गर्भधारण करने की उम्मीद बढ़ जाती है।
F. यह मस्तिष्क के लिए भी लाभदायक होता है। मानसिक तनाव से मुक्ति देता है।
Supari Pak Uses and Benefits in Hindi – सुपारी पाक के उपयोग और फायदे क्या है ?
सुपारी पाक को निम्न विकारों में उपयोग किया जाता है।
A. शारीरिक कमजोरी
शरीर में होने वाली कमजोरी के अनेक कारण हो सकते है, जिनमे से प्राचीन विकार खास है। इसके अतिरिक्त पोषक तत्वों की कमी भी शारीरिक कमजोरी उत्पन्न कर सकती है। इसे मे सुपारी पाक का सेवन लाभदायक होता है।
B. सिरदर्द
शारीरिक दर्द से मुक्ति देने के साथ साथ सुपारी पाक का इस्तेमाल सिर मे होने वाले दर्द के लिए भी लाभदायक होता है।
C. पाचन प्रणाली सुधारे
सुपारी पाक में उपस्थित द्रव्य पाचन शक्ति को मजबूत बनाने के लिए जिम्मेदार होते हैं इसके सेवन से पाचन प्रणाली में सुधार होता है ओर भोजन का उचित पाचन होता है।
D. वात दोष का शमन
इसमें उपस्थित शहद, जीरा आदि वात दोष का शमन करते है ओर वात जनी विकार जैसे, अस्थमा, अर्थराइटस,gout आदी से सुरक्षा करते है।
E. एक्जिमा
एक्जिमा के मरीजों के लिए भी सुपारी पाक का सेवन लाभदायक होता है।
F. बांझपन मे
निसंतान, खासकर महिलाओं में जो मां नही बन पा रही है या ही बांझपन की वजह से दुखी है, के लिए सुपारी पाक लभदायक दवा है। इसके सेवन से बांझ स्त्री भी मा बनाने के सक्षम हो जाती है।
दरअसल कभी कभी गर्भाशय की कमजोरी, पतली भित्ति ओर अंडाणुओं की कमी संतान उत्पत्ति मे बाधक कारण बन जाते है, ऐसे में सुपारी पाक का सेवन इन सब विकारों को ठीक करता है जिससे गर्भधारण क्षमता बढ़ जाती है ओर बांझपन दूर हो जाता है।
G. गर्भपात की समस्या
महिलाओं में अक्समिक होने वाले गर्भपात से सुरक्षा देता है सुपारी पाक का सेवन।
H. मासिक धर्म के दर्द और ऐंठन से रक्षा
महिलाओं में होने वाले मासिक धर्म के कारण उत्पन्न दर्द ओर ऐंठन से निजात दिलाता है सुपारी पाक का सेवन।
I. शीघ्रपतन
पुरुषों में लैंगिक दोष मे एक प्रमुख दोष है शीघ्रपतन, जिसकी वजह से कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सुपारी पाक का सेवन पुरुषों मे शीघ्रपतन की समस्या से आराम देता है ओर कामोत्तेजना को बढ़ाता है।
इन सब के अतिरिक्त सुपारी पाक का सेवन करने से भूख में कमी,ल्यूकोरिया(श्वेत प्रदर),बैक्टिरियल संक्रमण,बेचैनी,शुक्रमेह,पीठ और कमर का दर्द,खून की कमी आदि दोष भी दूर होते है।
Supari Pak Dosage in Hindi – सुपारी पाक की खुराक क्या है ?
औषधि की सेवन मात्रा मरीज़ की उम्र, लिंग, शारीरिक रोग ओर बल पर निर्धारित होती है।
यहां हम सुपारी पाक के सेवन हेतु सामान्य मात्रा बता रहे है, फिर भी इसके इस्तेमाल से पूर्व अपने चिकित्सक से संपर्क अवश्य करें।
सुपारी पाक की एक वयस्क के लिए सेवन हेतु मात्रा 10 ग्राम निर्धारित है जिसे दिन मे पानी के साथ लिया जाना चाहिए।
बच्चो मे (13 से 19 वर्ष) ,सुपारी पाक को दिन में 5 ग्राम लेने की सलाह दी जाती है।
बच्चों की सुरक्षा के लिए इस दवा का सेवन बाल रोग विशेषज्ञ की सलाह अनुसार किया जाना चाहिए।
Supari Pak Side Effects in Hindi – सुपारी पाक के दुष्प्रभाव क्या है ?
Supari Pak के सामान्य सेवन से ओर निर्धारित मात्रा में इस्तेमाल से कोई दुष्प्रभाव नहीं होते ,किन्तु अगर इसकी अनियमित मात्रा में सेवन किया जाए तो कुछ विपरीत प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
सुपारी पाक के कारण निम्न लिखित दुष्प्रभाव हो सकते है।
दस्त लगना
पेट दर्द होना
गैस्ट्रिक समस्याएं
पेट में ऐंठन
चक्कर आना
Supari Pak Precautions in Hindi – सुपारी पाक की सावधानियां क्या है ?
Supari Pak के सेवन से पहले निम्न सावधानियां जानना जरूरी है।
इसका सेवन अपने चिकित्सक द्वारा निर्धारित मात्रा अनुसार ही करना चाहिए।
अतिसंवेदनशीलता,गर्भावस्था, स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए इसके सेवन से पूर्व अपने चिकित्सक से परामर्श लेना जरूरी है।
Where to buy Supari Pak in Hindi – सुपारी पाक कहाँ से खरीदें ?
सुपारी पाक को आप किसी भी आयुर्वेदिक औषधि दुकान से प्राप्त कर सकते हैं।
बाजार में अनेक कंपनियां इस दवा को बनातीं है जिनमे से कुछ प्रमुख है
पतंजलि सुपारी पाक
बैद्यनाथ सुपारी पाक
डाबर सुपारी पाक आदि।
आप इसे ऑनलाइन भी प्राप्त कर सकते हैं।
सुपारी पाक को ऑनलाइन मंगवाने हेतु नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें
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Supari Pak Conclusion:
हम उम्मीद करते हैं कि आपको Supari Pak से संबंधित हमारी यह पोस्ट काफी पसंद आई होगी। इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको Supari Pak Uses In Hindi तथा Supari Pak Ke Fayde In Hindi बताए हैं, और इसी के साथ साथ हमने आपको Supari Pak Ke Side Effect In Hindi तथा How does Supari Pak work In Hindi यह भी बताया है यदि अब भी आप को Supari Pak In Hindi से संबंधित कुछ प्रश्न पूछना हो तो आप कमेंट सेक्शन में कमेंट कर सकते हैं, हम आपको उत्तर जरूर देंगे। धन्यवाद !