50 Lakh Corona Vaccination every day in India
भारत की राजधानी नई दिल्ली 2 जुलाई को सरकार द्वारा बोला गया कि 21 जून के प्रतिदिन 50 लाख लोगों को टिका दिया जा रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह जनसंख्या नॉर्वे की कुल जनसंख्या के बराबर है अतःभारत में 1 दिन में होने वाले कुल टीकाकरण की संख्या पूरी नॉर्वे की कुल जनसंख्या है। केंद्र सरकार ने यह भी कहा कि टीकाकरण कोई मैराथन नहीं है बल्कि यह एक प्रक्रिया है। अतः थोड़ा हमें धैर्य रखना चाहिए एवं देश का साथ देना चाहिए।
एक संवाददाता सम्मेलन में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि अभी तक 34 करोड़ लोगों को करोना के टीके की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी हैं यह संख्या अमेरिका की कुल जनसंख्या के बराबर से भी अधिक है। गौरतलब है कि जब अग्रवाल से पूछा गया कि जब 21 जून कुछ 86 लाख से अधिक लोगों को टिके की खुराक दी गई तो फिर उसके बाद इसकी दर कम क्यों हो गई, इस पर उन्होंने जवाब दिया कि हम लोग किसी मैराथन में है ना की 100 मीटर की दौड़ में।
13 मई को ही सरकार ने अगस्त से दिसंबर के बीच निर्माण की बात को साझा किया था। इसमें कहा गया कि 55 करोड़ कोवैक्सीन एवं 75 करोड़ कोविशिल्ड के रहने चाहिए। इस टीके की आपूर्ति करने के लिए दो आपूर्तिकर्ता की व्यवस्था की गईं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि जब उन्हें लगा था 216 करोड़ खुराक चाहिए तो निर्माताओं एवं कंपनियों ने उनके साथ एक अनुमान साझा किया। हमने उन पर खास भरोसा रखा।
इसके अलावा इसमें कहा गया जाइड्स केडीला के 5 करोड़ खुराक , बायोलॉजिकल ई लिमिटेड के 30 करोड़ खुराक, नोवावैक्स के 20 करोड़ खुराक, भारत बायोटेक के 10 करोड़ नैजल टीका , स्पूतनिक विकी 15.6 करोड़ खुराक और जेनोवा के 6 करोड़ टीके अगस्त से दिसंबर के बीच उपलब्ध हो जाएगी।
नीति आयोग के सदस्य वीके पाल ने अगस्त से दिसंबर के बीच कोविशील्ड की उपलब्धता पर कहा कि इससे हमें एक संदर्भ में देखना चाहिए। उन्होंने भारत बायोटेक (Bharat biotech) और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) की ओर इशारा करते हुए कहा कि दो निर्माताओं का यह अनुमान है कि वह 90 करोड़ तथा इससे अधिक वैक्सीन उपलब्ध करा सकते हैं।
पॉल से बायोलॉजिकल ई (biological-e) टीके के बारे में पूछने पर पता चला एडवांस में ऑर्डर दिया जा चुका है। एवं जाइडस पीके के बारे में कहा कि अगस्त से दिसंबर के बीच 5 करोड़ की खुराक का निर्माण किया जा सकता है। जब मोडर्नो टीके के के बारे में पूछा गया इस पर पॉल ने कहा कि यह चर्चा अभी जारी है कि हमें टीके किस प्रकार प्राप्त होंगे।
मॉडर्न वैक्सीन के बारे में, जिसे हाल ही में एक आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण दिया गया था, पॉल ने कहा कि इस पर चर्चा जारी है कि देश किस रूप में वैक्सीन प्राप्त करेगा। जॉनसन एंड जॉनसन (J&J) के मामले में, उन्होंने कहा कि सरकार अमेरिकी फार्मा के संपर्क में है।
“उनकी अपेक्षाओं, संविदात्मक व्यवस्थाओं और विशिष्ट शर्तों को समझने के लिए हमने उनके साथ बातचीत की है। J&J अन्य देशों में भी वैक्सीन का उत्पादन कर रहा है और योजना के अनुसार बायोलॉजिकल ई भी इसका निर्माण कर रहा है। हमें उम्मीद है कि यह सिंगल डोज वैक्सीन भारत में उपलब्ध होगा।” पॉल ने कहा।
कोविड-19 टीकाकरण में कुछ नए संशोधित निर्देश 21 जून से लागू किए गए हैं जिसमें कहा गया की केंद्र देश से उत्पन्न 75% तरीकों की खरीदारी कर सकता है। वैक्सीन निर्माताओं द्वारा उत्पादन को प्रोत्साहित करने और नए टीकों को प्रोत्साहित करने के लिए, घरेलू वैक्सीन निर्माताओं को भी निजी अस्पतालों को सीधे टीके उपलब्ध कराने का विकल्प दिया जाएगा।
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