- बूढ़ों में Macular Degeneration क्या है ? जानिए इसके कारण , लक्षण , निदान , इलाज, बचाव और 5 घरेलु टिप्स ?
- Macular Degeneration Kya Hai – What Is Macular Degeneration In Hindi?
- Macular Degeneration के लक्षण – Symptoms Of Macular Degeneration in Hindi?
- Macular Degeneration के कारण – Causes Of Macular Degeneration In Hindi?
- Macular Degeneration के साथ हमें आंखों की कौन सी समस्याएं हो सकती हैं?
- Macular Degeneration का निदान कैसे किया जाता है – How Macular Degeneration is Diagnosed in Hindi?
- Macular Degeneration का इलाज कैसे किया जाता है – How is Macular Degeneration treated in Hindi?
- Macular Degeneration Ke Gharelu Upchar – Home Remedies For Macular Degeneration In Hindi?
- Macular Degeneration in Hindi Conclusion –
बूढ़ों में Macular Degeneration क्या है ? जानिए इसके कारण , लक्षण , निदान , इलाज, बचाव और 5 घरेलु टिप्स ?
बढ़ती उम्र के साथ साथ हमें आंखों से संबंधित बहुत सी बीमारियों से गुजरना पड़ता है क्योंकि जैसे जैसे हमारी उम्र बढ़ती रहती है ऐसे ऐसे हमारे शरीर में पोषक तत्वों की भी कमी होती रहती है जिसके कारण हमें आंखों से संबंधित रोग हो जाते हैं या फिर जब हम अपनी शेर का अच्छा ध्यान नहीं रखते तो उस कारण भी हमारी आंखों में परेशानी आ सकती हैं
आज के समय में तो हम सभी लोगों की जीवनशैली इतनी बेकार हो चुकी है जिसके कारण छोटे-छोटे बच्चों को भी आंखों की समस्या होने लगी है आज हम आपको आंखों की एक ऐसी ही समस्या के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका नाम है Macular Degeneration यह हमारी आंख की एक Chronic Disease होती है आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे कि :-
- Macular Degeneration Kya Hai?
- Macular Degeneration के लक्षण?
- Macular Degeneration के कारण?
- Macular Degeneration का निदान कैसे किया जाता है?
- Macular Degeneration का इलाज कैसे किया जाता है?
- Macular Degeneration को ठीक करने के लिए जीवन शैली बदलें?
Macular Degeneration Kya Hai – What Is Macular Degeneration In Hindi?
- Macular Degeneration हमारी आंखों की एक Cronic Disease होती है, हमारी आंखों के रेटीना के बीच में Macula अतीत होता है, मैंक्यूला हमारी आंख के पीछे की तरफ में स्थित संवेदनशील उत्तक की एक पतली सी परत होती है, Macula की वजह से ही हमें अपनी आंखों से बिल्कुल सीधे सामने का दिखाई देता है Macular Degeneration को Age-Related Macular Degeneration भी कहा जाता है, जब हमारी आंखों में मैक्यूला के उत्तक काफी ज्यादा क्षति ग्रस्त हो जाते हैं तो उस समय हमें मैकुलर डिजनरेशन बीमारी हो सकती है, इस बीमारी में हम अपनी आंखों के बीचो-बीच कि कोई भी वस्तु बिल्कुल साफ नहीं देख पाते। भले ही वह वस्तु चाहे आपसे दूर हो या फिर पास हो आपको वह वस्तु स्पष्ट रूप से नहीं दिखेगी।
- उदाहरण के लिए जैसे आप अपने हाथ में बंधी घड़ी को देख रहे हैं, परंतु यदि आप इस बीमारी से ग्रसित है, तो आप अपने हाथ की घड़ी पर अपना ध्यान तो केंद्र करना चाहेंगे परंतु आप अपना ध्यान केंद्र नहीं कर पाएंगे जिसके कारण से आपको स्पष्ट नहीं दिखाई देगा। ज्यादातर बुजुर्ग व्यक्तियों में अंधेपन का कारण Macula का क्षतिग्रस्त होना ही होता है, अब आगे हम आपको Macular Degeneration Ke Lakshan बताएंगे जिनकी सहायता से आप इस बीमारी को आसानी से पकड़ सकते हैं।
और पढ़ें – बुढ़ापे में कहीं आपको मोतियाबिंद तो नहीं। जाने इसके कारण लक्षण और उपचार।
Macular Degeneration के लक्षण – Symptoms Of Macular Degeneration in Hindi?
इस बीमारी के बहुत से लक्षण होते हैं यदि आपको उन लक्षणों में से कुछ भी लक्षण दिखे तो आपको तुरंत ही अपनी आंखों की जांच करवानी चाहिए क्योंकि इस रोक को यदि हम शुरुआत में ही नियंत्रित कर लेते हैं तो ही सही रहता है अन्यथा धीरे धीरे इस बीमारी के कारण आपकी आंखों की रोशनी भी जा सकती है तो चलिए जानते हैं Macular Degeneration Ke Lakshan
- यदि आपको धुंधला दिखाई दे रहा है, तो भी यह इसी बीमारी का लक्षण हो सकता है, इसीलिए अपनी आंखों से धुंधला दिखने की परिस्थिति में आपको जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी डॉक्टर की सलाह लेनी है।
- यदि आपको छोटे-छोटे अक्षर देखने में बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है, या फिर छोटे अक्षर पढ़ने में परेशानी हो रही है तो यह भी इस बीमारी का लक्षण हो सकता है।
- यदि आपको दिन के समय में भी ड्राइव करने में बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है, तो भी यह इस बीमारी का लक्षण हो सकता है, इसलिए आप तुरंत ही डॉक्टर की सलाह लें।
- यदि आपको अपनी आंखों के बीच में काला या धुंधला पन दिखाई देता है, तो यह भी इसी बीमारी का लक्षण हो सकता है।
- यदि आपको ज्यादातर चीजें टेढ़ी-मेढ़ी ही दिखाई देती हैं, तो यह भी इसी बीमारी का लक्षण हो सकता है।
- यदि आपको सभी वस्तुएं छोटी तथा अपने से काफी दूर नजर आ रही हैं, तो भी आपको तुरंत ही डॉक्टर से इस बीमारी की जांच करानी चाहिए।
- यदि आपको अपनी आंखों से रंगों की पहचान नहीं हो रही है, तो भी आपको मैकुलर डिजनरेशन की जांच करानी चाहिए क्योंकि इस बीमारी में भी रंगों की तीव्रता या ब्राइटनेस में कमी आ जाती है।
- यदि आप अपने पास खड़े व्यक्ति का भी चेहरा नहीं पहचान पा रहे, तो यह भी इस बीमारी का लक्षण हो सकता है।
Macular Degeneration के कारण – Causes Of Macular Degeneration In Hindi?
इस बीमारी के कारण हो सकते हैं सबसे पहले तो हम आपको बता दें कि जब आप 60 वर्ष से ज्यादा आयु के हो जाते हैं तो तब यह बीमारी होने का खतरा को सबसे ज्यादा होता है क्योंकि 60 वर्ष तक की आयु तक आते-आते व्यक्ति अपनी आंखों का ख्याल नहीं रखता है जिसके करो उसे इस प्रकार की समस्याएं हो जाती हैं इसके अतिरिक्त दूसरा कारण यह है कि कुछ लोगों में यह जेनेटिक समस्या भी होती है इसीलिए 60 वर्ष के बाद उन्हें अपने आप ही यह रोग हो जाता है इसके अतिरिक्त भी इसके बहुत से कारण हैं जो कि हम आपको नीचे बताते हैं:-
- यदि आप बहुत ही ज्यादा धूम्रपान करते हैं, तो यह भी इस बीमारी का कारण हो सकता है, क्योंकि ज्यादा धूम्रपान करने के कारण भी हमें आंखों से संबंधित रोग हो सकते हैं।
- यदि आपके शरीर में ब्लड प्रेशर हाई रहता है, तो इस कारण भी आपको आंखों की यह समस्या हो सकती है, क्योंकि हाई ब्लड प्रेशर के कारण हमारी आंखें स्वस्थ नहीं रह पाती और इस परिस्थिति में आंखों को क्षति पहुंचना संभव है।
- यदि आपके शरीर का वजन बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है, तो इस कारण आपके शरीर के अंदर कोलेस्ट्रोल की मात्रा भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है, तो इसके कारण हमारी आंखों को भी काफी नुकसान पहुंचता है, तो साधारण भाषा में कहें तो मोटापा भी इस बीमारी का कारण बन सकता है।
- यदि आप बाहर का तला हुआ खाना ज्यादा खाते हैं, तो इस कारण भी आपको आंखों से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं क्योंकि बाजार में मिलने वाले तले हुए पदार्थ बार-बार एक ही तेल में तले जाते हैं, जिसके कारण वह तेल हमारे शरीर के लिए किसी शहर से कम नहीं होता, परंतु यह तेल हमें अचानक से तो नुकसान नहीं पहुंचा था परंतु धीरे-धीरे हमारे शरीर में बीमारियां जन्म लेने लगती हैं, इसीलिए बाहर का तला हुआ खाने से भी बचें।
- यदि आपकी आंख की त्वचा काफी ज्यादा पतली है तो उसके कारण भी आपको बढ़ती उम्र में यह बीमारी हो सकती है, ज्यादातर महिलाओं में इस बीमारी के होने का कारण आंखों की पतली त्वचा ही पाया जाता है।
Macular Degeneration के साथ हमें आंखों की कौन सी समस्याएं हो सकती हैं?
- यदि हमारी आंखों में मैकुलर डिजनरेशन की समस्या है, तो उसके कारण हमारी आंखों में मोतियाबिंद की बीमारी भी हो सकती है इसके साथ-साथ हमारी आंखों में ग्लूकोमा की बीमारी भी हो सकती है, और इसके साथ साथ Retinal Detachment या फिर Dry Eyes की बीमारी भी हो सकती है।
- इसके अतिरिक्त भी मैकुलर डिजनरेशन के कारण हमें आंखों की बहुत सी बीमारियां हो सकती हैं।
Macular Degeneration का निदान कैसे किया जाता है – How Macular Degeneration is Diagnosed in Hindi?
- यदि हम अपनी आंखों की नियमित रूप से जांच करवाते रहते हैं, तो उस दौरान हमें इस बीमारी का आसानी से पता चल जाता है, जैसे कि यदि हम हर 2 महीने के बाद अपनी आंखों का चेकअप कराते हैं तो इस बीमारी का हमें आसानी से पता लग जाता है, परंतु इस बीमारी की शुरुआत में हमारी आंखों के रेटिना के बीच में एक छोटा सा पीले रंग का तिल नजर आता है, परंतु इसका पता सिर्फ आंखों की नियमित रूप से जांच के दौरान ही लगता है।
- आंखों का डॉक्टर आपको एक Amsler Grid को देखने के लिए भी कह सकता है, यह बिल्कुल सीधी रेखाओं का एक पैटर्न होता है जो कि बिल्कुल चेक बोर्ड की तरह दिखता है, इस चक बोर्ड में आपको कुछ रेखाएं लहराती हुई नजर आ सकती हैं इसके साथ साथ आपको कुछ रेखाएं बिल्कुल गायब भी नजर आ सकते हैं, इस प्रकार के संकेत सिर्फ मैकुलर डिजनरेशन के ही लक्षण हो सकते हैं।
- जब आपकी उम्र 60 साल से ज्यादा हो जाती है, और आपकी आंखों में अभी इस प्रकार के लक्षण नजर आते हैं तो फिर डॉक्टर आपको एंजियोग्राफी या ओ सिटी कराने की ही सलाह देता है।
- OCT के माध्यम से हमारी आंखों की रेटिना में बिना ब्लड के इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है।
Note : हम तो आपको यही कहेंगे की आप को नियमित रूप से अपनी आंखों की जांच करवाते रहना चाहिए। यदि आप अपनी आंखों की जांच समय-समय पर करवाते रहते हैं तो फिर आपको आंखों के अंदर होने वाली बीमारियों का पता समय पर लग जाता है, जिसके पश्चात आप आंखों की बीमारी का इलाज अच्छे से करवा पाते हैं, और फिर किसी बीमारी के कारण आपकी आंखों को नुकसान भी नहीं पहुंचता।
Macular Degeneration का इलाज कैसे किया जाता है – How is Macular Degeneration treated in Hindi?
वैसे तो मैकुलर डिजनरेशन का कोई भी इलाज नहीं है, परंतु कुछ दवाइयों को खाने के पश्चात तथा जीवन शैली के तरीकों को अपनाने के पश्चात आप इस बीमारी की गति को बहुत ज्यादा धीमा कर सकते हैं, और इस प्रकार आपकी आंखों की दृष्टि में भी कमी आने की रफ्तार काफी धीमी हो जाती है, इस बीमारी को नियंत्रण में करने के लिए आगे हम आपको कुछ इलाज बता देते हैं जो इस प्रकार है :-
Anti – Angiogenesis Drugs –
इन दवाइयों में Aflibercept, Bevacizumab, Pegaptanib और Tanibizumab दवाइयां शामिल होती हैं, जो नई रक्त वाहिकाओं को आगे बढ़ने से रोक देती हैं, साथ ही यह हमारी आंखों में से फ्लूड रिसने को ब्लॉक कर देती हैं, जोकि मैकुलर डिजनरेशन का कारण बनती है। इस प्रकार की दवाइयों से खोई हुई रोशनी वापिस लाई जा सकती है परंतु आपको इस तरीके के इलाज की जरूरत कई बार पड़ती है।
Laser Therapy –
इस बीमारी के इलाज स्वरूप आप लेजर थेरेपी भी करवा सकते हैं, लेजर थेरेपी के जरिए डॉक्टर हमारी आंखों में बन रही आज सामान्य रक्त वाहिकाओं को बिल्कुल नष्ट कर देते हैं, जिसके बाद नहीं रखते वही काहे नहीं बनती और यह बीमारी भी जहां पर है वहीं पर रुक जाती है और फिर धीरे-धीरे हमारी आंखों की रोशनी भी वापस आने लगती है।
- Lance ( लेंस ) –
इस बीमारी का इलाज करने के लिए डॉक्टर आपकी आंखों में विशेष प्रकार के लेंस भी लगा सकते हैं, यह लेंस आपकी आंखों के चारों तरफ में एक विशाल विजन बनाते हैं, जोकि आंखों की रोशनी खोए हुए लोगों के लिए काफी ज्यादा मददगार साबित होते हैं।
Macular Degeneration Ke Gharelu Upchar – Home Remedies For Macular Degeneration In Hindi?
- इस प्रकार की बीमारी में आपको हेल्थी खाना खाना चाहिए। मतलब की हरी सब्जियों तथा दालों का सेवन करना चाहिए, जो कि आपके शरीर में जाकर जरूरी पोषक तत्व को पूरा करेंगे और आपको बीमारी से लड़ने की क्षमता भी देंगे।
- इसके अतिरिक्त यदि मांसाहारी है तो आप मछली का सेवन भी कर सकते हैं, मछली का सेवन हमारी आंखों के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है।
- इस बीमारी के रोगियों को धूम्रपान बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि धूम्रपान करने से यह बीमारी और भी ज्यादा बढ़ सकती है, और इसके साथ-साथ आपको अपने शरीर में हाई ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण रखना चाहिए।
- यदि आपके शरीर का वजन असामान्य है तो आपको अपने शरीर का वजन नियंत्रण में रखना चाहिए। क्योंकि शरीर का वजन बढ़ने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी बढ़ती है जो कि आपकी आंखों को नुकसान पहुंचाती है।
- आप को नियमित रूप से रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए। यदि आप थोड़ी बहुत भी एक्सरसाइज करते हैं तो आपको इस बीमारी में काफी आराम मिलता है।
Macular Degeneration in Hindi Conclusion –
हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारी यह पोस्ट बहुत ही पसंद आई होगी इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको Macular Degeneration के बारे में बताया है कि Macular Degeneration Kya Hai? Macular Degeneration के लक्षण? Macular Degeneration के कारण?Macular Degeneration का निदान कैसे किया जाता है? Macular Degeneration का इलाज कैसे किया जाता है? यदि आप कोई भी पूछना हो तो आप कमेंट सेक्शन के माध्यम से पूछ सकते हैं, हम आपका ज