महाराष्ट्र और पंजाब के साथ-साथ 7 राज्यों ने Covid-19 के दौरान जताई चिंता, दो लाख के आसपास कोविड-19 केसेस आए सामने
प्रतिदिन बढ़ती कोरोना वायरस के मामले और उसमें आ रहे बदलाव और नए वैरिएंट के कारण लोगों की चिंता बढ़ती जा रही है। वहीं बीते शनिवार को भारत की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में 1.13 करोड़ से ज्यादा आंकड़े कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों का है। चिंता की बात यह है कि इस आंकड़ों में 87.72% मरीज केवल 7 राज्यों से पाए गए हैं। अगर बीते 24 घंटों की बात की जाए तो पूरे देश में कोरोना से संक्रमित नए मामलों की संख्या 24 हजार 883 है। इन बीते चौबीस घंटों के नए मामलों के साथ देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों की संख्या 2 लाख से पार हो गई है। अचानक बढ़ते कोरोना कि इन मामलों को देखकर विशेषज्ञों ने यह आशंका जताते हुए कहा है कि यह कोरोना की तीसरी लहर हो सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार केवल भारत के महाराष्ट्र राज्य का 63.57 प्रतिशत हिस्सा कोरोना से संक्रमित लोगों का है। बीते कुछ दिनों में देश भर में कोरोना ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी है। पूरे देश भर में शुक्रवार और शनिवार को कुल 140 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई और 81.43 प्रतिशत लोगों की मृत्यु केवल पांच राज्यों से हुई है। उन पांच राज्यों में केरल, पंजाब और महाराष्ट्र भी शामिल है जहां केरल में 14, पंजाब में 34 और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा यानी कि 56 मौतें हुई।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक केवल महाराष्ट्र राज्य में शनिवार को कुल 15 हजार 817 कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए गए थे। हालांकि महाराष्ट्र में फरवरी 2021 से लगातार ही कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। 21 फरवरी 2021 को महाराष्ट्र में केवल 6 हजार 281 कोरोना के मामले पाए गए थे लेकिन धीरे धीरे यह आंकड़ा 11 मार्च को बढ़कर 13 हजार से भी ज्यादा हो गया।
वहीं अगर महाराष्ट्र के बाद देखा जाए तो केरल में सबसे अधिक कोरोना के मामले सामने आए हैं। केरल राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बीते दिन केरल में 1780 नए कोरोना के मामले पाए गए और इन आंकड़ों के साथ इस दक्षिणी राज्य केरल में अब तक 10 लाख 87 हजार 443 कोरोना के मामले दर्ज किए गए हैं।
वही आगे देखा जाए तो पंजाब में केरल से कम यानी कि 1408 नए मामले पाए गए हैं जिसके साथ पंजाब के कई जिलों में कुछ दिनों का लॉकडाउन लगा दिया गया है। पंजाब में पहले यानी कि फरवरी तक कोरोना के मामले बहुत कम थे लेकिन धीरे-धीरे यहां यह मामले बढ़ते गए और 7 मार्च तक करीब 1000 से भी ज्यादा कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए गए थे।
यदि अगले राज्य तमिलनाडु की बात करें तो बीते शनिवार को इस राज्य में 670 नए कोरोना केस पाए गए। हालांकि 5 मार्च तक केवल 400 के आसपास की कोरोना के मामले दर्ज किए जाते थे लेकिन 6 मार्च से इन आंकड़ों में वृद्धि होने लगी और अब तक 600 से अधिक ही मामले पाए जाते हैं।
यदि इन चार राज्यों की बाद देखा जाए तो मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस रफ्तार तेज हो गई है क्योंकि जहां 21 फरवरी तक केवल 257 कोरोना मामलों को दर्ज किया जाता था वहीं बीते शनिवार को मध्यप्रदेश में 600 से अधिक नए कोरोना के मामले दर्ज किए गए हैं।
बीते शनिवार को कर्नाटक राज्य में कुल 833 कोरोना वायरस के नए मामले पाए गए। जहां 21 फरवरी तक कर्नाटक में केवल 490 मामले सामने आते थे वही 11 मार्च से इन आंकड़ों में वृद्धि होकर यहां 700 नए मामले आने लगे।
वही इन सभी राज्यों के बाद गुजरात में कोरोना के मरीजों में लगातार वृद्धि होती जा रही है। भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 21 फरवरी तक गुजरात में केवल 258 कोरोना के मामले दर्ज किए जा रहे थे लेकिन 13 मार्च हो इसका संक्रमण बढ़ा और यह आंकड़ा 700 की संख्या को भी पर कर गया।